नई दिल्ली, 11 अगस्त: राजस्थान में पिछले एक महीनें से जारी राजनीतिक अस्थिरता का अंत हो चुका है, पूर्व उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट सहित सभी बागी कांग्रेस विधायक वापस कांग्रेस पार्टी में लौट आये हैं। कांग्रेस को फिर से बहुमत मिल चुका है।
इससे पहले कांग्रेस ने ही सचिन पायलट और उनके साथ गुरुग्राम के होटल में छुपे कांग्रेसी विधायकों पर भाजपा के हाथों बिकने और कांग्रेस पार्टी से गद्दारी का आरोप लगा दिया था। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तो सचिन पायलट को इशारों इशारों में निकम्मा तक कह डाला था लेकिन अब दोनों नेताओं के बीच मतभेद ख़त्म हो चुके हैं। सचिन पायलट ने भी कांग्रेस में वापसी की पुष्टि कर दी है और सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी, प्रियंका गाँधी का धन्यवाद किया है।
I thank Smt Sonia Ji, @RahulGandhi Ji, @priyankagandhi Ji & @INCIndia leaders for noting & addressing our grievances.I stand firm in my belief & will continue working for a better India, to deliver on promises made to the people of Rajasthan & protect democratic values we cherish pic.twitter.com/kzS4Qi1rnm
— Sachin Pilot (@SachinPilot) August 10, 2020
सचिन पायलट की कांग्रेस पार्टी में वापसी के बाद रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा पर फिर से तंज कसते हुए कहा –
राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रम के पटाक्षेप पर आठ करोड़ प्रदेशवासियों को बधाई। श्री राहुल गाँधी की दूरदृष्टि व सबको साथ ले कर चलने का संकल्प व श्रीमती प्रियंका गाँधी का सहयोग रंग लाया। श्री अशोक गहलोत की परिपक्वता व श्री सचिन पायलेट के विश्वास व निष्ठा ने हल निकाला।
ये राजस्थान के तरक़्क़ी पथ पर चलने की जीत है। ये भाजपा को करारा जबाब है जो अल्पमत में हो कर व जनता से दरकिनार किए जाने के बावजूद सरकार बनाने के सपने देख रहे थे।
ये वही हैं जो सब हथकंडे अपनाने के बाद भी भाजपा विधायक दल की बैठक तक नही बुला पाए व आख़िर में बाड़ेबंदी करनी पड़ी।अब सब गिले-शिकवे और कड़वाहट भुला सभी विधायक व कांग्रेस के साथी शक्तिशाली, शांतिप्रिय व तरक़्क़ीपसंद राजस्थान के लिए काम करेंगे। यही वीरभूमि राजस्थान का ध्येय व कर्म है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सचिन पायलट की नाराजगी के बाद कांग्रेस पार्टी के ही लोगों ने उन्हें बिकाऊ, गद्दार और भाजपा एजेंट बोलना शुरू कर दिया था, शायद अब उन पर कांग्रेस कार्यकर्ता भरोसा नहीं करेंगे क्योंकि कांग्रेसियों को हमेशा यह डर सताता रहेगा कि पता नहीं कब सचिन पायलट 20 – 30 विधायकों को लेकर भाजपा में शामिल हो जांय। खैर सचिन पायलट ने ये राजनीति करके अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली है। अब उनकी चमक फीकी पड़ जाएगी।