केंद्रीय गृहराज्य मंत्री बने रहेंगे अजय मिश्र टेनी, राहुल गांधी कर रहे हैं इस्तीफे की मांग

Rahul Singh Author:

लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में एसआईटी की रिपोर्ट के बाद अब एक बार फिर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे की मांग की जा रही है. इस बीच खबर आ रही है कि अजय मिश्रा को पद से नहीं हटाया जाएगा. सूत्र ने बताया कि एसआईटी सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच कर रही है। ऐसे में अजय मिश्रा जांच को प्रभावित नहीं कर सकते। इसलिए उन्हें हटाने का कोई कारण नहीं है। साथ ही सूत्र ने कहा कि अजय मिश्रा यूपी के गृह मंत्री नहीं हैं, जो जांच को प्रभावित कर सकते हैं। आरोप अजय मिश्रा के बेटे पर हैं, उन्हें दोषी नहीं ठहराया गया है। इसलिए उन्हें हटाने की कोई जरूरत नहीं है। सरकारी सूत्र ने यह जानकारी एबीपी न्यूज़ को दी है.

आज संसद में अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग को लेकर काफी हंगामा हुआ और इसी वजह से सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। लखीमपुर खीरी मामले में, एसआईटी ने मंगलवार को एक अदालत में कहा था कि चार किसानों और एक पत्रकार की हत्या एक “सुनियोजित साजिश” थी। साथ ही एसआईटी ने मामले में और भी गंभीर धाराएं शामिल करने का अनुरोध किया था। अदालत ने मंगलवार को एसआईटी को मुकदमे में हत्या के प्रयास की धारा जोड़ने की अनुमति दी थी। 

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ़ मोनू और उनके 13 साथियों पर 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में विरोध कर रहे किसानों को जीप से कुचलने का आरोप है. इस घटना में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद हिंसा हुई.

एसआईटी की रिपोर्ट के बाद आज सुबह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में स्थगन नोटिस दिया. राहुल गांधी ने सदन के बाहर कहा कि गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को इस्तीफा देना होगा और जेल भी जाना होगा. उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री किसानों से माफी मांगते हैं और दूसरी तरफ 'किसानों की हत्या' करने वाले को मंत्री बना रहे हैं.

फेसबुक, WhatsApp, ट्विटर पर शेयर करें

India

Post A Comment:

0 comments: