हर महीनें 1-2 आतंकियों को ठोंक देती है यह महिला IPS अफसर, सवा साल में 80 आतंकियों का शिकार

ips-sanjukta-parashar-assam-killed-16-terrorists-arrested-64-news

भारत में एक से बढ़कर एक IPS अधिकारी हैं, पुरुषों में भी जांबाज अफसर हैं तो महिलाओं में भी जांबाज पुलिस अफसर हैं, ऐसे ही एक महिला IPS अफसर हैं संजुक्ता पराशर जिन्होंने पिछले 15 महीनों में ही 80 आतंकियों का शिकार किया है. 80 लोगों में से 16 आतंकियों का उन्होंने एनकाउंटर कर दिया जबकि 64 लोगों को गिरफ्तार किया है, अगर एवरेज निकाला जाए तो वह हर महीनें कम से कम 1 आतंकी का एनकाउंटर करती हैं. जब से असम में बीजेपी की सरकार आयी है उन्होंने जबरजस्त एक्शन दिखाया है.

असम के अख़बारों में संजुक्ता पराशर की जांबाजी की ख़बरें सुर्ख़ियों में हैं. हर कोई उनके काम से प्रभावित है और उन्हें लेडी सिंघम बोलता है.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि संजुक्ता पराशर असम की पहली महिला IPS हैं, उन्होंने अपनी प्राइमरी शिक्षा असम से ही पूरी की, उसके बाद उन्होंने दिल्ली की इन्द्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया, उसके बाद उन्होंने दिल्ली की जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी से PhD किया. उन्हें बचपन से ही स्पोर्ट्स से लगाव था जो उन्हें पुलिस सेवा में खींच लाया.

संजुक्ता के बारे में कहा जाता है कि उन्हें बचपन से ही असम में फैले आतंकवाद और भ्रष्टाचार से नफरत थी इसीलिए उन्होंने दिल्ली छोड़कर वापस अपने राज्य का रूख किया और पुलिस सेवा ज्वाइन करके इस क्षेत्र में काम शुरू कर दिया, उन्हें पहली पोस्टिंग 2008 में असिस्टेंट कमान्डेंट के पद पर मिली, जल्द ही उन्हें असम के उदलगुरी में ट्रान्सफर कर दिया गया जहाँ पर अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों और बोडो ग्रुप के बीच में साम्प्रदाईक हिंसा चल रही थी, वहां पर उन्होंने 15 दिन तक ऑपरेशन किया और 16 जिहादी आतंकियों को ठोंक दिया, उन्होंने 64 जिहादी आतंकियों को गिरफ्तार भी कर लिया.

आपको बता दें कि संजुक्ता पराशर शादीशुदा हैं, उनके एक चार साल का बेटा भी है, उन्हें 2 महीनें में सिर्फ एक बार ही अपने परिवार के साथ समय बिताने का मौका मिलता है, संजुक्ता राहत शिविरों में जाकर आतंकवादी हमलों में अपना घर परिवार गँवा चुके लोगों से भी मुलाक़ात करती हैं और उनकी सहायता करती हैं.
फेसबुक, WhatsApp, ट्विटर पर शेयर करें

States

Post A Comment:

0 comments: