इस्लामाबाद, 6 अक्टूबर: पूरी दुनिया में पाकिस्तान के अलग-थलग होते जाने और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के लिए दबाव के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आईएसआई समेत सेना से आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने और 2008 के मुंबई धमाकों और 2016 के पठानकोट हमले की जांच जल्द पूरी करने को कहा है। पाकिस्तान के समाचार पत्र 'डॉन' ने सूत्रों के हवाले से कहा कि नागरिक सरकार ने सैन्य नेतृत्व वाली खुफिया एजेंसियों को खुली और अप्रत्याशित चेतावनी देते हुए कहा है कि 'अगर कानून प्रवर्तन एजेंसियां प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करती हैं तो वे हस्तक्षेप न करें।" अभी तक इन संगठनों के खिलाफ कार्रवाई नागरिक संस्थाओं के अधिकार क्षेत्र से बाहर मानी जाती रही है।
समाचार पत्र के मुताबिक, प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पठानकोट जांच को पूरा करने के लिए नए प्रयास करने और रावलपिंडी की एक आतंकवाद रोधी अदालत में लटके मुंबई हमले संबंधी मुकदमे को फिर से शुरू करने का निर्देश दिया है।
समाचार पत्र ने कहा कि सरकार ने सैन्य नेतृत्व को 'पाकिस्तान के लिए बढ़ रहे अंतर्राष्ट्रीय अलगाव की सूचना दी है और सरकार के कई महत्वपूर्ण कामों पर आम सहमति की मांग की है।'
सरकार ने इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (आईएसआई) प्रमुख जनरल रिजवान अख्तर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नसीर जांजुआ को आईएसआई के सेक्टर कमांडरों के लिए संदेश लेकर पाकिस्तान के चारों प्रांतों में जाने को कहा है।
समाचार पत्र के मुताबिक पंजाब के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ और खुफिया एजेंसी के प्रमुख के बीच शाब्दिक तकरार के बाद यह फैसला लिया गया है।
Post A Comment:
0 comments: