नागपुर, 24 अप्रैल: मुंबई में कोरोना की रफ़्तार काफी तेज होती चली जा रही है। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के कुल मरीजों में से 4,000 अकेले मुंबई से हैं जबकि 283 लोगों की मौत हुई है। मुंबई वुहान बनता जा रहा है। लॉकडाउन के बाद भी महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या मुश्किल पैदा कर रही है। लॉकडाउन के ठीक एक महीने बाद राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या 6,427 पहुंच गई है। कई जगहों पर लकडाउन की धज्जियाँ उड़ाई जा रहीं हैं। स्वास्थ्य कर्मियों पर हमले किये जा रहे हैं।
महाराष्ट्र के नागपुर में एक व्यक्ति ने अपने ही परिवार और मिलने जुलने वालों में कोरोना फैला दिया जिसकी वजह से पूरे नागपुर में दहशत है। दुबई से लौटे एक शख्स के चलते शहर में 55 लोग कोरोना वायरस के जानवेला जबड़े में फंस गए हैं जबकि 144 लोगों की रिपोर्ट का अभी इंतजार है। सोचकर देखिए इनमें से आधे लोग भी अगर संक्रमित पाए गए तो एक शख्स की लापरवाही से पता नहीं कितने लोगों की जान खतरे में होगी।
नागपुर के अब्दुल लतीफ़ ने कोरोना छुपाया. उनके मरने के बाद पता चला कि वो अपने बेटों, बहू, भाई, भाभी, बेटियों, दामाद, पोतों समेत पूरे कुनबे को इन्फ़ेक्शन दे गए. जो दोस्त मिले अनजाने में वो भी शिकार हुए. कुल 55 पोज़िटिव आ चुके और 144 की रिपोर्ट अभी आनी है. नागपुर वाले हैरान हैं.
— Rajat Sharma (@RajatSharmaLive) April 23, 2020
5 अप्रैल को 68 साल के अब्दुल लतीफ की मौत हो गई लेकिन अपने परिवार और रिश्तेदार और पड़ोसियों को वो मुफ्त में कोरोना बांट गए। एक व्यक्ति के जरिए सिर्फ पूरे परिवार को ही कोरोना नहीं हुआ है, रिश्तेदारों और पूरे मोहल्ले को कोरोना हो गया। अब्दुल लतीफ का परिवार बहुत बड़ा है। पहले अब्दुल के बेटे को कोरोना हुआ, उससे पहली बहू को इन्फेक्शन फैला। बहू से उसके भाई और भाभी को भी कोरोना हो गया। अब्दुल लतीफ की तीन बेटियों को भी इन्फेक्शन हुआ। सोचिए कैसा चेन रिएक्शन हुआ कि दूसरी बेटी की दो बेटियों और एक बेटे को भी ये बीमारी लग गई। पूरे परिवार में अब तक 26 लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं।