गुरुग्राम: गुरुग्राम के समाजसेवक बॉबी कटारिया भले ही प्रशासन से लड़ाई में जेल चले गए हैं लेकिन पुलिस को सुधारने का उनका सपना पूरा होने वाला है. बॉबी कटारिया गुरुग्राम, फरीदाबाद में पुलिस प्रशासन में भ्रष्टाचार से बहुत नाराज थे और लाइव वीडियो बनाकर उन्हें एक्सपोज करते रहते थे. बॉबी कटारिया की पुलिस से कोई दुश्मनी नहीं थी लेकिन वह यही चाहते थे कि पुलिस प्रशासन ईमानदारी से काम करे, गरीबों की FIR लिखी जाए, अपराधियों पर एक्शन हो, शहर में नाके लगाए जाएं, नाके पर पुलिस उपस्थित हो, पुलिस वाले दारू-शराब ना पियें. पुलिस से इसी जंग की वजह से उनके और पुलिस के बीच तल्खी बढती गयी. एक दिन उन्होंने 2 पुलिस वालों को गालियाँ दीं, पुलिस ने उसी दिन बॉबी कटारिया को अरेस्ट कर लिया, उनपर कई धाराएं लगाई गयीं. इस वक्त वह नीमका जेल में बंद हैं.
बॉबी कटारिया को गुरुग्राम के लोग अपना हीरो मानते थे, अगर पुलिस प्रशासन अच्छे से काम करता तो गुरुग्राम के लोगों को बॉबी कटारिया की जरूरत ही ना पड़ती. पुलिस से निराश होकर लोग बॉबी कटारिया के पास जाने लगे, बॉबी कटारिया उनकी मदद करने लगे.
ऐसा नहीं है कि हरियाणा सरकार जान बूझकर भ्रष्टाचार, अपराध और गुंडागर्दी को बढ़ा दे रही थी, तीन साल में वे पुलिस प्रशासन को समझ नहीं पाए, उनपर आँख मूंदकर भरोसा कर लिया लेकिन पिछले दिनों हरियाणा में इतना अपराध बढ़ गया, खट्टर की कुर्सी हिलने लगी. कुर्सी हिलते देखकर मुख्यमंत्री खट्टर एक्शन में आये और गुंडों-बदमाशों और अपराधियों को सुधारने की कसम खा ली.
हरियाणा की सरकार ने गुंडों-बदमाशों और अपराधियों को ठीक करने के लिए हरियाणा में स्पेशल टास्क फ़ोर्स का गठन किया है जिसका हेडक्वार्टर गुरुग्राम में है और अतिरिक्त कार्यालय भी गुरुग्राम में है. इस टास्क फ़ोर्स में सिर्फ ईमानदार और बहादुर पुलिस अफसरों को शामिल किया गया है और उनका पूरा परफोर्मेंस देखा गया है. इस टीम में करीब 75 अधिकारी होंगे जो सिर्फ डीजीपी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को रिपोर्ट करेंगे. मतलब इन्हें कोई मैनेज नहीं कर पाएगा.
गुरुग्राम में होगा STF का हेडक्वार्टर
बॉबी कटारिया को गुरुग्राम के लोग अपना हीरो मानते थे, अगर पुलिस प्रशासन अच्छे से काम करता तो गुरुग्राम के लोगों को बॉबी कटारिया की जरूरत ही ना पड़ती. पुलिस से निराश होकर लोग बॉबी कटारिया के पास जाने लगे, बॉबी कटारिया उनकी मदद करने लगे.
ऐसा नहीं है कि हरियाणा सरकार जान बूझकर भ्रष्टाचार, अपराध और गुंडागर्दी को बढ़ा दे रही थी, तीन साल में वे पुलिस प्रशासन को समझ नहीं पाए, उनपर आँख मूंदकर भरोसा कर लिया लेकिन पिछले दिनों हरियाणा में इतना अपराध बढ़ गया, खट्टर की कुर्सी हिलने लगी. कुर्सी हिलते देखकर मुख्यमंत्री खट्टर एक्शन में आये और गुंडों-बदमाशों और अपराधियों को सुधारने की कसम खा ली.
हरियाणा की सरकार ने गुंडों-बदमाशों और अपराधियों को ठीक करने के लिए हरियाणा में स्पेशल टास्क फ़ोर्स का गठन किया है जिसका हेडक्वार्टर गुरुग्राम में है और अतिरिक्त कार्यालय भी गुरुग्राम में है. इस टास्क फ़ोर्स में सिर्फ ईमानदार और बहादुर पुलिस अफसरों को शामिल किया गया है और उनका पूरा परफोर्मेंस देखा गया है. इस टीम में करीब 75 अधिकारी होंगे जो सिर्फ डीजीपी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को रिपोर्ट करेंगे. मतलब इन्हें कोई मैनेज नहीं कर पाएगा.
गुरुग्राम में होगा STF का हेडक्वार्टर
स्पेशल टास्क फोर्स का मुख्य कार्यालय गुरूग्राम के भौंडसी और अतिरिक्त कार्यालय गुरूग्राम में ट्राफिक टावर में होगा। स्पेशल टास्क फोर्स की छोटी ईकाईयां अन्य रेंजों में होंगें। स्पेशल टास्क फोर्स का गठन हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के दिशानिर्देश पर किया गया है ताकि राज्य आपराधिक गतिविधियों को रोका जा सके।
75 अधिकारी होंगे STF में
75 अधिकारी होंगे STF में
स्पेशल टास्क फोर्स में 75 अधिकारी व कर्मचारी होगें तथा पर्याप्त संख्या में उप पुलिस अधीक्षक, निरीक्षक और अन्य पुलिस कर्मचारी होंगें जिनके पास गुणवत्तापरक हथियार, वाहन और साइबर क्राइम से संबंधित उपकरण होंगें। स्पेशल टास्क फोर्स के पास वर्तमान में ग्लाक पिस्तौल और एके-47 राईफल है और जल्द ही बुलेटपुफ्र बनियान, वाहन और प्रभावी संचालन में उपयोग होने वाले उपकरण होंगें। स्पेशल टास्क फोर्स के गठन के साथ ही दिल्ली और तमिलनाडु तथा अन्य राज्यों की पुलिस संस्थाएं जानकारी हासिल और सांझा कर रही हैं जिससे अपराध पर नकेल कसने में कामयाबी मिलेगी। स्पेशल टास्क फोर्स का मुख्य उदेश्य गिरोहों, खतरनाक अपराधियों, अंतर्रज्जीय शूटर और नशीले पदार्थों के तस्करों पर नकेल कसना हैं।
क्या करेगा STF
पुलिस महानिरीक्षक सौरभ सिंह होंगे STF के अध्यक्ष
क्या करेगा STF
हरियाणा के डीजीपी बीएस संधू ने बतया कि नवगठित स्पेशल टास्क फोर्स संगठित अपराध, गैंगस्टरों सहित नशीले पदार्थों व गैर-कानूनी माफिया को पकडने के उदेश्य से किया गया है। स्पेशल टास्क फोर्स का मुख्य उदेश्य अपराधों को रोकना और बेहतर खुफिया नेटवर्क को विकसित करना है। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिला पुलिस प्रमुखों को विशेष दिशानिर्देश दिए गए हैं कि महिलाओं के खिलाफ बढते अपराधों के संबंध में सख्त कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि सडक़ों पर पुलिस की उपस्थिति को बढाने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि स्पेशल टास्क फोर्स निर्धारित मापदंडों के संचालन प्रक्रिया को अपनाएगी और प्रत्येक कार्यवाही का दस्तावेज तैयार किया जाएगा। स्पेशल टास्क फोर्स में अधिकारियों व कर्मचारियों का चयन उनके सेवा रिकार्ड के अनुसार किया गया है। स्पेशल टास्क फोर्स ने गुुरूग्राम में हाल ही में एक बड़ी कामयाबी हासिल की है जिसके तहत मंजीत महाल गैंग के चार शूटरों को गिरफ्तार किया गया है जो ज्योति-नंदू सांगवान गैंग के सदस्यों को समाप्त करने के लिए झज्जर जा रहे थे। इनके कब्जे से चार पिस्तौल बरामद की गई है।
पुलिस महानिरीक्षक सौरभ सिंह होंगे STF के अध्यक्ष
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा गठित स्पेशल टास्क फोर्स का उदेश्य बढती आपराधिक गतिविधियों विशेषकर दिल्ली-एनसीआर के साथ लगते क्षेत्रों व राज्य में कम करने के लिए लिया गया। इस स्पेशल टास्क फोर्स की अध्यक्षता पुलिस महानिरीक्षक सौरभ सिंह करेंगें और इसका संचालन प्रवर पुलिस अधीक्षक सथीश बालन करेंगें।
इस मौके पर पुलिस महानिदेशक बीके सिन्हा, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल, पुलिस महानिरीक्षक सीआईडी अनिल राव, गुरूग्राम के पुलिस आयुक्त संदीप खिरवार, फरीदाबाद के पुलिस आयुक्त अमिताभ सिंह ढिल्लों, साऊथ रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सीएस राव, पुलिस महानिरीक्षक केके राव व योगेन्द्र नेहरा तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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