मुंबई, 27 जून: लद्दाख की गलवान घाटी की घटना के बाद भारत में चाइनीज सामानों के बहिष्कार की मुहिम रफ़्तार पकड़ चुकी है, देश के कोनें-कोनें से चाइनीज सामानों के बहिष्कार के लिए आवाज उठ रही है, बड़े-बड़े दिग्गज भी ‘बॉयकॉट चाइनीज प्रोडक्ट” मुहिम का हिस्सा बन चुके हैं वहीँ डीएसपी अनिरुद्ध सिंह ने इस मुहिम का पालन भी करना शुरू कर दिया है और सभी चाइनीज एप्स को अपनें फोन से डिलीट कर दिया है साथ ही ‘मेड इन इण्डिया’ का सामान लेने का संकल्प भी लिया।
सबसे पहले हमने इसकी शुरुआत घर में उपयोग होने बाले दैनिक सामानों से कर दी है।फोन से सभी अप्प हटा दिए कोई मोहमाया नही अब अग़ल कभी फ़ोन लूँगा वही जो made in india लिखा होगा।
— Anirudha Singh (@cop_anirudha) June 27, 2020
दरअसल ट्विटर पर #अब_चीनी_बंद ट्रेंड कर रहा है, इस ट्रेंड पर अजय सेंगर नाम के एक युवक ने ट्वीट किया, मैं कहूंगा #अब_चीनी_बंद कौन कौन मेरा साथ देगा, इस ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस में उप पुलिस अधीक्षक ( डीएसपी ) पद पर कार्यरत अनिरुद्ध सिंह ने लिखा, सबसे पहले हमने इसकी शुरुआत ( बॉयकॉट चाइनीज प्रोडक्ट ) घर में उपयोग होने वाले दैनिक सामानों से कर दी है। डीएसपी ने लिखा, फोन से सभी चाइनीज एप हटा दिए कोई मोहमाया नही, अब अगर कभी फ़ोन लूँगा तो वही लूंगा जिसपर made in india लिखा होगा।
डीएसपी अनिरुद्ध सिंह के बारें में जानिये
बता दें कि – यूपी के चर्चित इंस्पेक्टर रहे अनिरुद्ध सिंह को हाल ही में इंस्पेक्टर से डिप्टी एसपी के पद पर प्रमोट किया गया हैं। चंदौली जिले में अनिरुद्ध सिंह सब इंस्पेक्टर, थानाध्यक्ष और कोतवाल के साथ-साथ एसओजी प्रभारी के रूप में विभिन्न स्थानों पर तैनात रह चुके हैं।
बता दें कि अनिरुद्ध सिंह बनारस में झुन्ना राय का एनकाउंटर करके सुर्ख़ियों में आ गए थे ये उन्होनें पहला एनकाउंटर किया था, इसके बाद साल 2007 में अनिरुद्ध ने चंदौली में प्रदेश के सबसे बड़े ईनामी नक्सली संजय कोल को मार गिराया था, जिसके बाद ऑउट ऑफ टर्न प्रमोशन के लिए नाम गया था। जनवरी 2011 में इंस्पेक्टर बनने के बाद से कई जिलों में उन्होने सराहनीय काम किए। अनिरुद्ध सिंह को साल 2001 में पुलिस सेवा में भर्ती मिली थी।