पुलिस ने 7 मोबाइल फोन, 57 हस्ताक्षरित चेक, 5 जाली पहचान पत्र, 22 जाली नियुक्ति पत्र, लखनऊ सचिवालय में प्रवेश पास, मार्कशीट, 14 व्यक्तियों के प्रमाण पत्र और एक महिंद्रा XUV 700 जब्त की है, जिसका कोई पंजीकरण नंबर नहीं है। इस ग्रुप ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर सैकड़ों बेरोजगार युवकों को ठगा।
यूपी एसटीएफ का कहना है, 'हमें सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने की लगातार शिकायत मिल रही थी. इन शिकायत पर हमने कार्रवाई तो पता चला कि पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या का निजी सचिव अरमान खान, असगर अली, जमील, फैजी, विशाल गुप्ता, अमित राव, मुन्नवर, सैफी आदि ठगी का काम करते हैं.'
यूपी एसटीएफ के मुताबिक़, 'अमित राव, अरमान व फैजी के माध्यम से इस गैंग से जुड़ा और असगर के माध्यम से लड़कों से नियुक्ति के नाम पर पैसे लेता था. अरमान से अन्य विभागों में ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए फोन कराता था, जिससे उसकी अपने क्षेत्र में धाक बनी रहती थी.
Post A Comment:
0 comments: