आजकल पैसे वाले लोग अपने घर का काम खुद ना करके मेड को नौकरी पर रख लेते हैं, खुद आराम से सोते हैं और घर का सारा काम जैसे झाड़ू, पोछा, बर्तन मांजना, कपडे धोना इत्यादि का काम करवाते हैं, मेड रखना शहरों में पैशन बन गया है, जिसके घर में मेड नहीं होती वह खुद को दूसरों से कम समझने लगता है या उस घर की महिलायें अपने घरवालों को चैन से जीने नहीं देतीं. यही नहीं आसपास के लोग भी दूसरों का यह कहकर जीना हराम कर देते हैं कि 'आपके घर में मेड नहीं है'.
कल नॉएडा में मेड रखने वाले एक सोसाइटी के लोगों ने अपनी आँखों से मौत देखी, भगवान ने उन्हें बचा दिया वरना मेड के संगठन के लोग उनकी जान ले लेते, यानी नहीं ये लोग यह भी कह रहे थे कि इनके घर की महिलाओं को ये कर दो, इनके साथ ये करो, ये लोग पता नहीं क्या क्या बोल रहे थे, पत्थरबाजी कर रहे थे और सोसाइटी वालों को मार देना चाहते थे.
यह घटना नॉएडा के सेक्टर 78 की महागुन सोसाइटी की है, यहाँ के एक फ्लैट में रहने वाले हर्षद शेट्टी पर मेड ने आरोप लगा दिया कि उन्होंने मेड को दो दिनों तक बंधक बनाए रखा, उसे मारा पीटा और उसके कपडे भी फाड़ दिए जबकि फ्लैट में रहने वालों ने बताया कि ये सभी आरोप गलत हैं, मेड ने 10 हजार रुपये चुराए थे, उसनें चोरी की बात कबूल भी कर ली थी जिसके बाद हर्षद ने उसे नौकरी से निकाल दिया था, इसके बाद मेड नाराज हो गयी और अपने समर्थकों को बुला लिया, करीब 500 मेड का ग्रुप सोसाइटी में आया और गेट तोड़ने लगा, कई लोग अन्दर पहुँच गए और हर्षद मेहता के साथ मारपीट शुरू कर दी, ये लोग उन्हें मार डालना चाहते थे, महिलाओं की अस्मत लूटने की बात कर रहे थे.
अपनी जान बचाने के लिए हर्षद मेहता और उनके बच्चों ने खुद को बाथरूम में बंद कर लिया, करीब दो घंटे ये लोग बाथरूम में बंद रहे, इसके बाद पुलिस आयी तो भीड़ को बाहर निकाला वरना ये लोग महिलाओं की इज्जत लूट लेते और पूरे परिवार को ख़त्म कर देते.
अब इस सोसाइटी वाले कह रहे हैं कि हम खुद अपने हाथों से काम कर लेंगे लेकिन बांग्लादेशी मेड यानी नौकरानियों को नौकरी पर नहीं रखेंगे, मेड को चोरी करते हुए पकड़ना भी उनके लिए गुनाह हो गया, कल उन्होंने अपनी आँखों से मौत देखा, चोरी पकडे जाने के बाद नौकरानी ने खुद ही अपने कपडे फाड़ लिए और आरोप मालिक पर लगा दिया, अपने 500 साथियों को ले आयी और हमला करवा दिया.
अपनी जान बचाने के लिए हर्षद मेहता और उनके बच्चों ने खुद को बाथरूम में बंद कर लिया, करीब दो घंटे ये लोग बाथरूम में बंद रहे, इसके बाद पुलिस आयी तो भीड़ को बाहर निकाला वरना ये लोग महिलाओं की इज्जत लूट लेते और पूरे परिवार को ख़त्म कर देते.
अब इस सोसाइटी वाले कह रहे हैं कि हम खुद अपने हाथों से काम कर लेंगे लेकिन बांग्लादेशी मेड यानी नौकरानियों को नौकरी पर नहीं रखेंगे, मेड को चोरी करते हुए पकड़ना भी उनके लिए गुनाह हो गया, कल उन्होंने अपनी आँखों से मौत देखा, चोरी पकडे जाने के बाद नौकरानी ने खुद ही अपने कपडे फाड़ लिए और आरोप मालिक पर लगा दिया, अपने 500 साथियों को ले आयी और हमला करवा दिया.
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