हाथरस केस में राजनीति अपने चरम पर है, लगभग सभी विपक्षी पार्टियों के नेता हाथरस पहुँच रहे हैं अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेंकने, इसी कड़ी में सोमवार को राज्यसभा सांसद संजय सिंह की अगुवाई में आम आदमी पार्टी का एक डेलिगेशन भी पीड़ित परिवार से मुलाक़ात करने पहुंचा। इस डेलिगेशन में आम आदमी पार्टी के विधायक कुलदीप कुमार भी थे जो कोरोना पॉजिटिव हैं, इसके बावजूद पीड़ित परिवार से मिलने गए।
MLA कुलदीप कुमार की घोर लापरवाही से हाथरस पीड़ित परिवार की जान संकट में आ गई है. जैसे ही उन्हें खबर मिली कि जो विधायक उनसे मिलकर गए हैं वे कोरोना संक्रमित थे परिजन दहशत में आ गए, इसके बाद से परिजन बाहरी लोगों से दूरी बना रहे हैं. इतना ही नहीं आप विधायक की इस करतूत से पूरे गांव में कोरोना फैलने की आशंका जताई जा रही है।
29 सितम्बर को केजरीवाल जी के विधायक अपने आप को कोरोना पॉजिटिव बता रहे हैं और 4 तारीख को सभी की जान जोख़िम में डालकर ये घटिया राजनीति करने हाथरस चले गए। कौनसे प्रोटोकॉल के तहत ये 5 दिन में हाथरस गए? इनपर एपिडेमिक एक्ट के तहत तुरंत कार्यवाही होनी चाहिए। pic.twitter.com/tOExmBcrpP
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) October 5, 2020
मंगलवार को जैसे ही जानकारी सामने आई कि एक बड़े टीवी चैनल की पत्रकार समेत कई लोग कोरोना संक्रमित हो गए हैं तुरंत शासन से कोरोना टेस्टिंग के लिए गांव में टीमें भेजने का आदेश दिया गया।
बता दें कि दिल्ली की कोंडली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के विधायक कुलदीप कुमार 6 दिन पहले कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट आने के बाद भी आप विधायक सोमवार को हाथरस (Hathras) पीड़ित परिवार से मिलने पहुंच गए. अब उनका उनका पिछला ट्वीट वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने कोरोना से संक्रमित होने की कही है.
अब सवाल उठता है कि जब विधायक कोरोना से संक्रमित थे तो फिर वो परिजनों से मिलने क्यों पहुंचे. क्योंकि पॉजिटिव आने के बाद 15 दिन तक क्वारंटीन होना होता है. उसके बाद टेस्ट कराना होता है अगर टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव है तभी आप बाहर निकल सकते हैं।