महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने एन सी बी के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेडे और उनके परिवार के खिलाफ की गई टिप्पणी के लिए बम्बई उच्च न्यायालय के समक्ष बिना शर्त माफी मांग ली है। मलिक ने कहा कि उनकी असम्मान या नीचा दिखाने की कोई मंशा नहीं थी।
समीर वानखेडे के पिता ध्यानदेव वानखेडे द्वारा एस जे कठावाला और मिलिंद जाधव की खंडपीठ के समक्ष याचिका प्रस्तुत की गई थी। तीन पृष्ठ के हलफनामे में मलिक ने कहा है कि यह वक्तव्य एक साक्षात्कार के दौरान कहे गए थे। अदालत ने हलफनामे और माफी को स्वीकार करते हुए खंडपीठ ने कहा कि मलिक का एक मंत्री होने के नाते किसी जन-अधिकारी के खिलाफ बोलने से पहले उचित मंच का इस्तेमाल करना चाहिए।
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