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जयंत ने नौवें क्रम पर खेलते हुए शतक लगाकर रचा इतिहास

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मुंबई, 11 दिसम्बर: हरियाणा के प्रतिभाशाली खिलाड़ी जयंत यादव नौवें क्रम पर खेलते हुए भारत के लिए टेस्ट शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में जारी चौथे टेस्ट मैच के चौथे दिन रविवार को जयंत ने यह कारनामा किया। उन्होंने अपनी पारी में कुल 104 रन बनाए। उन्होंने 204 गेंदों पर 15 चौके जड़े। 

टेस्ट करियर में जयंत का यह पहला शतक है। उन्होंने अभी तक कुल दो टेस्ट मैच खेले हैं। 

जयंत से पहले भारत के लिए फारुख इंजीनियर ने 27 फरवरी, 1965 को न्यूजीलैंड के खिलाफ चेन्नई में नौवें क्रम में खेलते हुए 90 रन बनाए थे। इंजीनियर 10 रनों से इतिहास रचने से चूक गए थे। 

इसके बाद हालांकि, 27 नवम्बर, 1996 को अनिल कुंबले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कोलकाता में इस क्रम पर खेलते हुए भारत के लिए पहला शतक बनाने के करीब पहुंचते दिखे थे, लेकिन दुर्भाग्य से वह 88 रन पर आउट हो गए। 

इसके अलावा, जयंत ने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में भारत की पहली पारी में कोहली के साथ 241 रनों की साझेदारी की। भारत के लिए आठवें विकेट के लिए अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी है। 

इससे पहले यह रिकॉर्ड मोहम्मद अजहरुद्दीन और अनिल कुंबले के नाम था। 20 साल पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कोलकाता में दोनों के बीच आठवें विकेट के लिए 161 रनों की साझेदारी हुई थी। 

जयंत ने नौंवे क्रम पर शतक लगाने के साथ ही भारत को उन देशों की सूची में शामिल कर दिया है, जिनके बल्लेबाजों ने इस क्रम पर खेलते हुए शतक लगाए हैं। 

इस सूची में भारत छठे स्थान पर है। आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों ने नौंवे क्रम पर चार शतक लगाए हैं जबकि बांग्लादेश के बल्लेबाजों ने इसी क्रम पर दो शतक जड़े हैं। पाकिस्तान इस सूची में सातवें स्थान पर है। उसके नाम एक शतक है। 

मुंबई टेस्ट: भारत ने बनाए 631 रन, कोहली ने जड़ा दोहरा शतक

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मुंबई, 11 दिसम्बर: भारतीय क्रिकेट टीम ने कप्तान विराट कोहली (235) के दोहरे शतक, मुरली विजय (136) और जयंत यादव (104) की ओर से खेली गई शतकीय पारियों की बदौलत इंग्लैंड के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में जारी चौथे टेस्ट मैच के चौथे दिन रविवार को अपनी पहली पारी में सभी विकेट गंवाकर 631 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया है। इंग्लैंड की ओर से पहली पारी में बनाए गए 400 रनों के आधार पर भारत ने 231 रनों की बढ़त हासिल कर ली है। 

भारत ने तीसरे दिन शनिवार को सात विकेट के नुकसान पर 451 रन बनाए थे। कोहली एक दिन पहले 147 और जयंत 30 रनों पर नाबाद लौटे थे। इसके बाद भारत ने पहले सत्र में बिना कोई विकेट गंवाए कोहली और जयंत की बेहतरीन साझेदारी के दम पर 597 रन बनाए थे। 

दूसरे सत्र में जयंत ने अपना शतक पूरा किया, लेकिन 605 रनों के कुल योग पर आदिल राशिद ने उन्हें आउट कर पवेलियन भेजा। कोहली और जयंत के बीच आठवें विकेट के लिए 241 रनों की साझेदारी हुई। जयंत ने 204 गेंदों में 15 चौके लगाए। 

भारत का नौंवा विकेट 615 के कुल योग पर गिरा। उन्होंने अपनी पारी में 340 गेंदों का सामना कर 25 चौके और एक छक्का लगाया। इसके साथ ही कोहली ने एक और रिकॉर्ड अपने नाम किया है। वह एक साल में तीन दोहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय और विश्व के पांचवें खिलाड़ी बन गए हैं। 

इसके बाद भुवनेश्वर कुमार ने 9 और उमेश यादव ने नाबाद सात रन बनाए। भुवनेश्वर के आउट होने के साथ ही भारतीय टीम की पारी 631 रनों पर सिमट गई। 

कोहली टेस्ट में सर्वोच्च स्कोर करने वाले भारतीय कप्तान बन गए हैं। उनसे पहले यह रिकॉर्ड महेंद्र सिंह धौनी के नाम था। धौनी ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 22 फरवरी, 2013 में 224 रन बनाए थे।

इंग्लैंड के लिए आदिल राशिद ने सबसे अधिक चार विकेट लिए जबकि मोइन अली तथा जोए रूट को दो-दो सफलता हासिल हुई, वहीं को दो और क्रिस वोक्स और जैक बॉल एक-एक विकेट लेने में सफल रहे। 

लोढ़ा समिति और BCCI मामले पर सुनवाई फिर टली

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नई दिल्ली, 9 दिसंबर: सर्वोच्च न्यायालय ने सोमवार को न्यायमूर्ति लोढ़ा समिति की याचिका पर सुनवाई को शुक्रवार को लगातार दूसरी बार टाल दिया है। अब इस मामले पर सुनवाई 14 दिसंबर को होगी। वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो के मुताबिक, एक अन्य मामले की सुनवाई देर तक चलने के कारण इस मामले की सुनवाई को टाल दिया गया। 

न्यायमूर्ति ए.एम. खानविलकर और न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ की पीठ ने लोढ़ा पैनल द्वारा दायर तीसरे यथास्थिति रिपोर्ट पर पांच दिसंबर को होने वाली सुनवाई को मुख्य न्यायमूर्ति टी.एस. ठाकुर के अस्वस्थ रहने के कारण टाला था, जो इस पीठ के अध्यक्ष हैं। 

सर्वोच्च अदालत ने लोढ़ा समिति पर अंतिम सुनवाई 21 अक्टूबर को की थी। तब अदालत ने बीसीसीआई के राज्य संघों को तब तक फंड न देने को कहा था, जब तक वह समिति की सिफारिशों को लागू नहीं करते। 

सुप्रीम कोर्ट ने BCCI को पैसे निकालने की इजाजत दी

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नई दिल्ली, 7 दिसम्बर: सर्वोच्च न्यायालय ने बुधवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को मुंबई और चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले दो टेस्ट मैचों और तीन एकदिवसीय व तीन टी ट्वेंटी मैचों के लिए कुल 2.83 करोड़ रुपये अपने खाते में से खर्च करने की इजाजत दे दी। अदालत ने इन दो टेस्ट मैचों के लिए बोर्ड को 1.33 करोड़ रुपये खर्च करने के लिए सहमति दे दी है। 

इसके अलावा अदालत ने बीसीसीआई को अगले साल इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली तीन एकदिवसीय और तीन टी-20 मैचों की श्रृंखला के लिए 25 लाख रुपये प्रत्येक मैच (कुल 1.5 करोड़) खर्च करने की मंजूरी भी दे दी है। 

प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति टी.एस.ठाकुर, न्यायमूर्ति ए.एम.खानविल्कर और न्यायमूर्ति डी.वाई.चंद्रचूड़ ने बीसीसीआई से राजकोट, विशाखापट्नम और मोहली में हुए टेस्ट मैचों के साथ-साथ मुंबई और चेन्नई में होने वाले टेस्ट मैचों में खर्च का हिसाब मांगा। 

बीसीसीसीआई ने अदालत से तीन एकदिवसीय मैचों और तीन टी-20 मैचों की श्रृंखला के लिए 3.79 करोड़ रुपये की मांग की थी। लेकिन, अदालत ने उसे एकदिवसीय और टी-20 श्रृंखला के लिए 25 लाख रुपये प्रति मैच और मुंबई तथा चेन्नई में होने वाले टेस्ट मैच के लिए 1.33 करोड़ रुपये खर्च करने की मंजूरी दी। 

लोढ़ा समिति की तरफ से दलील दे रहे वरिष्ठ वकील गोपाल शंकरनारायणन ने बीसीसीआई की अपील की मुखालफत नहीं की लेकिन उन्होंने अदालत से कहा कि बीसीसीआई मैचों का आयोजन उन राज्य संघों के मैदानों पर करा रहा है जो लोढ़ा समिति की सिफारिशों को लागू करने से मना कर रहे हैं। 

गोपाल ने अदालत से कहा, "यह वे राज्य हैं जिन्होंने आपके आदेशों को नहीं माना है। लेकिन, मैचों का आयोजन फिर भी इन्हीं के मैदानों पर किया जा रहा है।"

प्रधान न्यायाधीश ठाकुर ने बीसीसीआई से आय-व्यय की जानकरी मांगते हुए कहा, "हम जानना चाहते हैं कि कितना पैसा खर्च हुआ है और बीसीसीआई को कितने पैसे मिले हैं।"

उन्होंने कहा, "आप अपनी आय से ज्यादा खर्च कर रहे हैं। हर टेस्ट मैच के लिए बैलेंस शीट होती है।" 

न्यायमूर्ति ठाकुर की यह टिप्पणी बीसीसीआई की तरफ से दलील दे रहे वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल द्वारा पेश किए गए कुछ आंकड़ों के बाद आई।

सर्वोच्च न्यायालय ने आठ नवंबर को बीसीसीआई को इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में हुए पहले टेस्ट मैच के लिए 58.66 लाख रुपये खाते से निकलने को मंजूरी दी थी। अदालत ने बोर्ड को तीन दिसंबर तक बाकी मैचों के लिए भी इतनी ही रकम खर्च करने की बात कही थी। 

क्रिकेट प्रशासन में बदलाव के लिए सर्वोच्च अदालत द्वारा गठित लोढ़ा समिति की सिफारिशों के आने के बाद अदालत ने 21 अक्टूबर से बोर्ड के खातों पर रोक लगाई हुई है। समिति का कहना था कि जब तक बीसीसीआई उसकी सिफारिशों को लागू नहीं करता तब तक वह अपने खातों से पैसा नहीं खर्च कर सकेगा। 

समिति ने साफ तौर पर कहा हुआ है कि बोर्ड जब तक उसकी सिफारिशों को लागू नहीं करता तब तक यह रोक जारी रहेगी।

मोहाली टेस्ट में भारत ने इंग्लैंड को 8 विकेट से रौंदा, 2-0 से आगे

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मोहाली (पंजाब), 29 नवंबर: भारतीय क्रिकेट टीम ने अपने शानदार हरफनमौला खेल के दम पर पंजाब क्रिकेट संघ (पीसीए) स्टेडियम में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन मंगलवार को इंग्लैंड को आठ विकेट से हरा दिया। इसी के साथ मेजबानों ने पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 2-0 की बढ़त ले ली है। 

भारत ने इंग्लैंड को उसकी दूसरी पारी में 236 रनों पर समेट दिया था, जिसके बाद उसे 103 रनों का लक्ष्य मिला था। मेजबानों ने इस लक्ष्य को 20.2 ओवरो में दो विकेट खोकर हासिल कर जीत दर्ज की। 

भारत को पार्थिव पटेल (नाबाद 67) और कप्तान विराट कोहली (नाबाद 6) ने जीत की दहलीज पर पहुंचाया। पटेल ने मुरली विजय (0) का विकेट सात के कुल स्कोर पर गिर जाने के बाद चेतेश्वर पुजारा (25 ) के साथ दूसरे विकेट के लिए 81 रनों की साझेदारी की। पुजारा को आदिल राशिद ने जोए रूट के हाथों कैच कराया। 

54 गेंदों में 11 चौके और एक छक्का लगाने वाल पटेल ने चौका मार टीम को जीत दिलाई। भारत की पहली पारी में 90 रनों का योगदान देने वाले और इस मैच में कुल चार विकेट लेने वाले रवींद्र जडेजा को मैन ऑफ द मैच चुना गया। 

इंग्लैंड ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक 78 रनों पर अपने चार विकेट गंवा दिए थे। चौथे दिन अपने सोमवार के स्कोर से आगे खेलने उतरी मेहमान टीम ने दिन के पहले सत्र में अपने तीन विकेट गंवाए। 

गारेथ बैटी (0), जोस बटलर (18) और जोए रूट (78) दिन के पहले सत्र में पवेलियन लौटे। बैटी और बटलर को क्रमश: रवींद्र जडेजा और जयंत यादव ने पवेलियन भेजा। 

एक छोर संभालकर खड़े रूट ने इसके बाद हसीब हमीद (नाबाद 59) के साथ सातवें विकेट के लिए 45 रनों की साझेदारी कर टीम को स्थिरता देने की भरपूर कोशिश की, लेकिन वे इस साझेदारी को पहले सत्र से आगे ले जाने में असफल रहे।

जडेजा ने पहले सत्र की समाप्ति से ठीक पहले 152 के कुल योग पर रूट की संघर्षभरी पारी पर विराम लगाया। रूट का कैच अजिंक्य रहाणे ने लपका। रूट ने 179 गेंदों की धैर्यभरी पारी में छह चौके लगाए। 

आमतौर पर सलामी बल्लेबाजी करने वाले हमीद उंगली में चोट के कारण इस पारी में आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे। उन्होंने तीन महत्वपूर्ण साझेदारियां कर टीम को बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई। 

रूट के बाद उन्होंने दूसरे सत्र में क्रिस वोक्स (30) के साथ आठवें विकेट के लिए 43 रनों की साझेदारी की। लेकिन मोहम्मद समी ने 195 के स्कोर पर वोक्स आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा। 

वोक्स के जाने के बाद समी ने आदिल राशीद को भी बिना खाता खोले पवेलियन लौटाया। जेम्स एंडरसन (5) के रूप में इंग्लैंड का आखिरी विकेट गिरा। वह रन आउट हुए। नाबाद रहने वाले हमीद ने 156 गेंदें खेलीं और छह चौके एवं एक छक्का लगाया और एंडरसन के साथ दसवें विकेट के लिए 41 रनों की साझेदारी की। 

भारत की तरफ से रविचन्द्रन अश्विन ने तीन विकेट लिए। जडेजा, जयंत यादव और समी को दो-दो विकेट मिले। 

इंग्लैंड ने पहली पारी में जॉनी बेयर्सटो (89) और बटलर (43) की बदौलत मात्र 283 रन बनाए थे। इंग्लैंड की पारी को सस्ते में समेटने में भारतीय गेंदबाजों का संयुक्त प्रयास था।

मोहम्मद समी ने सर्वाधिक तीन, जबकि उमेश यादव, जयंत और जडेजा ने दो-दो विकेट लिए थे। अश्विन को एक विकेट मिला था।

इसके बाद भारत ने निचले क्रम पर जडेजा (90), अश्विन (72) और जयंत (55) के शानदार अर्धशतकों की बदौलत पहली पारी में 417 रन बनाए और इंग्लैंड पर 134 रनों की बढ़त हासिल की।

भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जबकि सातवें क्रम से नीचे के तीन-तीन बल्लेबाजों ने अर्धशतक लगाए। इससे पहले आठ वर्ष के लंबे अंतराल के बाद टेस्ट टीम में वापसी करने वाले पार्थिव पटेल (42), चेतेश्वर पुजारा और कप्तान विराट कोहली (62) ने भी अहम पारियां खेलीं।

भारत ने पहले टेस्ट में इंग्लैंड को पटना, 1-0 से बनायी बढ़त

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विशाखापट्नम, 21 नवंबर: भारत ने डॉ. वाई. एस. राजशेखर रेड्डी एसीए-वीसीए क्रिकेट स्टेडियम में हुए दूसरे टेस्ट मैच के पांचवें दिन सोमवार को इंग्लैंड को 246 रनों के बड़े अंतर से हराकर पांच मैचों सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। चौथे दिन की समाप्ति तक मेहमान टीम ने 405 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 87 रनों पर दो विकेट गंवा दिए थे। पांचवें दिन के पहले सत्र में उसने पांच विकेट गंवाए और फिर दूसरे सत्र में बाकी के तीन विकेट गंवा दिए।

मेहमान टीम 97.3 ओवरों का सामना करते हुए 158 रन ही बना सकी। उसकी ओर से जॉनी बेयर्सटो 34 रनों पर नाबाद लौटे। भारत की कसी गेंदबाजी के आगे इंग्लिश टीम के सात बल्लेबाज दहाई तक नहीं पहुंच सके।

भारत की ओर से रविचंद्रन अश्विन और जयंत यादव ने तीन-तीन सफलता हासिल की जबकि रवींद्र जडेजा और मोहम्मद समी को दो-दो सफलता मिली।

भोजनकाल तक जॉनी बेयरस्टो 23 रन बनाकर क्रीज पर जमे हुए थे। उनके साथ क्रीज पर नाबाद मौजूद जफर अंसारी ने खाता नहीं खोला था। भोजनकाल के बाद अंसारी खाता खोले बगैर अश्विन का शिकार हुए जबकि स्टुअर्ट ब्रॉड (5) तथा जिमी एंडरसन (0) को यादव ने चलता किया।

कप्तान एलिस्टर कुक (54) के विकेट गिरने के साथ चौथे दिन का खेल समाप्त हो गया था। दो विकेट पर 83 रन के स्कोर से आगे खेलने उतरी इंग्लैंड के लिए रविवार को नाबाद लौटे जोए रूट (25) के साथ बेन डकेट पारी को आगे बढ़ाने उतरे।

डकेट ने धैयपूर्वक खेलना शुरू किया हालांकि 16 गेंदों का सामना करने के बाद बगैर खाता खोले वह रविचंद्रन अश्विन का शिकार हुए। इसके बाद बेन स्टोक्स (2) और मोइन अली (6) के विकेट भी जल्दी जल्दी गिर गए।

रूट भी 107 गेंदों की अपनी संघर्षभरी पारी को और आगे नहीं ले जा सके और मोहम्मद समी की गेंद पर पगबाधा करार दिए गए। कुक और रूट के अलावा हसीब हमीद ने 25 रनों का योगदान दिया।

भारत ने कोहली (81), अजिंक्य रहाणे (26) और जयंत यादव (नाबाद 27) की बदौलत दूसरी पारी में 204 रन बनाते हुए इंग्लैंड के सामने चौथी पारी में 405 रनों की चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा।

इससे पहले भारत ने मैन ऑफ द मैच चुने गए कप्तान कोहली (167) और चेतेश्वर पुजारा (119) की बदौलत पहली पारी में 455 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था, जवाब में इंग्लैंड की पहली पारी महज 255 रनों पर सिमट गई। इंग्लैंड की पहली पारी समेटने में रविचंद्रन अश्विन का विशेष योगदान रहा।

अश्विन ने इंग्लैंड के पांच बल्लेबाजों को चलता किया। अश्विन ने इससे पहले बल्ले से भी अहम योगदान देते हुए 58 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली थी।

बैडमिंटन: सिंधु चीनी खिलाडी को पटककर जीता चीन ओपन का खिताब

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फूझोउ (चीन), 20 नवंबर: ओलम्पिक रजत पदक विजेता भारत की अग्रणी महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पी. वी सिंधु ने रविवार को चीन ओपन सुपर सीरीज प्रीमियर बैडमिंटन टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया है। सिंधु ने महिला एकल वर्ग के फाइनल मुकाबले में उलटफेर करते हुए विश्व की नौंवीं वरीयता प्राप्त चीन की सुन यू को मात देकर खिताब हासिल किया।

11वीं विश्व वरीतया प्राप्त सिंधु ने एक घंटे नौ मिनट तक चले इस संघर्षपूर्ण मुकाबले में सुन यू को 21-11, 17-21, 21-11 से मात दी।

इस जीत के साथ ही सिंधु ने अपने करियर का पहला सुपर सीरीज प्रीमियर खिताब जीत लिया।

सिंधु और सुन के बीच यह छठा मुकाबला था, जिसमें सिंधु ने जीत-हार का आंकड़ा 3-3 से बराबर कर लिया।

विश्व नंबर-1 खिलाड़ी बनने पर जोकोविक ने मरे को दी बधाई

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लंदन, 8 नवंबर: सर्बिया के टेनिस स्टार नोवाक जोकोविक ने ब्रिटेन के एंडी मरे को विश्व का नंबर-1 टेनिस खिलाड़ी बनने पर बधाई दी है। मरे ने हाल ही में जोकोविक को अपदस्थ कर शीर्ष वरीयता हासिल की है। जोकोविक पिछले 122 सप्ताह से नंबर-1 की कुर्सी पर कायम थे।

जोकोविक ने सोमवार को अपने फेसबुक पेज पर लिखा, "बधाई हो एंडी मरे। आप इसके हकदार हो, आपने इसके लिए काफी मेहनत की है।"

मरे ने रविवार को पेरिस मास्टर्स का खिताब जीतकर शीर्ष वरीयता हासिल की। यह मरे का इस साल का आठवां खिताब था।

जोकोविक ने आस्ट्रेलियन ओपन और फ्रेंच ओपन का खिताब जीत कर साल की अच्छी शुरुआत की थी। लेकिन हाल ही में उनके प्रदर्शन में गिरावट देखी गई। 

जोकोविक के खराब फॉर्म के कारण ही मरे को शीर्ष वरीयता हासिल करने का मौका मिला।

पूर्व नंबर-1 जोकोविक ने लिखा, "आपका जुनून और दृढसंकल्प काम आया। मैं आपके साथ इस समय में खेलते हुए खुश हूं। मेरे साथ खड़े रहने के लिए मैं अपने प्रशंसकों का शुक्रगुजार हूं, मैं आपसे लंदन में मिलूंगा।"

BCCI ने फंड के लिए सुप्रीम कोर्ट के सामने गुहार लगाई, बोले पैसे दो तभी होगा राजकोट टेस्ट

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नई दिल्ली, 8 नवंबर: इंग्लैंड के साथ राजकोट में बुधवार से शुरू हो रहे पहले टेस्ट मैच को संचालित कराने के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने फंड की मांग की है। इसके लिए बीसीसीआई ने मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय का रुख किया। सर्वोच्च न्यायालय ने फिलहाल बीसीसीआई पर वित्तीय फैसले लेने पर रोक लगा रखी है।

न्यायालय ने कहा है कि लोढ़ा समिति की सिफारिशों को मानने के बाद ही बोर्ड को वित्तीय अधिकार मिल सकत हैं।

न्यायमूर्ति अनिल आर. दवे और न्यायमूर्ति एएम खानविल्कर की खंडपीठ के सामने पेश होते हुए वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि अगर बीसीसीआई को फंड जारी नहीं किए गए तो राजकोट टेस्ट रद्द किया जा सकता है।

सिब्बल ने न्यायालय से इस मामले में त्वरित सुनवाई का अनुरोध किया। दूसरी ओर, लोढ़ा समिति के वकील गोपाल एस. ने न्यायालय को बताया कि बीसीसीआई ने न्यायालय के 21 अक्टूबर के आदेश को नहीं माना है।

गोपाल एस. ने कहा कि न्यायायालय द्वारी स्वीकृत लोढ़ा समिति की सिफारिशों के अनुसार बीसीसीआई को शर्तो के मानने से पहले किसी भी प्रकार का फंड नहीं दिया जाना चाहिए।

इस पर सिब्बल ने कहा, "ठीक है कि हमने (बीसीसीआई) ने न्यायालय के आदेश का पालन नहीं किया लेकिन इसके बावजूद लोढ़ा समिति को फंड जारी करने को कहा जाए क्योंकि अगर फंड नहीं मिला तो राजकोट टेस्ट रद्द किया जा सकता है।"

इस पर न्यायमूर्ति दवे ने कहा कि वह इस मामले में प्रधान न्यायाधीश टीएस ठाकुर से भोजनकाल के दौरान मिलेंगे और कोई भी फैसला लेने से पहले उनसे चर्चा करेंगे।

पाकिस्तान को पीटकर हॉकी में एशिया का चैंपियन बना भारत, जीत ली चैम्पियंस ट्रॉफी

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कुआंटान (मलेशिया), 30 अक्टूबर: भारतीय पुरुष सीनियर हॉकी टीम ने रविवार को मलेशिया की मेजबानी में हुई एशियन चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हराकर खिताब जीत लिया। भारत ने पाकिस्तान को 3-2 से मात दी।

भारत के लिए रुपिंदर पाल सिंह, अफ्फान यूसुफ और निकिन थिमैया ने गोल दागे, जबकि पाकिस्तान की ओर से मोहम्मद अलीम बिलाल और अली शान ने गोल दागे।

रुपिंदर ने मैच के 18वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर पर गोल कर भारत को बढ़त दिलाई। पहला क्वार्टर भारत के नाम रहा।

दूसरे क्वार्टर में अफ्फान यूसुफ ने 23वें मिनट में फील्ड गोल के जरिए भारत की बढ़त को 2-0 कर दिया। पाकिस्तानी गोलपोस्ट के बिल्कुल मुहाने पर खड़े अफ्फान ने यह गोल रमनदीप से मिले बेहतरीन क्रॉस पर किया।

ऐसा लग रहा था कि भारत इसी स्कोर के साथ पहले हाफ की समाप्ति करेगा, लेकिन पाकिस्तानी टीम पहला हाफ समाप्त होने से ठीक पहले पेनाल्टी कॉर्नर पाने में सफल रही। अलीम बिलाल ने पेनाल्टी को गोल में तब्दील कर पाकिस्तान का स्कोर 1-2 कर लिया।

पहले हाफ में बढ़त ले चुकी भारतीय टीम दूसरे हाफ में थोड़ी ढीली नजर आई, जिसका फायदा उठाने में पाकिस्तान सफल रहा। अली शान ने मैच के 38वें मिनट में बेहतरीन फील्ड गोल कर पाकिस्तान को 2-2 से बराबरी पर ला दिया।

स्कोर बराबर होने के बाद मैच रोमांचक मोड़ पर आ गया और दोनों टीमों ने चौथे निर्णायक क्वार्टर में बढ़त लेने के लिए जोर लगाना शुरू कर दिया। दोनों तरफ से कई हमले हुए, लेकिन सफलता किसी को नहीं मिल रही थी।

मैच के 51वें मिनट में पाकिस्तानी गोलपोस्ट के बाईं ओर मौजूद निकिन थिमैया को सरदार से बेहतरीन पास मिला, जिसे उन्होंने बड़ी सूझबूझ के साथ पाकिस्तानी गोलकीपर के जरा सा ऊपर से गोलपोस्ट की राह दिखा दी।

शुभ दीवापली, भारत ने न्यूजीलैंड को 190 रनों से हराकर सीरीज जीती

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विशाखापट्टनम, 29 अक्टूबर: अमित मिश्रा (18-5) के नेतृत्व में अपने गेंदबाजों को उम्दा प्रदर्शन के दम पर भारत ने शनिवार को यहां खेले गए पांचवें और अंतिम एकदिवसीय मैच में न्यूजीलैंड को 190 रनों के अंतर से हराकर सीरीज 3-2 से अपने नाम कर ली। एसीए-वीडीसीए स्टेडियम में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए रोहित शर्मा (70) और विराट कोहली (65) की उम्दा अर्धशतकीय पारियों की मदद से न्यूजीलैंड के सामने 270 रनों का लक्ष्य रखा। जवाब में खेलते हुए मेहमान टीम 23.1 ओवरों में सभी विकेट गंवाकर 79 रन ही बना सकी।

यह भारत के खिलाफ मेहमान टीम का न्यूनतम एकदिवसीय स्कोर है। इससे पहले का न्यूनतम योग 103 रन रहा था।

मिश्रा के अलावा अपना पहला एकदिवसीय मैच खेल रहे जयंत यादव, जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव ने एक-एक सफलता हासिल की। अक्षर पटेल को दो विकेट मिले। 

न्यूजीलैंड की ओर से कप्तान केन विलियमसन ने सबसे अधिक 27 रन बनाए। टॉम लाथम और रॉस टेलर ने 19-19 रन जोड़े। उसके सात बल्लेबाज दहाई तक भी नहीं पहुंच सके।

इससे पहले, भारत ने निर्धारित 50 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 269 रन बनाए। रोहित और कोहली के अलावा कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने 41, अक्षर पटेल ने 24, अजिंक्य रहाणे ने 20 रन बनाए। केदार जाधव 39 रनों पर नाबाद रहे।

कीवी टीम की ओर से ईश सोढ़ी और ट्रेंट बाउल्ट ने दो-दो सफलता हासिल की जबकि जीमी नीशम और मिशेल सेंटनर को एक-एक सफलता मिली।

न्यूजीलैंड ने धोनी को उनके घर में घुसकर हरा दिया

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रांची, 26 अक्टूबर: न्यूजीलैंड ने बुधवार को झारखंड राज्य क्रिकेट संघ (जेएससीए) अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में खेले गए चौथे एकदिवसीय मैच में भारत को 19 रनों से हरा दिया। इसी के साथ किवी टीम ने श्रृंखला 2-2 से बराबर कर ली।

किवी टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत को 261 रनों का लक्ष्य दिया, लेकिन मेजबान टीम लक्ष्य हासिल नहीं कर सकी और 48.4 ओवरों में 241 रनों पर ही ढेर हो गई।

किवी टीम ने मार्टिन गुप्टिल (72) की अर्धशतकीय पारी की बदौलत निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 260 रन बनाए थे।

लक्ष्य की पीछा करने उतरी भारतीय टीम को अच्छी शुरुआत नहीं मिली और रोहित शर्मा (11) 19 के कुल योग पर पवेलियन लौट गए। इसके बाद अजिंक्य रहाणे (57) ने विराट कोहली (45) के साथ दूसरे विकेट के लिए 79 रन जोड़ टीम को संभाला, लेकिन इन दोनों के जाने के बाद भारतीय पारी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई।

स्थानीय दर्शकों को चहेते भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी भी अपने घरेलू मैदान पर कुछ खास नहीं कर सके और 11 रनों पर पवेलियन लौट गए।

अंत में अक्षर पटेल (38) और अमित मिश्रा (14) ने आठवें विकेट के लिए 38 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत दिलाने की कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्यवश मिश्रा रन आउट हो गए।

धवल कुलकर्णी (25) ने आखिरी ओवरों में कुछ अच्छे शॉट खेल किवी टीम की धड़कनों को बढ़ा दिया। उन्होंने उमेश यादव (7) के साथ अंतिम विकेट के लिए 34 रनों की साझेदारी कर मैच को रोमांचक मोड़ दे दिया, लेकिन वह भारत को जीत नहीं दिला सके।

किवी टीम के लिए टिम साउदी ने सर्वाधिक तीन विकेट अपने नाम किए। जिम्मी नीशम और ट्रेंट बाउल्ट को दो विकेट मिले। ईश सोढ़ी और मिशेल सैंटनर को एक-एक विकेट मिला।

मोहाली में कप्तान और उपकप्तान ने मिलकर मार लिया मैदान

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मोहाली, 23 अक्टूबर: न्यूजीलैंड के खिलाफ पंजाब क्रिकेट संघ मैदान पर हुए तीसरे एकदिवसीय मुकाबले में भारत को उसके दो कप्तानों ने जीत दिलाई। इस जीत के साथ भारत ने पांच मैचों की श्रृंखला में 2-1 से बढ़त हासिल कर ली।

सबसे सफल कप्तानों में शुमार महेंद्र सिंह धौनी (80) और सभी प्रारूपों में भविष्य के कप्तान के तौर पर देखे जा रहे विराट कोहली (नाबाद 154) की नायाब पारियों की बदौलत भारत ने न्यूजीलैंड को सात विकेट से हराया।

न्यूजीलैंड से मिले 286 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने कोहली और धौनी के बीच 151 रनों की साझेदारी की बदौलत 48.2 ओवरों में 289 रन बनाए और 10 गेंद शेष रहते जीत हासिल कर ली।

कोहली के साथ मनीष पांडेय (नाबाद 24) भारत को जीत दिलाकर नाबाद लौटे। कोहली को मैन ऑफ द मैच चुना गया।

लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने रोहित शर्मा (13) और अजिंक्य रहाणे (5) के रूप में शुरुआत में जल्द ही दो विकेट गंवा दिए थे, लेकिन उसके बाद धौनी और कोहली ने जिस तरह भारतीय पारी को संभाला, लग रहा था कि भारतीय टीम के जहाज को दो-दो कप्तान नेतृत्व दे रहे हों।

धौनी ने 91 गेंदों की अपनी नायाब पारी में नौ चौके और तीन छक्के लगाए। इस दौरान धौनी ने एकदिवसीय करियर में 9,000 रनों का आंकड़ा पार किया और ऐसा करने वाले दुनिया के 17वें बल्लेबाज और तीसरे विकेटकीपर/बल्लेबाज बन गए।

धौनी यह कारनामा करने वाले पांचवें भारतीय बल्लेबाज हैं। इसके आलावा धौनी ने सर्वाधिक छक्के लगाने के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया। धौनी के नाम अब एकदिवसीय में 196 छक्के हो गए हैं, जबकि तेंदुलकर ने 195 छक्के लगाए थे। हालांकि इस सूची में 351 छक्कों के साथ शाहिद अफरीदी शीर्ष पर हैं।

उधर अंत तक नाबाद रहे कोहली ने जिस अंदाज में भारत को जीत दिलाई उसने एकदिवसीय क्रिकेट में भारतीय टीम के भविष्य के नेतृत्व को लेकर किसी तरह की शंका या अटकल को दूर कर दिया। कोहली ने 134 गेंदों की अपनी मैच जिताऊ पारी में 16 चौके और एक छक्का लगाया। कोहली और मनीष ने चौथे विकेट के लिए 7.76 की तेज रफ्तार से 97 रनों की नाबाद साझेदारी कर टीम को लक्ष्य रेखा से पार पहुंचाया।

हालांकि कोहली को पांचवें ओवर में एक जीवनदान मिला। मैट हेनरी की गेंद कोहली के बल्ले का बाहरी किनारा लेकर वाइड स्लिप में खड़े रॉस टेलर की ओर गई, हालांकि दाहिनी और इस नीचे कैच को टेलर लपक नहीं पाए, जिसका खामियाजा पूरी किवी टीम को भुगतना पड़ा।

इससे पहले, टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी किवी टीम दो गेंद पहले ही ऑलआउट हो गई। टॉम लाथम (61) और जिम्मी नीशम (57) की अहम पारियों के बावजूद किवी टीम 49.4 ओवरों में 285 के स्कोर पर ऑलआउट हो गई।

न्यूजीलैंड को शुरुआत अच्छी मिली। मार्टिन गुप्टिल (27) और केन विलियमसन (22) बड़ी पारियां तो नहीं खेल सके, लेकिन उन्होंने टीम को अपेक्षित शुरुआत जरूर दिलाई।

गुप्टिल, विलियमसन के जाने के बाद लाथम को अपनी टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी रॉस टेलर (44) का अच्छा साथ मिला। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 73 रन जोड़े। न्यूजीलैंड टीम इस साझेदारी की बदौलत 28 ओवरों में 150 रन बना चुकी थी और मजबूत स्थिति में नजर आने लगी थी।

लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने यहां जबरदस्त वापसी की और लगातार तीन ओवरों में न्यूजीलैंड के तीन विकेट चटका डाले। मिशेल सैंटनर (7) भी विकेटों के इस बहाव में बच नहीं सके। उमेश यादव ने 199 के कुल योग पर टिम साउदी (13) का विकेट चटका किवी टीम की कमर ही तोड़ दी।

37.5 ओवरों में 199 के कुल योग पर आठ विकेट गंवा चुकी किवी टीम बुरी तरह संकट में नजर आ रही थी, लेकिन यहां नीशम ने मैट हेनरी (नाबाद 39) के साथ करिश्माई साझेदारी की। दोनों ने नौवें विकेट के लिए 7.52 की तेज रन गति से 84 रन जोड़ डाले और अपनी टीम को फिर से मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया।

47 गेंदों में सात चौके लगाकर मैच बचाऊ पारी खेलने वाले नीशम का विकेट छह गेंद पहले केदार जाधव ने लिया।

उमेश और केदार ने तीन-तीन विकेट चटकाए, जबकि बुमराह और अमित मिश्रा को दो-दो विकेट मिले। बुमराह ने आखिरी ओवर की चौथी गेंद पर बोल्ट का विकेट चटका किवी टीम की पारी समेटी।

कबड्डी में विश्व विजेता बना भारत, फाइनल मे ईरान को पटका

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अहमदाबाद, 22 अक्टूबर: द एरेना बाय ट्रांसस्टेडिया में खेले गए कबड्डी विश्व कप में शनिवार को वही हुआ जिसकी करोड़ों भारतवासियों को उम्मीद थी। मौजूदा विश्व विजेता भारत ने फाइनल में अपने कड़े प्रतिद्वंद्वी ईरान पर अपनी बादशाहत कायम रखते हुए उसे नौ अंकों से हरा दिया। भारत ने लगातार तीसरी बार ईरान को विश्व कप के फाइनल में मात दी है।

मौजूदा विश्व विजेता और एशियन चैम्पियन भारत ने ईरान को खिताबी मुकाबले में 38-29 से मात दी, हालांकि यह खिताबी मुकाबला कई मौकों पर सांस रोकने वाला रहा।

विश्व कप में सर्वाधिक 64 रेड अंक हासिल करने वाले अजय ठाकुर फाइनल मैच में भी भारत की जीत के नायक रहे। उन्होंने इस मैच से 12 रेड अंक हासिल किए।

अजय ने पहले हाफ तक पीछे चल रही भारत को लगातार सफल रेड डालते हुए न सिर्फ बारबरी दिलाई बल्कि अहम समय पर भारत को मजबूत किया। उन्होंने कुल 12 अंक हासिल किए। कुल अंकों के मामले में भी अजय सबसे आगे रहे। उन्होंने कुल 68 अंक हासिल किए।

डिफेंस के मामले में ईरान सर्वश्रेष्ठ टीम मानी जाती है, लेकिन भारत के सुरजीत ने टैकल अंक जुटाने में सबको मात दे दी। उन्होंने विश्व कप में कुल 23 टैकल अंक हासिल किए और ईरान के फजल अतराचली से एक अंक आगे रहे।

सुरजीत ने फाइनल मैच में टैकल से तीन ही अंक हासिल किए, लेकिन ये तीन अंक बेहद अहम मौके पर आए।

स्टेडियम में जुटे 3000 जुनूनी दर्शक भारत को हर हाल में जीतता देखना चाहते थे, लेकिन शुरुआती 20 मिनट में जो हुआ वह उनकी अपेक्षा और समझ से परे था। पहले हाफ में ईरान भारत पर हावी रहा और लग रहा था कि एशियाई चैम्पियन ईरान से मात खा जाएगा।

मैच की पहली रेड डालने निकले भारतीय कप्तान अनूप कुमार खाली हाथ लौटे। अजय ठाकुर भारत का खाता खोलने में तो सफल रहे, लेकिन ईरान के कप्तान मिराज शेख ने बोनस अंक हासिल करते हुए अपनी टीम को 2-2 से बराबरी दिला दी।

यहां से कभी भारत आगे होता तो कभी ईरान। ईरान एक समय 9-7 से आगे चल रहा था। यहां भारत ने सुपर टैकल कर स्कोर 10-9 कर लिया। हालांकि ईरान ने बढ़त को कायम रखते हुए हाफ टाइम तक मेजबानों पर 18-13 की बढ़त ले ली थी।

दर्शक दुविधा में थे और भारत के पिछड़ने के साथ स्टेडियम में सन्नाटा सा पसर गया था।

पहले हाफ में भारत का डिफेंस उस आक्रामकता के साथ नहीं खेल रहा था जिसके लिए वह जानी जाती है। वहीं ईरान ने मजबूत डिफेंस के दम पर भारत को पहले हाफ में पछाड़ दिया था।

दूसरे हाफ में भारतीय टीम ने अपनी रणनीति में बदलाव किया। अजय ठाकुर को नितिन तोमर की जगह मैट पर बुलाया गया, लेकिन अगले दो रेड अनूप और संदीप नरवाल लगाने गए और खाली हाथ ही लौटे।

इस बीच ईरानी कप्तान मेराज लगातार अपनी टीम के लिए अंक जुटा रहे थे, जिसकी बदौलत ईरान 19-14 की बढ़त ले चुका था। लेकिन इसके बाद अजय ठाकुर ने लगातार दो सफल रेड से तीन अंक लेते हुए भारत का स्कोर 17-19 कर लिया। अजय ने ही अगले दो सफल रेड के जरिए भारत को 20-20 की बराबरी पर ला खड़ा किया।

अजय के ओजस्वी खेल ने भारतीय टीम में ऊर्जा का संचार किया और भारतीय डिफेंस में भी निखार नजर आने लगा। अंतत: भारत ने ईरान को ऑल आउट कर स्कोर 24-21 कर लिया और भारतीय खेमे में खुशी की लहर ला दी।

यहां से भारत ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा। ईरान ने वापसी की कोशिश की लेकिन भारतीय टीम द्वारा पैदा किए गए अंतर को वह पाट नहीं पाई। भारत ने बढ़त कायम रखते हुए 38-29 से जीत हासिल की।

भारत की तरफ से अजय के अलावा अनूप, संदीप नरवाल, सुरजीत ने तीन-तीन अंक हासिल किए। ईरान की तरफ से मिराज ने सबसे ज्यादा सात अंक कमाए।

भारतीय टीम ने अपेक्षा के मुताबिक रेड के बल पर यह मैच अपने नाम किया। उसने रेड से 22 अंक हासिल किए जबकि ईरान की टीम 16 अंक ले सकी। भारत ने टैकल से आठ अंक जुटाए, यहां ईरान भारत से एक अंक आगे रही।

दोनों टीमों ने ऑल आउट से चार-चार अंक हासिल किए। वहीं दोनों टीमों के हिस्से दो-दो अतिरिक्त अंक आए।

भारत ने जैसे ही यह मैच जीता, पूरा स्टेडियम नाचने-कूदने लगा। यहां तक कि भारतीय खिलाड़ी भी खुशी से झूम उठे। अपने कोच बलवान सिंह को कंधे पर उठाए खिलाड़ियों ने मैट का चक्कर लगाया और दर्शकों का अभिवादन स्वीकार किया।

BCCI को झटका, लोढ़ा समिति नियुक्त करेगी स्वतंत्र लेखा परीक्षक

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नई दिल्ली, 21 अक्टूबर: सर्वोच्च न्यायालय ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के वित्तीय मामलों पर निगरानी रखने के लिए लोढ़ा समिति एक स्वतंत्र लेखा परीक्षक की नियुक्ति करेगी। इन मामलों में मीडिया अधिकार को लेकर किए गए करार भी शामिल हैं।

लेखा परीक्षक बीसीसीआई की आय और व्यय की जांच और ऑडिट करेंगे। टेंडर प्रक्रिया के मामले में लोढ़ा समिति को लेखा परीक्षक की सलाह लेने की छूट होगी। लेखा परीक्षकों पर होने वाला सभी खर्च बीसीसीआई को वहन करना होगा।

सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति टी.एस. ठाकुर, न्यायमूर्ति ए.एम. खानविलकर और न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ ने कहा कि बीसीसीआई अपने प्रदेश निकायों (राज्य क्रिकेट संघों) को तब तक धन का आवंटन नहीं करेगा, जब तक ये संघ न्यायालय के निर्देशों और लोढ़ा समिति की सिफारिशों का पालन किए जाने पर रजामंदी नहीं जता देते।

अदालत ने बीसीसीआई को आदेश लागू करने के लिए तीन दिसम्बर तक का समय दिया है और पांच दिसंबर को अनुपालन रिपोर्ट दायर करने को कहा है।

न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने कहा, "बीसीसीआई को किसी भी राज्य संघ को किसी भी उद्देश्य से किसी भी तरह के कोष के वितरण से तब तक रोका जाता है जब तक कि संबंधित राज्य संघ इस अदालत द्वारा 18 जुलाई 2016 के फैसले में स्वीकार की गई समिति की सिफारिशों को लागू करने की शपथ का प्रस्ताव स्वीकार नहीं करते।"

पीठ ने अपने आदेश में कहा है कि यह प्रस्ताव पारित होने के बाद, संबंधित राज्य संघों को किसी भी तरह का भुगतान देने से पहले प्रस्ताव की प्रति इस अदालत और लोढ़ा समिति के समक्ष दी जानी चाहिए, जिसके साथ राज्य संघ के अध्यक्ष का हलफनामा भी होना चाहिए जिसमें इस अदालत द्वारा संशोधित समिति की रिपोर्ट में शामिल सुधारवादी कदमों को मानने की शपथ ली गई हो।

शीर्ष अदालत ने कहा कि बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और सचिव अजय शिर्के को समिति के सामने पेश होना होगा और अदालत के निर्देशों और समिति की अनुशंसाओं को राज्य संघों द्वारा मनवाने के संबंध में उठाए गए कदमों की जानकारी देनी होगी।

न्यायालय ने कहा कि लोढ़ा समिति के सचिव इस आदेश की एक प्रति अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष शशांक मनोहर को भेजेंगे। अदालत के इस आदेश से इस शंका का निवारण भी हो गया कि लेखा परीक्षकों की नियुक्ति के मामले में आईसीसी और बीसीसीआई के बीच किस तरह के पत्रों का आदान-प्रदान हुआ था। अब अदालत का आदेश आईसीसी के सामने होगा।

बीसीसीआई अध्यक्ष ठाकुर ने शुक्रवार को कहा कि वह लोढ़ा समिति को बोर्ड के वित्तीय मामलों की जांच एवं निगरानी के लिए स्वतंत्र लेखा परीक्षक नियुक्त करने के शीर्ष अदालत के फैसले का पहले अध्ययन करेंगे और उसके बाद इस पर प्रतिक्रिया देंगे। 

ठाकुर ने यहां संवाददाताओं को बताया, इस फैसले का क्रिकेट पर क्या असर होगा? इस पर अदालत के आदेश की पूरी जानकारी हासिल करने के बाद ही प्रतिक्रिया दी जाएगी। एक बार हमें आदेश की प्रतिलिपि मिल जाए, उसके बाद हम अपना बयान देंगे। कुछ परेशानियां ऐसी हैं, जिन्हें अदालत के सामने पेश किया गया है।

उन्होंने कहा, मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। राज्य के संघों को लोढ़ा समिति की सिफारिशों को लागू करना है। एक बार उन्हें आदेश मिल जाए, तो हम उनके साथ चर्चा कर उन्हें इन सिफारिशों को लागू करने के लिए कहेंगे।

सर्वोच्च न्यायालय की ओर से नियुक्त की गई लोढ़ा समिति ने कई बदलावों का सुझाव दिया है, जो देश में क्रिकेट के प्रशासन को बदल सकता है। 

लोढ़ा समिति ने अपनी सिफारिशों में ठाकुर सहित बीसीसीआई के सभी आला अधिकारियों को हटाने को कहा है। 

शीर्ष अदालत ने 18 जुलाई को अपने एक फैसले में बीसीसीआई में सुधारों पर लोढ़ा समिति की सिफारिशों को स्वीकृति दे दी थी और इन्हें लागू करने के लिए निर्देश भी जारी किए थे।

बीसीसीआई ने समिति की सिफारिशों को लागू करने में आनाकानी की। इस पर लोढ़ा समिति ने बोर्ड पर सुधारों को रोकने और शीर्ष अदालत द्वारा दिए गए निदेशरें का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। 

शीर्ष अदालत के निदेशरें का उल्लंघन करने और सिफारिशों को लागू न करने का आरोप लगाते हुए लोढ़ा समिति ने बीसीसीआई के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी और साथ ही बोर्ड के सभी आला अधिकारियों को उनके पद से हटाने की भी अपील की। 

इस माह की शुरूआत में, बीसीसीअई की विशेष आम बैठक (एसजीएम) में लोढ़ा समिति की कुछ सिफारिशों को लागू करने पर मंजूरी दी गई। लेकिन, बोर्ड ने अपने शीर्ष आला अधिकारियों को हटाने की मांग का विरोध जारी रखा है। 

सर्वोच्च न्यायालय में लोढ़ा समिति की ओर से प्रस्तुत की गई रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि इस विशेष बैठक में बीसीसीआई के कार्य पर निगरानी रखने के लिए एक शीर्ष परिषद के गठन का भी फैसला लिया गया।

कबड्डी विश्व कप-2016: थाईलैंड पर महाविजय के साथ फाइनल में पहुंचा भारत, ईरान से अंतिम लड़ाई

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अहमदाबाद, 21 अक्टूबर: द एरेना बाय ट्रांसस्टेडिया में खेले जा रहे कबड्डी विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में शुक्रवार को जैसी उम्मीद थी, वही हुआ। मेजबान भारत ने थाईलैंड को 53 अंकों के अंतर से मात देते हुए फाइनल में जगह बना ली। आसान मुकाबले में भारत ने थाईलैंड को 73-20 से मात देते हुए फाइनल में प्रवेश किया। फाइनल में उसका सामना ईरान से होगा। 

ईरान ने कोरिया को पहले सेमीफाइनल में कड़े मुकाबले में 28-22 से हराते हुए फाइनल में जगह बनाई है। सभी को इस ड्रीम फाइनल की उम्मीद थी और अब शनिवार को कबड्डी के दो दिग्गज विश्व विजेता बनने के लिए एक दूसरे से जोर आजमाइश करेंगे। 

भारत को अपने पहले मुकाबले में कोरिया के खिलाफ अप्रत्याशित हार झेलने को मिली थी, लेकिन उसके बाद भारत ने जबरदस्त खेल दिखाते हुए अपने सभी मैच जीतते हुए फाइनल में जगह बनाई है।

भारत को सेमीफाइनल मुकाबला जीतने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई। उसने शुरुआत से ही बेहतरीन खेल दिखाया। 

भारत ने लगातार पांच अंक हासिल किए। थाईलैंड के कप्तान खोमसाम थोंकखाम ने अपनी टीम का खाता खोला। भारत ने फिर तीन लगातार अंक लेते हुए स्कोर 8-1 कर लिया। विपक्षी कप्तान ने एक बार फिर सफल रेड डालते हुए अपनी टीम के लिए अंक हासिल कर स्कोर 2-8 कर लिया। 

थाईलैंड की खिलाड़ियों के पास भारत के आक्रामक खेल का कोई जबाव नहीं था। भारत ने लगातार अंक लेना जारी रखा और पहले हाफ की समाप्ति तक 36-8 की बढ़त ले ली। मेजबानों का फाइनल में पहुंचना तय लग रहा था। स्टेडियम में हर तरफ भारत के समर्थन की आवाजें थीं। 

दूसरे हाफ में दर्शकों को बस अंतिम मिनट का इंतजार था। भारत ने इस हाफ में भी अपना दबदबा कायम रखा और थाई खिलाड़ियों को आसानी से आउट किया। इस हाफ में मेजबानों ने 37 अंक अपने खाते में डाले। वहीं थाईलैंड की टीम सिर्फ 12 अंक ही अपने नाम कर सकी। 

भारत के लिए परदीप नरवाल ने सर्वाधिक 14 अंक बटोरे। वहीं अजय ठाकुर ने इस मैच में कुल 11 अंक अपने नाम किए। इस मैच से पहले उनके 41 अंक थे। अब उनके कुल 52 अंक हो गए हैं जोकि बांग्लादेशी कप्तान अरुदजमन मुंशी के बराबर हैं। 

थाईलैंड की तरफ से चानविट विचियान ने सबसे ज्यादा छह अंक हासिल किए। थाईलैंड के कप्तान तीन अंक हासिल करने में कामयाब रहे। 

भारत ने रेड से 42 और टैकल से 18 अंक अपने नाम किए। ऑलआउट से वह 12 अंक हासिल करने में सफल रही। उसे एक अतिरिक्त अंक भी मिले। 

वहीं थाईलैंड ने रेड से 15 और टैकल से चार अंक जोड़े। ऑलआउट से उसे एक भी अंक नहीं मिला। वह एक अतिरिक्त अंक हासिल करने में सफल रही। 

BCCI के वित्तीय मामलों की जांच स्वतंत्र लेखा परीक्षक करेंगे: SC

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नई दिल्ली, 21 अक्टूबर: सर्वोच्च न्यायालय ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के वित्तीय मामलों की जांच के लिए लोढ़ा समिति एक स्वतंत्र लेखा परीक्षक की नियुक्ति करेगी। बीसीसीआई के वित्तीय मामलों में मीडिया अधिकार को लेकर किए गए समझौते भी शामिल हैं। सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति टी.एस. ठाकुर की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि बीसीसीआई न्यायालय के निर्देशों और समिति की अनुशंसाओं का पालन किए जाने तक अपने प्रदेश निकायों (राज्य क्रिकेट बोर्डस) को धन का आवंटन नहीं करेगा।

शीर्ष अदालत ने कहा कि बीसीसीआई के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और सचिव अजय शिर्के अदालत के निर्देशों और समिति की अनुशंसाओं को मानने की प्रतिबद्धता के संबंध में अदालत में हलफनामा पेश करें।

न्यायालय ने कहा कि लोढ़ा समिति के सचिव इस आदेश की एक प्रति अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष शशांक मनोहर को भेजेंगे।

अनलकी मैदान फिरोजशाह कोटला पर न्यूजीलैंड से हारा भारत

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नई दिल्ली, 20 अक्टूबर: न्यूजीलैंड ने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले गए दूसरे एकदिवसीय मैच में गुरुवार को मेजबान भारत को रोमांचक मुकाबले में छह रनों से हरा दिया। किवी टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान केन विलियमसन (118) के शतक की मदद से भारत को 243 रनों का लक्ष्य दिया, जिसका पीछा करते हुए भारतीय टीम 49.3 ओवरों में 236 रनों पर पवेलियन लौट गई। विलियमसन को मैन ऑफ द मैच चुना गया।

इसके साथ ही न्यूजीलैंड ने पांच मैचों की श्रृंखला में 1-1 से बराबरी कर ली। धर्मशाला में खेले गए पहले एकदिवसीय मैच में भारतीय बल्लेबाजों के प्रदर्शन को देखते हुए यह लक्ष्य आसान लग रहा था। लेकिन लक्ष्य को हल्के में लेने और लचर बल्लेबाजी के कारण जीत उनके हाथ से निकल गई।

औसत लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने एक समय 183 रनों पर ही अपने आठ विकेट खो दिए थे। पिछले मैच के हीरो रहे हार्दिक पांड्या (36) ने इस मैच में मोर्चा संभाला और उमेश यादव (नाबाद 18) के साथ नौवें विकेट के लिए 49 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत के काफी करीब तक पहुंचाया।

लेकिन लक्ष्य से सिर्फ 11 रनों की दूरी पर पांड्या ट्रेंट बाउल्ट की बाउंसर पर ऊंचा शॉट लगाने के प्रयास में मिशेल सैंटनर के हाथों लपके गए। यहां से मैच का रुख एक बार फिर किवी टीम की तरफ मुड़ गया। टिम साउदी ने आखिरी ओवर की तीसरी गेंद पर जसप्रीत बुमराह को बोल्ड कर अपनी टीम को जीत दिलाई।

इससे पहले भारत को अच्छी शुरुआत नहीं मिली। रोहित शर्मा (15) लगातार दूसरे मैच में भारत को बड़ी साझेदारी नहीं दिला सके। अंजिक्य रहाणे (28) के साथ पहले विकेट के लिए सिर्फ 21 रन जोड़कर वह बाउल्ट की गेंद पर ल्यूक रोंची को कैच थमा बैठे।

स्थानीय खिलाड़ी और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली से अपने घरेलू मैदान पर अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन कोहली ने अपने प्रशंसकों को निराश किया। वह सिर्फ नौ रनों का ही योगदान दे सके। सैंटनर ने उन्हें 40 के कुल योग पर पवेलियन पहुंचाया।

रहाणे और मनीष पांडे (19) भारत के स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ा रहे थे लेकिन 72 के कुल स्कोर पर साउदी ने रहाणे को पवेलियन लौटा दिया। अगले ही ओवरह में मनीष भी रन आउट होकर लौट गए।

इसके बाद केदार जाधव (41) और कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी (39) ने पांचवें विकेट के लिए 66 रनों की साझेदारी कर भारतीय खेमें में जीत की उम्मीदों को जिंदा कर दिया। लेकिन मैट हेनरी ने जाधव को 139 के कुल योग पर आउट कर भारत को फिर से परेशानी में डाल दिया।

धौनी ने इसके बाद अक्षर पटेल (17) के साथ छठे विकेट के लिए 33 रनों की साझेदारी की, लेकिन साउदी ने दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर माने जाने वाले भारतीय कप्तान को अपनी ही गेंद पर कैच कर भारत की राह बेहद मुश्किल कर दी। धौनी के बाद पटेल और अमित मिश्रा (1) भी जल्दी-जल्दी पवेलियन लौट गए।

हार्दिक और उमेश ने जीत दिलाने की कोशिश की लेकिन वे सफल नहीं हो सके।

किवी टीम की ओर से साउदी ने तीन विकेट अपने नाम किए। पार्ट टाइम गेंदबाज मार्टिन गुप्टिल और बाउल्ट ने दो-दो विकेट लिए। मैट हेनरी और मिशेल सैंटनर को एक-एक सफलता मिली। 

इससे पहले टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी किवी टीम अपने कप्तान के दम पर किसी तरह सम्मानजनक स्कोर खड़ा कर सकी। भारतीय गेंदबाजों ने किवी बल्लेबाजों को लगातार परेशान किया।

विलियमसन ने अपनी शतकीय पारी में 128 गेंदों का सामना किया और 14 चौके एवं एक छक्का लगाया। उन्हें लेग स्पिनर मिश्रा ने अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच कराया। विलियमसन का यह भारत के खिलाफ पिछली सात पारियों में छठा 50 रनों से ज्यादा का स्कोर है।

कप्तान के अलावा पहले मैच में अर्धशतक बनाने वाले सलामी बल्लेबाज टॉम लाथम ने 46 रनों का योगदान दिया। लाथम काम चलाऊ स्पिनर जाधव की गेंद पर पगबाधा करार दिए गए। मार्टिन गुप्टिल (0) का विकेट मैच की दूसरी गेंद पर गिर जाने के बाद विलियमसन और लाथम ने दूसरे विकेट के लिए 120 रनों की साझेदारी की।

इसके बाद रॉस टेलर (21) और कोरी एंडरसन (21) भी भारतीय गेंदबाजों का सामना नहीं कर सके और पवेलियन लौट गए।

विलियमसन रनगति बढ़ाने के चक्कर में मिश्रा का तीसरा शिकार बने। विलियमसन जब आउट हुए तब टीम का स्कोर 213 रन था। अक्षर पटेल ने 216 के कुल योग पर ल्यूक रोंची को पवेलियन भेज किवी टीम को बैकफुट पर धकेल दिया। यह किवी टीम का छठा विकेट था।

यहां से किवी टीम रनों की गति को बढ़ा नहीं सकी और जसप्रीत बुमराह ने उसके निचले क्रम को धराशायी कर उन्हें बड़े स्कोर तक जाने से रोक दिया। उन्होंने एंटोन डेविक (7), टिम साउदी (0) और मैट हेनरी (6) को पवेलियन लौटाया।

भारतीय गेंदबाजों ने आखिरी ओवरों में बेहद कसी हुई गेंदबाजी की और किवी टीम को आखिरी के 10 ओवरों में सिर्फ 40 रन जुटाने का अवसर दिया। इस दौरान उन्होंने किवी टीम के छह विकेट भी चटकाए।

भारत की तरफ से मिश्रा और बुमराह ने सर्वाधिक तीन-तीन सफलताएं हासिल कीं। पटेल, उमेश और जाधव एक-एक विकेट लेने में सफल रहे।

सचिन बोले 'स्वीट सेहवाग ने बहुत विनाश किया है'

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Mumbai, 20 October, भारत रत्न सचिन तेंदुलकर ने पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज को जन्मदिन की बधाई लेते हुए कहा कि वह ऐसे स्वीट पर्सन हैं जिन्होंने अब तक सबसे अधिक विनाश किया है। सचिन से सहवाग से प्यार से कहा 'हैप्पी बर्थडे लाला'

आज वीरेंद्र सेहवाग के जन्मदिन पर ट्विटर पर बधाइयों का तांता लग गया, सभी खिलाडियों ने सहवाग को बधाई दी। फिल्म एक्टर रणदीप हुड्डा ने हरियाणवी भाषा में उन्हें अनोखे तरीके से बधाई दी।

कुंबले को हार्दिक पर भरोसा, बोले 'कुछ करके दिखाएगा ये लड़का'

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नई दिल्ली, 19 अक्टूबर: न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने पदार्पण एकदिवसीय मैच में शानदार प्रदर्शन कर मैन ऑफ द मैच का खिताब जीतने वाले हार्दिक पांड्या पर टीम के मुख्य कोच अनिल कुंबले को काफी भरोसा है। कुंबले का मानना है कि पांड्या टीम में जरूरी संतुलन लाएंगे। 

धर्मशाला में पांड्या ने किवी टीम के खिलाफ 31 रन देकर तीन विकेट लेते हुए मेहमानों को 190 रनों पर समेटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। भारत ने यह मैच जीत पांच एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त ले ली है। 

कुंबले ने कहा कि अपने पदार्पण मैच में इस तरह का प्रदर्शन उन्हें दूसरे मैच में अच्छा करने के लिए आत्मविश्वास प्रदान करेगा। 

कुंबले ने कहा, "वह ऐसे खिलाड़ी हैं जो हमें जरूरी संतुलन प्रदान कर सकते हैं क्योंकि वह अच्छी गेंदबाजी भी करते हैं। वह सिर्फ गेंदबाजी ही नहीं, अच्छी गति से गेंदबाजी कर सकते हैं। पहले मैच में उनका नई गेंद से शानदार गेंदबाजी करना टीम के लिए अच्छा रहा। यही धौनी उनसे चाहते हैं। उनका पहले मैच में मैन ऑफ द मैच चुना जाना खुशी की बात है।"

कोच ने कहा, "इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा। इस तरह के हरफनमौला खिलाड़ी जो बल्ले से रन बना सकें और अच्छी गति से गेंदबाजी भी कर सकें, टीम के लिए उपयोगी होते हैं। उन पर हम करीब से ध्यान रखेंगे और देखेंगे की वह किस तरह से आगे बढ़ते हैं। उनके पास क्षमता है।"

कुंबले ने इस बात पर जोर दिया की वह पांड्या पर किसी तरह का दवाब नहीं डालना चाहते।

कुंबले ने कहा, "जिस खिलाड़ी ने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत की हो हम उस पर विशेष तरह की रणनीति सौंप कर दवाब नहीं बनाना चाहते। वह उन खिलाड़ियों में से हैं जिन्हें स्वतंत्रता पसंद है और यही हमने हार्दिक को दी है।"

कोच ने कहा, "हमने उनसे कहा है कि आप निडर हो कर गेंदबाजी करें और मार खाने से नहीं डरें। हमने उनसे एक जगह पर गेंदबाजी करने को नहीं कहा है। बल्लेबाजी में उनको खुली छूट है। मैच में कैसी भी परिस्थति हो, वह खुल कर बल्लेबाजी कर सकते हैं।"

कुंबले ने हालांकि फिरोजशाह कोटला मैदान पर गुरुवार को होने वाले दूसरे मैच में अंतिम एकादश के बारे में बताने से मना कर दिया। उन्होंने कोटला के बारे में कहा कि यहां की पिच बल्लेबाजों के मुफीद है। 

उन्होंने कहा, "यह एकदिवसीय क्रिकेट के लिए अच्छी विकेट है। यह बल्लेबाजी के लिए अच्छी पिच है। जहां तक टीम संयोजन की बात है, हमारे पास अभी भी समय है। हम कल (गुरुवार को) इस बारे में आपको बता देंगे।"

कुंबले पहले मैच में सलामी बल्लेबाज की जिम्मेदारी निभाने वाले अजिंक्य रहाणे के प्रदर्शन से काफी खुश दिखे। 

भारतीय कोच ने कहा, "इस समय रहाणे शीर्ष क्रम में बिल्कुल फिट बैठते हैं। इस समय हम इसी के साथ चलना चाहते हैं। जब शिखर और लोकेश राहुल फिट हो जाएंगे तब वह हमारे लिए एक विकल्प होंगे।"

उन्होंने कहा, "इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली एकदिवसीय श्रृंखला से पहले हमारे पास काफी समय है। इस एकदिवसीय श्रृंखला में रहाणे सलामी बल्लेबाजी करेंगे। चैम्पियंस ट्रॉफी को देखते हुए हम उस समय सलामी जोड़ी के बारे में सोचेंगे।"

पूर्व लेग स्पिनर ने बल्लेबाजी क्रम में लचीलापन रहने की बात कही है। हालांकि उन्होंने नंबर चार के लिए मनीष पांडे को हाल ही में उपयुक्त बल्लेबाज माना है। 

कुंबले ने कहा, "हमारे पास इस क्रम के लिए कुछ विकल्प हैं। मनीष (पांडे) ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने इस क्रम पर पहले भी अच्छी बल्लेबाजी की है। उन्होंने धर्मशाला में भी अच्छी शुरुआत की थी।"

उन्होंने कहा, "वह भारतीय टीम में अच्छे खासे घरेलू क्रिकेट के अनुभव के साथ आए हैं। वह हार्दिक पांड्या की तरह नए नहीं हैं। वह उस तरह के बल्लेबाज हैं, जिस तरह का हमें नंबर चार पर चाहिए।"

कुंबले ने हालांकि बल्लेबाजों का स्थान तय करने की बात को नकार दिया। 

उन्होंने कहा, "एकदिवसीय में मैं नहीं मानता कि क्रम तय करने चाहिए। यह पूरी तरह परिस्थिति पर निर्भर करता है। आप नंबर चार पर किसी और को भी देख सकते हैं।"