दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की सोशल मीडिया पर फिर से फजीहत हो रही है. उन्होंने 15 अगस्त की पूर्व संध्या पर भारत के राष्ट्रपति की नक़ल करके देश को संबोधित किया था जबकि वे सिर्फ दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं. केजरीवाल ने ऐसा जाहिर किया था जैसे कि वही भारत के राष्ट्रपति हैं और वही देश के प्रधानमंत्री हैं इसलिए उन्होंने 15 अगस्त से पहले प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की तरह सीधा देश को संबोधित कर दिया.
आज सोशल मीडिया पर उनकी जमकर धुनाई हो रही है. लोग कह रहे हैं कि केजरीवाल तो खुद को पूरे यूनीवर्स यानी ब्रह्मांड का का राजा मानता है. कई लोगों ने केजरीवाल को एक नंबर का पाखंडी बताया और कुछ ने ड्रामा पार्टी का मुखिया बताया. एक ने कहा कि केजरीवाल हमेशा मुंगेरीलाल के सपने देखते हैं, इनके हाथों में एक बार बटेर लग गया तो खुद को शिकारी समझने लगे.
एक ने कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली की जनता को एक बार ठग कर दिल्ली की सत्ता हासिल कर ली है लेकिन भविष्य में इनकी ना तो दिल्ली में दाल गलेगी और ना कहीं और.
आज सोशल मीडिया पर उनकी जमकर धुनाई हो रही है. लोग कह रहे हैं कि केजरीवाल तो खुद को पूरे यूनीवर्स यानी ब्रह्मांड का का राजा मानता है. कई लोगों ने केजरीवाल को एक नंबर का पाखंडी बताया और कुछ ने ड्रामा पार्टी का मुखिया बताया. एक ने कहा कि केजरीवाल हमेशा मुंगेरीलाल के सपने देखते हैं, इनके हाथों में एक बार बटेर लग गया तो खुद को शिकारी समझने लगे.
एक ने कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली की जनता को एक बार ठग कर दिल्ली की सत्ता हासिल कर ली है लेकिन भविष्य में इनकी ना तो दिल्ली में दाल गलेगी और ना कहीं और.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राष्ट्रपति हमारे देश की सबसे ऊंची संवैधानिक पोस्ट होती है. प्रत्येक स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति देश को संबोधित करते हैं और सभी मुद्दों पर बात करते हैं. आज तक ऐसा नहीं हुआ कि किसी मुख्यमंत्री ने देश को संबोधित किया हो. हाँ मुख्यमंत्री राज्य को जरूर संबोधित कर सकते हैं और उन्हें करना भी चाहिए लेकिन केजरीवाल शायद खुद को प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति समझते हैं इसलिए दिल्ली के बजाय सीधा देश को संबोधित करके पार्टी टाइम राष्ट्रपति का भी काम करते हैं. यह भी हो सकता है कि केजरीवाल खुद को पूरे देश का मुख्यमंत्री समझते हों.
केजरीवाल के विरोधी वैसे भी उन्हें राष्ट्रीय मुख्यमंत्री कहते हैं क्योंकि केजरीवाल दिल्ली का काम छोड़कर दूसरे राज्यों पर अधिक ध्यान देते हैं. अब शायद केजरीवाल को उनकी गैंग वाले सच में देश का मुख्यमंत्री मान बैठे हैं इसलिए उनसे ऐसे उलूल जुलूल काम करवा रहे हैं.
इससे भी हैरानी की बात यह है कि आपिये लोग सोशल मीडिया पर केजरीवाल के भाषण का ऐसे प्रचार कर रहे हैं कि जैसे कि प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति ने देश को संबोधित किया हो. अपने भाषण में केजरीवाल ने दिल्ली के बारे में कुछ नहीं बोला, सिर्फ देश के बारे में बोला, दिल्ली की किसी भी समस्या की चर्चा नहीं की, सिर्फ देश की समस्या की चर्चा की. दिल्ली वालों ने सोचा होगा कि केजरीवाल थोडा हमारी भी सुध लेंगे लेकिन केजरीवाल तो प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की नक़ल कर रहे हैं.
इससे भी हैरानी की बात यह है कि आपिये लोग सोशल मीडिया पर केजरीवाल के भाषण का ऐसे प्रचार कर रहे हैं कि जैसे कि प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति ने देश को संबोधित किया हो. अपने भाषण में केजरीवाल ने दिल्ली के बारे में कुछ नहीं बोला, सिर्फ देश के बारे में बोला, दिल्ली की किसी भी समस्या की चर्चा नहीं की, सिर्फ देश की समस्या की चर्चा की. दिल्ली वालों ने सोचा होगा कि केजरीवाल थोडा हमारी भी सुध लेंगे लेकिन केजरीवाल तो प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की नक़ल कर रहे हैं.
Post A Comment:
0 comments: