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योगी की हजामत बनाते ही नाई की बदल गयी किस्मत क्योंकि पैसा नहीं उसने सिर्फ आशीर्वाद माँगा था?

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नई दिल्ली 25 मार्च: आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने संसदीय क्षेत्र गोरखनाथ और मठ में जाने का प्रोग्राम था, योगी को अपनी हजामत बनवाना था, इस वक्त योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री निवास के बजाय VVIP निवास में ही रह रहे हैं, इसलिए योगी की हजामत बनाने के लिए एक लोकल नाई रामानंद को फोन किया गया, रामानंद उस वक्त दुकान खोलकर ही बैठा था और चाय की चुश्कियाँ ले रहा था, फोन आने के बाद वह तुरंत ही VVIP गेस्ट की तरफ बढ़ गया।

रामानदं को भी नहीं पता था कि उसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हजामत बनाने के लिए बुलाया गया है इसलिए वह अपने साथ सेविंग का पूरा सामान (कंघी, उस्तरा, तौलिया और क्रीम एक छोटे थैले) लेकर पहुँच गया।

रामानादं के गेस्ट हाउस पहुँचते ही सुरक्षाबलों ने उससे सामान ले लिया और खाली हाथ अन्दर भेज दिया, अन्दर जाने के बाद उसे पता चला कि उसे मुख्यमंत्री योगी की हजामत बनानी है, वहां पर सामान पहले से ही मौजूद था, नाई ने वहां पहुँचते ही योगी के पैर छू लिए क्योंकि उसे पता ही नहीं था कि आज उसकी मुख्यमंत्री से मुलाकात होगी और उनकी हजामत बनाने का भी मौका मिलेगा।

आखिरकार उसने डरते डरते उस्तरा थामा और कांपती उँगलियों से योगी की हजामत बना डाली, हजामत बनाने के बाद योगी उसे पैसे देने लगे तो नाई ने पैसे लेने से मना कर दिया, उसनें कहा सर मुझे नहीं पता था कि मुझे आपकी हजामत बनाने के लिए बुलाया गया है, आपसे पैसे कैसे लूँ, आप मुझे अपना आशीर्वाद दे दो, मेरे सर पर एक बार हाथ रख दो, मेरे लिए वही बहुत है। इसके बाद योगी ने उसकी मनोकामना पूर्ण की।

नाई ने गेस्ट हाउस से बाहर निकलते ही अपनी पत्नी को फोन लगाया और उन्हें बताया कि आज तो मैंने मुख्यमंत्री योगी की हजामत बना दी, पत्नी खुश हो गयी, उसने पति से पूछा - आपने योगी जी से क्या माँगा, नाई बोला - मैंने योगी से आशीर्वाद माँगा है, अब आज नहीं तो कल सुदामा की तरह मेरा भी घर खुशियों से भर जाएगा।

नाई का कहना सच हो गया क्योंकि आस पास के इलाके में यह खबर फ़ैल गयी कि रामानंद ने योगी की हजामत बनायी है, उसकी दूकान में सुबह से लाईन लगी है, हर कोई उसके हाथों से हजामत बनाने और उससे बात करने के लिए मारा जा रहा है, मात्र तीन-चार घंटे में रामानद इलाके का हीरो बन गया है।

जानकारी के लिए बता दें कि रामानंद बस्ती के रहने वाले हैं और लखनऊ में  राम तीर्थ मार्ग पर उनकी आदर्श हेयर कटिंग सैलून नाम की एक दुकान है। आज सुबह से ही उनकी दुकान के बाहर लाईन लगी हुई है, पैसों की बरसात हो रही है। योगी का आशीर्वाद उनको लग गया। 

काम बोलता है: 300 बूचड़खाने सील करके रोजाना 15000 गाय-भैंसों की जान बचा रहे हैं योगी आदित्यनाथ

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Lucknow, 25 March: कई टीवी न्यूज़ चैनल इसलिए परेशान हैं कि लखनऊ में भैंसे के गोस्त वाले टुंडे कबाब की दुकान एक दिन के लिए बंद हो गयी और दुकानदार ने मजबूरीवश चिकन और मटन के कबाब बेचने शुरू कर दिए, ऐसे मीडिया चैनल यह नहीं बता रहे हैं कि योगी आदित्यनाथ ने अब तक 300 अवैध बूचडखाने बंद करवाकर रोजाना 15000 गाय-भैंसों की जान बचा रहे हैं। 

एक बूचड़खाने में कम से कम 50 जानवर काटे जाते हैं, अगर साल भर का हिसाब निकालें तो रोजाना के 15000 के हिसाब से योगी एक महीने में 4 लाख 45 हजार गाय-भैंसों की जान बचाएंगे और एक साल में 54 लाख गाय-भैंसों की जान बचाएंगे, मीडिया वाले यह नहीं दिखा रहे हैं कि इससे पर्यावरण को कितना फायदा होगा, प्रदुषण की वजह से लोगों को बीमारियाँ नहीं होंगी, गाय-भैंसों के गोबर की खाद से जल, जंगल और जमीन उपजाऊ और हरे भरे हो जाएंगे, जमीन बंजर होने के बजाय पौष्टिक होती जाएगी।

भारत के जानवर कटते जा रहे हैं, जमीन को जानवरों के गोबर की खाद नहीं मिल पा रही है, जमीन में विदेशी खाद डालने की वजह से जमीन बंजर होती जा रही है और किसान बर्बाद होते जा रहे हैं, अगर हर वर्ष 54 लाख जानवरों की जान बचेगी तो इनके गोबर की खाद से किसानों की जमीनों को कितना फायदा होगा, हमारी जमीन से नाइट्रोजन की मात्रा घटती जा रही है, जमीन में लिए सबसे जरूरी खाद नाइट्रोजन होती है जो सिर्फ जानवरों के मूत्र और गोबर में होती है, जानवरों में भी सबसे अधिक नाइट्रोजन गाय के मूत्र और गोबर में होती है लेकिन हर वर्ष करोड़ों जानवरों को काट दिया जाता है इसलिए धरती को उनके गोबर की खाद और मूत्र का नाइट्रोजन नहीं मिल पाता, इसी वजह से पूरे देश की जमीन बंजर होती जा रही है, उसकी भरपाई के लिए विदेशों से मंहगी खाद खरीदी जाती है लेकिन भी नुकसान होता है।

यह हमारे देश का दुर्भाग्य है कि हमारे देश की मीडिया केवल TRP के लिए काम करती है, अगर किसी घोड़े को एक लट्ठ मारकर कोई लंगड़ा करदे, भरे ही यह गलती से हुआ हो, मीडिया वाले एक महीने तक बवाल मचा देते हैं, हाहाकार करने लगते हैं लेकिन जब कोई मुख्यमंत्री हर वर्ष 54 लाख जानवरों की जान बचाने के लिए बूचडखाने बंद करवा देता है तो मीडिया 'टुंडे कबाब' का रोना रोने लगती है, ऐसे में इनका जानवरों के प्रति प्रेम ख़त्म हो जाता है। वाह री भारत की मीडिया, वाह से भारत के टीवी न्यूज़ चैनल। 

योगी-राज: GangRape पीड़िता के साथ सेल्फी लेना मंहगा पड़ा, तीनों महिला पुलिसकर्मी सस्पेंड

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Lucknow, 25 March: गैंगरेप पीडिता के साथ सेल्फी लेना तीन महिला पुलिस कर्मियों को मंहगा पड़ा है, योगी सरकार ने तीनों महिला पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है, यह घटना लखनऊ के ट्रामा सेण्टर की है जहाँ पर एक गैंगरेप पीडिता और एसिड अटैक की शिकार युवती भर्ती की गयी है, कल उससे मिलने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी गए थे। 

खबर के अनुसार तीनों महिला पुलिसकर्मी गैंगरेप पीड़िता की सुरक्षा में लगी है, कल उन्होंने गैंगरेप पीडिता के साथ सेल्फी ली थी लेकिन किसी ने उनको ऐसा करते हुए कैमरे में कैद कर लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जैसे ही इस घटना की खबर प्रशासन को लगी, तुरंत एक्शन लेते हुए तीनों महिला पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। 

जानकारी के अनुसार गैंगरेप पीडिता रायबरेली जिले की है, कुछ दिन पहले उसके साथ गैंगरेप हुआ था और उसके कुछ दिन बाद उन्हीं बदमाशों ने उसके ऊपर एसिड फेंककर उसके चेहरे को खराब कर दिया था। कल जैसी ही योगी आदित्यनाथ पीडिता से मिलने लखनऊ ट्रामा सेण्टर गए, उसके कुछ ही देर बार गैंगरेप के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
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मंदिर में कोई घंटा ना बजा पाए इसलिए 3-4 पुलिसवाले खड़ा करते थे अखिलेश, इसलिए हुआ पत्ता साफ़: पढ़ें

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Lucknow, 25 March: अभी भी कुछ लोगों को समझ में नहीं आ रहा है कि बीजेपी को उत्तर प्रदेश में 325 सीटें कैसे मिल गयीं, सपा-बसपा और कांग्रेस का इतनी बुरी तरह से पत्ता कैसे साफ़ हो गया, बीजेपी को उम्मीद से अधिक सीटें कैसे मिल गयीं और इतना बड़ा चमत्कार कैसे हो गया। 

यह बात कोई भी मीडिया कहते हुए संकोच करेगा लेकिन हम साफ़ साफ़ बता रहे हैं कि आखिर बीजेपी की इतनी बड़ी जीत का कारण क्या था, बीजेपी की जीत का कारण था समाजवादी पार्टी सरकार द्वारा हिन्दुओं से भेदभाव, हर उस जगह पर हिन्दुओं से भेदभाव किया जाता था जहाँ पर मुस्लिम बस्तियां रहती थीं, हिन्दुओं को भजन गाने से रोका जाता था, घंटा बताने से रोका जाता था, मंदिरों से लाउडस्पीकर उतरवा दिया जाता था। हिन्दुओं से ना न सिर्फ मंदिर, मस्जिद और दरगाहों में भेदभाव किया गया, बल्कि श्मशान और कब्रिस्तान के नाम पर भी हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई।

आपकी जानकारी के लिए बता दें की यूपी के बुंदेलखंड में ललितपुर जिले में हनुमान जी का एक मंदिर है। पूरे जिले में ये हनुमानजी का सबसे बड़ा मंदिर है। यहां हर मंगलवार को 50 हजार के करीब लोग दर्शन के लिए आते हैं। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से इस मंदिर में 3 से 4 पुलिसवालों की ड्यूटी लगती थी ताकि मंदिर में आने वाला कोई भक्त घंटा न बजा सके। इसलिए ताकि मंदिर की कुछ दूरी पर बने एक मस्जिद में नमाज पढ़ने वाले मुसलमानों को खलल न पड़े। ये पुलिसवाले दिन भर घंटे के नीचे खड़े रहते थे और इसे बजाने की कोशिश करने वालों को भगाते रहते थे। ललितपुर जिला बीएसपी का गढ़ माना जाता है। बीजेपी यहां से कभी नहीं जीती। लेकिन इस बार जिले में बीजेपी के सारे उम्मीदवार हजारों वोट के अंतर से जीते हैं। दरअसल ये कहानी सिर्फ ललितपुर के हनुमान मंदिर की ही नहीं है। पूरे उत्तर प्रदेश में बीते 5 साल में हिंदू धर्म की आस्था के केंद्रों के साथ कुछ इसी तरह का बर्ताव किया जाता रहा। कुछ मामले लोगों के कारण सामने आए, लेकिन ज्यादातर मामलों में लोगों ने चुपचाप रहना ही पसंद किया।

मंदिरों में लाउडस्पीकर उतारे गए
अखिलेश सरकार के दौरान पूरे उत्तर प्रदेश में जगह-जगह मंदिरों में लगे लाउडस्पीकर प्रशासन उतरवाता रहा। कई जगह तो लाउडस्पीकर जब्त भी कर लिए गए। ऐसा आम तौर पर उन मंदिरों में किया जाता था, जिनके आसपास कोई मुस्लिम आबादी रहती हो। जबकि एक भी मस्जिद पर लगे लाउडस्पीकर को नहीं हटाया गया। मस्जिदों के लाउडस्पीकर से दिन में पांच बार पूरी आवाज में अजान पढ़ी जाती थी। उन इलाकों में भी जहां मुश्किल से 2-3 घर मुसलमानों के थे। अखिलेश सरकार की तरफ से पुलिस को ये खुला आदेश था कि मंदिरों में लाउडस्पीकर नहीं बजने चाहिए ताकि मुसलमानों को दिक्कत न हो।

हिंदुओं के साथ भेदभाव के बावजूद अखिलेश यादव अपनी जीत को लेकर इतने आश्वस्त थे कि उन्होंने होली से 8 दिन पहले एक आदेश जारी किया था कि अगर होली के दौरान अगर कहीं पर भी मस्जिद की दिवार पर एक भी बूंद रंग लग गया तो उसकी पुताई सरकारी खर्च पर करवाई जाएगी। ऐसे सरकारी आदेशों का भी यूपी में बीजेपी की जोरदार कामयाबी के पीछे बड़ा हाथ रहा है। (सोशल मीडिया पर मिली इनफार्मेशन पर आधारित)

भ्रष्ट और गद्दार BJP विधायकों की वजह से मजबूर हैं CM खट्टर, YOGI की तरह नहीं कर सकते बैटिंग

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नई दिल्ली, 24 मार्च: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर किसी भी सूरत में योगी आदित्यनाथ से कम नहीं हैं, योगी आदित्यनाथ जैसे ही मनोहर लाल खट्टर भी इमानदार और साहसी नेता हैं, वे भी आरएसएस से आये हैं लेकिन योगी जैसी खट्टर की किस्मत नहीं है इसलिए वे हरियाणा में खुलकर बैटिंग नहीं कर पा रहे हैं, हरियाणा के लोग उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की बैटिंग देखकर खुश हैं, उन्हें लग रहा है कि योगी तो बल्ला थामते ही चौके छक्के लगा रहे हैं लेकिन खट्टर टेस्ट मैच खेल रहे हैं और भ्रष्ट बीजेपी विधायकों को झेल रहे हैं जिसका नतीजा है हरियाणा में कोई एक्शन नहीं दिख रहा है।

हरियाण की हालात ये हैं कि जो कमीशनखोरी कांग्रेस सरकार में चलती थी वही कमीशनखोरी बीजेपी सरकार में चल रही है, जो भ्रष्टाचार कांग्रेस के समय में होता था वही भ्रष्टाचार बीजेपी के समय में हो रहा है, जो ठेकेदार कांग्रेस के समय में सड़कें बनाते थे और मोटा कमीशन लूटते थे वही ठेकेदार बीजेपी सरकार में भी रोड बना रहे हैं और घटिया क्वालिटी का सामान लगाकर लूट रहे हैं। 

अब हरियाण के लोग चाहते हैं कि खट्टर भी योगी की तरह खुलकर बैटिंग करें लेकिन हरियाणा के लोग शायद यह भूल गए हैं कि बल्लेबाज तभी खुलकर बैटिंग करते हैं जब विकेट बचे रहते हैं या अंतिम ओवर होते हैं।

खट्टर की मजबूरी यह है कि उनके पास विकेट नहीं बचे हैं, हरियाणा के लोगों ने बीजेपी को केवल 47 सीटें दे हैं, अगर दो विकेट भी गिर गए तो हरियाण की बीजेपी सरकार गिर जाएगी और खट्टर आउट हो जाएंगे। इस वक्त बीजेपी में कम से कम 5-6 विधायक गद्दारी पर तुले हुए हैं, ये लोग खट्टर की कुर्सी हिला रहे हैं, खट्टर की कुर्सी डगमगा रही है और हरियाणा के लोग उनसे योगी की तरह बैटिंग की उम्मीद कर रहे हैं।

हरियाणा के लोग नहीं जानते कि उत्तर प्रदेश में बहुमत के लिए BJP को केवल 202 सीटें चाहियें थी लेकिन बीजेपी  को 312 सीटें मिली हैं और उनके सहयोगियों को मिलाकर 323 मिली हैं, इस वक्त अगर 100 विधायक भी बीजेपी से गद्दारी कर दें तो भी योगी सरकार को कुछ नहीं होगा, मतलब 100 विधायक भी गद्दारी कर दें तो भी योगी खुलकर बैटिंग जारी रख सकते हैं।

लेकिन मनोहर लाल खट्टर के मामले में ऐसा नहीं है, कई बीजेपी विधायक गद्दार हैं, मौके के तलाश में हैं, कई विधायक महाभ्रष्टाचारी हैं और लूटना चाहते हैं, खट्टर भी ऐसे विधायकों को पहचानते हैं लेकिन अगर वे ऐसे विधायकों पर कार्यवाही करते हैं तो ये विधायक कांग्रेस और INLD से मिल जाएंगे, हरियाण की सरकार गिर जाएगी और खट्टर आउट हो जाएंगे।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अगर केंद्र में भी बीजेपी बहुमत से अधिक सीटें ना मिलतीं तो मोदी भी खुलकर बैटिंग ना कर पाते और ना ही योगी जैसे बल्लेबाज को उत्तर प्रदेश में बैटिंग के  लिए भेज पाते, मोदी हरियाणा का माहौल समझ रहे हैं, उन्हें भी पता है कि कई बीजेपी विधायक महाभ्रष्टाचारी हैं, लालची हैं, लूटने की फिराक में हैं और विपक्षी पार्टी के साथ मिलकर खट्टर के खिलाफ साजिश रच रहे नहीं लेकिन वे भी मजबूर हैं क्योंकि विधायकों पर कार्यवाही करते ही ये लोग कांग्रेस से मिलकर सरकार गिरा देंगे, इसलिए कहते हैं कि मजबूरी का नाम महात्मा गाँधी है। अब मनोहर लाल खट्टर की बैटिंग के लास्ट ओवर में लिखेगी जब उनके आउट होने का डर नहीं रहेगा लेकिन इतना तो तय है कि वे किसी को ज्यादा खाने नहीं देंगे। 

वाह वाह! हरियाणा के महाबली पहलवान मौसम खत्री ने लगातार दूसरे साल जीत लिया 1 करोड़ का ईनाम

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चंडीगढ़ 24 मार्च: हरियाणा के महाबली पहलवान मौसम खत्री ने लगातार दूसरे साल हरियाणा में आयोजित शहीदी दिवस की दंगल में एक करोड़ का ईनाम जीता है, पिछली बात यह दंगल गुरुग्राम में हुई थी जबकि इस वर्ष अंबाला छावनी में हुई है, मौसम खत्री ने पिछले वर्ष भी 1 करोड़ रुपये जीते थे और इस वर्ष भी उन्होंने 1 करोड़ रुपये की ईनामी राशी जीत ली। मौसम खत्री 97 किलो वर्ग के पहलवान हैं।

अम्बाला छावनी के वार हीरोज मैमोरियल स्टेडियम में एक करोड़ इनामी दंगल के अधिकतर इनाम हरियाणा के महिला व पुरुष पहलवान ले उड़े। हजारों दर्शकों के बीच हुई इस खिताबी भिड़ंत में खिलाड़ियों ने दमखम का प्रदर्शन करते हुए प्रदेश का लोहा मनवाया। शहीदी दिवस के उपलक्ष्य पर हुए इस दंगल में विजेताओं को सी.एम. मनोहर लाल खट्टर ने पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। 

प्रतियोगिता के आयोजन से गदगद हुए सी.एम.खट्टर ने प्रतियोगिता में अगले वर्ष इनामी राशि एक करोड़ से 2 करोड़ रुपए करने की घोषणा करी तो पूरा हाल तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा। सी.एम. खट्टर ने कहा कि हरियाणा आने वाले समय में दुनिया के सभी खेलों का हब बनकर उभरेगा और अगले वर्ष दंगल की राशि दो करोड़ रुपए की जाएगी। योग एवं व्यायामशालाओं के माध्यम से खिलाड़ियों को कुश्ती, कबड्डी जैसे हरियाणा के पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने की सरकार की प्रतिबद्धता है।

खेल मंत्री अनिल विज ने कहा कि प्रतियोगिता में पहलवानों ने जोरदार प्रदर्शन किया है। सरकार उन्हें ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहित करें यह उनका प्रयास रहेगा। स्वर्ण जयंती भारत केसरी दंगल समारोह को पर्ण रूप से आजादी के दीवाने व खेलों को समर्पित रहा। रियो ओल्मपिक 2016 में भारत के प्रतिनिधित्व करने वाले 22 खिलाड़ियों तथा पैरालम्पिक में भाग लेने वाले 9 खिलाड़ियों को 15-15 लाख रुपए की राशि से सम्मानित किया गया। वहीं भारत के कुश्ती में एकमात्र रैफरी कम जज की भूमिका निभाने वाले अशोक कुमार को 10 लाख रुपए की सम्मानित राशि प्रदान की गई। ओल्मपियन साक्षी मलिक, पी.वी. सिंधु, विनेश फोगाट, गीता फौगाट, दलीप राणा उर्फ  ग्रेट खली दर्शकों का विशेष आकर्षण रहे। यह पहला अवसर रहा कि रियो ओलंपिक के बाद किसी राज्य ने प्रतिभागी खिलाड़ियों को इतनी बड़ी नकद राशि से सम्मानित किया है। 

135 मरीजों की मौत, सख्त हुआ बॉम्बे हाईकोर्ट, अब ख़त्म होगा हड़ताली डॉक्टरों का रजिस्ट्रेशन

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मुम्बई, 24 मार्च: डॉक्टरों द्वारा लगातार स्ट्राइक से महाराष्ट्र सहित कई प्रदेशों के मरीजों का हाल बेहाल हो गया है, अब तक 135 मरीजों की बेमौत मौत हो चुकी है अगर डॉक्टर हड़ताल ना करते तो अब तक 135 लोग जिन्दा होते, अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नावीस के बाद बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी हड़ताली डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की तैयारी कर दी है, माना जा रहा है कि सबका रजिस्ट्रेशन रद्द करके उन्हें परमानेंटली घर बैठा दिया जाएगा।

बॉम्बे हाईकोर्ट ने आज महाराष्ट्र एसोसिएशन आया रेजिडेंट डॉक्टर्स (MARD) को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि आप कोर्ट में कुछ और बात करते हो लेकिन हार जाकर अपने सुर बदल लेते हो, आप हमें एफिडेविट में यह लिखकर दो कि हड़ताली डॉक्टरों पर कार्यवाही से आपको कोई ऑब्जेक्शन नहीं है। आज ही MARD को एफिडेविट देना है जिसके बाद डॉक्टरों पर कार्यवाही शुरू हो जाएगी।

MRD ने बाद में एफिडेविट जमा करते हुए कहा कि अब हम हड़ताल में शामिल नहीं हैं, कल 8 बजे तक सभी डॉक्टर ड्यूटी पर आ जाएंगे, अगर ना आयें तो सरकार कार्यवाही कर सकती है।

इससे पहले डॉक्टरों की जिद देखकर मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नावीस को भी गुस्सा आ गया, उन्होंने कहा - अब बहुत हो चुका, हमने डॉक्टरों को जितना मनाना था मना लिया, हमने उनकी हर मांगें मान लीं, अगर इसके बाद भी जनता को परेशानी हुई तो हम डॉक्टरों को माफ़ नहीं करेंगे।

देवेन्द्र फड़नावीस ने कहा, हमने बहुत संयम बरता लेकिन हम कितना संयम रखें, लोगों को लग रहा है कि बीमार मर रहे हैं और सरकार कुछ नहीं कर रही है, उन्होंने कहा, जो लोग डॉक्टर को मारते हैं और जो लोग मरीजों को मारते हैं उनमें क्या फर्क है। 

माना जा रहा है कि अगर डॉक्टरों ने इसके बाद भी हड़ताल जारी रखी तो महाराष्ट्र सरकार उनका रजिस्ट्रेशन रद्द कर देगी, एक बार रजिस्ट्रेशन रद्द करने पर डॉक्टर ना घर के रहेंगे ना घाट के, इसके बाद वो ना तो डॉक्टरी कर पायेंगे और ना कम्पाउण्डर बनने के लायक रहेंगे, और ना ही अपना क्लिनिक खोल पाएंगे। 

ट्विटर पर चला जागरूकता अभियान, सरकार बदल चुकी है, अब बिजली के तारों पर कपडे ना सुखाएं: पढ़ें

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Lucknow, 24 March: उत्तर प्रदेश में बिजली की किल्लत की वजह से समाजवादी पार्टी की सरकार की फजीहत होती रहती थी, कभी कभी तो कुछ इलाकों में एक हप्ते बिजली रहती थी और एक हप्ते काट दी जाती थी इसलिए एक हप्ते तक लोग बिजली के तारों पर कपडे सुखाते थे, इस बात के लिए अखिलेश सरकार की बहुत हंसी उड़ाई जाती थी। 

अब उत्तर प्रदेश में सरकार बदल चुकी है तो लोगों से ट्विटर पर जागरूकता अभियान चलाया है, लोगों का जनता को सन्देश है कि अब उत्तर प्रदेश में सरकार बदल चुकी है इसलिए बिजली के तारों पर कपडे ना सुखाएं वरना कपड़ों के साथ साथ आप भी लटक जाओगे। 

वैसे जानकारी के लिए बता दें कि अब सच में यूपी में बिजली पहले की अपेक्षा अधिक आ रही है, पहले गाँवों में 8 घंटे बिजली आती थी तो अब कम से कम 14-16 घंटे आ रही है इसलिए लोग टीवी पर योगी का एक्शन देखकर खुश भी हो रहे हैं, उत्तर प्रदेश के लोगों ने बताया कि चुनाव से पहले उनके गाँव में बिजली देनी शुरू कर दी गयी थी लेकिन जैसे ही चुनाव ख़त्म हुए बिजली कटनी शुरू हो गयी, लेकिन जब से योगी सरकार बनी है तब से बिजली अधिक मिल रही है और आशा है कि अगले एक-दो वर्षों में 24 घंटे बिजली मिलने लगेगी।

देखिये उत्तर प्रदेश के लोगों की जागरूकता बढाने के लिए ट्विटर पर लोग क्या क्या सन्देश दे रहे हैं - 

बहुत हो चुका, अगर अब जनता को परेशानी हुई तो हम डॉक्टरों को माफ़ नहीं करेंगे: देवेन्द्र फडनावीस

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मुम्बई, 24 मार्च: डॉक्टरों द्वारा लगातार स्ट्राइक से महाराष्ट्र सहित कई प्रदेशों के मरीजों का हाल बेहाल हो गया है, सैकड़ों मरीज बेमौत मारे जा चुके हैं, महाराष्ट्र सरकार कई बार हडताली डॉक्टरों के साथ बातचीत कर चुकी हैं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नावीस ने स्वयं डॉक्टरों से कई बार बातचीत की और उनकी मांगों को मंजूर कर लिया उसके बाद भी कुछ डॉक्टर मानने को तैयार नहीं हैं। 

डॉक्टरों की जिद देखकर मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नावीस को गुस्सा आ गया है, उन्होंने कहा - अब बहुत हो चुका, हमने डॉक्टरों को जितना मनाना था मना लिया, हमने उनकी हर मांगें मान लीं, अगर इसके बाद भी जनता को परेशानी हुई तो हम डॉक्टरों को माफ़ नहीं करेंगे।

देवेन्द्र फड़नावीस ने कहा, हमने बहुत संयम बरता लेकिन हम कितना संयम रखें, लोगों को लग रहा है कि बीमार मर रहे हैं और सरकार कुछ नहीं कर रही है, उन्होंने कहा, जो लोग डॉक्टर को मारते हैं और जो लोग मरीजों को मारते हैं उनमें क्या फर्क है। 

माना जा रहा है कि अगर डॉक्टरों ने इसके बाद भी हड़ताल जारी रखी तो महाराष्ट्र सरकार उनका रजिस्ट्रेशन रद्द कर देगी, एक बार रजिस्ट्रेशन रद्द करने पर डॉक्टर ना घर के रहेंगे ना घाट के, इसके बाद वो ना तो डॉक्टरी कर पायेंगे और ना कम्पाउण्डर बनने के लायक रहेंगे, और ना ही अपना क्लिनिक खोल पाएंगे। 

बड़ा दम है YOGI में, संभाल रहे हैं 37 मंत्रालय, केजरीवाल के पास एक भी मंत्रालय नहीं, निठल्ले हैं

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Lucknow, 24 March: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बड़े हिम्मत वाले हैं क्योंकि उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार में अपने पास 37 मंत्रालय रखे हैं मतलब वे 37 मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभालेंगे वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने अपने पास एक भी मंत्रालय नहीं रखा है, मतलब दिल्ली सरकार में उनके कन्धों पर कोई जिम्मेदारी नहीं है, अगर उनकी सरकार में कुछ गलत होगा तो केजरीवाल साफ़ साफ़ यह कहकर बाख जाएंगे कि मेरे पास तो कोई मंत्रालय ही नही है। आप खुद देखिये -
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फोटो में दिख रहा है, अरविन्द केजरीवाल के पास कोई मत्रालय नही है

अब आप उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पोर्टफोलियो देखिये, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास 37 मंत्रालय रखे हैं जिसमें - गृह, आवास एवं शहरी नियोजन, राजस्व, खाद्य एवं रसद, नागरिक आपूर्ति, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, अर्थ एवं संख्या, भूतत्व एवं खनिकर्म, बाढ़ नियंत्रण, कर निबंधन, कारागार, सामान्य प्रशासन, सचिवालय प्रशासन, गोपन, सर्तकता, नियुक्ति, कार्मिक, सूचना, निर्वाचन, संस्थागत वित्त, नियोजन, राज्य सम्पत्ति, नगर भूमि, उत्तर प्रदेश पुनर्गठन समन्वय, प्रशासनिक सुधार, कार्यक्रम कार्यान्वयन, राष्ट्रीय एकीकरण, अवस्थापना, समन्वय, भाषा, वाह्य सहायतित परियोजना, अभाव, सहायता एवं पुनर्वास, लोक सेवा प्रबंधन, किराया नियंत्रण, उपभोक्ता संरक्षण, बाट माप शामिल है। देखिये फोटो
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योगी आदित्यनाथ के मंत्रालयों की लिस्ट
आपने देखा होगा चाहे प्रधानमंत्री हो या किसी राज्य के मुख्यमंत्री, वे अपने पास सभी महत्वपूर्ण मंत्रालय रखते हैं, प्रधानमंत्री मोदी के पास भी सबसे अधिक मंत्रालय हैं, इसके अलावा सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों का भी आप प्रोफाइल देखें तो उनके पास सबसे अधिक मंत्रालय होते हैं लेकिन सिर्फ अरविन्द केजरीवाल ही ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिनके पास कोई मंत्रालय नहीं है। 

दहाड़े मारकर रो रहे हैं AajTak वाले, एक दिन बंद रही भैंसे के गोस्त वाले ‘टुंडे कवाब’ की दुकान

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Lucknow, 23 March: उत्तर प्रदेश में बूचडखानों पर कार्यवाही के बाद बूचड़खानों से अधिक परेशानी आजतक न्यूज़ वालों को हो रही है क्योंकि कोई पत्रकार दिखा रहा है कि बूचडखाने वाले बेरोजगार हो गए हैं तो कोई दिखा रहा है कि टुंडे कवाब की दुकान एक दिन बंद हो गयी और दुकानदार का बहुत नुकसान हो गया। 

अगर आज तक की मानें तो लखनऊ में सभी केवल भैंसे के गोस्त वाले टुंडे कवाब खाते हैं, इनका कहना है कि लखनऊ नवाबों का शहर है लेकिन यहाँ के लोग टुंडे कवाब की जगह अब मटन और चिकेन के कवाब बेचने के लिए मजबूर हैं, आज तक वालों की नजर में लखनऊ वाले केवल भैंसे के गोस्त वाले कवाब ही खाते हैं, लेकिन अब भैंसे के गोस्त की जगह मटन और चिकेन के गोस्त वाले कवाब बेचने को मजबूर कर दिया गया है। 

आज तक वालों का कहना है कि सभी मांसाहारी लोगों ने टुंडे कवाब का नाम जरूर सुना होगा 'मैंने तो नहीं सुना', आज तक वालों का कहना है कि किसी दूसरे शहर से लखनऊ आने वाले व्यक्ति भैंसे के गोस्त वाले टुंडे कवाब की दुकान पर जाकर पराठे कवाब का जायका जरूर लेता है, क्या आज तक वालों ने भी भैंसे के गोस्त वाले पराठे-कवाब का जायका लिया है, वीडियो में क्यों नहीं दिखाया। 

आज तक वालों का कहना है कि पिछले 100 वर्षों में केवल कल ही टुंडे कवाब की दूकान पर ताला लगा है और आज बेचारे दुकानदार को चिकेन और मटन के कवाब बेचने पड़ रहे हैं।

योगी-राज में कामचोर और खाऊ पुलिस वालों की आयी आफत, 100 से अधिक सस्पेंड

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लखनऊ, 23 मार्च: उत्तर प्रदेश में में योगी-राज प्रारंभ हो आया है, डार्विन का एक सिद्धांत था कि जो व्यक्ति समय के अनुसार खुद को बदल नहीं पाते वे ख़त्म हो जाते हैं, उत्तर प्रदेश में इस वक्त जो भी पुलिसवाले डार्विन के सिद्धांत के अनुसार खुद को बदल नहीं पा रहे हैं, उनकी सहमत आ गयी है, ऐसे लोगों को या तो सस्पेंड कर दिया जा रहा है या उनका ट्रान्सफर कर दिया जा रहा है। 

उत्तर प्रदेश में पिछले दो दिनों में कम से कम 100 पुलिसवालों को सस्पेंड किया गया है जबकि 20-30 पुलिस अफसरों का ट्रान्सफर किया गया है, ट्रान्सफर किये जाने वालों में ऐसे पुलिस अफसर अधिक हैं जिन्होंने अखिलेश यादव को खुश करने के लिए अपने नाम के आगे सिंह यादव लिखवा लिया है, कुछ अफसर ऐसे थे जिनका नाम अगर अमर सिंह था तो उन्होंने मुलायम-अखिलेश को खुश करने के लिए अपनी वर्दी पर अमर सिंह यादव लिखवा लिया था, अखिलेश राज में ऐसे पुलिस अफसरों की मौज थी, इन्हें इनकी मनपसंद जिलों में रखा गया था, मौज ही मौज थी। 

योगी-राज के आने के बाद सैकड़ों पुलिस अफसरों ने अपने नाम से आगे यादव हटा लिया क्योंकि इनका नाम देखकर ही पता चल जाता था कि इनका यादवीकारण हुआ है, ऐसे लोग महाभ्रष्ट अफसरों की श्रेणी में आते थे इसलिए ऐसे लोगों का ट्रान्सफर किया जाने लगा तो इन लोगों ने अपने नाम के आगे यादव हटा दिया। 

इस वक्त योगी आदित्यनाथ ने पूरे प्रशासन को हिला दिया है, आज वे लखनऊ के हजरतगंज पुलिस थाने का औचक निरीक्षण किया जिसकी वजह से थाने में अफरा तफरी मच गयी, वहां पर योगी ने हर कोने का निरीक्षण किया हालाँकि उनके आने की किसी ने सूचन दे दी थी इसलिए वहां पर साफ़ सफाई कर दी गयी थी, निरीक्षण करने के बाद योगी ने कहा कि हम किसी भी थाने का निरीक्षण कर सकते हैं इसलिए आप लोग अपने काम के साथ साथ साफ़ सफाई पर भी ध्यान दें। 

बूचड़खाने वाले बोले 'बैठे बैठे क्या करें' तो लोग बोले 'गाय-भैंस पालो, घी दूध बेचो, मौज करो'

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लखनऊ, 23 मार्च: उत्तर प्रदेश में दर्जनों अवैध बूचडखानों को बंद कर दिया गया है जबकि सकड़ों को बंद किया जाने वाला है, कम से कम 200 अवैध बूचड़खाने उत्तर प्रदेश में चल रहे हैं जिसमें करीब पांच हजार पशुओं को काटा जाता है, जानवरों को काटे जाने की वजह से कई जगह प्रदुषण होता है, कई गंभीर बीमारियाँ पैदा होती हैं, बूचडखाना बंद होने से उत्तर प्रदेश के लोग खुश हैं क्योंकि जहाँ जहाँ भी बूचडखाने चल रहे हैं वहां से बदबू बहुत आती है। 

कुछ मोदी विरोधी मीडिया वाले बूचडखाने बंद होने से दुखी हैं क्योंकि बूचडखानों में काम करने वाले हजारों लोग बेरोजगार हो गए हैं, कुछ पत्रकार भी रो रहे हैं और बूचडखाना में काम करने वाली की बेरोजगारी का रोना रोते कह रहे हैं कि अब ये लोग क्या करें, इनकी दुकानें खाली हो गयी हैं,  इन पत्रकारों को जानवर काटने वालों की तो चिंता है लेकिन हजारों जानवरों की जान बचने की ख़ुशी नहीं है। 

कुछ भी हो लेकिन ट्विटर पर लोग इन पत्रकारों को करारा जवाब दे रहे हैं, लोग कह रहे हैं कि अब बूचडखाना मालिकों को गाय भैंस काटने के बजाय गाय भैंस पालना चाहिए और घी-दूध बेचकर पैसे कमाना चाहिए, इससे जानवरों की जान भी बचेगी और उन्हें रोजगार भी मिल जाएगा। 

आप भी देखिये ट्विटर पर क्या लिख रहे हैं लोग -
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अपने ऑफिस में मुलायम-आजम की फोटो देखकर भड़के मंत्री मोहसिन राजा, बोले ‘तुरंत हटाओ ये फोटो’

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Lucknow, 23 March: बीजेपी नेता और उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहसिन रजा ने आज ऑफिस पहुंचकर अपना कार्यभार संभाल लिया लेकिन आज उनका दिन अशुभ हो गया क्योंकि जैसे ही वे ऑफिस पहुंचे उनके केबिन में मुलायम सिंह और आजम खान की फोटो टंगी थी, उन्होंने अधिकारीयों पर भड़कते हुए कहा कि 'आपको पता है ना कि सरकार किसकी है तो यहाँ पर ये तस्वीरें क्यों लगी हुई हैं। 

इसके बाद वहां उपस्थित अफसरों ने कहा कि 'सर, अभी सरकार की तरह से इन फोटो को हटाने का आदेश नहीं आया है इसलिए ये फोटो लगी हुई है, इसके बाद मोहसिन ने कहा - आदेश कहाँ से आएगा, क्या आपको पता नहीं है कि सरकार किसकी है, आप बताइये ना, सरकार किसकी है, ये सब तो आपको देखना है' आप तुरंत ही इस फोटो को यहाँ से हटाइये। 

एटा में आपसी रंजिश में दबंगों ने 7 वर्ष के बच्चे को मारी गोली, SHO और दो पुलिसकर्मी सस्पेंड

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Etah, 23 March: उत्तर प्रदेश में बदमाशों के हौसले कितने बुलंद हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले 15 दिनों से नया गाँव में पुलिस तैनात होने के बावजूद भी दबंगों से आज आपसी रंजिश में सतेन्द्र नामके सात साल के बच्चे को गोली मार दी, इससे पहले 19 मार्च को इन्हीं लोगों ने बच्चे के चाचा को भी गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। 

गोली मारे जाने के तुरंत बाद बच्चे को प्राथमिक स्वास्थय केंद्र ले जाया गया जहाँ से उसे सैफई के लिए ट्रांसफर कर दिया गया, ऑपरेशन करके गोलियां निकल ली गयी हैं, बच्चे ही हालत सही है। 

घटना के तुरंत बाद एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंजाब भारी पुलिसबल के साथ मौके पर पहुँच गए, चूँकि 19 मार्च को भी इन्हीं आरोपियों ने बच्चे के चाचा सुखबीर की गोली मारकर हत्या कर दी थी और गाँव में पुलिस बल भी तैनात किया गया था, इसी लापरवाही को देखते हुए एसएसपी ने नयागांव के SHO और दो पुलिसकर्मियों सुरेश एवं संतोष को सस्पेंड कर दिया। 

जानकारी के लिए बता दें कि एटा जनपद के थाना नयागांव के नगला मोच गाँव में पुरानई रंजिश के चलते 19 मार्च को भी फायरिंग हुई थी जिसमें सुखबीर की मौत हो गयी थी, खेत से पानी की पाइप निकालने के लिए दोनों पक्षों में विवाद ओ गया था जिसके बाद फायरिंग हो गयी थी, उसके बाद पुलिस की तैनाती हुई थी लेकिन आज पुलिस कर्मी सुबह सुबह फ्रेश होने के लिए थाने चले गए और मौका पाकर हमलावरों ने 7 साल के सुरेन्द्र को गोली मार दी। 

इस घटना में साफ़ साफ़ पुलिसवालों की लापरवाही दिख रही है क्योंकि जब 19 को इन्हीं लोगों ने सुखबीर की हत्या कर दी थी तो उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए था। इसीलिए SHO और दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। 

AI अफसर बोला 'मोदी से करूँगा शिकायत’ तो सैंडिल उतारकर पीटने लगे शिवसेना सांसद रवींद्र गायकवाड

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नई दिल्ली, 23 मार्च: आज शिवसेना के सांसद रवींद्र गायकवाड़ ने एयर इंडिया के एक कर्मचारी को चप्पलों से पीट दिया, पूछने पर उन्होंने मीडिया को बता भी दिया कि हाँ उन्होंने एयर इंडिया के स्टाफ को 25 बार सैंडिल से पीटा है, मैं उसे उठाकर प्लेन से बाहर भी फेंकने वाला था लेकिन ऐसा नहीं किया।

रवींद्र गायकवाड महाराष्ट्र के उस्मानाबाद से शिवसेना सांसद हैं, उन्होने बताया कि एयर इंडिया के कर्मचारी ने मेरे साथ बदतमीजी की थी, मुझे गालियाँ थी, मैं शिवसेना का सांसद हूँ, मोदी का सांसद नहीं हूँ कि कोई भी गाली दे दे और मैं चुप होकर सुनता रहूँ, जब उसनें मेरे साथ बदतमीजी की तो मैंने उसे 25 सैंडिल उठाकर मारा।

जानकारी के अनुसार शिवसेना सांसद रवींद्र गायकवाड़ और एयर इंडिया स्टाफ में बीच मनचाही सीट को लेकर झगडा हुआ, सांसद का टिकट बिजनेस क्लास का था लेकिन उन्हें इकॉनमी में बैठने के लिए कहा गया जिसके बाद वे भड़क गए, इसके बाद एयर इंडिया का अफसर भी तेज तेज आवाज में बोलने लगा, इसके बाद सांसद ने अफसर से कहा कि आप अपना ब्लड प्रेशर मत बढ़ाइए। इसके बाद अफसर ने कहा कि मैं मोदी से शिकायत कर दूंगा। मोदी का नाम सुनते ही शिवसेना सांसद और नाराज हो गए और सैंडल उठाकर अफसर को पीटना शुरू कर दिया।

एयर इंडिया कर्मचारी का नाम सुकुमार है, पीते जाने के बाद उसका चश्मा टूट गए, उन्होंने सांसद रवींद्र गायकवाड पर FIR दर्ज कराने की मांग की है, एयर इंडिया ने घटना की जांच शुरू कर दी है। 

बसपा विधायक टेकचंद शर्मा बोले, EVM में नहीं की जा सकती छेड़छाड़, मायावती का आरोप गलत

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फरीदाबाद, 23 मार्च: आज फरीदाबाद के पृथला से बहुजन समाज पार्टी के विधायक टेकचंद शर्मा ने एक प्रेस वार्ता कर माध्यम से अपने विकास कार्यों के बारे में बताया, उन्होंने कहा कि हमें केवल ढाई वर्षों में 765 करोड़ रुपये के विकास कार्य कराये हैं और आगे भी हामरी कोशिश रहेगी कि अपने क्षेत्र पृथला का अधिक से अधिक विकास करा सकूँ। टेकचंद शर्मा हरियाणा की बीजेपी सरकार से बहुत खुश हैं क्योंकि बीजेपी सरकार ने उन्हें अपने क्षेत्र का विकास करने के लिए 765 करोड़ रुपये दे दिए। 

टेकचंद शर्मा से जब पूछा गया कि आप बहुजन समाज पार्टी के विधायक हैं, आपकी नेता मायावती उत्तर प्रदेश चुनावों में बीजेपी पर EVM से छेड़छाड़ का आरोप लगा रही हैं, क्या आप भी उनकी बात से सहमत हैं तो उन्होंने कहा 'हमारी राय में EVM मशीनों में छेड़छाड हो ही नहीं सकती, उसमें ऐसा आप्शन ही नहीं होता है कि किसी का वोट किसी और को ट्रांसफर कर दिया जाए। 

टेकचंद शर्मा ने कहा कि EVM में छेड़छाड़ मायावती की अपनी राय है, हम तो उनका समर्थन नहीं करते, अगर उत्तर प्रदेश में बसपा की हार हुई है तो उन कारणों को खोजना चाहिए जिसकी वजह से पार्टी की हार हुई है, EVM की वजह से हार नहीं हुई है यह मैं दावे का साथ कह सकता हूँ।

जानकारी के लिए बता दें कि फरीदाबाद में 6 विधानसभा हैं - NIT , बड़खल, फरीदाबाद, तिगांव, बल्लभगढ़ और पृथला। टेकचंद शर्मा पृथला के विधायक हैं, उन्होंने बसपा के टिकट से चुनाव जीता था, बसपा पार्टी से होते हुए भी हरियाण की बीजेपी सरकार ने इनके क्षेत्र में 765 करोड़ रुपये के विकास कार्य को मंजूरी दे दी, सबका साथ और सबका विकास। 

कई महिलाओं के साथ रंगरेलियां मनाते हैं बाबा ललितानंद शास्त्री, VIDEO में खुल गयी पोल: देखें

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फरीदाबाद 23 मार्च: लगता है कि बाबाओं ने हिन्दू धर्म को बदनाम करने की कसम खा रखी है, पहले बाबा आशाराम, उसके बाद बाबा नित्यानंद और अब बाबा ललितानंद शास्त्री। बाबा ललितानंद शास्त्री फरीदाबाद में भागवत कथा सुनाते हैं लेकिन जिस घर में वे भागवत कथा सुनाने जाते हैं वहां की महिलाओं को अपने जाल में फंसाकर अपनी हवस का शिकार बना लेते हैं और उसके बाद उस महिला को जिंदगीभर ब्लैकमेल करते रहेते हैं। 

हाल ही में बाबा ललितानंद ने एक महिला के घर में भागवत कथा सुनायी और उसके कुछ दिन बाद उसके घर जा पहुंचे, दो-तीन दिन लगातार उसके घर जाने के बाद एक दिन उन्होंने महिला को अपने वश में करके उसे अपनी हवस का शिकार बना दिया, उसके बाद महिला के पति को घर से भगा दिया और उसके साथ अपनी मनमानी करने लगे, इसके कुछ दिन बाद बाबा ललितानंद से दूसरी महिला से सम्बन्ध बना दिए लेकिन पहली वाली महिला ने दूसरी वाली महिला के साथ बाबा का VIDEO बनाकर उनकी पोल खोल दी। देखें VIDEO. 

महिला ने दर्ज कराया ललितानंद पर बलात्कार का मामला

कल VIDEO बनाने वाली महिला ने अपने साथ हुए हैवानियत की फरीदाबाद सेक्टर-16 महिला पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है जिसके अनुसार 'मैंने ललितानंद से अपने घर में भागवत कथा करवाई थी, इसके कुछ दिनों बाद ललितानंद मेरे घर पर आने लगा, एक दिन ललितानंद रात 9 बजे मेरे घर पर आया और मेरे माथे पर अंगूठा लगाकर मुझे अपने वश में कर लिया और उसी दिन मेरी मर्जी के बगैर मेरे साथ बलात्कार किया, इसके बाद ललितानंद ने कई बार मेरे साथ बलात्कार किया।

उसके बाद महिला ने बताया - पंडित ललितानंद में मुझसे कहा कि अगर तू अपने पति के साथ रहेगी तो मैं उसे मरवा दूंगा, उसने ऐसा कहकर मेरे पति को घर से भगा दिया, उसके बाद ललितानंद रोजाना मेरे घर पर दारु पीकर आने लगा और मेरे साथ मारपीट करने लगा, मेरे पास कुछ जेवर थे वो उसे भी बेचकर खा गया।

उसके बाद ललितानंद ने मुझसे कहा कि अगर तू किसी से भी मतलब रखेगी तो तेरे बेटे को भी मरवा दूंगा, अब मैं उससे तंग आ चुकी हूँ, पुलिस उसके साथ कड़ी कार्यवाही करे।

पुलिस ने महिला की शिकायत के आधार पर ललितानादं के खिलाफ धारा 450, 376, 506 आई.पी.सी. के तहत मामला दर्ज कर दिया है।

किसी को समझ में नहीं आ रहा हैं नवजोत सिंह सिद्धू का ये तर्क, करवा रहे हैं अपनी ही बेइज्जती

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Chandigarh, 23 March: नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब की जनता ने पांच साल अपनी सेवा के लिए चुना है, पंजाब की जनता अपने खून पसीने की कमाई से पांच साल तक सिद्धू का खर्चा चलाएगी, उन्हें बंगला, गाडी, खाना, पीना सब कुछ मिलेगा और उनका हर जगह आना जाना फ्री रहेगा, सिद्धू एक मंत्री होने के नाते पांच साल तक बिना एक पैसा खर्च किये कहीं भी घूम सकते हैं, किसी भी होटल में खा सकते हैं, किसी भी प्लेन में बैठ सकते हैं और यह सब खर्चा पंजाब की जनता उठाएगी। सिद्धू का खर्चा उठाने के अलावा पंजाब की जनता उन्हें हर महीने दो ढाई लाख रुपये की सैलरी भी देगी और पांच साल बाद अगर सिद्धू चुनाव हारकर घर बैठ जाएंगे तो भी उन्हें जीवन भर 80 हजार रुपये हर महीने पेंशन के रूप में मिलेंगे। 

अब आप सोचिये, अगर पंजाब की जनता सिद्धू का पूरा खर्चा उठा रही है और उन्हें जीवनभर 80 हजार रुपये पेंशन भी देगी तो वह सिद्धू से 24 घंटे काम भी तो लेगी लेकिन यह क्या, सिद्धू तो कह रहे हैं कि मैं शाम 6 बजे के बाद जनता की सेवा करूँगा ही नहीं, मतलब शाम 6 से सुबह 9 बजे तक वे जनता के पैसों की रोटी तोड़कर आयेंगे लेकिन शाम 6 बजे के बाद वे जनता के लिए काम नहीं करेंगे बल्कि टीवी पर कॉमेडी शो करके अतिरिक्त पैसा कमाएंगे 

सिद्धू का कहना है कि घर का खर्चा चलाने के लिए अगर मैं साइड बिजनेस नहीं करूँगा तो क्या दिन भर ऑफिस में बैठकर भ्रष्टाचार करूँ, क्या यह सही रहेगा, सिद्धू भाई, आपको भ्रष्टाचार करने की क्या जरूरत है, आपको पांच साल तो एक भी पाई नहीं खर्च करनी है, पांच साल तक आपको हर महीने ढाई लाख रुपये मिलेंगे उसके बाद जीवन भर आपको 80 हजार रुपये पेंशन मिलेगी। पांच साल बाद आप साइड बिजनेस भी करना और 80 हजार की पेंशन भी लेना। 

नवजोत सिंह सिद्धू साइड बिजनेस करने के लिए जो तर्क दे रहे हैं वो किसी को समझ में नहीं आ रहा है, सोशल मीडिया पर उनकी जमकर हंसी उड़ाई जा रही है, आज उनकी सबसे अधिक बेइज्जती उस वक्त हुई जब पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि अगर ये कॉमेडी शो में काम करना चाहते हैं तो मैं इन्हें कोई और मंत्रालय दे देता हूँ, कोई ऐसा मंत्रालय जहाँ पर काम ना हो, मतलब नकारा मंत्रालय हो, सिद्धू वहां नकारों की तरह बैठेंगे और कॉमेडी शो भी करेंगे। 

अमरिंदर सिंह की बात सुनकर लोगों को सिद्धू की हंसी उड़ाने का और मौका मिल गया, इस वक्त ट्विटर पर सिद्धू का साइड शो ट्रेंड कर रहा है, लोग सिद्धू की जमकर खिंचाई कर रहे हैं। 

YOGI का कड़ा आदेश, UP में गौ-तस्करी पर पूर्व प्रतिबन्ध, पढ़ें योगी के आज के 7 बड़े आदेश

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लखनऊ, 22 मार्च: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की जिसमें योगी ने कई बड़े आदेश दिए, योगी का सबसे क्रन्तिकारी आदेश था गौ-तस्करी पर तुरंत से पूर्व बैन लगाने का। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति गौ-तस्करी करता हुआ पकड़ा जाए तो उसपर कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए। 

योगी का दूसरा आदेश था - प्रदेश में फल फूल रहे अवैध बूचडखानों को बंद करने के लिए तत्काल एक्शन प्लान तैयार किये जाएं। 

योगी का तीसरा आदेश था - राजनैतिक व्यक्तियों को प्रदान की गयी सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जाए और जरूरत के अनुसार सुरक्षा घटाई बढ़ाई जाए। 

योगी का चौथा आदेश था - अपराधों के सम्बन्ध में प्रभावी और ठोस कार्यवाही की जाए। 

योगी का पांचवा आदेश था - सभी शासकीय और अर्ध-शासकीय कार्यालयों एवं स्थानीय निकायों को सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया जाए। 

योगी का छठां आदेश था - सरकारी कार्यालयों, चिकित्सालयों एवं स्कूल-कॉलेजों  में पान गुटखे-तम्बाको के इस्तेमाल पर बैन लगाया जाए। 

योगी का सातवां आदेश था - सभी सरकारी कार्यालयों में पॉलीथीन के उपयोग पर बैन हो। 

इसके अलावा योगी ने लखनऊ के शास्त्री भवन में अनुभागों का निरीक्षण किया और साफ़ सफाई की निगरानी की, उन्होंने अधकारियों को सभी फाइलों के जल्द निस्तारण का आदेश दिया।