कटनी, 11 सितंबर: केजरीवाल को दिल्ली का मुख्यमंत्री बने केवल डेढ़ साल हुए हैं लेकिन उनके गाल भी लाल हुए चुके हैं, गाल फूल भी चुके हैं और 10 किलो से भी अधिक वजन भी बढ़ चुका है, यही नहीं मुख्यमंत्री बनने के बाद केजरीवाल का पेट भी निकल चुका है और अब वे खाते पीते घर के दिखने लगे हैं लेकिन शिवराज सिंह को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बने 11 साल से भी अधिक बीत चुके हैं लेकिन उनके गाल पिचक गए हैं, वजह कम हुआ है।
आज मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनता की सुख-सुविधा के लिए दिन-रात काम करने का दावा करते हुए कहा कि राज्य में उनसे पहले जो मुख्यमंत्री हुए हैं, उनके गाल 'लाल-गुलाबी' हो जाते थे और मोटे हो जाते थे, मगर उनका तो गाल ही पिचक गया है। चौहान ने रविवार को कटनी जिले के बड़वारा में अंत्योदय मेले में अपने 11 वर्ष के मुख्यमंत्रित्व काल का हवाला दिया और कहा कि वह राज्य की जनता की सेवा के लिए सतत प्रयास करते रहते हैं, दिन-रात घूमते हैं, यही कारण है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद उनका गाल और चेहरा पिचक गए हैं।
उन्होंने कहा कि आप ने कैसे कैसे मुख्यमंत्री देखे होंगे, जिनके गाल लाल हो जाते थे, मोटे हो जाते थे, मगर वे ऐसे मुख्यमंत्री है, जिनके गाल और चेहरा पिचक गया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने आगे कहा, "राज्य सरकार प्रदेश के किसान और निर्धन परिवारों की बेहतरी के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगी। हमारी कोशिश होगी कि किसान और निर्धन तबके के लोग प्रगति के पथ पर तेजी से अग्रसर हो।"
मुख्यमंत्री ने यहां लगभग 40 करोड़ रुपये लागत के कार्यो का शिलान्यास और लोकार्पण किया। साथ ही 20 विभाग से संबंधित लगभग साढ़े पांच करोड़ रुपये के हित-लाभ भी वितरित किए।
चौहान ने कहा कि सरकार निर्धनों की समस्या के निराकरण के लिए भी संकल्पित है। सरकार ने फैसला किया है कि कई वर्षो से निर्धन व्यक्ति जिस भूमि पर रह रहा है, उसके नाम पट्टा दिया जाएगा। पट्टे पर मकान निर्माण के लिए भी अभियान चलाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपना मकान बनवाने के लिए निर्धन को एक लाख 20 हजार रुपये दिए जाएंगे। सरकार अगले दो साल में निर्धनों के लिए शहरी क्षेत्र में पांच लाख तथा ग्रामीण क्षेत्रों में आठ लाख मकानों का निर्माण कराएगी।
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