बंगाल में जिहादियों को बढ़ावा देने के लिए स्मृति ईरानी ने ममता बनर्जी को लगाई फटकार: पढ़ें

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भारतीय जनता पार्टी की फायरब्रांड नेता स्मृति इरानी ने कल दिल्ली के राजघाट पर बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ बंगाल में ममता बनर्जी के शासन के खिलाफ प्रदर्शन किया और जिहादियों को बढ़ावा देने के लिए ममता बनर्जी को जमकर फटकार लगाई. उन्होंने कहा कि बंगाल में हमारे वरिष्ठ कार्यकर्त्ता को मार दिया गया, हमारे कार्यकर्त्ता डरे हुए हैं, हम उन्हें बताना चाहते हैं कि हम हर कदम पर उनके साथ हैं, इस संघर्ष में वे अपने आप को अकेला ना समझें,  हम बंगाल को जिहादियों के चंगुल से बचाकर रहेंगे.

स्मृति ईरानी ने कहा कि बशीरघाट में लोगों ने देखा कि एक परिवार अपने प्रियजन का अंतिम संस्कार करने के लिए श्मशान की तरफ जा रहा था लेकिन जिहादियों ने उन परिवार के लोगों को पकड़कर अधिकारियों के सामने सरेआम पीटा और पुलिस अधिकारी के लोग चुपचाप खड़े होकर तमाशा देखते रहे.

स्मृति ईरानी ने कहा कि नोजिया हो, कुर्द्वान हो या हावड़ा हो अगर कोई नागरिक अपने समुदाय की गौरवलीला भी प्रदर्शित किया जाए, रामनवमी के दिन रामलला को नमस्कार करके अगर कोई शोभा यात्रा भी निकालना चाहे तो उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट का केस लगाया जाता है.

स्मृति इरानी ने कहा हम ममता बनर्जी से पूछना चाहते हैं कि जिन लोगों ने परिवारों को पीटा, भाजपा के कार्यकर्ताओं की हत्या की, दुकानों और मकानों को जलाया, अधिकारियों को धमकाया, क्या ममता बनर्जी की सरकार ने उन जिहादियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट का कोई गंभीर केस लगाया है.

स्मृति रानी ने रूपा गांगुली के हवाले से बताते हुए कहा कि आज हालात ये हैं कि मांग में सिन्दूर भरे, माथे पर बिंदी लगाए महिला अगर शाम को घर से निकलती है तो कहीं ना कहीं मन में ये संकल्प लेकर निकलती है कि अगर मेरे साथ कोई दुर्व्यवहार होगा तो या तो मैं लड़ते लड़ते अपने प्राण त्याग दूंगी या अपने घर से बाहर ही नहीं जाउंगी.

स्मृति इरानी ने कहा कि ममता बनर्जी माँ, माटी और मानुष की बात करती थी, जब वो माँ का उल्लेख करती हैं तो किस माँ का उल्लेख करती हैं, सब जानते हैं कि बंगाल में माँ दुर्गा की पूजा होती है, आपमें से शायद बहुत कम लोग जानते हैं कि आज बंगाल की राजनीतिक हालत ऐसी है कि जब माँ दुर्गा पूजा के बाद बंगाली उनकी प्रतिमा का विसर्जन करने जाते हैं तो ममता बनर्जी की सरकार कहती है कि तारीख बदल दो क्योंकि यह तारीख हमें मंजूर नहीं है. जिस माँ का वो राजनीतिक तौर पर वोट बटोरने के बाद इस्तेमाल करती हैं उस माँ की प्रतिमा का विसर्जन रोकने का पाप भी ममता बनर्जी करती हैं.

स्मृति इरानी ने कहा कि माँ के बाद ममता बनर्जी माटी की बात करती हैं, अगर TMC के किसी नेता की नजर किसी जमीन के एक छोटे से टुकड़े पर पड़ जाय तो भले ही पूरा समुदाय लहूलुहान हो जाए लेकिन वो TMC का गुंडा उस जमीन को पाने में समर्थ हो जाता है क्योंकि पूरा प्रशासन मूकदर्शक बनकर तमाशा देखता रहता है.

इसके बाद ममता बनर्जी मानुष की बात करती हैं लेकिन बंगाल की एक पुरानी विरासत है, हमने रवींद्र नाथ टैगोर के बारे में पढ़ा है, वे जब राष्ट्रभक्त गीत गाते हैं तो फक्र से सर ऊंचा करते है कि ये रवींद्र नाथ टैगोर की रचना है. जब भाजपा के कार्यकर्त्ता कश्मीर की बात करते हैं तो फक्र से करते हैं कि हमारे कार्यकर्ताओं ने वलिदान दिया इसलिए कश्मीर आज भी हमारे देश के सर का ताज है लेकिन यहाँ का मानुष सिर्फ इसलिए लड़वाया जाता है क्योंकि ममता बनर्जी को राजनीति करनी है.

स्मृति ईरानी ने कहा कि आज अगर TMC के राज में बंगाल की असलियत सुननी है तो ममता बनर्जी के राज में माँ का अपमान होता है, माटी लहूलुहान होती है और मानुष को मौत के घाट उतारा जाता है अगर वो मानुष गलती से कह देता है कि मैं हिन्दू हूँ.

स्मृति ईरानी ने कहा कि बंगाल के बीजेपी कार्यकर्ताओं के मन में एक फांस जरूर रहती है कि अगर वरिष्ठ कार्यकर्त्ता को बंगाल में मौत के घाट उतारा जाता है और न्याय नहीं मिलता तो क्या देश में कोई सुन पा रहा है कि पार्टी का झंडा फहराने के लिए हमें अपना खून बहाना पड़ता है, अब हालात ऐसे हो गए हैं कि ममता बनर्जी जिहादियों के सामने गिडगिडा रही हैं कि अब तो बंद कर दो दंगे क्योंकि पूरा देश बंगाल की तरफ देख रहा है और मुझ पर थूक रहा है.

स्मृति इरानी ने कहा कि क्या इससे बड़ा कोई प्रमाण मिल सकता है कि जिहादी तत्वों ने बंगाल को इस प्रकार से घेर रखा है कि बंगाल की मुख्यमंत्री स्वयं उनके सामने घुटने टेककर और गिडगिडाकर मदद की गुहार लगा रही हैं कि आपने बहुत दंगे किये अब तो मदद करो.

स्मृति इरानी ने कहा कि देश ने यह भी देखा है कि अगर पुलिस उन जिहादी तत्वों को रोकने का प्रयास करती है तो पूरा पुलिस स्टेशन जलाया गया है.

स्मृति ईरानी ने कहा कि बंगाली में कहा गया था 'एकला चलो रे' अगर कोई साथ ना आए तो अकेले ही चलो लेकिन भाजपा का इतिहास है कि जब जब भाजपा के कार्यकर्त्ता को ललकारा गया है या परेशान किया गया है तो पूरा भाजपा परिवार एकजुट हो गया है और कार्यकर्ताओं को हमने न्याय दिलाने का काम किया है, हम बंगाल की सच्ची परिस्थिति को राष्ट्र के सामने प्रस्तुत करेंगे और उन जिहादी ताकतों को हराने में अपनी तरफ से योगदान करेंगे जिन्होंने आज राष्ट्र को झुकाने का काम किया है.
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