औरंगजेब ने लाखों हिन्दुओं को मुस्लिम बना दिया, भंसाली इसपर फ़िल्म क्यों नहीं बनाता: सूरजपाल अमू

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कल दिग्गज राजपूत नेता सूरजपाल अमू ने विवादित फिल्म पद्मावती की रिलीज का विरोध करने के लिए फरीदाबाद में एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया. जब उनसे पूछा गया कि अभी पद्मावती फिल्म को सेंसर बोर्ड ने पास नहीं किया है, अगर इसे पास कर दिया तो क्या आप विरोध करना बंद कर देंगे, इसके जवाब में सूरजपाल अमू ने कहा कि हम पद्मावती फिल्म को देखना ही नहीं चाहते इसलिए हम उसे रिलीज ही नहीं होने देंगे.

उन्होंने कहा कि हम दीपिका पादुकोण को महारानी पद्मावती के रोल में देख ही नहीं सकते, वह यह रोल करने लायक ही नहीं हैं, हम महारानी पद्मावती को पूजते हैं, उन्हें देवी मानते हैं, पद्मावती फिल्म देखने के बाद जब लोग सिनेमाघरों से निकलेंगे तो उनके मन में महारानी पद्मावती का जब भी ख्याल आएगा तो दीपिका पादुकोण का चेहरा उनकी आँखों में आएगा, उदाहरण के लिए हमने श्री राम को नहीं देखा लेकिन जब भी श्री राम का ख्याल आता है तो रामायण में राम का रोल करने वाले अरुण गोविल जी का आता है.

उन्होंने कहा कि भंसाली को महारानी पद्मावती पर फिल्म बनानी ही नहीं चाहिए, वह इसपर फिल्म क्यों नहीं बनाता कि औरंगजेब ने किस तरह से लाखों हिन्दुओं को जबरजस्ती मुस्लिम बना दिया, हिन्दुओं पर किस प्रकार के जुल्म होते थे, किस प्रकार से उन्हें सताया जाता था, अगर भंसाली को इतिहास पर फिल्म बनानी ही है तो इसपर बनाए, क्या उसे पद्मावती पर ही फिल्म बनानी है, हम यह फिल्म देखना ही नहीं चाहते.

उन्होंने कहा कि ये लोग अपनी फिल्मों में खलनायकों को ठाकुर दिखाते हैं, क्या सभी ठाकुर खलनायक होते हैं, क्या देश को बनाने में ठाकुरों का कोई योगदान नहीं है, देश को एक सूत्र में बाँधने के लिए हम लोगों ने अपनी अपनी रियासतें छोड़ दीं, हमने अपनी जमीन छोड़ दी, सब कुछ त्याग दिया, उसके बावजूद भी हमें चोर, गुंडा, माफिया दिखाया जाता है, आखिर ये कब तक होता रहता है.

उन्होंने बताया कि भारत का बंटवारा हुआ और 10 लाख लोगों की हत्या कर दी गयी, हिम्मत है तो इसपर फिल्म बनाओ, उनकी ह्त्या का कौन जिम्मेदार था, हिम्मत है तो यह दिखाओ, सिर्फ हिन्दू और हिन्दुओं का इतिहास ही मिलता है फिल्म बनाने के लिए.
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