ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) चुनाव की मतगणना जारी है। शुरुवाती रुझानों से स्पष्ट है कि हैदराबाद भगवामय होने वाला है, जी हाँ! असदुद्दीन ओवैसी के गढ़ में घुसकर भाजपा ने बम्पर बढ़त बना ली है. भाजपा की बम्पर बढ़त से ओवैसी के खेमे में सन्नाटा पसर गया है। वहीँ सत्तारूढ़ टीआरएस खेमे में भी खलबली मच गई है, इसका अंदाजा तेलंगाना के मंत्री के बयान से लगाया जा सकता है.
तेलंगाना की सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति ( टीआरएस ) के नेता और मंत्री तलसानी श्रीनिवास यादव ने कहा कि स्थानीय निकाय चुनाव ( हैदराबाद निकाय चुनाव ) में क्या जरूरत थी केंद्रीय नेताओं की, उन्होंने कहा कि भाजपा को बड़े नेताओं से चुनाव प्रचार नहीं करवाना था, उन्होंने कहा कि किसान वरोध प्रदर्शन कर रहे हैं उसपर कुछ नहीं बोलते, यहाँ प्रचार करने आ गए थे।
Why did Central government leaders come here to interfere in a local body election when there are so many pressing issues like the farmers' protests going on in India, is what is not understandable: Telangana Minister Talasani Srinivas Yadav, on the 2020 GHMC elections pic.twitter.com/avK69ZC2VU
— ANI (@ANI) December 4, 2020
गौरतलब है कि ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) चुनाव प्रचार में सभी दलों ने अपनी ताकत झोंक दी थी, बीजेपी ने पहली बार किसी नगर निगम चुनाव में किसी बड़े चुनाव की तरह सारी ताकत लगा दी। अमित शाह, नड्डा और योगी समेत सभी बडे़ नेताओं ने प्रचार किया। जिसका फायदा भाजपा को मिलता हुआ दिखाई दे रहा है।
पिछले निकाय चुनाव में जहाँ ओवैसी की पार्टी ने 33 सीटें जीती थी जबकि भाजपा ने सिर्फ 5 सीटें जीती थी, लेकिन इस बार तस्वीर इससे बहुत ज्यादा अलग है, भाजपा जहाँ 80 सीटों पर आगे चल रही है तो वहीँ AIMIM अपना पुराना प्रदर्शन दोहरा नहीं पाई, सिर्फ 17 सीटों पर आगे चल रही है. भाजपा ने ओवैसी के गढ़ में घुसकर सेंध लगा दी, इसमें कोई दो राय नहीं।