Showing posts with label India. Show all posts

मोदी की नोटबंदी का समर्थन करने वाले अर्थशास्त्री को मिला नॉबेल प्राइज, विरोधी को मिला तंबोरा

economist-richard-h-thaler-get-nobel-prize-support-demonetization

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 नवंबर 2017 को रात 8 बजे 1000 और 500 के पुरानें नोटों को बंद करने का हिला देने वाला फैसला किया था. मोदी का यह फैसला दुनिया में अब तक का सबसे बड़ा फैसला कहा जाता है, भारत की गति रुक गयी, हर आदमी बैंकों के आगे लाइन में खड़ा हो गया. हर कोई अपने पुरानें नोट जमा करके नए नोट लेना चाहता था, हर कोई पुरानें नोटों से छुटकारा पाना चाहता था. पूरी दुनिया मोदी के इस फैसले से हैरान हो गयी.

समझने वालों के लिए इशारा ही काफी था, हर समझदार आदमी समझ गया कि नोटबंदी से तिजोरी और तहखानों में जमा कालाधन बाहर निकल आएगा, सरकारी खजानें में पैसा आ जाएगा, रुका हुआ पैसा वापस अर्थव्यवस्था में आ जाएगा और धीरे धीरे इसका फायदा मिलना शुरू हो जाएगा.

शिकागो यूनिवर्सिटी के अर्थशास्त्री और प्रोफेसर रिचर्ड एच थालर ने भी मोदी सरकार के इस फैसले की तारीफ की, उन्होंने फैसले के तुरंत बाद ट्विटर पर लिखा - मैं इस पॉलिसी का बहुत लम्बे समय से समर्थन करता हूँ, कैशलेस की तरफ जाने का पहला स्टेप है और भ्रष्टाचार ख़त्म करने का बढ़िया तरीका.

richard-h-thaler-news-in-hindi

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दो अर्थशास्त्री भारत में भी हैं, एक हैं मनमोहन सिंह और दूसरे हैं रघुराम राजन. मनमोहन सिंह 10 साल तक भारत के प्रधानमंत्री रहे जबकि रघुराम राजन तीन वर्षों तक RBI के गवर्नर गए. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत के दोनों ही अर्थशास्त्री मोदी सरकार की नोटबंदी की आलोचना कर रहे हैं और मोदी सरकार के इस फैसले के खिलाफ खूब बोल रहे हैं.

2017 के लिए अर्थशास्त्र में नॉबेल पुरस्कार के लिए रिचर्ड एच थालर रघुराम राजन का भी नाम भेजा गया था लेकिन पुरस्कार मिला नोटबंदी का समर्थन करने वाले अर्थशास्त्री रिचर्ड एच थालर को. विरोध करने वाले अर्थशास्त्री को तंबोरा मिला है. मतलब कुछ नहीं मिला है. दोनों ही अर्थशास्त्री अमेरिका की प्रतिष्ठित शिकागो यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं लेकिन एक कांग्रेस का भक्त है जबकि दूसरा पॉजिटिव पहल कर समर्थन करने वाला अर्थशास्त्री है.

राहुल गाँधी सिर्फ लिखा हुआ भाषण पढ़ते हैं, उन्हें इतिहास-भूगोल का ज्ञान नहीं: गिरिराज सिंह

giriraj-singh-told-rahul-gandhi-dont-know-itihas-bhugol-of-india

बीजेपी नेता और केंद्रीय राज्य मंत्री (माइक्रो, स्माल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज) गिरिराज सिंह ने राहुल गाँधी का जमकर मजाक उड़ाया है. उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी ऐसे नेता हैं जिन्हें भारत के इतिहास भूगोल का ज्ञान ही नहीं है.

गिरिराज सिंह ने कहा कि जिस तरह से फिल्म भिनेताओं को स्क्रिप्ट दे दी जाती है और वे पढ़ देते हैं उसी प्रकार से राहुल गाँधी को लिखा हुआ भाषण दे दिया जाता है और वे मंच पर खड़े होकर पढ़ देते हैं. उन्हें बाकी कुछ नहीं पता है, उन्हें यह भी नहीं पता होता कि वे क्या बोल रहे हैं, वे लिखा हुआ भाषण पढ़कर वापस लौट आते हैं.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए दूसरे देशों को आधार बताकर बेरोजगारी के झूठे आंकड़े बता रहे हैं, मोदी सरकार ने सिर्फ मुद्रा योजना के जरिये 8-9 करोड़ लोगों के लिए रोजगार पैदा किया है, 8 करोड़ लोगों को लोन लेकर उन्हें स्वरोजगार करने का मौका दिया है.

आपको बता दें कि गुजरात चुनाव प्रचार में राहुल गाँधी बेरोजगारी का मुद्दा उठा रहे हैं, उनका कहना है कि भारत में रोजाना 30 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलना चाहिए लेकिन सरकार सिर्फ 450 लोगों को रोजगार दे पा रही है.

मोदी सरकार में अमित शाह के बेटे JAY SHAH के बिजनेस को हुआ हजारों गुना अधिक नुकसान, बर्बाद हुए

amit-shah-son-jay-shah-lost-crores-in-business-in-modi-sarkar

अमित शाह के बेटे Jay Shah के लिए मोदी सरकार फायदेमंद नहीं साबित हुई और उनके बुरे दिन शुरू हो गए. जय शाह ने निरमा यूनिवर्सिटी से इंजीनियर की पढ़ाई की है, उन्होंने कांग्रेस सरकार में टेम्पल इंटरप्राइज प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक कंपनी शुरू की थी, कांग्रेस सरकार में उन्हें फायदा हुआ लेकिन मोदी सरकार में उनके बिजनेस को 1392 गुना अधिक नुकसान हो गया और उन्हें अपना बिजनेस ही बंद करना पड़ा. एक तरह से कहें तो मोदी सरकार में Jay Shah बर्बाद हो गए, केंद्र में बीजेपी सरकार और उनके पिता के बीजेपी अध्यक्ष होने के बाद भी वे बिजनेस में कोई मुनाफ़ा नहीं कमा सके.

कैसे बर्बाद हुए अमित शाह के बेटे Jay Shah

जय शाह ने टेम्पल इंटरप्राइज प्राइवेट लिमिटेड नाम से 2013 में बिजनेस शुरू किया लेकिन कंपनी को 6230 रुपये का नुकसान हुआ, 2014 में भी 1724 रुपये का नुकसान हुआ. इसके बाद 2014-15 में 18,728 रुपये का फायदा हुआ जबकि 50000 रुपये का टर्न-ओवर दिखाया गया. अगर तीन साल का एवरेज निकाला जाए तो Jay Shah को कांग्रेस के तीन साल में 10774 रुपये का फायदा हुआ.

इसके बाद मोदी सरकार आयी तो अमित शाह के बेटे Jay Shah ने 4.9 करोड़ रुपये का लोन लेकर एग्री-कमोडिटी (जैसे रैप-सीड, कैस्टर, देसी चना, सोयाबीन, दालें, अनाज) आदि का बिजनेस शुरू किया. यह बिजनेस उन्होंने अपने रिश्तेदार जीतेन्द्र शाह के साथ मिलकर शुरू किया था. जीतेन्द्र शाह 8-9 साल से कमोडिटी ट्रेडिंग का बिजनेस करते थे. इस बिजनेस में पैसा अधिक लगता था लेकिन मुनाफ़ा बहुत कम था.

मान लीजिये करोड़ों का अनाज खरीदते हैं तो मुनाफा सिर्फ हजारों में होता था इसलिए ट्रांजेक्शन बहुत हाई दिखता था, अब आप देखिये, जय शाह पहले छोटा बिजनेस करते थे तो टर्न-ओवर हजारों में होता था लेकिन जब उन्होंने 4.9 करोड़ रुपये लोन लेकर बिजनेस शुरू किया तो 2015-16 में टर्न ओवर 80.5 करोड़ का आया लेकिन बिजनेस में 1.5 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.

मतलब मोदी सरकार में Jay Shah के बिजनेस का 16000 गुना टर्न-ओवर बढ़ गया लेकिन 1392 गुना यानी डेढ़ करोड़ का नुकसान हो गया. इस नुकसान की वजह से उन्होंने अपना कमोडिटी का बिजनेस बंद कर दिया.

क्यों बर्बाद हुआ Jay Shah का Agri-Commodity का बिजनेस

Jay Shah का बिजनेस इसलिए बर्बाद हो गया क्योंकि मोदी सरकार में अनाज और दालों की जमाखोरी अलाउड नहीं है, अगर Jay Shah ने दालों और अन्य अनाज की जमाखोरी की होती तो हो सकता है कि उन्हें करोड़ों रुपये का फायदा होता लेकिन उन्होने जमाखोरी नहीं की इसलिए उन्हें करोड़ों रुपये का नुकसान हो गया. मतलब मोदी सरकार में Jay Shah के बुरे दिन शुरू हो गए. 

कहाँ से मिला जय शाह को लोन

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि छोटे उद्यमियों को आसानी से बैंक से लोन नहीं मिलता इसलिए जय शाह ने KIFS फाइनेंसियल लिमिटेड से 4.9 करोड़ रुपये का लोन लिया, KIFS कंपनी के मालिक राजेश खांडवाला भी उनके रिश्तेदार थे और कानूनी तरीके से फाइनेंसियल सर्विस चलाते थे और जय शाह के पार्टनर उनसे लोन लेते रहते थे. जय शाह ने उनसे लोन लेकर उन्हें पूरा लोन चुका भी दिया.

हमारी कांग्रेस में तो माँ-बेटे ही बनेंगे अध्यक्ष, और कोई उम्मीदवार ही नहीं है: मणिशंकर अय्यर

mani-shankar-aiyar-told-only-sonia-rahul-may-become-president

कांग्रेस पार्टी में सिर्फ माँ-बेटे यानी सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी और राहुल गाँधी ही पार्टी के अध्यक्ष बन सकते हैं, और कोई उम्मीदवार ही नहीं है इसलिए चुनाव का सवाल ही पैदा नहीं होता. यह कहना है कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता मणिशंकर अय्यर का.

मणि शंकर अय्यर ने कहा कि मौजूद समय में इन दोनों के अलावा कोई अन्य नेता पार्टी अध्यक्ष बन ही नहीं सकता, राहुल गाँधी ने खुद कहा है कि वह अब पद संभालने के लिए तैयार हैं.

जब उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पर के लिए चुनाव कराया जाएगा तो मणिशंकर अय्यर ने कहा कि चुनाव कराने के लिए उम्मीदवारों की जरूरत होती है, जब कोई दूसरा उम्मीदवार ही नहीं है तो चुनाव कैसे कराया जा सकता है.

आपको बता दें कि कल आल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) से एक प्रस्ताव पास किया है जिसमें कहा गया है कि राहुल गाँधी अब कांग्रेस अध्यक्ष पद की कुर्सी संभाल लें. रिपोर्ट के अनुसार राहुल गाँधी इसी महीनें के अंत में अध्यक्ष पद की कुर्सी संभाल लेंगे.

Jay Amit Shah पर झूठी सनसनीखेज खबर छापकर फंस गया WIRE, 100 करोड़ आपराधिक मानहानि का होगा केस

wire-false-report-on-jay-amit-shah-100-crore-criminal-defamation

'द वायर' न्यूज़ वेबसाइट ने आज अमित शाह के बेटे Jay Amit Shah के बारे में झूठा और सनसनीखेज आर्टिकल छापकर मुसीबत मोल ले ली है, जय आमिर शाह ने झूठा आर्टिकल लिखने वाले ऑथर, न्यूज़ एडिटर और मालिक पर 100 करोड़ रुपये का आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर करने का फैसला किया है. 

वायर ने आर्टिकल में लिखा था कि मोदी और अमित शाह से गोल्डन टच की वजह से अमित शाह के बेटे जय शाह का टर्न-ओवर एक ही वर्ष में 16000 गुना बढ़ गया, देखने पर ऐसा लग रहा है कि जय शाह ने शायद लाखों करोड़ रुपये कमा लिए होंगे लेकिन ऐसा विल्कुल नहीं है. उनकी कंपनी टेम्पल इंटरप्राइज प्राइवेट लिमिटेड ने सिर्फ 80 करोड़ रुपये का टर्न-ओवर दिखाया था जो कि कोई भी दिखा सकता है. मान लीजिये मैं कोई बिजनेस खोलता हूँ, पहले साल मेरी कोई कमाई नहीं होती लेकिन अगले साल मैं सरकार की स्टार्ट-अप योजना के अंतर्गत बैंक से 50 करोड़ लोन लेकर काम शुरू करता हूँ, जाहिर है कि मेरा टर्नओवर बढ़ जाएगा भले ही बिजनेस से कोई कमाई ना हो.

इसी तरह से जय शाह की कंपनी टेम्पल इंटरप्राइज प्राइवेट लिमिटेड ने 2013 में बिजनेस शुरू किया लेकिन कंपनी को 6230 रुपये का नुकसान हुआ, 2014 में भी 1724 रुपये का नुकसान हुआ. इसके बाद 2014-15 में 18,728 करोड़ रुपये का फायदा हुआ जबकि 50000 रुपये टर्न-ओवर दिखाया गया. 

वायर के मुताबिक जय शाह की कंपनी ने इसके बाद ऐसी छलांग लगाई कि 2015-16 उन्होने 16000 गुना यानी 80.5 करोड़ का टर्न ओवर दिखा दिया. 

वायर के इस आर्टिकल को कांग्रेस के लोगों ने हाथों हाथ लिया, उन्हें अमित शाह को बदनाम करने का मौका मिल गया. देखते ही देखते ट्विटर पर Jay Amit Shah ट्रेंड करने लगा. अमित शाह के दामन पर खूब कीचड़ उछाले गए. बदनामी को देखते हुए अमित शाह के बेटे जय शाह ने वायर पर 100 करोड़ रुपाई का मानहानि का अपराधिक मामला दर्ज कर दिया.

पियूष गोयल ने वायर की खबर को बता झूठी, आधारहीन

इस मामले पर केंद्रीय रेल मंत्री पियूष गोयल ने सफाई देते हुए कहा - ये जो झूठे और पूरे तरीके से आधारहीन, दुर्भावनापूर्ण भाव से लगाए गए आरोप हैं. हम इन सभी आरोपों का खंडन करते हैं. हमारे जय शाह जी के सभी बिजनेस, सभी व्यापार ईमानदारी से किये जाते हैं, सभी हिसाब किताब सही से रखे जाते है, उसपर टैक्स भरा जाता है.

पियूष गोयल ने कहा कि समझने लायक जरूरी बात यह है कि झूठे आरोपों को झूठे आंकड़े देके ऐसा बताने की कोशिश की जैसे कि कोई बड़ी इनकम बढ़ गयी हो, वास्तविकता ये है कि कमोडिटी ट्रेडिंग में टर्न-ओवर ज्यादा होने के कारण 80 करोड़ का टर्न-ओवर जरूर हुआ और नया बिजनेस था तो स्वाभाविक है कि पहले साल ज्यादा टर्न-ओवर होगा ही लेकिन उसपर भी पहले ही वर्ष में डेढ़ करोड़ का नुकसान हुआ. नुकसान की वजह से जय शाह ने अक्टूबर 2016 में ही इस कमोडिटी ट्रेडिंग के बिजनेस को ही बंद कर दिया और सभी लोन्स को व्याज समेत पे कर दिए. उन्होंने किसी का लोन बकाया नहीं रखा.

वायर ने क्यों बताया 16000 गुना टर्न-ओवर

पियूष गोयल ने कहा कि जो 16000 गुना टर्न-ओवर बताने की कोशिश की गयी है, यह सिर्फ सनसनी बनाने की कोशिश की गयी है, जैसा कि मैंने बताया, कमोडिटी ट्रेडिंग में बड़ा टर्न ओवर होता है और जो कंपनी शुरू में व्यापार करती है उसका टर्न-ओवर तो इनफिनिटी की तरह दिखेगा ही, 16000 गुना क्यों वो तो 16 लाख गुना भी बोल सकते हैं. इन्होने बेबुनियाद तरीके से इस खबर को सनसनीखेज बनाने की कोशिश की है.

100 करोड़ का मानहानि का मामला दर्ज होगा

पियूष गोयल ने कहा कि इस मामले को सनसनीखेज बनाकर अमित शाह और जय शाह की छवि खराब करने की कोशिश की गयी है इसलिए इनपर सिविल और क्रिमिनल डिफेमेशन का 100 करोड़ रुपये का कल अहमदाबाद में मुकदमा फाइल किया जाएगा. वायर के ऊपर कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी.

हम जनता और व्यापारियों को परेशान नहीं देख सकते, इसलिए हमने GST में सुधार किया: MODI

pm-narendra-modi-said-we-revised-gst-rates-for-traders-relief

प्रधानमंत्री मोदी ने GST पर बोलते हुए कहा कि हमने तीन महीनों के बाद जनता की समस्याओं को देखते हुए GST दरों को फिर से संशोधन करने का कल फैसला किया और हमारे वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सभी राज्यों को हमारा फैसला मानने के लिए राजी कर लिया इसलिए मैं उन्हें बधाई देता हूँ, हमने पहले भी कहा था कि हम GST का तीन महीनें बाद रिव्यु करेंगे और जरूरत पड़ने पर संशोधन करेंगे.

मोदी ने कहा कि आप लोग दीवाली का पर्व मनाने के लिए तैयार हो रहे हैं, गुजराती व्यापारियों के लिए दीवाली का पर्व और विशेष होता है. मैंने आज देशभर के अखबार देखें हैं, उनमें आज हेडलाइन है, दीवाली 15 दिन पहले ही आ गयी. कल जब हमने GST के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण निर्णय किया तो चारों तरफ एक दीवाली का माहौल बन गया, हमने पहले ही कहा था कि एक बार लागू करने के बाद तीन महींने उसका अध्ययन करेंगे और जहाँ दिक्कतें होंगी उसमें सुधार करेंगे, अगर व्यवस्था की कमीं होगी तो उसमें सुधार करेंगे, अगर टेक्नोलॉजी में कमीं होगी तो उसमें सुधार करेंगे, नियमों की कठिनाइयाँ होगीं, रेड के सम्बन्ध में शिकायतें होंगी, व्यापारियों के अनुभवों में शिकायत होगी तो हम शिकायतें दूर करेंगे.

मोदी ने कहा कि हम नहीं चाहते हैं कि देश का व्यापारी आलम, रेड-राज में फंस जाए, फाइलों में फंस जाय, बाबुओं और साहबगिरी का दौर शुरू हो जाय, ये हम कभी हिंदुस्तान में नहीं चाहते.

मोदी ने कहा कि तीन महीनें में हमारे पास जो भी जानकारी आयी उसके आधार पर कल हमारे वित्त मंत्री अरुण जेटली ने GST काउंसिल में सबको मनवा करके बहुत बड़े अहम फैसले लिए, मुझे ख़ुशी है कि एक स्वर में हिंदुस्तान के हर कोने में इसका स्वागत हुआ है, यही तो हमारे देश की ताकत है.

मोदी ने कहा कि जब एक सरकार पर विश्वास होता है, निर्णयों के पीछे ईमानदारी नजर आती है तो देश कठिनाइयों के बावजूद भी जी जान से साथ जुड़ जाता है, ये मैं अनुभव कर रहा हूँ, हमने GST को और अधिक सिंपल करने का प्रयास किया है.

पियूष गोयल बोले, अब हमारे युवा जॉब सीकर नहीं जॉब देने वाले बन रहे हैं, यह अच्छा संकेत है

piyush-goyal-said-indian-youth-job-producer-instead-of-job-seekar

मोदी सरकार ने युवाओं को स्वरोजगार पैदा करने के लिए मुद्रा योजना, स्टार्ट-अप योजना, स्टैंड-अप योजना के जरिये सस्ता लोन दे रही है, अब तक सिर्फ मुद्रा योजना के जरिये करीब 7-8 करोड़ लोगों को लाखों करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं, मोदी सरकार ने एक विजन के साथ यह योजना शुरू की थी ताकि किसी युवा को अगर नौकरी से निकाला जाए या वह स्वरोजगार करना चाहे तो उसे कोई तकलीफ ना हो.

आपको बता दें कि नोटबंदी और GST के बाद कुछ रोजगार ख़त्म हो गए हैं क्योंकि फर्जी कंपनियां बंद हो गयी हैं और लोगों का कालाधन सरकार ने बैंकों में जब्त कर दिया है. हालाँकि मुद्रा और अन्य योजनाओं की वजह से युवाओं को सरकार ने खुद का रोजगार करने का मौका दिया है. इसके बावजूद भी विपक्षी पार्टियाँ मोदी सरकार पर बेरोजगारी पैदा करने का आरोप लगा रही हैं.

कल वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम में भारती एयरटेल के चीफ सुनील मित्तल ने भी विपक्ष की बात पर मुहर लगा दी. उन्होंने कहा कि भारत की टॉप 200 कंपनियों ने नौकरियों में भारी कटौती की है, अगर टॉप 200 कंपनियों में जॉब पैदा होने की संभावना नहीं है तो देश में बेरोजगारी की समस्या पैदा हो सकती है. करोड़ों लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है.

इस कार्यक्रम में रेल मंत्री पियूष गोयल भी शामिल हुए थे, उन्होने सुनील मित्तल की बात को खारिज करते हुए कहा, अगर कंपनियां युवाओं को नौकरी से निकाल रही हैं तो यह अच्छा संकेत है क्योंकि भविष्य में हमारे युवा जॉब सीकर नहीं बल्कि जॉब प्रोड्यूसर बनने वाले हैं. हमारी सरकार स्वरोजगारी को बढ़ावा देना चाहती है, युवाओं को जॉब सीकर नहीं बल्कि जॉब प्रोड्यूसर बनाना चाहती है. हम उनकी मदद कर रहे हैं जो इंटरप्रेन्योर बनना चाहते हैं. भविष्य के न्यू इंडिया में किसी को जॉब के लिए परेशानी नहीं होगी.

GST में हुआ बदलाव, जनता और व्यापारियों को मिली राहत, ख़ुशी से गदगद हुए MODI, जेटली को दी बधाई

pm-narendra-modi-happy-after-gst-tax-slab-changes-public-relief

27 वस्तुओं के GST टैक्स स्लैब में बदलाव से जनता को मंहगाई से बहुत बड़ी राहत मिलने वाली है, डिब्बाबंद खान-पान, अन-ब्रांडेड नमकीन, स्टेशनरी, कपडा, अयुर्वेदिव दवाइयाँ, जरी, ज्वेलरी, सब कुछ सस्ता हो गया है. जल्द ही जनता को सस्ते सामान मिलने लगेंगे और मंहगाई से निजात मिल जाएगी. 

GST में बदलाव होने से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी बहुत खुश हैं, उन्होंने वित्त मंत्री अरुण जेटली और उनकी टीम को बधाई देते हुए कहा कि गुड और सिंपल टैक्स अब और सिंपल हो गया है. इससे जनता को राहत मिलने के साथ साथ व्यापारी वर्क को भी राहत मिली है.

मोदी ने कहा कि आज के निर्णय से छोटे और मध्यम वर्ग के व्यापारियों को बिजनेस करना आसान हो जाएगा, सभी छोटे और माध्यम व्यापारियों को अब तीन महीनें में एक बार ही रिटर्न फाइल करना पड़ेगा, यही नहीं अब 1 करोड़ का टर्न ओवर दिखाने वाले व्यापारियों को सिर्फ 1 फ़ीसदी टैक्स देना होगा.

प्रधानमंत्री मोदी ने इस निर्णय के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली को बधाई देते हुए कहा कि उन्होने सभी पक्षों का ध्यान रखा है और सबको साथ लेकर चलने की कोशिश की है, उन्होंने GST को और आसान बना दिया है. अब सिर्फ एक फॉर्म में ही रिटर्न दाखिल करना पड़ेगा.

मंहगाई घटाने, जनता और व्यापारियों को राहत देने से खुश हुए रजत शर्मा, मोदी सरकार की तारीफ

rajat-sharma-prased-modi-government-for-gst-revised-timely-news

महंगाई की मार झेल रही जनता के साथ साथ मोदी सरकार ने व्यापारियों को भी खुश कर दिया है, GST बिल में कई करेक्शन किये गए हैं, करीब करीब बहुत कुछ सस्ता कर दिया गया है, स्टेशनरी पर GST को 28 परसेंट से घटाकर 18 परसेंट कर दिया गया है, इसके अलावा पैक्ड फ़ूड पर GST 18 परसेंट से घटाकर सिर्फ 5 फ़ीसदी कर दिया गया है, इसका मतलब है कि जनता के अच्छे दिन आने वाले हैं.

सरकार के कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए इंडिया टीवी के चीफ एडीटर रजत शर्मा ने कहा - GST में छोटे और माध्यम व्यापारियों, सर्राफा व्यापारियों और ग्राहकों को राहत दी गयी है, यह स्वागत योग्य और समय से उठाया गया कदम है.

rajat-sharma-news-in-hindi

व्यापारियों को मोदी सरकार ने दिया दीवाली गिफ्ट

मोदी सरकार ने छोटे व्यापारियों को आज विल्कुल खुश कर दिया. अब सभी छोटे व्यापारियों को जिनकी रिटर्न एक करोड़ तक होगी, उन्हें सिर्फ 1 फ़ीसदी टैक्स देना होगा, इसके अलावा अब डेढ़ करोड़ तक का रिटर्न भरने वालों को तीन महीनें में सिर्फ एक बार रिटर्न भरना होगा. इसके अलावा सर्राफा व्यापारियों को PMLA एक्ट से बाहर कर दिया गया है. रिवर्स चार्ज को भी 31 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.

मोदी सरकार ने जनता को मंहगाई से राहत देने का प्रयास किया है, GST में 27 से अधिक चीजों का टैक्स घटा दिया है, सबसे अधिक राहत खाने पाने के सामानों पर है, मतलब जनता की मौज आ गयी है.

क्या चीजें हुई सस्ती
  • बिना ब्रांड वाली नमकीन पर 12 फ़ीसदी एक बजाय सिर्फ 5 फ़ीसदी
  • खाखरा पर 12 के बजाय सिर्फ 5 फ़ीसदी
  • जरी के काम पर 18 फ़ीसदी से घटाकर 5 फ़ीसदी
  • स्टेशनरी पर 28 फ़ीसदी से घटाकर 18 फ़ीसदी
  • आयुर्वेदिक दवाइयों पर 12 फ़ीसदी से घटाकर सिर्फ 5 फीसदी
  • पैक्ड फ़ूड (डिब्बाबंद खाना) पर 18 के बजाय सिर्फ 5 फ़ीसदी

तो यहाँ से अर्थशास्त्र का ज्ञान ले रहे हैं यशवंत सिन्हा, तभी तो विभीषण बन गए मोदी सरकार के लिए

yashwant-sinha-learning-arthshastra-from-congress-party-exposed

हर कोई यह सोचकर परेशान है कि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वित्त मंत्री रह चुके BJP नेता और अर्थशास्त्री और वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा मोदी सरकार के लिए विभीषण क्यों बन रहे हैं, अब समय में आ गया है कि आजकल यशवंत सिन्हा कहाँ से अर्थशास्त्र सीख रहे हैं, उनके अन्दर मोदी सरकार की आलोचना करने की ताकत कहाँ से आ रही है. लोग सोच रहे हैं कि यशवंत सिन्हा किसके इशारे पर मोदी सरकार पर हमला कर रहे हैं.

आज बीजेपी को बता चल गया कि यशवंत सिन्हा कहाँ से अर्थशास्त्र का ज्ञान सीख रहे हैं, आज यशवंत सिन्हा कांग्रेसी नेता मनीष तिवारी के बुक लांच के एक कार्यक्रम में पहुंचे और मनीष तिवारी से गुपचुप बातें की, बीजेपी नेता अनिल बलूनी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि - यशवंत सिन्हा कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रम में जा रहे हैं, अब समझ में आया कि उन्हें अर्थशास्त्र का ज्ञान कहाँ से आ रहा है.

bjp-leader-anil-baluni

कांग्रेसी नेता मनीष तिवारी से बात करने के बाद आज यशवंत सिन्हा ने मोदी का बिना नाम लिए बड़ा हमला बोला, उन्होने मोदी और जेटली को दुशासन और दुर्योधन बताया. उन्होंने कहा कि महाभारत में दुर्योधन और दुशासन भी थे जिन्होंने द्रौपदी का चीरहरण कर दिया था, जिस तरह से आज अर्थव्यवस्था का चीर हरण किया जा रहा है लेकिन मैं चीर हरण होते हुए खामोश नहीं रहूँगा.

यशवंत सिन्हा ने कार्यक्रम में कहा कि वे पार्टी के खिलाफ बोलेंगे क्योंकि उन्होने भी पार्टी को खून पसीनें से सींचा है, यह उनकी भी पार्टी है, अगर उनके खिलाफ पार्टी ने हिस्सा लिया तो उनके लिए जिन्दगी का सबसे अच्छा दिन होगा. अगर मेरी बातों में सच्चाई ना होती तो उन्हें (मोदी) एक घंटे से अधिक समय तक भाषण ना देना पड़ता.

GST से कम से कम 1 लाख नौजवानों को मिलेगा रोजगार, गाँव में भी और शहर में भी: मोदी

pm-narendra-modi-said-gst-will-produce-more-than-1-lakh-job-youth

कुछ लोग GST को लेकर मोदी सरकार की आलोचना कर रहे हैं लेकिन मोदी ने इसे सकारात्मक लेते हुए बताया है कि GST से कम से कम 1 लाख युवाओं को रोजगार मिल जाएगा, यह रोजगार ढूँढने के लिए कहीं बाहर नहीं जाना पड़ेगा, युवाओं को उनके घर के नजदीक या घर पर ही रोजगार मिल जाएगा, गाँव और शहर में दोनों जगह रोजगार मिलेगा.

मोदी ने ICSC की गोल्डन जुबली कार्यक्रम में टैक्स जानकारों से अपील करते हुए कहा कि आप लोग नौजवानों को GST की छोटी से छोटी जानकारी से अवगत कराएं, उन्हें ट्रेनिंग दें ताकि वे अपने घर के आस पास दुकानदारों को GST से जोड़ें, उनका रिटर्न फाइल करें, टैक्स से सम्बंधित उनका पूरा काम करें और रोजगार कमायें.

मोदी ने कहा कि GST से पूरे देश के व्यापारी जुड़ रहे हैं, अब व्यापारी लोग टैक्स जानकारों को ढूंढेंगे, उनका रिटर्न फाइल करने के लिए टैक्स के जानकारों की जरूरत रहेगी इसलिए नौजवानों के पास सुनहरा मौका है, वे GST और टैक्स फाइल की जानकारी ले लें, कहीं से ट्रेनिंग लेकर अपना काम शुरू कर दें, उन्होंने कहा कि कम से कम 1 लाख युवाओं को तुरंत ही रोजगार मिलने वाला है. अब युवाओं को दर दर भटकना नहीं पड़ेगा, लोग उन्हें खुद ढूंढते हुए उनके घर तक आयेंगे.

केरल दौरा रद्द करके मोदी के पास पहुंचे अमित शाह, अरुण जेटली भी PMO पहुंचे, मीडिया में हलचल

pm-modi-arun-jaitley-and-amit-shah-emergency-meeting-news

प्रधानमंत्री मोदी पर हमेशा मीडिया की नजरें रहती हैं, क्या पता मोदी कब कोई बड़ा धमाका कर दें, मोदी जब भी कोई बड़ा ऐलान करते हैं, देश में तहलका मच जाता है, 8 नवंबर को उन्होंने धमाका करने से पहले ऐसे ही इमरजेंसी मीटिंग बुलाई थी. आज प्रधानमंत्री मोदी ने अमित शाह को केरल दौरे के बीच में ही बुला लिया, आज अमित शाह को जन रक्षा यात्रा में शामिल होना था लेकिन वे दौरे से वापस लौट आये. शाह को वापस लौटते देखकर लोग हैरान हो गए.

शाम तक पता चल गया कि अमित शह केरल से वापस क्यों लौट आये, दरअसल उनको मोदी ने केरल से बुलाया था, मोदी ने अमित शाह और अरुण जेटली दोनों को PMO में बुलाया था. शाम को तीनों के बीच में आपातकालीन बैठक हुई और कुछ निर्णय लिए गए हैं.

बताया जा रहा है कि तीनों की पहले से मुलाक़ात तय नहीं थी, सरकार की आलोचना को देखकर मोदी ने यह कदम उठाया है, हो सकता है कि सरकार जनता को राहत देने के लिए कोई बड़ा ऐलान करे. कल मोदी ने स्वयं कहा था कि हमारी सरकार संवेदनशील सरकार है, हम आलोचनाओं को भी स्वीकार करते हैं, हम हर किसी की सलाह सुनते हैं और उसके अनुसार काम करते हैं, उन्होंने माना था कि अर्थव्यवस्था की गति थोडा कम हुई है लेकिन हम फिर से अर्थव्यवस्था की रफ़्तार बढाने के प्रति क्षमतावान हैं.

तीनों की मुलाक़ात के बाद ऐसा कहा जा रहा है कि सरकार कोई बड़ा ऐलान कर सकती है, हो सकता है कि पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी और घटाई जाय, यह भी हो सकता है कि फ़ूड आइटम्स पर GST की दर कम कर दी जाय क्योंकि जनता फ़ूड आइटम्स की मंहगी कीमतों से परेशान हैं, जैसे ही GST लागू हुआ है कंपनियों ने पैकेज्ड फ़ूड के दाम काफी बढ़ा दिए हैं, जनता मंहगाई से परेशान हो चुकी है. घी मंहगा, दही मंहगा, डालें मंहगी, नमकीन, बिस्किट मंहगा, हर चीज के दामों को बढ़ाकर जनता पर मंहगाई लाद दी गयी, अगर खाने पीने के सामानों को GST के नीचे वाले स्लैब में रखा जाता तो जनता को मंहगाई की मार ना झेलनी पड़ती.

पीएम नरेन्द्र मोदी ने वित्त मंत्री अरुण जेटली को अचानक मिलने के लिए बुलाया, बड़ा ऐलान संभव

pm-narendra-modi-and-finance-minister-arun-jaitley-meeting-in-pmo

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अचानक वित्त मंत्री अरुण जेटली को मिलने के लिए बुलाया है. बताया जा रहा है कि दोनों की पहले से मुलाक़ात तय नहीं थी, सरकार की आलोचना को देखकर दोनों ने मिलने का फैसला किया और हो सकता है कि सरकार जनता को राहत देने के लिए कोई बड़ा ऐलान करे. कल मोदी ने स्वयं कहा था कि हमारी सरकार संवेदनशील सरकार है, हम आलोचनाओं को भी स्वीकार करते हैं, हम हर किसी की सलाह सुनते हैं और उसके अनुसार काम करते हैं, उन्होंने माना था कि अर्थव्यवस्था की गति थोडा कम हुई है लेकिन हम फिर से अर्थव्यवस्था की रफ़्तार बढाने के प्रति क्षमतावान हैं.

दोनों की मुलाक़ात के बाद ऐसा कहा जा रहा है कि सरकार कोई बड़ा ऐलान कर सकती है, हो सकता है कि पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी और घटाई जाय, यह भी हो सकता है कि फ़ूड आइटम्स पर GST की दर कम कर दी जाय क्योंकि जनता फ़ूड आइटम्स की मंहगी कीमतों से परेशान हैं, जैसे ही GST लागू हुआ है कंपनियों ने पैकेज्ड फ़ूड के दाम काफी बढ़ा दिए हैं, जनता मंहगाई से परेशान हो चुकी है. घी मंहगा, दही मंहगा, डालें मंहगी, नमकीन, बिस्किट मंहगा, हर चीज के दामों को बढ़ाकर जनता पर मंहगाई लाद दी गयी, अगर खाने पीने के सामानों को GST के नीचे वाले स्लैब में रखा जाता तो जनता को मंहगाई की मार ना झेलनी पड़ती.

मोदी के पास अब सिर्फ 1 साल, 2018 में ही हो सकते हैं चुनाव

chunav-ayog-ready-for-loksabha-election-in-2018

देश के विकास के लिए रोजाना 18 घंटे काम करने वाले प्रधानमंत्री मोदी के पास देश में परिवर्तन लाने के लिए अब सिर्फ 1 साल बचे हैं क्योंकि चुनाव आयोग 2018 में ही लोकसभा चुनाव कराने के लिए तैयार है. चुनाव आयोग ने कहा है कि केंद्र सरकार ने हमारी सभी मांगों को पूरा कर दिया है, EVM मशीनों और VVPAT के लिए पैसे जारी कर दिए हैं, ये सभी चीजें अगले पांच-छह महीनें में खरीद ली जाएंगी जिसकी मदद से लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जा सकेंगे.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मोदी सरकार स्वयं लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने की पक्षधर रही है, बीजेपी ही इसकी मांग करती आ रही है ताकि चुनावों में राजनीतिक पार्टियों का कम खर्च में काम चल जाए हालाँकि अन्य पार्टियाँ इसका विरोध करती रही हैं.

कल भोपाल में एक कार्यक्रम में बोलते हुए चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने कहा कि अगले सितम्बर तक हम लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने में सक्षम हैं. केंद्र सरकार चाहे तो सितम्बर में चुनाव हो सकते हैं.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नोटबंदी के बाद GST लागू करने से मोदी सरकार की आलोचना हो रही है क्योंकि जनता को मंहगाई के दौर से गुजरना पड़ रहा है, GST के नाम से कंपनियां जनता को खूब लूट रहे हैं और मोदी का नाम लगा रही हैं, दुकानदार कहते हैं कि GST की वजह से सामान मंहगा मिल रहा है, यह सुनकर जनता मोदी को कोसती है. अगर ऐसा ही रहा और मोदी सरकार ने कंपनियों पर नकेल नहीं लगायी तो जनता परेशान हो जाएगी और अगले चुनाव में मोदी को उठाकर फेंक देगी.

मोदी ने हँसते हँसते कह दी एक बात, लोग समझ गए और बजाने लगे तालियाँ, जबरजस्त

pm-narendra-modi-good-speech-at-icsi-4-october

इस बात में किसी को शक नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जो कुछ भी कर रहे हैं देश की भलाई के लिए कर रहे हैं, अगर कड़वे डोज दे रहे हैं तो देश की भलाई के लिए दे रहे हैं क्योंकि उनका मानना है कि विकास ही सभी बीमारियों के इलाज है, विकास से गरीबों और नौजवानों को नौकरी भी मिलती है और भूखों को भोजन भी मिलता है. इसके अलावा सरकार को भी टैक्स से आमदनी होती है.

मोदी ने आज ICSI के गोल्डन जुबली समारोह में अपने विरोधियों और आलोचकों को करारा जवाब दिया. उन्होने कई ऐसी बातें कहीं जिसे सुनकर लोगों ने खूब तालियाँ बजायीं और मोदी मोदी के नारे लगाकर उनका उत्साह बढाया. मोदी ने कहा कि हमारे देश में मुट्ठी भर लोग ऐसे हैं जो देश की प्रतिष्ठा को, हमारी ईमानदार सामाजिक संरचना को कमजोर करने का काम करते रहते हैं. इन लोगों को सिस्टम और संस्थाओं से हटाने के लिए सरकार ने पहले ही दिन से स्वच्छता अभियान शुरू किया है. मोदी के इतना कहते ही लोग जोर जोर से तालियाँ पीटने लगे क्योंकि वे समझ गए थे कि बेईमानों को साफ़ करने के लिए स्वच्छता अभियान शुरू किया है.

मोदी ने कहा कि इस स्वच्छता अभियान के तहत सरकार बनते ही हमने कालेधन पर SIT का गठन कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट ने कई वर्ष पहले ही SIT गठन का आदेश दिया था लेकिन हमारी सरकार बनने के बाद पहली ही कैबिनेट में यह काम हुआ, विदेश में जमा कालेधन के लिए बहुत ही कठोर ब्लैक मनी एक्ट बनाए गए. 

इन्सोल्वेंसी और बैंकरप्सी कोर बनाया गया जो पिछले 28 वर्षों से लटका हुआ था, बेनामी संपत्ति कानून लागू किया गया, कई वर्षों से लटका हुआ गुड एंड सिंपल टैक्स GST लागू किया गया, नोटबंदी लागू करने की हिम्मत भी हमारी सरकार ने की.

मोदी ने कहा कि इस सरकार ने देश में संस्थागत ईमानदारी को मजबूत करने के लिए काम किया है. ये सरकार के अथक परिश्रम का ही परिणाम है कि आज देश की अर्थव्यवस्था कम कैश के बावजूद भी चल रही है. नोटबंदी के बाद Cash to GDP रेसियो अब 9 फ़ीसदी आ गया है.

मोदी ने कहा कि 8 नवम्बर इतिहास में भ्रष्टाचार मुक्ति का प्रारंभ दिवस माना जाएगा. 8 नवम्बर 2016 से पहले ये रेसियो 12 परसेंट था लेकिन आज 9 परसेंट है. अगर देश की अर्थव्यवस्था में ईमानदारी का दौर शुरू नहीं हुआ होता तो ये असंभव था.

मोदी ने कहा कि पहले जिस तरह से ब्लैक मनी का लेन-देन होता था, अब वैसा करने से पहले लोगों को 50 बार सोचना पड़ता है. इस बात को मुझसे ज्यादा आप लोग जानते हैं. मोदी की इस बात से लोगों ने जमकर तालियाँ बजायीं.

पढ़ें, Facebook Audience Network Tutorial, अब लिखो और फेसबुक पर खूब कमाओ पैसा

facebook-audience-network-tutorial-step-by-step-in-hindi

पहले फेसबुक सिर्फ सोशल नेटवर्किंग के लिए इस्तेमाल किया जाता था, सिर्फ दोस्त बनाने, उनसे बात करने और फोटो शेयर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था लेकिन अब फेसबुक बिजनेस का माध्यम बन चुका है, फेसबुक खुद बेतहाशा कमाई कर रहा है, पेज और पोस्ट प्रमोट करने के लिए बहुत चार्ज करता है. पीछले पांच वर्षों में ही फेसबुक दुनिया की सबसे अधिक कमाई करने वाली दूसरी कंपनी बन चुकी है.

पहले पब्लिसर सिर्फ Google Adsense और अन्य Content Ad Provider कंपनियों से ही कमाई कर पाते थे लेकिन अब फेसबुक पर भी Instant Article के जरिये कमाई कर सकते हैं. अब Facebook Audience Network पब्लिसर को उनके कंटेंट के लिए विज्ञापन देता है जिसका CPM Google Adsense ने अधिक होता है.

फेसबुक Audience Network से जुड़ने के लिए, फेसबुक पेज, वेबसाइट या एप होना जरूरी है. हम स्टेप बता रहे हैं कि Facebook Audience Network ने जैसे जुड़ सकते हैं-

-पहले एक फेसबुक पेज बना लें
-उसके बाद Facebook for Developers में Log In करें, Get Started पर क्लिक करने

facebook-for-developers-for-audience-network

-उसके बाद Next Button पर क्लिक करें.

facebook-audience-network-tutorial-step-2

-उसके बाद App का नाम लिखें, ईमेल लिखें और Next बटन पर क्लिक करें. 

facebook-audience-network-tutorial-step-3

उसके बाद Next Next पर क्लिक करके Dashboard में जाँय. आपकी App ID क्रिएट हो चुकी है. इसके बाद  Audience Network पर क्लिक करें. इसके बाद Set up पर क्लिक करें.

facebook-audience-network-tutorial-step-4

इसके बाद Get Started पर क्लिक करें.

facebook-audience-network-tutorial-step-5

इसके बाद फेसबुक पेज पर जाएं, अगर पेज नहीं है तो पहले क्रिएट कर लें. अगर फेसबुक पेज है तो उसे खोल लें और Publishing Tools पर क्लिक करें.

facebook-audience-network-tutorial-step-6

उसके बाद Instant Article मेनू में जाँय और Configuration पर क्लिक करें. और सभी स्टेप को पूरा करें.

facebook-audience-network-tutorial-step-7

ये दोनों स्टेप पूरा कर लें. पहले अच्छी तरह से समझें और ध्यान से एक एक स्टेप पूरा करें.

facebook-audience-network-tutorial-step-8

यहाँ पर पहले आपको अपनी वेबसाइट को Instant Article से जोड़ना है. अगर आपके पास Wordpress वेबसाइट है तो Plugin से आपका काम आसान हो जाएगा लेकिन अगर ब्लॉगर में वेबसाइट है तो उसका RSS Feed URL यहाँ पर इंटर करना पड़ेगा जिसके बाद आपके आर्टिकल अपने आप फेच होकर Pruduction Article में आ जाएंगे. पहले पांच आर्टिकल पब्लिस करना है, फेसबुक टीम इन्हें चेक करके ही आपका एप्लीकेशन अप्रूव करेगी.
  • पहले Meta Property को अपनी वेबसाइट में कॉपी पेस्ट करें, अगर Wordpress वेबसाइट है तो Instant Article Plugin for Wordpress डाउनलोड कर लें और वहां पर पेज ID इंटर करें.
  • दूसरे स्टेप में अपनी वेबसाइट का URL इंटर करें.
  • तीसरे स्टेप में अपनी वेबसाइट का RSS Feed URL इंटर करें.
  • चौथे स्टेप में अपने ब्लॉगर की यूजर ID और पासवार्ड इंटर करें.
  • पांचवे स्टेप में सेव करें.
facebook-audience-network-tutorial-step-9

अब अगर आपकी वेबसाइट Wordpress में है तो अपने आपके आर्टिकल Production Article में आना शुरू कर देंगे. इसके बाद वापस Facebook for Developers में जाँय और Ad Create करें. पहले Audience Network सेक्शन में Get Started पर क्लिक करें और उसके बाद Your Dashboard पर क्लिक करें.

facebook-audience-network-tutorial-step-10

इसके बाद आप Developers अकाउंट में पहुँच जाएंगे. यहाँ पर Placements पर क्लिक करें.

facebook-audience-network-tutorial-step-11

अगर आपकी Wordpress में वेबसाइट है तो आपको Instant Article Plugin में Placement ID कॉपी पेस्ट करना है.

facebook-audience-network-tutorial-step-12

अगर आपकी Wordpress में वेबसाइट नहीं है, मतलब ब्लॉगर में वेबसाइट है तो Get Code पर क्लिक करके यह कोड कॉपी कर लें और एक फाइल बनाकर उसमें रख लें क्योंकि अब आपको अपने सभी आर्टिकल में यह कोड Manually पेस्ट करने पड़ेंगे तभी आपके आर्टिकल में फेसबुक के एड आयेंगे. पहले पांच आर्टिकल आपको सबमिट करने पड़ेंगे. स्टेप नीचे बता रहे हैं.

facebook-audience-network-tutorial-step-13

इसके बाद फिर से आप Facebook पेज खोलकर Publishing Tool और Instant Article और उसके पास Production Article में जाएं और पांच Article में एड कोड पेस्ट करके सबमिट कर दें. आपके आर्टिकल में कोई गलती नहीं होनी चाहिए इसलिए आपको कुछ करेक्शन करने होंगे.

facebook-audience-network-tutorial-step-14

ध्यान रखिये, आपने अपनी वेबसाइट को पहले ही Instant Article से जोड़ दिया है इसलिए Production Article में अपने आप आर्टिकल आने शुरू हो जाएंगे. प्रोडक्शन आर्टिकल के एडिट पर क्लिक करेंगे तो आपको ऐसी फाइल दिखेगी. 

facebook-audience-network-tutorial-step-15

इस फाइल में आपको सभी <br> टैग हटाने पड़ेंगे और उसकी जगह पर हर पैरा को <p> से स्टार्ट करना पड़ेगा और </p> से क्लोज करना पड़ेगा. बीच में आप एड Insert कर दीजिये जिसे आपने क्रिएट किया है. हम करेक्शन करके दिखा रहे हैं, आपको भी ऐसे ही करना है और बीच में Ad Code पेस्ट करना है.

facebook-audience-network-tutorial-step-16

इसी तरह से पहले आपको पांच आर्टिकल तैयार करने पड़ेंगे और उसके बाद दूसरे स्टेप में जाना पड़ेगा. जब आप पांच आर्टिकल तैयार कर देंगे, करेक्शन करके Ad Insert कर देंगे तो Submit for Review बटन On हो जाएगी. इस बटन पर क्लिक करने के बाद आपकी एप्लीकेशन फेसबुक टीम के पास जाएगी. अगर आपके पाँचों आर्टिकल सही होंगे तो आपका एप्लीकेशन अप्रूव हो जाएगा, अगर कुछ गलती हुई तो आपसे करेक्शन के लिए कहा जाएगा और फिर से Review के लिए जाएगा. एप्लीकेशन अप्रूव होते ही आपके आर्टिकल फेच होने लगेंगे यानी आपकी वेबसाइट के आर्टिकल Instant Article में खुलने लगेंगे और उसमें Facebook के Ad भी दिखेंगे.

facebook-audience-network-tutorial-step-17

आजतक बन रहा तीस मार खां लेकिन हनीप्रीत ने उसे खुद ढूँढा, उसनें हनीप्रीत को नहीं, पढ़ें सच

aajtak-not-search-honeypreet-search-aajtak-read-why-what-is-truth

हनीप्रीत का इंटरव्यू लेकर आजतक न्यूज़ चैनल वाले खुद को तीस मार खान समझ रहे हैं, ये कह रहे हैं कि जिसे 7 राज्यों की पुलिस नहीं ढूंढ पायी पायी उसे हमने ढूंढ लिया जबकि सच ये है कि आज तक वालों ने हनीप्रीत को नहीं ढूँढा बल्कि हनीप्रीत और डेरा आश्रम वालों ने खुद आजतक को ढूँढा है और हो सकता है कि राम रहीम और हनीप्रीत को बचाने के लिए आजतक से बहुत बड़ी डील की गयी हो लेकिन यह सब जांच का विषय है.

आपको बता दें कि हनीप्रीत खुद ही गिरफ्तार होने से पहले वीडियो के जरिये सहानुभूति जुटाना चाहती थी, कैमरे के सामने आकर रोना चाहती थी, आंसू बहाना चाहती थी ताकि लोग उसे निर्दोष मानें, उसनें राम रहीम को भी निर्दोष बताया. उसे एक मीडिया चैनल चाहिए था जो उसके आंसू पूरे देश वालों को दिखा सके, उसे सबसे आगे आजतक नजर आया और उन्होने आज तक से संपर्क कर लिया, हो सकता है कि आजतक वालों से बहुत बड़ी डील की गयी हो क्योंकि राम रहीम के पास अरबों रुपये हैं.

आज तक के पत्रकार सुरेन्द्र चौहान ने खुद बताया कि हमसे संपर्क करके चंडीगढ़ में एक जगह पर बुलाया गया, उसके बाद हमारे मोबाइल स्विच ऑफ कर दिए गए, हमें लगा कि आज हम किसी बड़े आतंकवादी का इंटरव्यू लेने जा रहे हैं, हमें गाडी में बैठाकर हमारे सर पर कपड़ा डाल दिया गया. उसके बाद हमें एक सूनसान जगह पर ले जाया गया जहाँ पर एक गाडी में हमने हनीप्रीत का इंटरव्यू लिया.

अब आप बताइये, जब हनीप्रीत की तरफ से खुद ही आजतक वालों से संपर्क किया गया, इनके पत्रकारों को वे लोग खुद ही अपनी गाड़ी से हनीप्रीत के पास ले गए, इनके सर ढक दिए गए, इन्हें वापस भी लाकर छोड़ा गया. तो आज तक ने कैसे हनीप्रीत को ढूंढ लिया. असल बात यह है कि हनीप्रीत ने आज तक को ढूँढा है ताकि रो रो कर अपनी कहानी बता सके और आज तक वाले उसे ब्रेकिंग न्यूज़ बनाकर TRP बढ़ा सकें, इससे दोनों का फायदा होगा, आजतक वालों की TRP बढ़ेगी और इनकी जमकर कमाई होगी, मंहगे मंहगे विज्ञापन मिलेंगे दूसरी तरफ हनीप्रीत को भी रोने धोने और सहानुभूति हासिल करने का एक प्लेटफॉर्म मिल गया.

अन्ना हजारे शुरू करेंगे मोदी सरकार के खिलाफ आन्दोलन, केजरीवाल को दूर रहने की चेतावनी

anna-hazare-warn-modi-sarkar-for-andolan-ask-to-away-kejriwal

मशहूर अनशनकारी अन्ना हजारे ने अब मोदी सरकार के खिलाफ भी सड़क पर उतरने और आन्दोलन करने का फैसला किया है. इससे पहले अन्ना हजारे ने 2011 में भ्रष्टाचारी विरोधी आन्दोलन चलाया था जिसके समर्थन में पूरा देश उतर आया था, पिछली बार केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी लेकिन इस बार केंद्र में मोदी सरकार है. अन्ना हजाने का कहना है कि मोदी सरकार ने ना तो लोकपाल नियुक्त किया और ना ही भ्रष्टाचार को ख़त्म करने के लिए कोई कदम उठाया.

अन्ना हजारे ने कल दिल्ली के महाराष्ट्र सदन में एक प्रेस मीटिंग के दौरान कहा कि मोदी सरकार ना तो कालाधन ला पायी और ना ही स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू कर रही है, सभी वादे अधूरे हैं, लोकपाल की नियुक्ति के बजाय लोकपाल एक्ट 2013 को और कमजोर कर दिया गया है. इसलिए अब एक और आन्दोलन की जरूरत है क्योंकि 2011 के आन्दोलन के दौरान मेरों मांगों को आज तक पूरा नहीं किया गया है.

उन्होंने सभी समर्थकों को रालेगांव सिद्धि में उनके निवास पर आकर आगे की रूप देखा बनाने की अपील की है, उन्होंने कहा कि यह आन्दोलन इसी वर्ष के अंत में या अगले वर्ष के शुरुआत में किया जाएगा.

उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को इस आन्दोलन से दूर रहने की चेतावनी दी है. उन्होंने किरण बेदी और वीके सिंह पर भी निशाना साधते हुए कहा कि इन लोगों ने अपने फायदे के लिए बीजेपी ज्वाइन कर लिया.

मोदी ने ख़त्म किया भ्रष्टाचार बस रोड बनाने में खूब हो रही लूट, जमकर भ्रष्टाचार, इसको भी रोको

how-scam-and-corruption-in-road-construction-by-political-leader

भ्रष्टाचारियों और कालेधन वालों के लिए मोदी सरकार किसी काल या यमराज से कम नहीं है. अगर केंद्र में 10 साल तक मोदी सरकार रह गयी तो सभी भ्रष्टाचारियों और कालेधन चोरों का विनाश होना निश्चित है, 10 साल बाद देश में कोई भी भ्रष्टाचारी नहीं बचेगा और जो भी भ्रष्टाचार करेगा उसे जेल जाना ही होगा.

आपको बता दें कि सबसे अधिक भ्रष्टाचार और घोटाले केंद्र सरकार की योजनाओं के जरिये होता था, लाखों करोड़ रुपये लूट लिए जाते थे लेकिन मोदी सरकार ने सब बंद करवा दिया, जब से सरकार ने आधार नंबर को बैंक खाते से लिंक किया है और हर तरह का सरकारी लाभ सीधा बैंक खातों में भेजना शुरू किया है, लाखों करोड़ों डुप्लीकेट खाते बंद हो गए, करोड़ों फर्जी लोग गायब हो गए, लाखों करोड़ रुपये लुटने से बच गए.

आधार कार्ड से लिंक होते ही करीब साधे 3 करोड़ नकली LPG ग्राहक गायब हो गए और करीब 20 हजार करोड़ रुपये लुटने से बचने लगे, वरना ये लोग सरकारी सब्सिडी लूट लेते थे. इसके अलावा मदरसों ने 2 लाख के आसपास वजीफा पाने वाले बच्चे गायब हो गए क्योंकि फर्जी नाम लिखवाकर भ्रष्टाचारी लोग सरकारी पैसा खा जाते थे, इसी तरह से डेढ़ करोड़ राशन कार्ड गायब हो गए क्योंकि फर्जी राशन कार्ड बनाकर सरकारी राशन लूट लिया जाता था. इसी तरह से 30 लाख BPL कार्ड भी गायब हो गए. कहने का मतलब है कि मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार ख़त्म करके लाखों करोड़ रुपये लुटने से बचा लिए.

अब सिर्फ एक क्षेत्र है जहाँ पर जमकर लूट हो रही है, जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है. यह क्षेत्र है कंस्ट्रक्शन का क्षेत्र. रोड निर्माण में सभी पार्टियों के नेता, मंत्री, विधायक और पार्षद ठेकेदारों से मिलकर जमकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं. ये नेता रोड बनाने से पहले ठेकेदारों से कमीशन तय करते हैं, जो ज्यादा कमीशन देता है उसे ही ठेका दिया जाता है, नेता लोग ठेकेदारों से मोटा कमीशन ले लेते हैं, बदले में ठेकेदार लोग घटिया सामग्री मिलकर सीमेंटेड रोड का निर्माण कर देते हैं. जो रोड चलना चाहिए 10-15 साल, वह रोड सिर्फ 6 महीनें में टूटने लगता है. 

वैसे तो यह सबसे बड़ा करप्शन है क्योंकि रोड बनाने में ही सरकार के सबसे अधिक पैसे लगते हैं, जो रोड 10 साल चलना चाहिए वह रोड कमीशनखोरी के चक्कर में सिर्फ 6 महीनें में टूटने लगता है, यह पैसा जनता का होता है, अगर एक बार रोड 10 साल के लिए बन जाए तो जनता को बार बार टैक्स का बोझ नहीं सहना पड़ेगा लेकिन नेता लोग घटिया रोड बनवाते हैं और टूटने के बाद बार बार रोड बनवाते रहते हैं और बार बार कमीशन खाते रहते हैं. कई नेता तो पांच साल में करोड़ों रुपये कमा लेते हैं और उन्हें चुनाव में हार का भी डर रही रहता क्योंकि ये लोग अपनी सात पीढ़ियों के इंतजाम कर लेते हैं.

मोदी सरकार को इस क्षेत्र में जरूर ध्यान देना चाहिए. सभी सड़कों पर उन्हें बनाने वाले नेताओं और ठेकदारों का नाम लिखना चाहिए, अगर 10 साल से पहले रोड टूटे तो नेताओं और ठेकेदारों पर जुर्माना लगाना चाहिए और उनसे लूटा हुआ माल वापस छीन लेना चाहिए. सभी नेताओं को लगना चाहिए कि उनकी लूट की जांच होगी, ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट करना चाहिए ताकि उन्हें भी अपने अंजाम के बारे में पता रहे. अगर मोदी सरकार इस दिशा में भ्रष्टाचार ख़त्म कर देती है तो देश का बहुत बड़ा फायदा होगा क्योंकि पेट्रोल, डीजल और GST से सरकार को जो कमाई हो रही है, उसका अधिकतर भाग सड़क निर्माण में जा रहा है लेकिन जब 10 साल वाली सड़क 6 महीनें में टूट जाएगी तो उसे बनाने के लिए फिर से जनता पर टैक्स का बोझ लादना पड़ेगा. जनता बार बार इतना बोझ कैसे सह पाएगी. 

2019 में 2 लोग मोदी को वोट नहीं देंगे, भ्रष्टाचारी और जो अपने ही पैरों पर मारते हैं कुल्हाड़ी

narendra-modi-5-year-no-achhe-din-then-people-vote-for-congress

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश का विकास करने के लिए देशवासियों को कुछ ज्यादा ही कड़वे डोज दे दिए, पहले उन्होंने नोटबंदी कर दी जिसकी वजह से भ्रष्टाचारियों और कालेधन वालों का पैसा बैंकों में सीज हो गया, अब मोदी सरकार जांच करने के बाद उसे जब्त करेगी और उस पैसे को विकास के कामों में लगाएगी, इसके बाद मोदी सरकार ने GST लागू कर दिया जिसकी वजह से टैक्स चोरी करने वाले व्यापारियों को टैक्स देना पड़ रहा है, हालाँकि इससे भी सरकार को काफी आय होगी. 

प्रधानमंत्री मोदी ये सब अपने लिए नहीं कर रहे हैं बल्कि देश के लिए कर रहे हैं, वे जल्द से जल्द भारत का विकास करके उसे विकसित देशों की श्रेणी में खड़ा करना चाहते हैं लेकिन कुछ लोग उनके कडवे जोड़ को हजम नहीं कर पा रहे हैं. यह भी हो सकता है कि वे लोग अगली बार कांग्रेस पार्टी को वोट करें.

यह भी हो सकता है कि आम जनता भी कांग्रेस को वोट कर दे क्योंकि अटल बिहारी वाजपयी के साथ ऐसा ही हुआ था, उन्हें भी देश की जनता ने काम करने का पूरा मौका नहीं दिया था, जनता ने पांच साल में ही अटल सरकार को हटाकर 10 साल तक के लिए कांग्रेस की सरकार बना दी लेकिन इस दौरान जमकर भ्रष्टाचार, लूट और घोटाले हुए, पूरा देश बर्बाद हो गया, हर तरफ भ्रष्टाचार हो गया.

हमारे देश के लोग बहुत गुस्से वाले हैं, गुस्से में कुछ भी कर सकते हैं, कुछ लोगों को मोदी सरकार पर गुस्सा आने लगा है क्योंकि ये लोग सिर्फ पांच साल में मोदी सरकार से अच्छे दिन चाहते हैं, मतलब कांग्रेस को 60 साल दे दिया जबकि मोदी को सिर्फ 60 महीने.

यह भी हो सकता है कि नाराज देशवासी 2019 में उस पार्टी को वोट दे दें जो 60 वर्षों में अच्छे दिन नहीं ला सकी, 60 साल में ना देशवासियों को बिजली मिली, ना सड़कें बनीं, ना शिक्षा की हालत सुधरी, ना बेरोजगारी गयी, ना हेल्थ सिस्टम में सुधार आया, अब पिछले तीन वर्षों से मोदी हर कमी पूरी करने में लगे हैं, देश के सभी घरों में बिजली पहुंचा रहे हैं, सभी गरीबों को गैस दे रहे हैं, सबके लिए 24 घंटे बिजली की व्यवस्था कर रहे हैं, विकास करा रहे हैं, रोड और सड़कें बना रहे हैं. किसानों की दशा सुधारने का प्रयास कर रहे हैं. इसके बावजूद भी अगर कुछ लोग मोदी से नाराज हैं तो या तो ये भ्रष्टाचारी हैं या कुछ लोगों को अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने की आदत है.