केंद्र सरकार द्वारा बनाये गए तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में पिछले लगभग 2 महीनों से दिल्ली बॉर्डर पर हजारों किसान आंदोलन कर रहे हैं, मामला सुलझाने के लिए अबतक सरकार और किसानों के बीच 11 दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन कोई हल नहीं निकल सका है, आंदोलनकारी किसान अब गन्दी हरकत पर उतर आये हैं, जी हाँ! जिसकी वजह से अब किसानों की नीयत पर भी सवाल उठने लगे हैं.
दरअसल सरकार से बातचीत करने के लिए शुक्रवार ( 22 जनवरी, 2021 ) को किसान नेता विज्ञान भवन जा रहे थे, उससे पहले किसानों को जब सेक्युरिटी चेक के लिए रोका गया तो बवाल हो गया, एक किसान ने खुद गाड़ी का शीशा तोड़ दिया और बाद में मीडिया के सामने पुलिस और सरकार पर आरोप मढ़ दिया। लेकिन सोशल मीडिया के समय में उनका यह झूठ ज्यादा देर नहीं टिक पाया. आरोप के कुछ देर बाद एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें साफ देखा जा सकता है कि किसान डंडे से खुद अपनी गाड़ी का शीशा तोड़ रहा है।
सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं: पंजाब के किसान नेता रुल्लू सिंह मनसा ने आज सरकार के साथ बैठक में आरोप लगाया कि दिल्ली में पुलिस ने उनकी कार का शीशा तोड़ा जबकि इस वीडियो में वास्तविकता देखें। pic.twitter.com/atYehvhp4o
— Vikas Bhadauria (ABP News) (@vikasbha) January 22, 2021
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिस गाड़ी का शीशा टूटा है वह पंजाब किसान यूनियन के प्रेजिडेंट रूलदु सिंह मानसा की है. वायरल वीडियो विज्ञान भवन के बाहर सिक्योरिटी एरिया का बताया जा रहा है. सेक्युरिटी चेक के दौरान एक किसान नेता ने अपना आपा खो दिया और फिर अपनी का शीशा डंडा मारकर तोड़ दिया। पीछे राकेश टिकैत भी दिखाई दे रहे हैं वीडियो में.
गाडी का सीसा तोड़ने के बाद किसान ने मीडिया को बयान देते हुए कहा, “हम लोग बैठक के लिए जा रहे थे, विज्ञान भवन से पहले पुलिस वालों ने हमें रोका और डंडे से हमला कर हमारी गाड़ी का शीशा तोड़ दिया। किसान नेता का यह झूठ ज्यादा देर नहीं टिक पाया और एक ऐसा वीडियो सामने आया जिसने सरकार को बदनाम करने की किसान नेताओं की साजिश को बेनकाब कर दिया। अगर वीडियो न वायरल हुआ होता तो यह किसान नेता आरोप लगा देते कि सरकार जानबूझकर जुल्म करवा रही है, लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद मोदी सरकार को बदनाम करने की साजिश बेनकाब हो गई।