New Delhi: यह खबर पढ़कर आपका दिमाग हिल जाएगा और आप सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि आखिर किसान आन्दोलन सिर्फ बीजेपी शासित राज्यों में क्यों हो रह है, किसानों के हिंसक आन्दोलन के पीछे कौन कौन सी शक्तियां हैं, क्या सिर्फ मोदी और बीजेपी शासित राज्यों में ही किसान हैं. आज सिर्फ तीन राज्यों में किसान आन्दोलन हो रहे हैं, महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्य प्रदेश, हो सकता है हरियाणा में भी किसान आन्दोलन शुरू हो जाए क्योंकि यहाँ पर भी बीजेपी की सरकार है.
बिहार में क्यों नहीं हो रहा किसान आन्दोलन
अब आप सोचिये, बिहार में JDU, RJD और कांग्रेस गठबंधन की सरकार है लेकिन वहां पर कोई भी किसान आन्दोलन नहीं हो रहा है, क्या बिहार के किसान बहुत खुशहाल हैं, क्या बिहार में किसानों को उनकी फसलों के सही दाम मिल रहे हैं, सच तो यह है कि बिहार के किसान देश में सबसे अधिक परेशान हैं लेकिन यहाँ पर किसान आन्दोलन नहीं कर रहे हैं क्योंकि बीजेपी किसी भी प्रकार के आन्दोलन को बढ़ावा नहीं देती, बीजेपी किसानों को भड़काने की कोशिश नहीं करती क्योंकि किसान आन्दोलन, हिंसा, आगजनी और पथराव, सरकारी संपत्ति के नुकसान से देश का नुकसान होता है, अगर बीजेपी वाले चाहें तो अपने कार्यकर्ताओं को किसान बनाकर बिहार में भी किसान आन्दोलन शुरू कर दें, बसों और ट्रकों को जलाना शुरू कर दें, सब्जियों को कुचलना और दूध को बर्बाद करना शुरू कर दें लेकिन बीजेपी ऐसा नहीं करती है क्योंकि इससे देश का नुकसान होता है.
बंगाल में क्यों नहीं हो रहा किसान आन्दोलन
इसी प्रकार बंगाल में तृण मूल कांग्रेस की सरकार है, ममता बनर्जी मोदी-बीजेपी की परम विरोधी हैं यानी कांग्रेस की मित्र हैं, आने वाले 2019 लोकसभा चुनाव TMC पार्टी भी बीजेपी के खिलाफ महागठबंधन में शामिल होगी इसलिए यहाँ भी किसी तरह का किसान आन्दोलन नहीं हो रहा है, क्या यहाँ के किसान बहुत खुशहाल हैं, नहीं, कहीं है तो सिर्फ आग लगाने वाली राजनीतिक पार्टी की. अगर बीजेपी वाले चाहें तो अपने कार्यकर्ताओं को किसान बनाकर बंगाल में भी किसान आन्दोलन शुरू कर दें, बसों और ट्रकों को जलाना शुरू कर दें, सब्जियों को कुचलना और दूध को बर्बाद करना शुरू कर दें लेकिन बीजेपी ऐसा नहीं करती है क्योंकि इससे देश का नुकसान होता है.
पंजाब में क्यों नहीं हो रहा किसान आन्दोलन
इसी प्रकार से पंजाब में भी कांग्रेस की सरकार है, चुनाव से पहले देखा होगा कि वहां के किसानों को बहुत दुखी बताया जाता था लेकिन वहां पर भी कोई किसान आन्दोलन नहीं हो रहा है. अगर बीजेपी वाले चाहें तो अपने कार्यकर्ताओं को किसान बनाकर पंजाब में भी किसान आन्दोलन शुरू कर दें, बसों और ट्रकों को जलाना शुरू कर दें, सब्जियों को कुचलना और दूध को बर्बाद करना शुरू कर दें लेकिन बीजेपी ऐसा नहीं करती है क्योंकि इससे देश का नुकसान होता है.
कर्नाटक में क्यों नहीं हो रहा किसान आन्दोलन
इसी प्रकार से कर्नाटक में भी कांग्रेस की सरकार है,यहाँ के किसानों को बहुत दुखी बताया जाता था लेकिन वहां पर भी कोई किसान आन्दोलन नहीं हो रहा है. अगर बीजेपी वाले चाहें तो अपने कार्यकर्ताओं को किसान बनाकर कर्नाटक में भी किसान आन्दोलन शुरू कर दें, बसों और ट्रकों को जलाना शुरू कर दें, सब्जियों को कुचलना और दूध को बर्बाद करना शुरू कर दें लेकिन बीजेपी ऐसा नहीं करती है क्योंकि इससे देश का नुकसान होता है.
इसी प्रकार ने आप देखिये, दिल्ली में भी किसान आन्दोलन नहीं हो रहा है, ना बसें जलाई जा रही हैं, ना ट्रक रोके जा रहे हैं, क्योंकि यहाँ पर मोदी विरोधी आम आदमी पार्टी की सरकार है, इसी प्रकार हिमाचल प्रदेश में किसान आन्दोलन हो रहा है, क्योंकि यहाँ पर कांग्रेस की सरकार है.
मतलब, कांग्रेस अपने और अपने दोस्तों के राज्यों में किसान आन्दोलन नहीं कर रही है, यहाँ पर उन्हें किसानों की याद नहीं आती है, यहाँ पर कर्जमाफी का मुद्दा नहीं उठाया जाता है, यहाँ पर फसलों के उचित दामों की चर्चा नहीं होती, ये लोग सिर्फ बीजेपी शासित राज्यों में एक साजिश के तहत आन्दोलन करवा रहे हैं ताकि बीजेपी सरकारों को उखाड़ सकें, लेकिन नुकसान किसानों का हो रहा है.
अब आप ही सोचिये, पिछले 10 दिनों से पता नहीं कितनी ट्रक सब्जियां लूट ली गयी, पता नहीं कितनी ट्रक सब्जियां कुचल दी गयीं, पता नहीं कितना दूध सड़क पर बिखेर दिया गया, सरकारी संपत्ति का पता नहीं कितना नुकसान किया गया, इससे केवल सरकार का नहीं किसानों का भी नुकसान हो रहा है, वे अपनी भे रोजी रोटी पर लात मार रहे हैं. अगर सरकार उनकी नाजायज मांगें मान भी ले तो उसकी भरपाई देश में मंहगाई बढ़ाकर ही करनी पड़ेगी.
इसी प्रकार ने आप देखिये, दिल्ली में भी किसान आन्दोलन नहीं हो रहा है, ना बसें जलाई जा रही हैं, ना ट्रक रोके जा रहे हैं, क्योंकि यहाँ पर मोदी विरोधी आम आदमी पार्टी की सरकार है, इसी प्रकार हिमाचल प्रदेश में किसान आन्दोलन हो रहा है, क्योंकि यहाँ पर कांग्रेस की सरकार है.
मतलब, कांग्रेस अपने और अपने दोस्तों के राज्यों में किसान आन्दोलन नहीं कर रही है, यहाँ पर उन्हें किसानों की याद नहीं आती है, यहाँ पर कर्जमाफी का मुद्दा नहीं उठाया जाता है, यहाँ पर फसलों के उचित दामों की चर्चा नहीं होती, ये लोग सिर्फ बीजेपी शासित राज्यों में एक साजिश के तहत आन्दोलन करवा रहे हैं ताकि बीजेपी सरकारों को उखाड़ सकें, लेकिन नुकसान किसानों का हो रहा है.
अब आप ही सोचिये, पिछले 10 दिनों से पता नहीं कितनी ट्रक सब्जियां लूट ली गयी, पता नहीं कितनी ट्रक सब्जियां कुचल दी गयीं, पता नहीं कितना दूध सड़क पर बिखेर दिया गया, सरकारी संपत्ति का पता नहीं कितना नुकसान किया गया, इससे केवल सरकार का नहीं किसानों का भी नुकसान हो रहा है, वे अपनी भे रोजी रोटी पर लात मार रहे हैं. अगर सरकार उनकी नाजायज मांगें मान भी ले तो उसकी भरपाई देश में मंहगाई बढ़ाकर ही करनी पड़ेगी.
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