नई दिल्ली, 21 मार्च: आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीजेपी के सांसदों को जमकर फटकार लगाते हुए कहा कि सांसदों की पहली जिम्मेदारी है कि लोकसभा और राज्य सभा की कार्यवाही में उपस्थित रहें, उन्होंने सभी सांसदों को फरमान सुनाते हुए कहा है कि ज्यादा से ज्यादा लोग लोकसभा की कार्यवाही में उपस्थित रहें और चर्चा में भाग लें।
मोदी ने यह फरमान दो वजहों से सुनाया ही, पहला तो यह कि अब चुनाव में सिर्फ 2 साल बाकी है, कई सांसदों का काम बहुत ढीला है, कई लोग नींद में सो रहे हैं, कई लोग अभी तक मौज ही कर रहे हैं, इसके अलावा में संसद में भी नहीं आते हैं, मोदी का सोचना है कि जब दो साल बाद फिर से चुनाव होगा तो वे कामचोर सांसदों के लिए किस मुंह से वोट मांगेंगे, अगर ये लोग संसद में आयेंगे, चर्चा में भाग लेंगे तो ये कम से कम संसदीय कार्यप्रणाली के बारे में तो सीखेंगे।
जब मोदी ने देखा कि बीजेपी के कई सांसद कामचोरी पर उतर आये हैं तो उन्होंने सभी सांसदों को फरमान सुनाते हुए कहा कि सब के सब संसद की कायवाही में हाजिर रहें, जो गैरहाजिर रहा उसे वे खुद फोन करके बुलायेंगे, उन्होंने यह भी इशारा किया कि अगली बार उनका टिकट भी काटा जा सकता है।
उनकी बात पर मीडिया ने कई सांसदों से प्रतिक्रिया ली, बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि मोदी जी की बातों से किसी भी सांसद को नाराजगी नहीं है क्योंकि मोदीजी मोटिवेशन की फैक्ट्री है, उनकी हर बात में मोटिवेशन रहता है, हर काम में मोटिवेशन रहता है, अगर सांसद लोग यहाँ पर आयेंगे नहीं तो वे कैसे सीखेंगे इसीलिए मोदी ने यह फरमान सुनाया है।
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