शहजाद ने राहुल गाँधी के खिलाफ बोला तो भाई तहसीन बोले, मेरी पीठ में छूरा घोंपा, सभी रिश्ते ख़त्म

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कांग्रेस में वंशवाद की राजनीति पर दो भाई आमने सामने आ गए हैं, बात इतनी बिगड़ गयी कि दोनों भाइयों के बीच रिश्ता ही ख़त्म हो गया. हम बात कर रहे हैं शहजाद पूनावाला और तहसीन पूनावाला की, दोनों सगे भाई हैं. कल शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस की वंशवाद की राजनीति और राहुल गाँधी पर करारा हमला बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को धांधली बताया क्योंकि इस पद के लिए राहुल गाँधी को पहले ही फिक्स कर लिया गया है. जब पहले ही मैच फिक्स है तो चुनाव कैसा, यह तो सिर्फ धांधली है.

उन्होंने कहा कि मेरी सूचना के अनुसार जो भी प्रतिनिधि मतदान में शामिल होने वाले हैं वह फिक्स हैं, यह तो सरासर धांधली है, उन्हें उनकी वफादारी के लिए नियुक्त किया गया है. वह तो वही करेंगे जो उन्हें करने के लिए कहा जाएगा.

तहसीन पूनावाला को यह बात चुभ गयी, उन्होंने तुरंत ट्विटर पर अपने भाई शहजाद पूनावाला से सभी रिश्ते ख़त्म करते हुए ट्वीट किया - मैं अपने भाई शहजाद पूनावाला से आधिकारिक रूप से सभी रिश्ते ख़त्म कर रहा हूँ, मैं इससे पहले इतना दुखी कभी नहीं हुआ, हम बीजेपी को हराना चाहते हैं, उसनें अच्छा नहीं किया, मैं बहुत बहुत दुखी हूँ, मेरी पीठ में छूरा घोंप दिया गया है.

उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा - हमें बीजेपी को हराने के लिए राहुल गाँधी के हाथ मजबूत करने की जरूरत है, मैं शहजाद से मौत तक प्यार करता रहूँगा, मैंने उन्हें अपने पुत्र समान समझा था लेकिन उन्होंने मेरी पीठ में छूरा घोंप दिया, राहुल गाँधी को गुजरात में फोकस करना चाहिए, मेरा अपने भाई से कुछ भी लेना देना नहीं है, मैं दुखी हूँ.

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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शहजाद पूनावाला महाराष्ट्र कांग्रेस के सचिव हैं और टीवी पर कांग्रेस के समर्थन में अपनी बात रखते रहे हैं लेकिन आज उनका जमीर जाग गया और उन्होंने वंशवाद पर हमला कर दिया, उन्होंने कहा कि योग्यता के आधार पर कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने का मौका मिलना चाहिए, क्या मैं गलत हूँ. उन्होंने कहा कि मैं वंशवाद का समर्थन नहीं करता, एक परिवार में सिर्फ एक सदस्य को टिकट दिया जाना चाहिए. योग्यता के आधार पर अध्यक्ष पद का चुनाव होना चाहिए.
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