हाथरस केस को लेकर राजनैतिक पार्टियां व तथाकथित दलित संगठन योगी सरकार का विरोध कर रहे हैं, सोमवार 5 अक्टूबर को हाथरस मामले को लेकर छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चंपा जिले में भीम आर्मी और काँग्रेसी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन ने किया, इस दौरान भीम आर्मी और काँग्रेसी कार्यकर्ताओं के बीच भिड़ंत हो गई, इसके बाद एक-दूसरे पर जमकर लात-जूते और थप्पड़ बरसे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भीम आर्मी ने विरोध प्रदर्शन के दौरान कॉन्ग्रेस पार्टी के ख़िलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी थी, इसी के कारण दोनों दलों में झड़प हुई। प्रदर्शन के दौरान भीम आर्मी के सदस्यों ने छत्तीसगढ़ में कॉन्ग्रेस सरकार के खिलाफ दलित विरोधी होने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की, जिसके कारण कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता भड़क गए। नतीजतन, दूसरी ओर से भी भीम आर्मी पर हमला बोल दिया गया।
#WATCH Congress & Bhim Army activists clashed in Janjgir-Champa, Chhattisgarh y'day. Police said, "Congress workers were protesting against Hathras case. Meanwhile, Bhim Army members went there & started sloganeering against them, leading to the clash." (Note – abusive language) pic.twitter.com/faHkk89vLM
— ANI (@ANI) October 5, 2020
न्यूज़ एजेंसी एएनआई द्वारा जारी की गई वीडियो में देख सकते हैं कि दोनों दल के कार्यकर्ता एक दूसरे को पकड़ कर मारने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं पुलिस उन्हें छुड़ा-छुड़ा कर अलग कर रही है। इसके बाद वीडियो में दोनों समूहों को एक दूसरे के खिलाफ अपमानजनक नारे लगाते हुए भी देखा जा सकता है। पुलिस अधिकारी ने इस संबंध में कहा, कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता हाथरस मामले में प्रदर्शन कर रहे थे। इस बीच भीम आर्मी वाले आ गए और उनके ख़िलाफ़ नारेबाजी करनी शुरू कर दी। इसके बाद ही हिंसा भड़की।
आपको बता दें कि हाथरस मामलें को लेकर भीम आर्मी ज्यादा सक्रिय दिखाई दे रही है क्योंकि आरोपी सवर्ण हैं, सवर्णों के खिलाफ भीम आर्मी जहर उगलने के लिए जानी जाती है, हालाँकि दलित युवती के साथ बलात्कार यूपी के बलरामपुर में भी हुआ है पर उसपर भीम आर्मी और कांग्रेस दोनों खामोश हैं क्योंकि आरोपी मोहम्मद शाहिद, मोहम्मद शाहिल और साजिद हैं। इसलिए कोई नहीं सनक रहा है. कई दलित बच्चियों के साथ गैंगरेप की घटना कांग्रेस शाषित राजस्थान में भी हुई लेकिन उसको लेकर भी भीम आर्मी लगभग खामोश ही है.