नई दिल्ली, 11 सितम्बर: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल हमेशा कहते हैं कि दिल्ली वालों की सेवा करने के लिए मुझे भगवान ने भेजा है, मै आम आदमी हूँ और आम आदमियों की सुनता हूँ लेकिन उन्हें शायद दिल्ली की महिलाओं की बातों पर भरोसा नहीं है इसलिए आज उन्होंने विधायक अमानुल्लाह की साली को झूठा बताते हुए अमानतुल्ला खान का इस्तीफा अस्वीकार कर दिया। इसके साथ ही पार्टी ने खान के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए ‘मोदी पुलिस’ की निंदा की। उनका कहना है कि दिल्ली वक्फ बोर्ड में भ्रष्टाचार को उजागर करने की वजह से उन्हें फंसाने के लिए साजिश रची गई है। खान पर एक दिन पहले उनकी साली ने छेड़छाड़ करने और शारीरिक संबंध के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कराया था।
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हमने खान का इस्तीफा अस्वीकार कर दिया। यह छह साल पुराना घरेलू मामला है और उनके ससुराल वाले उन्हें इसमें घसीट रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “हमने अपनी जांच में पाया है कि उन्हें मामले में घसीटा जा रहा है।”
पुलिस ने शनिवार को खान के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 509 (महिला की बेइज्जती के इरादे से शब्दों का इस्तेमाल करना या हरकतें करना), धारा 506 (आपराधिक धमकी), धारा 498ए (किसी महिला के पति का रिश्तेदार उसके साथ क्रूरता करे), और आपराधिक साजिश के तहत मामला दर्ज किया गया था।
सिसोदिया ने कहा कि खान को दिल्ली वक्फ बोर्ड में भ्रष्टाचार उजागर करने के लिए फंसाया गया है।
खान ने शनिवार को आप कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में इन आरोपों से इंकार किया था और कहा कि उनका उस महिला से कोई संबंध नहीं रहा है। खान ने कहा कि उन्होंने वक्फ बोर्ड में 280 करोड़ रुपये की अनियमितता का मुद्दा उठाया था।
सिसोदिया ने दिल्ली पुलिस को ‘मोदी पुलिस’ करार देते हुए कहा, “मोदी पुलिस आप के खिलाफ कार्रवाई पर तुली हुई है। जैसे ही कोई शिकायत मिलती है बिना किसी जांच के मामला दर्ज कर लिया जाता है।”
सिसोदिया ने गुजरात में महिला की निगरानी करने के निर्देश संबंधी मुद्दा उठाया और इसे ‘मोनिका लेविंस्की प्रकरण’ करार देते हुए मीडिया को इस पर बहस कराने की चुनौती दी।
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