पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के काफिले पर अचानक जानलेवा हमला हो गया, इस हमले में दिलीप घोष बाल-बाल बच गए. उत्तर बंगाल के अलीपुरद्वार में दिलीप घोष के काफिले पर हमला उस समय हुआ, जब वे मदारीहाट में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत कर वापस लौट रहे थे। इस हमले में विधायक विल्सन चंपामारी का वाहन क्षतिग्रस्त हुआ है। भाजपा ने हमलें का आरोप सूबे की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ( टीएमसी ) पर लगाया है.
इस हमले में दिलीप घोष बाल-बाल बच गए, जिस गाड़ी में दिलीप घोष बैठे थे वह आगे निकल गई और पीछे आ रही कई गाड़ियां हमले की चपेट में आ गई। इस घटना के बाद पश्चिम बंगाल में राजनीति गरमा गई है। दिलीप घोष ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमले का आरोप लगाया है। दिलीप घोष के काफिले पर न सिर्फ ताबड़तोड़ पत्थरबाजी की गई बल्कि काले झंडे भी दिखाए गए।
भाजपा के कदावर नेता एवं बंगाल के प्रदेश अध्यक्ष माननीय श्री दिलीप घोष जी के काफिले के ऊपर हमला किया गया। हमला दिखाता है कि किस प्रकार बंगाल कि ममता सरकार को उनका अंत दिख रहा हैं।
बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाकर निष्पक्ष मध्यावधि राज्य चुनाव सुनिश्चित किया जाना चाहिए। @BJP4Bengal— Rahul Kothari Bjp (@RahulKothariBJP) November 12, 2020
दिलीप घोष के काफिले पर हुए जानलेवा हमले के बाद भाजपा नेता राहुल कोठारी ने ट्वीट करके कहा कि दिलीप घोष जी के काफिले के ऊपर हमला दिखाता है कि किस प्रकार बंगाल कि ममता सरकार को उनका अंत दिख रहा हैं। बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाकर निष्पक्ष मध्यावधि राज्य चुनाव सुनिश्चित किया जाना चाहिए।