New Delhi: अरविन्द केजरीवाल और उनके विधायक सौरभ शर्मा तो गीदड़ से भी बड़े डरपोक निकले, इन लोगों ने चुनाव आयोग द्वारा दी गयी EVM हैकिंग चैलेंज को स्वीकार करने की हिम्मत भी नहीं हुई, ये लोग आरोप लगाकर भगोड़ों की तरह चुनौती से भाग लिए.
केजरीवाल और उनके हैकर विधायक सौरभ भारद्वाज ने नकली EVM से हैकिंग का डेमो दिखाकर दावा किया था कि वे किसी भी EVM को सिर्फ 3 घंटे में हैक कर सकते हैं, चुनाव आयोग ने उन्हें 4 घंटे में EVM हैक करने की चुनौती दी है लेकिन केजरीवाल और उनके विधायक सौरभ शर्मा ने EVM हैकिंग चैलेंज के लिए अपना नाम ही नहीं भेजा. भगोड़े निकले ये लोग.
रिपोर्ट के अनुसार अब तक सिर्फ 8 राजनीतिक पार्टियों ने EVM हैक करने की चुनौती स्वीकार की है और तीन लोगों का नाम चुनाव आयोग को भेजा है, कांग्रेस ने भी इस चुनौती को मंजूर नहीं किया और ना ही BSP ने किया, EVM टेम्परिंग का आरोप BSP, AAP और कांग्रेस ने सबसे पहले लगाया था लेकिन जब चुनाव आयोग ने उन्हें EVM हैक करने की चुनौती दी तो ये लोग भाग लिए.
लालू यादव की RJD ने भी EVM हैकिंग की चुनौती को मंजूर किया लेकिन चुनाव आयोग को तीन लोगों के नाम भेजने में देरी कर दी जिसकी वजह से इनका एप्लीकेशन रिजेक्ट कर दिय गया, बड़ी पार्टियों में NCP और CPI ने चुनौती स्वीकार की है.
चुनाव आयोग के अनुसार EVM हैक करने के लिए मशीनें पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश से लाई जाएंगी क्योंकि इन तीनों राज्यों में ही हाल में चुनाव हुए थे जिसमें EVM टेम्परिंग के आरोप लगाए गए थे, चुनाव आयोग ने यह भी शर्त रखी है कि केवल उन्हीं पार्टियों को EVM हैक करने का मौका मिलेगा जिन्होंने चुनावों में भाग लिया था.
चुनाव आयोग ने यह भी कहा है कि EVM चुनौती स्वीकार करने वाली पार्टी 4 पोलिंग बूथों से कोई भी 4 EVM उठा सकती है, जिन EVM में सील लगी है उन्हें हैकिंग के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाएगा.
चुनाव आयोग ने कहा है कि अगर टेम्परिंग के वक्त EVM ख़राब हो जाती है, या नियम का उल्लंघन किया जाता है तो हैकिंग करने वाले को रोक दिया जाएगा.
लालू यादव की RJD ने भी EVM हैकिंग की चुनौती को मंजूर किया लेकिन चुनाव आयोग को तीन लोगों के नाम भेजने में देरी कर दी जिसकी वजह से इनका एप्लीकेशन रिजेक्ट कर दिय गया, बड़ी पार्टियों में NCP और CPI ने चुनौती स्वीकार की है.
चुनाव आयोग के अनुसार EVM हैक करने के लिए मशीनें पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश से लाई जाएंगी क्योंकि इन तीनों राज्यों में ही हाल में चुनाव हुए थे जिसमें EVM टेम्परिंग के आरोप लगाए गए थे, चुनाव आयोग ने यह भी शर्त रखी है कि केवल उन्हीं पार्टियों को EVM हैक करने का मौका मिलेगा जिन्होंने चुनावों में भाग लिया था.
चुनाव आयोग ने यह भी कहा है कि EVM चुनौती स्वीकार करने वाली पार्टी 4 पोलिंग बूथों से कोई भी 4 EVM उठा सकती है, जिन EVM में सील लगी है उन्हें हैकिंग के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाएगा.
चुनाव आयोग ने कहा है कि अगर टेम्परिंग के वक्त EVM ख़राब हो जाती है, या नियम का उल्लंघन किया जाता है तो हैकिंग करने वाले को रोक दिया जाएगा.
Post A Comment:
0 comments: