Showing posts with label Politics. Show all posts

मस्जिदों में इतना तेज अजान होता है, खुदा अगर नींद की गोली खाकर सोया हो तो जग जाय: गिरिराज सिंह

giriraj-singh-said-azaan-in-masjid-are-so-laud-very-disturbing-news

केन्द्रीय राज्यमंत्री गिरिराज सिंह दो दिन के भोपाल दौरे पर हैं. गिरिराज सिंह ने भोपाल में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे गाँव में मन्दिर हैं और मस्जिद भी हैं. मस्जिदों से अजान की आवाज बहुत तेज आती हैं. मस्जिदों के लाऊडस्पीकर की आवाज मन्दिरों के लाऊडस्पीकर से भी तेज होती हैं.

गिरिराज सिंह ने आगे कहा कि मस्जिदों में अजान की आवाज इतनी तेज होती हैं. यदि खुदा नींद की गोली खा कर सोया हो तो भी जग जाए, का मतलब यह हुआ कि आवाज तेज होने के कारण आम इन्सान की नींद जल्दी खुल जाती है.

आपको बता दें कि गिरिराज सिंह से पहले सोनू निगम ने भी अजान की तेज आवाज का विरोध किया था. सोनू निगम ने भी कहा था कि मेरे घर के पास मस्जिद से बहुत तेज आवाज आती हैं. और मैं ठीक से सो नही पाता हूँ. आज गिरिराज सिंह ने भी कहा कि भारत में इस संबध में लाऊडस्पीकर आवाज पर एक कानून बनना चाहिए और वह सब पर लागू होना चाहिए.

कांग्रेसी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शशि थरूर को कहा, इन्हें इतिहास का ज्ञान नहीं है

jyotiraditya-scindia-told-shashi-tharoor-have-not-knowledge-history

फिल्म पद्मावती का विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है, अब कांग्रेसी नेता ही आपस में उलझ पड़े हैं, आज कांग्रेसी नेता शशि थरूर ने कहा कि आज जो लोग खुद को महाराजा की संतान बताकर एक फिल्मकार के पीछे पड़े हैं, वह लोग उस वक्त भाग गए थे जब अंग्रेज लोग उनकी इज्जत को पैरों तले रौंद रहे थे.

शशि थरूर के इस बयान का हर तरफ विरोध हो रहा है, आज कांग्रेसी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शशि थरूर को करारा जवाब देते हुए कहा कि इन्हें शायद इतिहास का ज्ञान नहीं है, उन्हें इतिहास पढ़ना चाहिए, मैं ज्योतिरादित्य सिंधिया हूँ और मुझे अपने पूर्वजों और इतिहास पर गर्व है.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पूरे भारत में राजपूत समाज के लोग पद्मावती फिल्म के विरोध में सड़कों पर उतरे हुए हैं, संजय लीला भंसाली का सर लाने वाले को 5 करोड़ देने का ऐलान किया गया है जबकि फिल्म की अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की नाम काटने की धमकी दी गयी है.

लोगों का आरोप है कि फिल्म पद्मावती में इतिहास छेड़छाड़ की गयी है, जिस महारानी पद्मिनी को त्याग और तपस्या की देवी कहा जाता है उन्हें नाचने वाली औरत के रूप में दिखाया गया है. यह राजपूतों के इतिहास के साथ मजाक है. इसे सहन नहीं किया जाएगा, इस फिल्म को हर हाल में रिलीज नहीं होने दिया जाएगा।

सुब्रमनियम स्वामी ने पूछा, राम मंदिर से कांग्रेस इतनी डरी हुई क्यों है, कहीं इसलिए तो नहीं

swamy-ask-why-congress-so-much-worry-of-ram-mandir-case

भारतीय जनता पार्टी ने राम मंदिर बनाने के लिए कूटनीतिक प्रयास शुरू कर दिए हैं, इसी सिलसिले में कल श्री श्री रविशंकर को सभी पक्षकारों से बातचीत करने के लिए भेजा गया था, उन्होंने सभी लोगों से बातचीत भी की और मुसलमानों को राम मंदिर में सहयोग करने का आग्रह किया.

श्री श्री रवि शंकर ने अयोध्या में राम लला के दर्शन किये और रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी से मुलाकात भी की, उन्होने इकबाल अंसारी से भी मुलाकात की और आपसी मतभेद भूलकर राम मंदिर बनाने में सहयोग माँगा, बाद में मीडिया से बात करते हुए श्री श्री ने कहा कि हिन्दू और मुसलमान मिलकर रहना चाहते हैं, अब मुस्लिम युवा भी विकास में भागीदार बनना चाहते हैं, मैंने सभी लोगों से यही आग्रह किया है कि भाईचारे का उदाहरण दें और राम मंदिर बनाने में सहयोग दें.

भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने श्री श्री की पहल का स्वागत किया और इसे पॉजिटिव लिया लेकिन कांग्रेसी नेताओं ने इसपर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया और इस निगेटिव लिया, उन्हें डरा हुआ देखकर बीजेपी नेता सुब्रमनियम स्वामी ने कांग्रेस का मजाक उड़ाते हुए कहा - राम मंदिर मुद्दे पर कांग्रेस इतना डरी हुई क्यों है, क्या वे इसलिए डर रहे हैं कि मंदिर बनने से हिन्दू वोट एकजुट होंगे और कांग्रेसी उसकी आंधी में बह जाएंगे।

स्वामी ने दूसरे ट्वीट में हिन्दुओं को भी राम मंदिर मुद्दे पर एकजुट होने की अपील की, उन्होंने कहा कि मुस्लिम नेता राम मंदिर बनाने से मना कर रहे हैं, इसलिए हमें अब एकजुट होकर आन्दोलन से जुड़ना होगा।

subramanian-swamy-latest-news

हिन्दू आतंकवाद शब्द कांग्रेस की देन है जो उसनें बीजेपी के खिलाफ इस्तेमाल किया था: कमल हसन

kamal-hassan-take-u-turn-on-hindu-atankwad-will-return-donation

हिन्दू आतंकवाद के मुद्दे पर कमल हसन ने यू-टर्न ले लिया है, उन्होंने कहा है कि मैंने कभी भी हिन्दू आतंकवाद शब्द का नाम नहीं लिया, ये शब्द तो कांग्रेस की देन है, कांग्रेस ने इस शब्द को भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ इस्तेमाल किया था, मैंने अपने मुंह से हिन्दू आतंकवाद शब्द निकाला ही नहीं, मैं अपने फैन को आतंक फैन कैसे कह सकता हूँ, मैंने उग्रवाद शब्द का इस्तेमाल किया था जिसपर मैं आज भी कायम हूँ लेकिन यह बात पूरी तरह से गलत है कि मैंने हिन्दू आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल किया था.

कमल हसन ने यह भी कहा कि मैं राजनीतिक पार्टी गठन करने का इरादा छोड़ रहा हूँ इसलिए मैं उन लोगों को को चंदा वापस करने जा रहा हूँ जिन्होंने मुझे चंदे दिए थे, उन्होंने बताया कि मुझे अब तक 32 करोड़ रुपये मिल चुके हैं, मैं फिलहाल इतने पैसे के इस्तेमाल की व्यवस्था नहीं कर सकता हूँ इसलिए मैंने सभी लोगों को चंदे के पैसे वापस कर दूंगा। 

उन्होंने कहा - मैं यह भी साफ़ करना चाहता हूँ कि मैं अपने पैर वापस नहीं खींच रहा हूँ लेकिन मैं पहले अपने लिए बुनियादी सिद्धांत बनाना चाहता हूँ उसके बाद कोई कदम उठाऊंगा।

कमल हसन ने मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का भी दौरा करना का फैसला किया है, वाराणसी में कमल हसन के खिलाफ FIR दर्ज की गयी है, उन्होंने कहा कि अगर लोग चाहते हैं कि मैंने वाराणसी आकर उनसे मिलूं तो मैं यह भी करूँगा, मैंने पहले भी हे राम की शूटिंग के वक्त वाराणसी में रहा हूँ.

राहुल गाँधी को अब पप्पू नहीं बल्कि जादूगर कहेंगे BJP नेता, आप भी सुझा सकते हैं कोई नाम

minakshi-lekhi-named-rahul-gandhi-jadugar-after-seeing-his-video

चुनाव आयोग ने बीजेपी के नेताओं को राहुल गाँधी को पप्पू बोलने पर रोक लगा दी है, अब बीजेपी नेता उन्हें पप्पू-पप्पू बोलकर चिढा नहीं सकेंगे लेकिन अब बीजेपी नेताओं ने राहुल गाँधी को नया नाम दे दिया है लेकिन अभी यह नाम फाइनल नहीं है और लोगों ने राहुल गाँधी का नया नाम सुझाने की मांग की है.

कल बीजेपी सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने राहुल गाँधी का वह वीडियो देखा जिसमें राहुल गाँधी बोल रहे थे - मैं ऐसी मशीन लाऊंगा - एक तरफ से आलू घुसेगा दूसरी तरफ से सोना निकलेगा, इतना पैसा बनाऊंगा, समझ नहीं पाओगे क्या करना है.

राहुल गाँधी का यह वीडियो देखकर मीनाक्षी लेखी ने कहा कि यह वीडियो देखकर आप लोग बताइये कि आप लोगों ने दिमाग में राहुल गाँधी के लिए क्या शब्द आ रहे हैं, मैं तो उन्हें जादूगर कहूँगी.

minakshi-lekhi-told-rahul-gandhi-jadugar

धीरे धीरे मोदी के करीब पहुँच रहे हैं राहुल गाँधी, अब सिर्फ 30 अंक पीछे

pew-research-rahul-gandhi-reaching-near-modi-in-fame-in-india

मोदी भारत ही नहीं दुनिया में सबसे लोकप्रिय नेताओं में से एक हैं, पहले ऐसा कहा जा रहा था कि मोदी के आसपास भी कोई नहीं पहुँच पाएगा, राहुल गाँधी को तो मोदी की परछाई भी नहीं माना जाता था लेकिन पिछले दो तीन महीनों में विदेशों में भाषण दे देकर और भारत में मोदी का विरोध करके राहुल गाँधी ने भी खासी लोकप्रियता हासिल कर ली है.

अब राहुल गाँधी मोदी के नजदीक पहुँचते जा रहे हैं, लोकप्रियता में मोदी भारत में सबसे ऊपर हैं जबकि राहुल गाँधी दूसरे नंबर पर पहुँच चुके हैं, राहुल के बाद सोनिया गाँधी का नंबर है और उनके बाद केजरीवाल हैं.

अमेरिका की प्यु रिसर्च संस्था ने यह सर्वे किया है, सर्वे में मोदी की 88 फ़ीसदी ने तारीफ की है जबकि 10 फ़ीसदी उनसे नाखुश हैं, राहुल गाँधी से 58 फीसदी लोग खुश हैं जबकि 35 फ़ीसदी लोग नाखुश हैं, सोनिया गाँधी से 57 फ़ीसदी लोग खुश हैं जबकि 36 फ़ीसदी लोग नाखुश हैं, केजरीवाल चौथे नंबर हैं हैं, उनसे 39 फ़ीसदी लोग खुश हैं जबकि 40 फ़ीसदी लोग नाखुश हैं.

लोग बोले, मशीन से आलू को सोना बना लेते हैं इसलिए 4000 के लिए सिर्फ एक बार लाइन में लगे राहुल

rahul-gandh-gold-making-from-aloo-video-viral-people-make-fun

नोटबंदी के दौरान राहुल गाँधी एक बार 4000 रुपये बदलने के लिए लाइन में लगे थे, वे करीब आधे घंटे तक लाइन में खड़े रहे और अपने रूपए बदलवाए. उसके बाद आज तक वे लाइन में नहीं दिखे, यही नहीं वे किसी भी ATM से रुपये निकालते हुए नहीं दिखे. अब कुछ लोग उनका मजाक उड़ा रहे हैं, लोग कह रहे हैं कि - अब समझ में आया, 4000 रुपये निकालने के बाद भाई को अब तक पैसों की जरूरत क्यों नहीं पड़ी, रोज आलू मशीन में डालता है और सोना निकालता है. 

rahul-gold-mashine-from-aloo

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आज सोशल मीडिया पर राहुल गाँधी का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें राहुल कहते दिख रहे हैं कि मैं ऐसी मशीन लाऊंगा - एक तरफ से आलू घुसेगा दूसरी तरफ से सोना निकलेगा, इतना पैसा बनाऊंगा, समझ नहीं पाओगे क्या करना है.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस वक्त सोने की कीमत 30 हजार रुपये सिर्फ 10 ग्राम है, यानी 30 लाख रुपये किलो। अगर राहुल गाँधी की मशीन में वह एक किलो आलू डालेंगे तो वह 1 किलो सोना बन जाएगा। ऐसे में आलू की कीमत भी 30 लाख रुपये किलो हो जाएगी। ऐसे में राहुल गाँधी को पैसों की जरूरत ही नहीं होगी.

अगर आपको यकीन ना हो तो आप यह वीडियो देख लें, इस वीडियो में राहुल गाँधी साफ़ साफ़ कह रहे हैं कि वह आलू को सोना बनाने वाली मशीन लाने वाले हैं.

पी चिदंबरम ने बताया जिन्दगी का सबसे बड़ा मलाल, ये सौभाग्य तो अरुण जेटली को मिला, पढ़ें

pee-chidambaram-desire-to-become-fm-in-majority-government-not-fulfilled

पी चिदंबरम किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं, वह कई बार देश के वित्त मंत्री और एक बार गृह मंत्री भी रहे हैं, हाल ही में उन्होंने कश्मीर की आजादी का समर्थन करके काफी नाम कमाया है, कल उन्होंने अहमदाबाद में एक प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि उन्होंने भले ही देश के वित्त मंत्री के तौर पर काफी वर्षों तक काम किया है लेकिन एक बात का मलाल मुझे हमेशा रहेगा कि मैं पूर्ण बहुमत की सरकार में वित्त मंत्री नहीं बन सका.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 2004-2014 के बीच देश में कांग्रेस की सरकार थी लेकिन उसे स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था, सपा-बसपा, DMK, TMC और अन्य क्षेत्रीय पार्टियों के सहारे उसकी सरकार बनी थी, वर्तमान की बीजेपी सरकार पूर्व बहुमत की सरकार है, लोकसभा में अकेले बीजेपी की ही 380 सीटें हैं. पूर्ण बहुमत की सरकार में वित्त मंत्री बनने का सौभाग्य अरुण जेटली को मिला है इसलिए वे दनादन बड़े बड़े फैसले लेकर भ्रष्टाचारियों की नींद खराब किये हुए हैं.

कल पी चिदंबरम ने गुजरात में बड़ी बड़ी बातें कीं जो वह अपने कार्यकाल में नहीं कर सके, उन्होंने कहा कि सिर्फ 1 लाख करोड़ रुपये की बुलेट ट्रेन लाने से विकास नहीं हो सकता बल्कि विकास एक लिए शिक्षा, स्वास्थय, परिवहन, शौचालय और लैंगिक समानता जैसे क्षेत्रों में बराबर काम करने की जरूरत है.

मोदी ने विदेश में फिर वही बोल दिया जिसे सुनकर कांग्रेस का पारा सातवें आसमान पर पहुँच जाता है

pm-modi-exposed-congress-scam-once-again-in-philipines-speech

मोदी जब देश में कांग्रेस के घोटालों पर बोलते हैं तो कांग्रेस को दुःख होता है लेकिन जब मोदी विदेश में कांग्रेस में घोटालों की पोल खोलते हैं तो कांग्रेस को बहुत दुःख होता है और उसका पारा सातवें आसमान पर पहुँच जाता है इसलिए कांग्रेस भी बार कांग्रेस कहती रहती है कि मोदी विदेश में भारत की बुराई करते रहते हैं.

कांग्रेस चाहती है कि मोदी देश में कुछ भी बोलें लेकिन विदेश में उसके घोटालों पर कुछ ना बोलें लेकिन मोदी कांग्रेस की बात मानते ही नहीं हैं, मोदी जब भी विदेश में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हैं कांग्रेस के घोटालों की चर्चा जरूर करते हैं.

कल मोदी ने फिलीपींस में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कांग्रेस के घोटालों की फिर से चर्चा कर दी, मोदी ने कहा की 2014 से पहले अख़बारों में खबर आती थी कि कोयले में इतना गया, 2G में इतना गया, ऐसी ही खबरें आती थीं लेकिन 2014 के बाद मोदी से क्या पूछा जाता है - मोदीजी बताइये कितना आया.

मोदी ने कहा कि ये बदलाव है, एक वह वक्त था जब देश परेशान था कितना गया लेकिन आज वक्त है कि देश ख़ुशी की खबर सुनने के लिए परेशान रहता है कि मोदीजी बताइये ना कितना आया.

मोदी ने कहा कि हमारे देश में किसी चीज की कमीं नहीं है, देश को आगे बढाने के लिए हर प्रकार की संभावनाएं हैं, हर प्रकार का सामर्थ्य है, उसी बात को लेकर कई महत्वपूर्ण नीतियां लेकर हम चल रहे हैं, देश विकास की नयी ऊँचाइयों को पार कर रहा है, हम सामान्य से सामान्य मानवी को साथ लेकर चल रहे हैं और उसके इतने अच्छे परिणाम मिलेंगे कि आप लोग भी लम्बे समय तक यहाँ पर रहना पसंद नहीं करेंगे.

कांग्रेस के 10 साल की कथा सुनाकर PM MODI ने विदेश में फिर उड़वाई कांग्रेस की जमकर हंसी, पढ़ें

pm-narendra-modi-exposed-congress-in-philipines-speech

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कांग्रेस पार्टी की बेइज्जती करवाने और हंसी उड़वाने का कोई मौका नहीं छोड़ते, खासकर विदेशों में तो वे हमेशा ही कांग्रेस के 10 साल की कथा खोलकर उसकी खूब हंसी उडवाते हैं, कल फिलीपींस में भी मोदी ने ऐसा ही किया, भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने पूर्व कांग्रेस सरकार और वर्तमान की मोदी सरकार के बीच में अंतर बताया जिसे सुनकर भारतीय समुदाय के लोगों ने जमकर तालियाँ बजायीं.

मोदी ने कांग्रेस के 10 साल की कथा बांचते हुए कहा - आपमें से जो भी लोग 20-25 साल में भारत से यहाँ आये होंगे उन्हें पता होगा, हमारे यहाँ गैस का सिलेंडर लेने को बहुत बड़ा काम माना जाता था, अगर घर में सिलेंडर आ जाय तो आस पास में ऐसा माहौल बन जाता था जैसे कि मर्सडीज गाड़ी आयी हो. (यह सुनकर लोग हंसने लगे), गैस सिलेंडर लेना बहुत बड़ी उपलब्धि मानी जाती थी.

मोदी ने आगे कहा - हमारे देश में गैस का कनेक्शन इतनी बड़ी चीज हुआ करती थी कि पार्लियामेंट के मेंबर को 25 कूपन मिलते थे और वे साल भर में अपने क्षेत्र के लोगों को 25 सिलेंडर उपलब्ध करवाते थे, उन कूपनों का वे लोग क्या करते थे यह मैं बताना नहीं चाहता, अख़बारों में आता था.

मोदी ने बताया - आपको याद होगा 2014 में जब लोकसभा चुनाव हुआ तो उस समय एक तरफ बीजेपी थी और दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी थी, कांग्रेस पार्टी की एक मीटिंग हुई, देश इन्तजार कर रहा था कि शायद मीटिंग में तय होगा कि कांग्रेस किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी, शाम को मीटिंग के बाद कांग्रेस की प्रेस कांफ्रेंस हुई तो उस प्रेस कांफ्रेंस में कहा गया कि अगर हम 2014 का लोकसभा चुनाव जीतेंगे तो साल भर में 9 की जगह 12 सिलेंडर देंगे. मतलब 9 सिलेंडर कि 12 सिलेंडर, इस मुद्दे पर कांग्रेस चुनाव लड़ रही थी, यानी 2014 तक सोच का यही दायरा था और देश भी ताली बजाता था कि बहुत अच्छा, बहुत अच्छा, 9 के 12 मिल जाएंगे.

मोदी ने अपनी सरकार के बारे में बताते हुए कहा कि - हमने आने के बाद लोगों से सब्सिडी छोड़ने की अपील की, करोड़ों लोगों ने सब्सिडी छोड़ी लेकिन हमने इसे खजाने में नहीं डाला, हमने तीन करोड़ परिवारों को मुफ्त में गैस कनेक्शन दे दिया है और पांच करोड़ तक सिलेंडर पहुँचना है, भारत में 25 करोड़ परिवार हैं जिसमें से हम 5 करोड़ परिवारों को मुफ्त में गैस सिलेंडर दे रहे हैं.

मोदी ने घोटालों की कथा बताते हुए कहा कि - सिलेंडर की सब्सिडी जाती थी जिससे लगता था कि लोगों का भला होता होगा, मैंने आकर सिलेंडर को आधार से जोड़ दिया, उसके बाद हमें पता चला कि ऐसे ऐसे लोगों को भी सब्सिडी जाती थी जो पैदा ही नहीं हुए हैं, लेकिन मैंने आकर उसपर ताला लगा दिया.

मोदी ने कहा कि मैंने कोई बड़ा काम नहीं किया, मैंने बस इतना किया कि जो झूठे और भूतिया लोग हैं तो पैदा ही नहीं हुए हैं उनको सब्सिडी ना मिले, उसका परिणाम यह हुआ कि 57 हजार करोड़ रुपये बच गए. ये 57 हजार करोड़ रुपये हर साल जाते थे, ये पैसे जिन लोगों के पास जाते थे उनको मोदी कैसे लगेगा, वो मेरी फोटो निकालने के लिए आएगा क्या, वो मोदी को पसंद करेगा क्या.

मोदी ने पूछा - काम करना चाहिए या नहीं, देश में बदलाव आना चाहिए या नहीं आना चाहिए, कठोर निर्णय करना चाहिए या नहीं करना चाहिए, देश को आगे ले जाना चाहिए या नहीं, आप लोगों को मैं विश्वास दिलाता हूँ कि जिस मकसद के लिए मुझे देश ने चुना है उस मकसद को पूरा करने में मैं कोई कोर कसर नहीं छोडूंगा.

अब लोगों ने गंभीरता से शुरू किया फिल्म पद्मावती के खिलाफ प्रदर्शन, भंसाली की खैर नहीं अब

protest-increased-against-film-padmavati-in-difference-states-news

नई दिल्ली: फिल्म पद्मावती पर विवाद बढ़ता जा रहा है, अब तक लग रहा था कि लोग इसे हलके फुल्के ले रहे हैं और विवाद बढ़ने से भंसाली का फायदा अधिक होगा लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि लोगों ने सीरियसली फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया है। देश के अलग-अलग हिस्सों में आज भी फिल्म पर बैन की मांग को लेकर प्रदर्शन किये जा रहे हैं। चित्तौड़गढ़, जयपुर, पटना, भोपाल और गुजरात में जगह जगह फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है। 

मेवाड़ के पूर्व राजघराने के सदस्य और पद्मिनी के वंशज विश्वराज सिंह का कहना है कि रानी पद्मिनी पर आधारित फिल्म ‘पद्मावती’ में इतिहास को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत किया गया है जो स्वीकार नहीं है. रानी के वंशजों ने विरोध में प्रधानमंत्री को चिट्ठी भी लिखी है। 

वहीं गुजरात में इस फिल्म के बैन को लेकर बड़ा प्रदर्शन चल रहा है। न्यूज़ एजेंसियों के मुताबिक़ इस प्रदर्शन में बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद्, करणी सेना के सैकड़ों लोग हिस्सा ले रहे हैं। लोगों की खुली चेतावनी है कि संजय भंसाली ने इतिहास से छेड़छाड़ की है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

बहुत मंहगा पड़ सकता है राहुल गाँधी का यह ट्वीट, गुजरात में कर सकता है कांग्रेस को पूरा बर्बाद

rahul-gandhi-will-do-gst-1-slab-18-parcent-from-modi-sarkar-5-slab

अगर केंद्र में कांग्रेस की सरकार बन गयी तो गरीब लोग भूखे मर जाएंगे, आम आदमी का जीना मुश्किल हो जाएगा, लोग मंहगाई से परेशान हो जाएंगे, सभी देशवासियों की थाली मंहगी हो जाएगी क्योंकि राहुल गाँधी प्रधानमंत्री बनने के बाद देश में सिर्फ एक टैक्स लगाएंगे वो भी 18 परसेंट. मतलब दूध, आटा, दाल, सब्जियां, अंडे, पनीर, गुड़, नमक पर मोदी सरकार कोई टैक्स नहीं ले रही है इन्हीं चीजों पर राहुल गाँधी 18% टैक्स लगाएंगे, हाँ राहुल गाँधी के राज में कारें और बीडी सिगरेट जरूर सस्ता हो जाएगा क्योंकि कारों का टैक्स स्लैब 28 परसेंट से कम करके राहुल गाँधी 18% में कर देंगे.

आज राहुल गाँधी ने खुद इस बात की जानकारी दी. उन्होंने कहा - भारत को गब्बर सिंह टैक्स नहीं, सरल GST चाहिए। कांग्रेस और देश की जनता ने लड़कर कई वस्तुओं पर 28% टैक्स ख़त्म करवाया है। 18% CAP के साथ एक रेट के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा। अगर भाजपा ये काम नहीं करेगी, तो कांग्रेस करके दिखाएगी


आज यह ट्वीट करके राहुल गाँधी ने देश के साथ बहुत बड़ा वादा किया है लेकिन गरीबों को बहुत बुरी खबर सुनायी है क्योंकि राहुल गाँधी की सरकार में खाने पीने के सभी सामान मंहगे हो जाएंगे, मोदी सरकार ने खाने पीने के अधिकतर सामानों पर कोई टैक्स नहीं लगाया है, कुछ पर सिर्फ 5-12 फ़ीसदी टैक्स लगाया है लेकिन राहुल गाँधी सभी चीजों पर 18% टैक्स लगाएंगे जिससे ना सिर्फ मंहगाई बढ़ेगी बल्कि गरीबों का जीना मुश्किल हो जाएगा क्योंकि राहुल के राज में आटे से लेकर दाल, अंडे, दूध, घी, नमक, गुड़, पनीर सब कुछ मंहगा हो जाएगा।

मोदी के GST से फायदा राहुल की GST से नुकसान, पढ़ें कैसे

मोदी ने GST के अंतर्गत वस्तुओं को पांच श्रेणी में रखा है, जबकि राहुल गाँधी सभी चीजों को एक ही स्लैब में रखेंगे। मोदी कई चीजों पर कोई टैक्स नहीं ले रहे हैं जिनमें खाने पीने की चीजें शामिल हैं जबकि राहुल गाँधी सभी चीजों पर 18 फ़ीसदी टैक्स लगाएंगे।

1. टैक्स स्लैब 0 परसेंट

दूध, अंडे, दही, लस्सी, खुला अनाज,, आटा, खुला पनीर, मैदा, खुली हनी, प्रसाद, ताजी सब्जियां, नमक, झाडू, शिक्षा, स्वास्थय आदि चीजों पर मोदी सकरार कोई टैक्स नहीं लगा रही है लेकिन राहुल गाँधी 18 फ़ीसदी टैक्स लगाएंगे।

2. टैक्स स्लैब 5 परसेंट

चीनी, चाय, खाने का तेल, पैक्ड पनीर, डोमेस्टिक एलपीजी, काजू, कोयला, दवाइयाँ, कॉफ़ी, अगरबत्ती, चटाई, कपडे, जूते-चप्पल, दूध पाउडर, केरोसीन तेल, मसाले, फैब्रिक, मिठाई आदि. इन सब चीजों पर मोदी सरकार सिर्फ 5 फीसदी टैक्स ले रही है लेकिन राहुल गाँधी 18% टैक्स लगाएंगे।

3. टैक्स स्लैब 12 परसेंट

बटर, घी, बादाम, फ्रूट जूस, पैकेड कोकोनट वाटर, कंप्यूटर, प्रोसेस्ड फ़ूड, मोबाइल, छाता, अचार-पापड आदि पर मोदी सरकार सिर्फ 12 फ़ीसदी टैक्स ले रही है लेकिन राहुल गाँधी 18% टैक्स लेंगे।

4. टैक्स स्लैब 18 परसेंट

हेयर आयल, टूथपेस्ट, साबुन, पास्ता, कॉर्न फलैक्स, सूप्स, प्रिंटर, कंप्यूटर, टॉयलेट के सामान, Ice-creem, प्रिंटर, कैपिटल गुड्स आदि पर राहुल गाँधी और मोदी 18% टैक्स लेंगे।

5. टैक्स स्लैब 18 परसेंट

छोटी कारें, AC, फ्रिज, मंहगी कारें, बीडी, सिगरेट, स्पोर्ट बाइक पर मोदी सरकार 28 फ़ीसदी टैक्स ले रही है लेकिन राहुल गाँधी सिर्फ 18 परसेंट टैक्स लेंगे, मतलब राहुल को चुनने से कार खरीदने वालों को फायदा होगा, बीड़ी सिगरेट पीने वालों को फायदा होगा।

मोदी राज आते ही फिर से इसाई लोग अपना रहे हैं हिन्दू धर्म

after-modi-sarkar-in-india-isai-re-converting-to-hindi-dharma

पिछली यूपीए सरकार के कार्यकाल में जिस गति से निर्धनों को तरह-तरह के प्रलोभन देकर ईसाई बनाया गया था, आज उसी गति से ईसाई धर्म में बड़े पैमाने पर भेदभाव से परेशान कई दलित परिवार दोबारा हिंदू धर्म अपना रहे हैं। 

स्मरण हो, पिछली सरकार के चलते रोहिणी दिल्ली के होटल रॉयल में हर रविवार को ईसाईकरण का धंधा चल रहा था, जिसका वहां के स्थानीय लोगों द्वारा विरोध करने पर पुलिस ने उन्ही पर नकेल कसनी शुरू कर दी थी, लेकिन प्रभावी नेताओं के आगे पुलिस ने अपनी नौकरी बचाने के लिए समझौता नीति को अपनाकर मामले को शान्त किया। लेकिन केन्द्र में सत्ता परिवर्तन होते ही, इस काम पर विराम लग गया। 

मीडिया निर्धन दलितों द्वारा हिन्दू धर्म छोड़ इस्लाम या ईसाई धर्म अपनाए जाने पर हिन्दू धर्म गुरुओं को तो कटघरे में खड़ा करने का साहस कर सकता है, लेकिन दलितों के नाम पर बनायीं पार्टियों के प्रधानों को कटघरे में खड़ा करने का साहस नहीं कर पाता। क्यों नहीं इन पार्टियों के विरुद्ध मुहिम चलाई जाती? क्या इन पार्टियों का गठन केवल उनका और उनके समर्थकों का उत्थान करने के लिए हुआ है? 

ये ट्रेंड सबसे ज्यादा दक्षिण भारत के राज्यों केरल और तमिलनाडु में देखा जा रहा है। जहां तक केरल की बात है यहां बड़े पैमाने पर दलित परिवारों ने हिंदू धर्म में वापसी की है। केरल सरकार के गजट में जारी आंकड़ों के मुताबिक 2015 में 1335 लोगों ने आधिकारिक तौर पर अपने धर्म बदले, जिनमें से 660 ईसाई थे, जिन्होंने वापस हिंदू धर्म को अपनाया है। इनमें से ज्यादातर वो परिवार हैं जिन्होंने बीते एक दशक में ईसाई मिशनरियों के असर में आकर धर्मांतरण कर लिया था। केरल में धर्म बदलने के बाद उसे कानूनी जामा पहनाने के लिए गजट नोटिफिकेशन छपवाना जरूरी होता है।

अक्सर मीडिया की सहायता से हमारे छद्दम धर्म-निरपेक्ष नेता हिन्दू धर्म में भेदभाव को अपने वोट-बैंक के लिए खूब शोर मचाते हैं, जबकि हिन्दू धर्म से कहीं अधिक भेदभाव दूसरे धर्मों में है, जो किसी को दिखाई नहीं देता। प्रमाण देखिए: हिन्दू, सिख, जैन एवं अन्य दूसरे सभी हिन्दुओं के पूजा स्थल अलग जरूर हैं, किसी को किसी के पूजा स्थल पर जाने की पाबन्दी नहीं, शमशान घाट एक ही है। लेकिन ईसाई एवं मुस्लिम समाज में कितना भेदभाव है किसी को दिखाई नहीं देता, यहाँ आकर सभी सूरदास बन जाते हैं। ये दोनों समाज केवल इस्लाम एवं ईसाईयत के नाम पर ही एक होते हैं। अन्यथा कब्रिस्तान अलग-अलग हैं, क्यों? 

तेजी से बढ़ रही है ‘घर वापसी’

केरल सरकार के 2016 के आंकड़ों पर नजर डालें तो यह चलन साल-दर-साल बढ़ रहा है। 2016 के जुलाई महीने तक केरल में 780 धर्मांतरण रजिस्टर किए गए थे। इनमें से 402 ईसाई से हिंदू बनने के मामले थे। देश में कुल ईसाई आबादी का 95 फीसदी दलित जातियों के लोग हैं, जिन्होंने धर्मांतरण करके ईसाई धर्म अपनाया था। लेकिन उन्हें न तो किसी किस्म के धार्मिक अधिकार मिले न ही सामाजिक समानता ही हासिल हुई। यह पाया जा रहा है कि सबसे ज्यादा भेदभाव ईसाई धर्म में ही है। केरल में जुलाई 2016 से पहले के 19 महीनों में सबसे ज्यादा 1189 ईसाइयों ने धर्मांतरण किया। इसके बाद हिंदुओं की संख्या आती है जिनके 840 लोगों ने धर्म बदला। इनमें सबसे ज्यादा लव जिहाद के मामले रहे। जबकि 85 लोगों ने इस्लाम को छोड़ा। इस्लाम छोड़ने वालों की संख्या इसलिए कम है क्योंकि ऐसा करने वालों को हत्या का डर रहता है।

दलितों के साथ हुआ धोखा

केरल के कन्वर्टेड ईसाइयों के संगठन के पदाधिकारी एन रवींद्रन का कहना है कि “ईसाई बने दलितों की स्थिति बेहद खराब है। जब हम हिंदू थे तो बेहतर स्थिति में थे। हम ईसाई बनने के बावजूद दलित और अछूत हैं।” उनका कहना है कि “हमें शिक्षा में मदद और नौकरियों में एक फीसदी आरक्षण के अलावा कुछ भी नहीं मिलता। जबकि हिंदू दलितों को अनुसूचित जाति होने के कारण शिक्षा से लेकर मकान, शादी और इलाज तक में सरकारी मदद मिलती है।” ज्यादातर लोगों का कहना है कि ईसाई बनने के बाद जब लोगों ने पाया कि उनकी समाजिक और आर्थिक स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया तो उन्होंने वापस हिंदू धर्म अपनाना ही बेहतर समझा। क्योंकि उनसे दूसरे ईसाई शादी वगैरह के रिश्ते भी नहीं रखते। उनके साथ अत्याचार होते हैं और उसकी शिकायत भी नहीं की जा सकती।

हिंदुओं में सामाजिक सुधार तेज

दलित ईसाइयों के संगठन के पूर्व प्रमुख शिन्स पीटर का कहना है कि “लोगों में यह आम धारणा बनती जा रही है कि ईसाइयों और मुसलमानों के मुकाबले हिंदू समाज में सामाजिक बदलाव आसानी के साथ होते हैं। पहले दलितों की स्थिति खराब थी, लेकिन अब तेजी से बदलाव आया है। ऊंची जातियों की नई पीढ़ी में जातीय पूर्वाग्रह नहीं हैं। इसके उलट ईसाई और मुसलमानों में धर्मांतरण करने वाले दलितों को तुच्छ नजर से देखा जाता है।” इसके अलावा आरक्षण भी बड़ा कारण है जिससे हिंदू धर्म में रहना फायदेमंद माना जा रहा है। (आर.बी.एल निगम,वरिष्ठ पत्रकार )

घर की मुर्गी दाल बराबर, पढ़ें डोनाल्ड ट्रम्प क्या कह रहे हैं PM MODI के बारे में

donald-trump-praised-pm-narendra-modi-for-strong-work-in-india

कहते हैं घर की मुर्गी दाल बराबर. प्रधानमंत्री मोदी दुनिया में सबसे अधिक काम करने वाले प्रधानमंत्री हैं. उनके आगे पीछे कोई नहीं है, उनके पास सिर्फ काम है. काम के अलावा कुछ नहीं है. मोदी 24 घंटे में 18 घंटे काम करने वाले नेता हैं. दिन रात देश के बारे में सोचते हैं, देश को आगे ले जाने के बारे में सोचते हैं, देश को नंबर 1 बनाने के बारे में सोचते हैं.

कांग्रेस पार्टी मोदी के हर क़दमों का विरोध कर रही है, नोटबंदी का भी विरोध किया, सर्जिकल स्ट्राइक का भी विरोध किया, GST का भी विरोध किया, पत्थरबाजों पर एक्शन का भी विरोध किया, हर काम का विरोध किया.

कांग्रेस पार्टी विपक्ष में है, विपक्षी पार्टियों का काम ही होता है कि सत्ता पक्ष के हर काम में विरोध करना लेकिन कुछ लोग कांग्रेस की बातों में आकर मोदी का विरोध करना शुरू कर दिए हैं. कुछ लोगों ने नोटबंदी का भी विरोध किया, कुछ लोगों ने GST का भी विरोध किया, कुछ लोग इस बात की भी हंसी उड़ाते हैं कि मोदी दिन रात काम करता रहता है. ऐसे लोगों के लिए घर की मुर्गी दाल बराबर है लेकिन आज डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करके बता दिया कि भारत के लोग कुछ भी कहें लेकिन दुनिया मोदी को गंभीरता से ले रही है.

क्या कहा डोनाल्ड ट्रम्प ने

डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा - भारत आजादी की 70वीं वर्षगाँठ मना रहा है, यह एक स्वतंत्र लोकतंत्र है, 1 अरब से अधिक जनसँख्या के साथ यह दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है. जब से भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था को ओपन किया, इसका जबरजस्त तेजी से विकास हो रहा है, साथ ही मिडिल क्लास के विकास की संभावनाएं बहुत अधिक बढ़ रही हैं और प्रधानमंत्री मोदी देश और देश के सभी लोगों का विकास करने में सफलता के साथ काम कर रहे हैं और सफल भी हो रहे हैं.

GST की दरों में बदलाव करने के लिए चिदंबरम ने मोदी को नहीं गुजरात को दिया धन्यवाद, पढ़ें क्यों

pc-chidambaram-congratulate-gujarat-election-for-change-in-gst

कल केंद्र सरकार ने देश की जनता को मंहगाई से राहत दिलाने के लिए 178 चीजों को 28 फ़ीसदी टैक्स स्लैब से बदलकर 18 फ़ीसदी में कर दिया, पहले जिन वस्तुओं पर 28 फ़ीसदी टैक्स देना पड़ता था अब उस पर केवल 18 फ़ीसदी टैक्स देना पड़ेगा, मतलब जनता का फायदा. अब सिर्फ 50 चीजों को ही 28 फ़ीसदी टैक्स स्लैब में रखा गया है जिससे आम जनता को फर्क नहीं पड़ेगा.

केंद्र सरकार द्वारा जनता को दिए तोहफे के बाद कांग्रेसी नेता और पूर्व वित्त मंत्री PC ने मोदी सरकार पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने यह सब सिर्फ गुजरात चुनाव को ध्यान में रखते हुए किया है. उन्होंने इसके लिए मोदी को नहीं बल्कि गुजरात को धन्यवाद किया.

PC ने कहा कि देर से ही सही लेकिन मोदी सरकार ने सबक तो लिया, कांग्रेस पहले ही GST की दरों में कटौती करने के पक्ष में थी लेकिन केंद्र सरकार ने हमारी बातें नहीं मानीं, अब गुजरात चुनाव में हार का डर सताने लगा तो GST की दरों में बदलाव करना ही पड़ा.

मोदी समझ गए कि GST भाजपा को ले डूबेगी, इसलिए कर दिया सब कुछ सस्ता, सिर्फ कुछ चीजें मंहगी

modi-sarkar-changed-178-items-gst-tax-slab-from-28-parcent-to-18

चंडीगढ़, 10 नवंबर: GST वैसे तो देश के लिए बढ़िया है, इससे ना सिर्फ टैक्स देने वालों की संख्या बढ़ रही है, इनडाइरेक्ट टैक्स से भी सरकार का काफी मुनाफ़ा हो रहा है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी समझ गए कि मुनाफे का लालच पूरी भाजपा को ले डूबेगा इसलिए आज GST टैक्स स्लैब में बदलाव करके 178 से भी अधिक चीजों को सस्ता कर दिया, अब सिर्फ 50 ही चीजों को 28 फ़ीसदी के टैक्स स्लैब में रखा गया है लेकिन इससे आम आदमी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा.

 इससे पहले जब भी मंहगाई पर चर्चा होती थी तो वित्त मंत्री अरुण जेटली सिर्फ यही कहकर बात दबा देते थे कि अगर विकास चाहिए तो टैक्स तो देना ही पड़ेगा. विकास की सनक ने आम आदमी की थाली को मंहगा कर दिया था, खाने से लेकर दैनिक इस्तेमाल की सभी चीजें मंहगी हो रही थीं जिससे जनता के मन में बीजेपी के खिलाफ असंतोष पैदा हो रहा था. इसी वजह से गुजरात में कांग्रेस की ताकत बढ़ रही थी, GST से पहले कोई सोच भी नहीं सकता था कि गुजरात में बीजेपी को चुनाव जीतने के लिए इतनी ताकत लगानी पड़ेगी, लेकिन GST से फैले असंतोष की वजह से मोदी को बार बार गुजरात का दौरा करना पड़ा.

अब थक हारकर मोदी ने जेटली को टैक्स स्लैब में बदलाव करने के लिए बोल ही दिया, अब मोदी के कार्यकाल में सिर्फ डेढ़ साल बचे हैं, कहीं ऐसा ना हो कि लोग अच्छे दिन का सिर्फ इन्तजार करते रह जाँय इसलिए इतना बड़ा बदलाव करने का फैसला किया गया.

चिदंबरम ने GST काउंसिल मीटिंग के बाद की अच्छे दिन की भविष्यवाणी, होंगे कई बदलाव

p-chidambaram-predicted-shower-of-changes-post-gst-council-meet

पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने देशवासियों को खुशखबरी सुनायी है. उन्होंने बताया कि GST काउंसिल मीटिंग के बाद मोदी सरकार GST में कई बदलाव करेगी जिसकी वजह से जनता को मंहगाई से राहत मिलेगी. चिदंबरम ने यह भी कहा गुजरात चुनाव की वजह से मोदी सरकार डरी हुई है, इसलिए उनके पास GST स्लैब में बदलाव करने के अलावा और कोई आप्शन भी नहीं है.

उन्होंने कहा कि गुजरात चुनाव की वजह से केंद्र सरकार विपक्ष और अर्थशास्त्रियों की बात मानने को तैयार हो गयी है, उन्होंने अरुण जेटली को लिखे पत्र का हवाला देते हुए कहा जब तक सुधार पूरे ना कर लिए जाँय, GST पर चर्चा बंद नहीं होनी चाहिए.

पी चिदंबरम ने अपनी चिट्ठी में कहा था कि GST को लागू करने में कई खामियां हैं, सरकार को इन्हें छुपाना नहीं चहिये बल्कि इसपर चर्चा करके और विशेषज्ञों से सलाह लेकर सुधार करना चाहिए.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आज गुवाहाटी में GST काउंसिल की मीटिंग होने वाली है जिसकी अध्यक्षता वित्त मंत्री अरुण जेटली करेंगे. इस बात की चर्चा है कि केंद्र सरकार रियल स्टेट को भी GST के दायरे में लाने का मुद्दा उठाएगी, इसके अलावा कई चीजों के टैक्स स्लैब में बदलाव करके उसे 18% टैक्स स्लैब में किया जाएगा ताकि जनता को मंहगाई से राहत मिल सके.

मोदी की अर्थी जलाकर कांग्रेसियों ने BJP का कराया 2 फायदा, देश का करोड़ों का फायदा, पढ़ें कैसे

congress-protest-against-notbandi-2-benefits-of-bjp-1-benefit-india

मोदी ने पांच दिन पहले से ही रैलियों में भाषण देना शुरू कर दिया था कि 8 नवम्बर को कांग्रेसी मेरी अर्थी निकालेंगे, मेरे पुतले जलाएंगे, मुझपर गुस्सा निकालेंगे, मातम मानेंगे, दोनों हाथों से छातियाँ कूटेंगे, ऐसा इसलिए क्योंकि मैंने नोटबंदी करके कांग्रेसी नेताओं का बोरी भर भर कर रुपये निकलवा लिए, काला धन निकलवा लिया और बैंकों में जमा करने के लिए मजबूर कर दिया, इन लोगों ने पिछले 60 सालों में जो लूटा था उसे मैंने एक झटके में निकलवा लिया, इसलिए कांग्रेसी नेता मुझसे नाराज हैं.

मोदी चाहते थे कि कांग्रेसी उनके पुतले जलाएं और अर्थी निकालें, मोदी चाहते थे कि कांग्रेसी खूब धरना प्रदर्शन करें, खूब गुस्सा निकालें, खूब विरोध करें, खूब रैलियां निकालें ताकि देश के लोग इसे देखें और नोटबंदी की यादें ताजा हो जाएं.

मोदी जो चाहते थे कांग्रेसी नेताओं ने वही किया और नोटबंदी की यादें ताजा करा दीं, कांग्रेसी नेता मोदी के जाल में बुरी तरह से फंस गए, मोदी तो यही चाहते थे, कांग्रेस के बारे में देशवासियों को यह सन्देश देना चाहते थे कि ये लोग कालाधन समर्थक हैं, कालेधन पर कार्यवाही के खिलाफ मातम मना रहे हैं, इन्हें भूलना मत. मोदी ने जो चाहा था वही हुआ है और इससे बीजेपी को 2 फायदा हुआ है.

पहला फायदा तो यह होगा कि हिमाचल प्रदेश में बीजेपी की पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनेगी क्योंकि मोदी ने रैलियों में खुद यह मुद्दा उठाया था और हिमाचल के लोगों को बता दिया था अगर कांग्रेसी नेता मेरी अर्थियां निकालें, मेरा शव जलाएं, मेरा पुतला जलाएं तो समझ लेना कि ये लोग कालेधन पर कार्यवाही की वजह से ही गुस्सा प्रकट कर रहे हैं. आज हिमाचल प्रदेश की जनता ने बम्पर वोटिंग करके साबित कर दिया कि वह मोदी सरकार के साथ हैं, हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर से मोदी के नाम पर वोट पड़े हैं.

बीजेपी को दूसरा फायदा यह होगा कि अब कांग्रेस के बारे में गुजरात में नकारात्मक सन्देश जाएगा, मोदी को वैसे ही गुजरात का बेटा कहा जाता है, गुजरात के कुछ लोग भले ही GST से नाराज हैं लेकिन गुजरात के बेटे की अर्थियां उठते वे लोग नहीं देख पाएंगे, उनका सेंटिमेंट जरूर आहत होता, मोदी के प्रति हमदर्दी पैदा होगी और कुछ लोग जिनके अन्दर GST के खिलाफ गुस्सा था, अब गुस्सा हट जाएगा और वे वापस बीजेपी की तरफ मुड़ जाएंगे.

तीसरा फायदा देश का हुआ है, देश भर के हजारों कांग्रेसी नेताओं ने रैलियां की, बैनर पोस्टर छपवाए, मोदी की अर्थियों का इंतजाम किया, पुतले का इंतजाम किया, सैकड़ों लोगों को पैसे दे देकर इकठ्ठा किया, उनके लिए चाय, पानी, समोसे, खाने, पीने का इंतजाम किया. कई दिनों से तैयारी की, लाखों रुपये का खर्च किया, अगर देश के 20 हजार कांग्रेसी नेताओं ने भी 1-1 लाख रुपये का खर्च किया होगा तो 20 हजार लाख रुपये आर्थिक व्यवस्था में जुड़ गए साथ ही लाखों बेरोजगार युवाओं को जेब खर्च मिल गया. इससे ना सिर्फ कालाधन निकल आया, देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई, अब GDP भी बढ़ जाएगी. मतलब एक साथ कई फायदे.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नेता लोग रैलियों, धरना-प्रदर्शन, शांतिपूर्ण हड़ताल, आदि चीजों में हजारों लाखों करोड़ रुपये खर्च करते हैं, बैनर वाले भी कमाते हैं, पोस्टर वाले भी कमाते हैं, चाय-समोसे वाले भी कमाते हैं, खाना बनाने वाले हलवाई भी कमाते हैं, रिक्शा वाले कमाते हैं, ऑटो वाले कमाते हैं, पोस्टर लगाने वाले बच्चे कमाते हैं, हर कोई कमाता है. इससे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है साथ ही छुपा हुआ धन भी निकलता है. कल भले ही मोदी की अर्थियां उठायी गयीं लेकिन उससे देश को काफी फायदा भी हुआ है, साथ ही बीजेपी को दो राज्य मिलने वाले हैं.

कांग्रेसियों ने उठायी मोदी की अर्थी तो लोग बोले, अब हराम का खाने की आदत छोडो, मेहनत करके खाओ

congress-leader-slammed-for-modi-ki-arthi-yatra-against-notbandi

फरीदाबाद, 9 नवंबर 2017: दुनिया जानती है कि नोटबंदी करके मोदी ने छुपा हुआ काला धन निकाल लिया और उसे बैंकों में जमा करने के लिए मजबूर हो गया, दुनिया ने देखा कि नोटबंदी होते ही बेईमान लोग परेशान हो गए, अपने नोट तिजोरियों ने निकालकर इधर उधर लेकर भागने लगे, दुनिया जानती है कि नोटबंदी के दौरान करोड़ों के करोड़ों नोट पकडे गए, दुनिया जानती है कि बैंकों में कारीब 4 लाख करोड़ रुपये का कलाधान जांच के घेरे में है इसके बावजूद भी कल कांग्रेसी नेताओं ने नोटबंदी के विरोध में प्रदर्शन किया.

फरीदाबाद के कांग्रेसी नेता मोदी से कुछ ज्यादा ही नाराज थे इसलिए उन्होंने मोदी की अर्थी उठा ली, उन्हें जीते जी मार दिया, उनका शव फूंककर अपना गुस्सा प्रकट किया, कांग्रेसियों ने सोचा कि लोग खुश होंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ, उन्होंने लोगों को और नाराज कर दिया. 

लोगों ने सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेताओं के खिलाफ जमकर गुस्सा प्रकट किया, कई लोगों ने कहा कि कांग्रेसी नेताओं को अब हराम का खाने की आदत छोड़ देनी चाहिए और मेहनत करके खाना चाहिए, कई लोगों ने कांग्रेस को बेशर्म लोग बताया।

congress-slammed-for-protest-against-modi

अजीब हैं कांग्रेसी नेता, नोटबंदी पर मोदी का विरोध भी कर रहे हैं, जमकर खीर भी बाँट रहे हैं

protest-against-notbandi-and-modi-congress-exposed

आज नोटबंदी हुए एक साल पूरे हो गए, पूरे देश में कांग्रेसी नेता नोटबंदी और मोदी के विरोध में काला दिवस मना रहे हैं, इस अवसर पर कांग्रेसी नेता काली पट्टी बांधकर रैलियां और विरोध प्रदर्शन निकाल रहे हैं.

आज फरीदाबाद में भी कांग्रेसियों ने विरोध प्रदर्शन किया. हैरान करने वाली बात ये है कि कई जगह युवा काली पट्टी बांधकर खीर खाते हुए भी दिखे, ऐसा लग ही नहीं रहा था कि ये लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, कुछ युवक ऐसे भी थे जिनका पता ठिकाना भी नहीं था.

जब उनसे पूछा गया कि आप कहाँ रहते हैं तो वे ठीक से अपना पता भी नहीं बता पाए, कहा कि कारोबार करने आये हैं, नोटबंदी की वजह से कारोबार चौपट हो गया इसलिए मोदी के विरोध में रैलियां निकालेंगे, यह कहते हुए युवक हंसने लगे.

funny-protest-against-modi-notbandi

अब सवाल यह उठता है कि अगर नोटबंदी से कारोबार चौपट हो गया है तो खीर कहाँ से आ रही है, इस प्रकार से हंसी कैसे आ रही है, दुःख में हंसी कैसे आ सकती है. यह तो सिर्फ दिखावा लग रहा है लेकिन इतना जरूर है कि मोदी की वजह से युवाओं को खीर जरूर खाने को मिल रही है. देखें VIDEO.