आपने देखा होगा जब रामनाथ कोविंद को बीजेपी और एनडीए ने राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित किया था तो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनका सबसे अधिक विरोध किया था, उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया था कि हम तो रामनाथ को जानते ही नहीं, ममता बनर्जी से ऐसा उस वक्त कहा था जब रामनाथ कोविंद बिहार के राज्यपाल थे, बंगाल बिहार का पडोसी राज्य है और किसी मुख्यमंत्री का अपने पडोसी राज्य के राज्यपाल को ना जानता अपने आप में हैरान करने वाला था.
रामनाथ कोविंद के चुनाव में उतरने के बाद ममता बनर्जी से विपक्ष को एकजुट करके रामनाथ कोविंद के खिलाफ जबरजस्त अभियान चलाया और उन्हें हराने की हर संभव कोशिश की लेकिन आज रामनाथ कोविंद करीब 69 फ़ीसदी वोटों से चुनाव जीतकर राष्ट्रपति बन गए.
पहले ममता बनर्जी ने रामनाथ कोविंद को ना जानने की बात करके सबको हैरान किया था लेकिन आज उन्होने रामनाथ कोविंद को सबसे पहले बधाई देकर सबको हैरान कर दिया, ममता बनर्जी ने आधे वोटों की काउंटिंग के बाद ही रामनाथ कोविंद को बधाई दे दी.
ममता बनर्जी को सबसे पहले बधाई देते देखकर लोग हैरान हो गए हालाँकि बाद में लोग समझ गए कि ममता बनर्जी ने रामनाथ कोविंद को सबसे पहले बधाई क्यों दी है, कई लोगों ने कहा कि बंगाल के हालात बहुत खराब हैं, वहां कभी भी राष्ट्रपति शासन लग सकता है इसलिए चमचई करना जरूरी है. अगर ममता बनर्जी रामनाथ की चमचई नहीं करेंगी तो वहां पर राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाएगा.
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