हाथरस, 10 अक्टूबर: हाथरस केस में नक्सल कनेक्शन सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। आरोप है कि पीड़िता के घर में भाभी बनकर रह रही महिला नक्सली है, एसआईटी की टीम मध्य प्रदेश के जबलपुर की रहने वाली इस महिला की तलाश में जुटी है. इसी बीच नक्सली होने का आरोप लगने पर प्रोफेसर डॉक्टर राजकुमारी बंसल मीडिया के सामने एक बयान जारी किया. उन्होंने कहा कि मेरा नक्सल से कोई रिश्ता नहीं है, मैं केवल आत्मीयता के तौर पर हाथरस गैंगरेप पीड़िता के घर गई थी।
इन सबके बीच खबर आ रही है कि नकली भाभी को पकड़ने के लिए यूपी पुलिस महिंद्रा TUV लेकर मध्यप्रदेश, जबलपुर के लिए निकल चुकी है. जल्द ही नकली भाभी को पकड़कर यूपी पुलिस या तो लखनऊ ले जायेगी या हाथरस केस की जांच कर रही एसआईटी को सौंप देगी। नकली भाभी से पूछताछ के दौरान बड़ा खुलासा हो सकता है.
ये है हाथरस की #नक्सल_भौजी : जबलपुर की डॉक्टर राजकुमारी बंसल जिसका इंटरव्यू पीड़िता की भाभी बताकर चित्रा त्रिपाठी अग्रवाल और प्रज्ञा मिश्रा यादव द्वारा हिंसा भड़काने के लिए लिया गया, और फरार करा दिया गया।
यूपी पुलिस TUV लेकर इसे पकड़ने निकली है। pic.twitter.com/nWChZW4FZV
— Prashant Patel Umrao (@ippatel) October 10, 2020
नकली भाभी उर्फ़ प्रोफेसर राजकुमारी बंसल ने दावा किया है कि मैं एक डॉक्टर हूँ, मेरा नक्सल से कोई सम्बन्ध नहीं है, अब सवाल यह उठता है कि क्या कोई डॉक्टर मुंह ढककर बात करता है क्या?
बता दें कि एसआईटी की जांच में सामने आया है कि 16 सितंबर से लेकर 22 सितंबर तक पीड़िता के घर में रहकर नक्सली महिला बड़ी साजिश रच रही थी. इससे पहले पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि इस केस से जुड़े फंडिंग मामले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और भीम आर्मी के लिंक भी मिले हैं।