केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को कन्हैया लाल की नृशंस हत्या की जांच अपने हाथ में लेने का निर्देश दिया। दो मुस्लिम कटटरपंथियों ने मंगलवार को गला काटकर कन्हैया लाल की ह्त्या कर दी, उनका कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में एक सोशल मीडिया पोस्ट किया था, कन्हैया का गला काटने वाले दोनों आरोपियों रियाज अख्तर और गौस मोहम्मद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
गृह मंत्रालय कार्यालय की ओर से ट्वीट कर जानकारी दी गई कि राजस्थान के उदयपुर में हुई कन्हैया लाल तेली की नृशंस हत्या की जांच को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को अपने हाथ में लेने का निर्देश दिया है। किसी भी संगठन की संलिप्तता और अंतरराष्ट्रीय संपर्क की गहन जांच की जाएगी।
उदयपुर में हुई दिल दहला देने वाली घटना के बाद पूरे देश में गुस्से का माहौल है, इंटरनेट को बंद कर दिया गया है और जिले में धारा 144 लगा दी गई है. कन्हैया की ह्त्या को केंद्र सरकार आतंकी घटना मान रही है और जांच के लिए एनआईए टीम को उदयपुर भेज दिया गया है, हत्या के तौर-तरीकों से आशंका जताई जा रही है कि हत्यारों के सम्बन्ध ISIS से हो सकते हैं.
कन्हैया लाल की गला काटकर ह्त्या करने के बाद हत्यारों ने दो वीडियो जारी किये, एक वीडियो में वह ह्त्या करते हुए दिखाई दे रहे थे जबकि दूसरे वीडियो में कहा कि हमें एक व्यक्ति का सर काट दिया है, यही नहीं हत्यारों ने पीएम मोदी को भी धमकी दी.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, इस घटना को गंभीरता से लिया जा रहा है, आरोपियों के क्या इरादे थे, उनके किससे लिंक थे राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय स्तर पर, इन सभी बातों का खुलासा होगा। उदयपुर के एसपी मनोज कुमार ने कहा, अपराधी की कोई जाति नहीं होती है। जिसने भी अपराध किया है उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। मैं सभी से कानून में विश्वास रखने की अपील करता हूं। कानून व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है। हत्या के बाद कोई घटना नहीं हुई है और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है.
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