पश्चिम बंगाल में जंगलराज चरम पर है, ममता सरकार इसे रोकने में नाकामयाब हो रही है, एक हफ्ते भी नहीं बीतते की किसी न किसी भाजपा नेता के ह्त्या की खबर आ ही जाती है, ये सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
नादिया जिले में रविवार को 34 साल के एक बीजेपी कार्यकर्ता का शव पेड़ से लटका मिला। बीजेपी ने सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाया है। बीजेपी का कहना है कि गायेशपुर का निवासी बिजॉय सिल उनका कार्यकर्ता था और तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने उसकी जान ले ली। सत्ताधारी पार्टी ने इन आरोपों को खारिज किया है।
নদীয়া জেলার কল্যাণীর গয়েশপুরে বিজেপি কার্যকর্তা শ্রী বিজয় শীলকে তৃণমূল নৃশংস ভাবে হত্যা করেছে। তৃণমূলের নির্যাতন থেকে বাংলার মানুষকে পরিত্রাণ দিতে ভারতীয় জনতা পার্টি প্রতিজ্ঞাবদ্ধ.. লড়াই চলছে চলবে.. ✊@BJP4Bengall @BJP4India @BJPMM4Bengal @MrsGandhi pic.twitter.com/U8VHjuR1fG
— Agnimitra Paul Official (@paulagnimitra1) November 1, 2020
बिजॉय के भतीजे और गायेशपुर शहर में बीजेपी युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष बप्पा सिल ने कहा, ”उन्होंने पिछले साल लोकसभा चुनाव से पहले टीएमसी से इस्तीफा दे दिया था और बीजेपी में शामिल हो गए थे। गायेशपुर म्युनिसिपैलिटी में बीजेपी के बढ़ते प्रभाव में उनकी भूमिका हत्या के पीछे असली वजह है।
बीजेपी ने हत्या के विरोध में कल्याणी सब डिविजन में सोमवार को 12 घंटे बंद का ऐलान किया है। बीजेपी सांसद मुकुल रॉय ने कहा, बीजेपी के सदस्य बिजॉय सिल की क्रूरता से हत्या कर दी गई। पैटर्न वही पुराना है। इस बार यह गायेशपुर में हुआ है। पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था पूरी तरह खत्म हो गया है।