एक साल पहले देश में एक फिल्म रिलीज हुई थी जिसका नाम था उड़ता पंजाब, इस फिल्म में पंजाब में ड्रग की समस्या के बारे में दिखाया गया था और उस समय की अकाली दल सरकार को ड्रग समस्या का जिम्मेदार ठहराया गया था. कांग्रेस वाले उस समय ख़ुशी से नाच रहे थे ऐसा इसलिए क्योंकि फिल्म में अकाली दल सरकार को दोष जिए जाने से कांग्रेस पार्टी को पंजाब चुनाव में अपनी जीत दिखाई दी थी और उनकी जीत हुई भी.
उस समय अकाली दल वालों ने फिल्म का विरोध किया था तो कांग्रेसियों ने कहा था कि अकाली दल वाले अनुराग कश्यप की अभिव्यक्ति की आजादी छीनना चाहते हैं, लेकिन आज खुद कांग्रेसी ही इंदु सरकार का विरोध कर रहे हैं और फिल्म के निर्देशक मधुर भंडारकर की अभिव्यक्ति की आजादी छीन रहे हैं.
आपको बता दें कि उड़ता पंजाब फिल्म की रिलीज से पहले ऐसी खबर आयी थी कि यह फिल्म कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की फंडिंग से बनी है, फिल्म ने रिलीज के बाद पंजाब में अकाली दल के खिलाफ जबरजस्त माहौल बनाया और चुनाव में लोगों ने अकाली दल को सबक सिखाने के लिए आप और कांग्रेस पार्टी को जमकर वोट दिया. उड़ता पंजाब फिल्म की मदद से कांग्रेस और आप ने मिलकर पंजाब से अकाली दल सरकार को उड़ा दिया.
अब बात आती है फिल्म इंदु सरकार की, उड़ता पंजाब फिल्म के समय ये लोग ख़ुशी से नाच रहे थे क्योंकि यह फिल्म उनके लिए अच्छी थी और अच्छी साबित भी हुई लेकिन इंदु सरकार का ये लोग इसलिए विरोध कर रहे हैं क्योंकि यह फिल्म इमरजेंसी पर बनी है, फिल्म में इंदिरा गाँधी और संजय गाँधी को तानाशाह के रूप में दिखाया गया है जिसे कांग्रेसी पचा नहीं पा रहे हैं इसलिए विरोध कर रहे हैं, कई कांग्रेसी नेताओं ने मधुर भंडारकर को आरएसएस और बीजेपी का एजेंट बताना शुरू कर दिया है.
कई कांग्रेसी नेता फिल्म के निर्माता मधुर भंडारकर को मारने पीटने की बात भी कर रहे हैं, कई लोगों ने उनका मुंह काला करने के लिए ईनाम भी घोषित कर दिया है. अपने ऊपर खतरा मंडराते देखकर आज मधुर भंडारकर कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गाँधी से पूछा है कि आप हमेशा अभिव्यक्ति की आजादी की बात करते रहते हैं तो मेरी अभिव्यक्ति की आजादी क्यों छीन रहे हैं आप.
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