बंगाल विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है, सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस भी लेफ्ट समेत कई दलों से गठबंधन करके चुनाव कर रही है, इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने पार्टी पर सवाल उठाये हैं, उन्होंने कहा कि बंगाल में ISF के साथ कांग्रेस का गठबंधन सेकुलरिज्म के खिलाफ है, ISF से कांग्रेस का गठबंधन सेकुलरिज्म के खिलाफ है.
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा ने अपने ट्वीट में लिखा, आईएसएफ और ऐसे अन्य दलों के साथ कांग्रेस का गठबंधन पार्टी की मूल विचारधारा, गांधीवाद और नेहरूवादी धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ है, जो कांग्रेस पार्टी की आत्मा है। इन मुद्दों को कांग्रेस कार्य समिति पर चर्चा होनी चाहिए थी। उन्होंने आगे लिखा, सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई में कांग्रेस चयनात्मक नहीं हो सकती है। हमें हर सांप्रदायिकता के हर रूप से लड़ना है। पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की उपस्थिति और समर्थन शर्मनाक है, उन्हें अपना पक्ष स्पष्ट करना चाहिए।
सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई में कांग्रेस चयनात्मक नहीं हो सकती है। हमें हर सांप्रदायिकता के हर रूप से लड़ना है। पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की उपस्थिति और समर्थन शर्मनाक है, उन्हें अपना पक्ष स्पष्ट करना चाहिए।
— Anand Sharma (@AnandSharmaINC) March 1, 2021
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने लेफ्ट और इंडियन सेकुलर फ्रंट (आईएसएफ) के साथ गठबंधन किया है, आईएसएफ कट्टर इस्लामिक पार्टी है, जबकि कांग्रेस पार्टी हमेशा सेकुलरिज्म का ढिंढोरा पीटती है.
बंगाल विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का मुकाबला भाजपा और नवगठित गठबंधन से है। वाम-कांग्रेस-आईएसएफ गठबंधन ने पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों के लिए अपने अभियान की शुरुआत कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में एक बड़ी रैली के साथ की।