केंद्र सरकार द्वारा बनाये गए तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में पिछले एक महीनें से दिल्ली बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान आंदोलन कर रहे हैं, किसान आंदोलन के बहाने कुछ राजनैतिक पार्टियों के नेता अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रही हैं, इसी कड़ी में कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू भी किसान आंदोलन में पहुंचे लेकिन उनका वहां कड़ा विरोध हुआ, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, किसान आंदोलन में रवनीत सिंह बिट्टू की पिटाई भी हुई, उसके बाद वो वहां से चले गए…घटना से जुड़ा एक वीडियो शेयर करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने अपने ट्वीट में लिखा, जब बहरूपिए कांग्रेसी किसानों द्वारा पीटे गये। अगला नंबर किस कांग्रेसी का?
जब बहरूपिए कांग्रेसी किसानों द्वारा पीटे गये। अगला नंबर किस कांग्रेसी का? pic.twitter.com/VmL6BmS6hV
— Gaurav Bhatia गौरव भाटिया 🇮🇳 (@gauravbh) January 24, 2021
पंजाब के लुधियाना से कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने इससे पहले केंद्र की मोदी सरकार को धमकाते हुए कहा कि था कि वो सोचते हैं कि हम यहाँ पर बैठे हैं इतने दिनों से तो बैठे-बैठे थक जाएँगे। उन्होंने कहा था, 1 तारीख (जनवरी 1, 2020) के बाद हम लाशों के भी ढेर लगाएँगे। हम अपना खून भी देंगे। हम इसके लिए कहीं भी, किसी भी हद तक जा सकते हैं।
किसान आंदोलन में पिटने के बाद कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा, हम भागने वाले नहीं है. पहले भी शहादत दी है. हम पर बड़ी प्लानिंग के तहत हमला किया गया है, मारने की प्लानिंग थी. हम लोगों पर कातिलाना हमला किया गया है. हमारी पगड़ी पर हमला किया गया. लाठी से हमला हुआ. हम जाने वाले नहीं है. कुछ लोग हैं, इनसे सरकार और एजेंसी निपट लेंगी. 26 जनवरी को जो होना था वो आज ही एक्सपोज हो गया. उनके हाथ में झंडे थे, वो किसानों के झंडे नहीं थे.
कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू इससे पहले उस वक्त सुर्ख़ियों में आये थे जब इन्होनें पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह से माँग की थी कि जत्थेदार हरप्रीत सिंह, दिलजीत दोसाँझ और जैजी बी पर FIR की जाए, क्योंकि इन्होने SFJ और पन्नू के खालिस्तान की माँग का समर्थन किया है।