पढ़ें, कानपुर में इतना कालाधन किसनें इकठ्ठा किया, क्या करने वाले थे इन नोटों का, क्या था प्लान

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कानपुर: कालेधन के खिलाफ छेड़े गए अभियान के सम्बन्ध में NIA एवं कानपुर के IG को दिनांक 16 जनवरी को सूचना प्राप्त हुई थी कि बाहर से आये कुछ लोगों द्वारा भारी मात्रा में 500-1000 के पुराने नोट एकत्रित किये हैं, अब वे पुराने नोटों को नए नोटों से बदलना चाहते हैं.

इस सूचना पर पुलिस टीम ने होटल गगन, होटल ब्लिस एवं होटल नमस्कार में जाकर चेक किया और संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि थाना स्वरूपनगर में एक घर में बड़ी मात्रा में पुराने नोट छिपाकर रखे गए हैं.

इस जानकारी पर पुलिस ने स्वरूपनगर के मकान नंबर 113/229 में छापेमारी की. वहां पर आनंद खत्री की निशानदेही पर भारी मात्रा में (97 करोड़ रुपये) 500-1000 के पुराने नोट बरामद किये गए.

पूछताछ में पता चला कि में संतोष यादव, आनंद खत्री, मनीष अग्रवाल एवं रोहित धींगरा द्वारा पुराने नोटों को अलग अलग श्रोतों से एकत्रित करके इस घर में रखा जाता था.

ये लोग पुराने नोटों को बदलवाने के लिए कानपुर से बाहर के लोगों, जैसे - संजीव अग्रवाल, मनीष अग्रवाल, कुटेश्वर अग्रवाल आदि लोगों से संपर्क में थे. इन लोगों के अलावा ये लोग अनिल यादव, संजय राय, संजय कुमार एवं संतोष पाठक के भी संपर्क में थे. इससे पहले कि ये लोग पुराने नोटों को नए नोटों से बदल पाते, इन्हें गिरफ्तार कर लिया है.

कांड में शामिल 16 लोग भेजे गए जेल

कानपुर पुलिस की सूचना के मुताबिक़ इस कांड में शामिल 16 लोगों को जेल भेज दिया गया है. मामले की पूरी जांच जारी है. NIA यह पता करने की कोशिश कर रही है कि ये लोग किस माध्यम से इन नोटों को नए नोटों से बदलना चाहते थे.