कृषि कानून के विरोध में किसान संगठनों ने आज भारत बंद बुलाया है, अपनी राजनैतिक रोटी सेंकने के लिए कांग्रेस समेत कई राजनैतिक पार्टियां भी भारत बंद में कूद गई हैं। हालाँकि भारत बंद का अब कोई ख़ास असर नहीं दिख रहा है, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ( आरएसएस ) से समर्थन माँगा है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि हम मोहन भागवत से पूछना चाहते हैं कि अगर मोदी जी किसान संघ और किसानों की बात नहीं सुन रहे हैं तो RSS मोदी जी को समर्थन देना बंद करे। हमारे साथ सड़क पर आएं। इसमें कोई राजनीति नहीं है.
आपको बता दें कि कृषि कानून के विरोध में “भारतीय किसान संघ” ( आरएसएस का संगठन ) ने भी प्रदर्शन किया था, हालाँकि किसान संघ की मांग अलग है, किसान संघ चाहता है कि कानून में संसोधन हो, जबकि अन्य किसान संगठन चाहते हैं कि कृषि कानून रद्द हो, दिलचस्प बात यह है कि भारतीय किसान संघ ने भारत बंद का बहिष्कार भी किया है.
हम मोहन भागवत से पूछना चाहते हैं कि अगर मोदी जी किसान संघ और किसानों की बात नहीं सुन रहे हैं तो RSS मोदी जी को समर्थन देना बंद करे। हमारे साथ सड़क पर आएं। इसमें कोई राजनीति नहीं है: दिग्विजय सिंह, कांग्रेस #FarmersProtest pic.twitter.com/IyPtmgilHl
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 8, 2020
“भारतीय किसान संघ” ने बयान जारी करके कहा कि अभी तक किसान आंदोलन अनुशाषित तरीके से चला है, परन्तु पिछले कुछ दिनों के घटनाक्रम को ध्यान में रखते हुए यह कहना उचित नहीं होगा कि विदेशी ताकतें, राष्ट्रद्रोही तत्व, एवं कुछ राजनैतिक दलों का प्रयास किसान आंदोलन को अराजकता की ओर मोड़ देने में प्रयासरत है. अपनी बात को मजबूती देने के लिए किसान संघ ने 2017 में हुई मंदसौर की एक घटना का उदाहरण भी दिया है. जिसमें 6 किसानों की गोली लगने से मौत हो गई थी, 32 गाड़ियां जलकर ख़ाक हो गई थी, व् कुछ दुकाने और घर भी जल गए थे।
दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह आरएसएस के खिलाफ बहुत कुछ बोलते थे लेकिन समय का चक्र ऐसा घूमा की आरएसएस से समर्थन मांग रहे हैं.