सबको करें नमस्ते लेकिन हिंदी में मतलब भी समझ लें: पढ़ें

meaning-of-namaste-in-hindi
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भारत में नमस्ते तो सभी करते हैं लेकिन इसका मतलब कम लोग ही जानते हैं, नमस्ते दुनिया के सभी बड़े बड़े नेता बोते हैं, बराक ओबामा, पुतिन, आबे, फ्रांसुआ ओलांद सभी नेताओं के मुंह से आपने नमस्ते शब्द सुना होगा, भारत में ज्यादातर लोग नमस्ते या नमस्कार से दूसरों का अभिवादन करते हैं, वैसे दोनों का मतलब लगभग एक ही है, हम आज आपको नमस्ते का हिंदी में मतलब बता रहे हैं। 

अगर हम नमस्ते का संस्कृति में विच्छेद करें तो दो शब्द निकलेंगे नमः+असते। 
नमः का मतलब होता है - झुक गया 
असते का मतलब होता है  - सर 
दोनों का मतलब है - सर आपके सामने मेरा सर झुक गया

नमस्ते करने से हम अपने अहंकार का त्याग करते दूसरों के सामने अपना सर झुका देते हैं, नमस्ते हमें यह भी याद दिलाता रहता है कि कभी भी अहंकार नहीं करना चाहिए। हमेशा जमीन पर रहना चाहिए। 

नमस्ते हमेशा दोनों हाथ जोड़कर करना चाहिए क्योंकि यह समानता का भी सूचक है। जिसे हम नमस्ते करते हैं उसे भी दोनों हाथ जोड़कर नमस्ते का जवाब नमस्ते से ही देना चाहिए अगर वह ऐसा नहीं करता तो समझ लीजिये उसके अन्दर अहंकार है और वह आपको अपने से छोटा समझता है। 

कुछ लोग होते हैं तो नमस्ते का मतलब नहीं समझते इसलिए जब उन्हें कोई नमस्ते करता है तो केवल सर झुककर इशारा कर देते हैं कि आपका नमस्ते मैंने ले लिया है लेकिन संस्कृति रूप से यह गलत है इसलिए अगर आपको कोई दोनों हाथ जोड़कर नमस्ते करे तो आप भी दोनों हाथ जोड़कर उससे नमस्ते करें। 

मतलब - उसने नमस्ते करके कहा - आपके सामने मेरा सर झुक गया सर, मेरे अन्दर कोई अहंकार नहीं है
तो आप भी दोनों हाथ जोड़कर उसके नमस्ते का जवाब दें - और कहें - मेरा भी सर आपने सामने झुक गया सर, मेरे अन्दर भी कोई अहंकार नहीं है। 

नमस्ते करते समय, दोनों के हाथ, दोनों के दिल और दोनों के दिमाग मिलने चाहिए, सिर्फ यह याद रखना चाहिए कि दोनों ही इंसान हैं, उस समय अहंकार का त्याग कर देना चाहिए। 
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