भारत का पडोसी देश श्रीलंका इस समय आर्थिक संकट से गुजर रहा है, लोगों ने राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे का इस्तीफे की मांग को लेकर उनके आवास के बाहर प्रदर्शन किया, इसके बाद शनिवार को राष्ट्रपति ने देश में आपाताकाल की घोषणा कर दी. श्रीलंका में खाद्य संकट को दूर करने के लिए भारत ने खाद्य सामग्री भेजने की घोषणा की है.
भूखमरी को खत्म करने के लिए भारत ने श्रीलंका के लिए 40000 टन चावल का सप्लाई किया है। सबसे राहत की बात ये है कि चावल की सप्लाई श्रीलंका में एक प्रमुख त्योहार से पहले की जा रही है। उम्मीद है कि भारत द्वारा की गई इस मदद से श्रीलंका को कुछ राहत मिलेगी। श्रीलंका में गंभीर आर्थिक संकट और भारी विरोध प्रदर्शन के चलते पूरे देश में आपातकाल लगा दिया गया है। हिंसा और विरोध प्रदर्शन को देखते हुए राष्ट्रपति ने पूरे देश में कर्फ्यू का ऐलान कर दिया है।
पेट्रोल और डीजल की भारी किल्लत के बाद पंप पर सैना तैनात कर दी गई है. साथ ही बिजली संकट भी पैदा हो गया है. श्रीलंका में साल 2015 के बाद से महंगाई रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गई है. जिसके बाद सब्जी और किराना के सामानों के दाम आसमान छू रहे हैं.
श्रीलंका में एक किलो मिर्च की कीमत 287 फीसदी बढ़कर 710 रुपए हो गई है. यहीं नहीं आलू के लिए आम जनता को 200 रुपए से ज्यादा चुकाने पड़ रहे हैं. यहां एक लीटर पेट्रोल की कीमत 254 रुपए है, जबकि एक लीटर दूध 263 रुपए बिक रहा है. एक ब्रेड की कीमत फिलहाल 150 रुपए है.
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