कासगंज: कासगंज कांड पर तमाम हिन्दू राष्ट्रवादी नेता भड़के हुए हैं, अमित जानी ने भी इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है हालाँकि उन्होंने प्रदेश की योगी सरकार पर भरोसा भी जताया है, अमित जानी ने कासगंज के लोगों को सन्देश दिया है कि आपको डरने की जरूरत नही है. भरोसा रखो कि प्रदेश में योगी सरकार है और आपको न्याय जरुर मिलेगा. अपने मुख्यमंत्री पर भरोसा रखो.
आपकी जानकारी के लिए बता दें की गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा में मुस्लिम पक्ष ने हिन्दू पक्ष पर पत्थरबाजी और गोलीबारी कर दी थी जिसमें चन्दन गुप्ता की मौत हो गयी. इस घटना की खबर सुनकर अमित जानी ने नाराजगी व्यक्त की.
अमित जानी ने कहा कि हम लोग जब भगवा झंडा लेकर चलते थे तो सम्प्रदाय विशेष के लोग कहा करते थे कि हमारे देश को भगवा और हरे में मत बांटों. हमारे छत पर तिरंगा रहने दो और कल जो कासगंज में घटना हुयी है. उसमें केवल तिरंगे की ही बात थी, कल कोई हिन्दू दिवस भी नही था, कल गणतंत्र था. इसलिए हिंदुस्तान का हर राष्ट्रवादी नौजवान तिरंगा झंडा हाथ में लेकर अमर शहीदों के सम्मान के लिए, देश के सम्मान के लिए और संविधान के सम्मान के लिए सड़कों पर तिरंगा लेकर उतरे थे.
आपकी जानकारी के लिए बता दें की गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा में मुस्लिम पक्ष ने हिन्दू पक्ष पर पत्थरबाजी और गोलीबारी कर दी थी जिसमें चन्दन गुप्ता की मौत हो गयी. इस घटना की खबर सुनकर अमित जानी ने नाराजगी व्यक्त की.
अमित जानी ने कहा कि हम लोग जब भगवा झंडा लेकर चलते थे तो सम्प्रदाय विशेष के लोग कहा करते थे कि हमारे देश को भगवा और हरे में मत बांटों. हमारे छत पर तिरंगा रहने दो और कल जो कासगंज में घटना हुयी है. उसमें केवल तिरंगे की ही बात थी, कल कोई हिन्दू दिवस भी नही था, कल गणतंत्र था. इसलिए हिंदुस्तान का हर राष्ट्रवादी नौजवान तिरंगा झंडा हाथ में लेकर अमर शहीदों के सम्मान के लिए, देश के सम्मान के लिए और संविधान के सम्मान के लिए सड़कों पर तिरंगा लेकर उतरे थे.
लेकिन उन लोगों को लगा की हमारे होते हुए इस देश में तिरंगा झंडा कैसे फहराया जा सकता है. हिंदुस्तान जिंदाबाद कैसे कहा जा सकता है. वन्दे मातरम कैसे बोला जा सकता है. कासगंज में चन्दन को मौत के घाट उतारने वाले ये वही लोग हैं. जो कहते हैं हमारे गले पे छुरी रख दो तो भी हम वन्दे मातरम नहीं बोलेंगें.
अमित जानी ने बताया कि वन्दे मातरम बोलने पर अंग्रेज भी इस तरह कत्लेआम नही करते थे, वो सिर्फ मुकदमा ही लगाते थे. उन्होंने बताया की कासगंज की घटना ने एक बार फिर मुज्जफरनगर घटना की याद ताजा कर दी है.
चन्दन गुप्ता की जान लेने वालों को अमित जानी ने कहा - किसी की जान लेकर अपने आप पर गर्व मत करो क्योंकि जिस लंका में माँ सीता का अपमान हुआ था, वो लंका सोने की थी लेकिन भस्म हो गयी. तुमने भारत माँ के टुकड़े किये, पाकिस्तान के झंडे फहरा के भारत माता का अपमान किया है.
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