कांग्रेस पार्टी के लोग मंहगे पेट्रोल का आरोप मोदी सरकार पर लगा रहे हैं लेकिन असलियत ये है कि पेट्रोल में राज्य सरकारें ज्यादा मुनाफ़ा कमा रही हैं, यही नहीं कांग्रेस शासित राज्यों में भी पेट्रोल पर 24 रुपये से अधिक वसूला जा रहा है, कांग्रेस के लोग यह तो कह रहे हैं कि मोदी सरकार ने पेट्रोल मंहगा कर दिया है लेकिन यह नहीं बता रहे हैं कि कांग्रेस सरकार भी अपने राज्यों में 24 रुपये प्रति लीटर की कमाई कर रही हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हर लीटर पेट्रोल पर 35 रुपये की बचत होती है, लेकिन पूरा 35 रूपया केंद्र सरकार के खाते में नहीं जाता, उसमें से 24 रूपया राज्य सरकार के खाते में जाता है जबकि केंद्र सरकार सिर्फ 12.46 रुपये कमाती है, लेकिन इस 12 रुपये में ही केंद्र सरकार सभी राज्यों में गरीबों को 2 रुपये में गेंहू और 1 रुपये में चावल देती है.
आपको बता दें कि भारत में दिल्ली में पेट्रोल का दाम 70.48 रुपये है, पेट्रोल तैयार होने और ट्रासपोर्ट में 35 रुपये की लागत आती है जबकि बाकी के 35 रुपये टैक्स लगाया जाता है लेकिन इस टैक्स में 24 रुपये राज्य सरकार लेती है जबकि सिर्फ 12.46 रुपये केंद्र के खाते में जाते हैं. सीधी भाषा में समझें तो दिल्ली में केजरीवाल सरकार 24 रुपये कमा रही है जबकि मोदी सरकार सिर्फ 12.46 रुपये कमा रही है लेकिन बदले में मोदी सरकार दिल्ली के गरीबों को 2 रुपये प्रति किलो गेंहू और 1 रुपये प्रति किलो चावल दे रही है.
आपको बता दें कि भारत में दिल्ली में पेट्रोल का दाम 70.48 रुपये है, पेट्रोल तैयार होने और ट्रासपोर्ट में 35 रुपये की लागत आती है जबकि बाकी के 35 रुपये टैक्स लगाया जाता है लेकिन इस टैक्स में 24 रुपये राज्य सरकार लेती है जबकि सिर्फ 12.46 रुपये केंद्र के खाते में जाते हैं. सीधी भाषा में समझें तो दिल्ली में केजरीवाल सरकार 24 रुपये कमा रही है जबकि मोदी सरकार सिर्फ 12.46 रुपये कमा रही है लेकिन बदले में मोदी सरकार दिल्ली के गरीबों को 2 रुपये प्रति किलो गेंहू और 1 रुपये प्रति किलो चावल दे रही है.
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