अयोध्या में राममंदिर निर्माण शुरू होनें के बाद उर्दू शायर मुनव्वर राणा बौखला गए हैं, ऐसा लग रहा है कि उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है, इसलिए वो कुछ भी अनाप-शनाप बोल रहे हैं, सारी मर्यादाएं क्रॉस करते हुए मुनव्वर राणा ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व प्रधान न्यायाधीश सीजेआई रंजन गोगोई पर बेहद ही आपत्तिजनक टिप्पणी की है.
मुनव्वर राणा ने राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा नवम्बर 2019 में दिए गए ऐतिहासिक निर्णय को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। उन्होंने कहा, “भारत के पूर्व CJI रंजन गोगोई जितने कम दाम में बिके, उतने में हिंदुस्तान की एक ₹#डी भी नहीं बिकती है।
साथ ही उन्होंने रंगन गोगोई को राज्यसभा सदस्य बनाए जाने पर भी आपत्ति जताते हुए कहा कि राम मंदिर पर उनका फैसला अच्छा था या बुरा, उन्हें राज्यसभा की सदस्यता नहीं दी जानी चाहिए थी। इसके बाद उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि राम मंदिर मामले में न्याय नहीं हुआ बल्कि धोखाधड़ी हुई।
ताउम्र ‘ माँ ‘ के नाम पर संवेदनाओं की भरपूर कमाई खाने वाले एक शायर की खाल में छुपा रंगा सियार देखिए, एक नारी और देश की सवोच्च अदालत के लिए इनकी ज़ुबान देखिए, फिर ग़द्दार कहो तो कुंठित आत्माएँ तड़प उठेंगी। pic.twitter.com/YaE6zCzLRR
— Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) August 17, 2020
आपको बता दें कि से पहले मुनव्वर राना ने कहा था कि भूमि पूजन में प्रधानमंत्री को नहीं आना चाहिए था। साथ ही मुसलमानों को भी इसमें भागीदारी दी जानी चाहिए थी, मुनव्वर ने आगे कहा कि बाबरी मस्जिद गिर जाने के बाद जिस इंसाफ की उम्मीद थी वह नहीं मिला।
उल्लेखनीय है कि अयोध्या में राममंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हो रहा है, हिन्दुओं ने लगभग 500 सालों तक कोर्ट में लम्बी लड़ाई तब कहीं जाकर राममंदिर निर्माण सुनिश्चित हो पाया लेकिन मुनव्वर राणा जैसे लोग राममंदिर निर्माण को देख नहीं पा रहे हैं।