New Delhi, 26 September: पाकिस्तान के आतंकी भारत को दर्द देने के लिए ख़ास दिनों का चुनाव कर रहे हैं, ऐसा लग रहा है कि ख़ास दिनों पर भारत को दर्द देने के लिए पाकिस्तान भरपूर साजिश चल रही है लेकिन इसे भारतीय खुफिया एजेंसियों की सतर्कता या सुरक्षाबलों की सजगता से आतंकी अपने मंसूबों में सफल नहीं हो पाते और एक दिन लेट हो जाते हैं।
आतंकियों ने ऐसा ही हमला पठानकोट के एयरबेस पर किया था और ऐसा ही हमला हाल में उरी में अंजाम दिया, पठानकोट हमला नए वर्ष की नयी सुबह पर करने का प्लान बनाया गया था ताकि भारत खुशियाँ मनाने से पहले ही गम में डूब जाए लेकिन आतंकी अपने मंसूबे में सफल नही हो पाए और उन्होंने एक दिन बाद यानी 2 जनवरी को सुबह चार बजे अंजाम दिया, अगर वही हमला 1 जनवरी की सुबह चार बजे किया जाता तो भारत नए वर्ष का जश्न ना मना पता और ख़ुशी गम में बदल जाती।
आतंकियों ने यही प्लान उरी में बनाया, 17 सितम्बर को प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिन था और आतंकी जानते थे कि देशवासी मोदी का जन्मदिन बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं, 17 सितम्बर को मोदी सरकार ने कई योजनाओं की शुरुआत की थी, कई जगह दौरा किया था, जनता के साथ साथ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भी मोदी का जन्मदिन मनाया था, मोदी से स्वयं गुजरात में 11 हजार दिव्यंगों के साथ जन्मदिन मनाकर और उन्हें कई उपहार देकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था, आतंकी चाहते थे कि मोदी के जन्मदिन की ख़ुशी गम में बदल जाए ताकि लोग आगे मोदी के जन्मदिन के बजाय उरी आतंकी हमले की बरसी मनाएं जैसा कि मुंबई हमले की बरसी मनाते हैं।
आप खुद सोचिये, अभी 17 सितम्बर को देशवासी मोदी का जन्मदिन मनाते हैं, लाखों जगह केक कटते हैं, लाखों जगह लोग इकठ्ठे होते हैं, कई योजनायें चलाई जाती हैं, लोग एक दूसरे को मिठाई खिलाते हैं, लेकिन अगर यही हमला 18 के बजाय 17 को हो जाता और हमारे जवान शहीद हो जाते तो भारत के लोग मोदी का जन्मदिन कभी ना मनाते, स्वयं मोदी भी अपना जन्मदिन ना मनाते और उरी आतंकी हमले की बरसी मनाते, अगर कोई जबरजस्ती भी मोदी का जन्मदिन मनाता तो मोदी उसे रोक देते, मोदी का जन्मदिन उनके जीते जी मरणदिवस के रूप में मनाया जाता, मोदी को बहुत बड़ा दुःख लेने की साजिश की थी आतंकियों ने लेकिन वे अपने मकसद में कामयाब नही हो सके और यह हमला 18 सितम्बर की सुबह कर पाए, उन्होंने बहुत कोशिश की थी, एक दिन पहले ही आ गए थे लेकिन उन्हें वापस जाना पड़ा था, उन्होंने कई राउंड मारे लेकिन उन्हें 17 सितम्बर को बेस कैम्प में प्रवेश करना का मौका नहीं मिला, उन्हें मौका 18 सितम्बर को मिला और उन्होंने 18 जवान शहीद कर दिए।
हमारी खुफिया एजेंसियों और सुरक्षाबलों को सतर्क रहना चाहिए क्योंकि आतंकी आगे भी ख़ास दिनों पर भारत में आतंकी हमले करके ख़ुशी वाले दिनों को गम में बदल सकते हैं।
हमारी खुफिया एजेंसियों और सुरक्षाबलों को सतर्क रहना चाहिए क्योंकि आतंकी आगे भी ख़ास दिनों पर भारत में आतंकी हमले करके ख़ुशी वाले दिनों को गम में बदल सकते हैं।
एक तरफ तो कांग्रेसी मोदी जी को 56 इंच का सीना दिखाने की बात कह रहे हैं और दूसरी ओर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं। फिर इन्हें कोई देशद्रोही कहे तो तिलमिलाते क्यों हैं. . . .? YOGESH SETHI
ReplyDeletePlease see Pakistan Zindabad slogans at Cong Rally
http://abpnews.abplive.in/india-news/pakistan-zindabad-slogans-in-congress-rally-moradabad-463459/ …
https://youtu.be/ZxkO5uCW3n0
https://youtu.be/odp8uUEFqsE