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BMC में पांच चुनावों का टूटा रिकॉर्ड, इस बार जमकर मतदान

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मुंबई, 21 फरवरी: महाराष्ट्र में मंगलवार को बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी), 11 जिला परिषदों तथा 118 पंचायत समितियों सहित 10 महानगरपालिकाओं के लिए मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। बृहन्मुंबई नगर निगम सहित ठाणे, पुणे तथा नासिक तथा 11 जिला परिषदों तथा 118 पंचायत समितियों के लिए मंगलवार को मतदान हुआ। निकाय चुनाव को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के लिए विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है।

अनुमानित तौर पर मुंबई के 92 लाख मतदाताओं में से 55 फीसदी ने मतदान किया जो कि पिछले पांच चुनावों में सबसे अधिक है। मतदान करने वालों में राजनीतिज्ञ व बॉलीवुड के दिग्गजों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया हैं। देश की आर्थिक राजधानी और सबसे धनी बृहन्मुंबई नगर निगम चुनाव में अमूमन काफी कम मतदान होता रहा है लेकिन इस बार पांच चुनावों का रिकॉर्ड टूट गया।

मतदान के उत्साहजनक आंकड़ों को लेकर फडणवीस ने ट्वीट किया, "रिकॉर्ड मतदान तथा लोकतंत्र के पर्व में शामिल होने के लिए धन्यवाद मुंबई।"

बीते चार कार्यकाल से बीएमसी पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिवसेना गठबंधन का कब्जा है। चालू वित्तवर्ष (2016-17) के लिए बीएमसी का 37,052 करोड़ रुपये का बजट है। इसके मुकाबले, पूरे गोवा का बजट पिछले साल 14,700 करोड़ रुपये का था।

बृहन्मुंबई के 227 पार्षदों के चुनाव के लिए कुल 7,304 मतदान केंद्रों पर मतदान के लिए कई क्षेत्रों के दिग्गज पहुंचे। कुल 2,275 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे।

शिवसेना को कोई नहीं देगा वोट, इन्होने मुंबई को लूटने के सिवा कोई काम नहीं किया: किरीट सोमैया

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Mumbai, 21 Feb: आज BMC के लिए चुनाव हो रहा है, आज मुंबई की किस्मत EVM में बंद हो जाएगी और दो दिन बाद पता चल जाएगा कि मुंबई पर बीजेपी राज करेगी, शिवसेना राज करेगी या कांग्रेस-एनसीपी राज करेगी। सुबह से ही बड़े बड़े दिग्गज अपने घरों से निकलकर वोट डाल रहे हैं। आज भारतीय जनता पार्टी के सांसद किरीट सोमैया ने भी वोट डाला और बीजेपी की जीत पर भरोसा जताया साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि शिवसेना को कोई वोट नहीं देगा क्योंकि उन्होंने मुंबई के लोगों को लूटने के सिवा कोई काम नहीं किया है। 
इस चुनाव में बीजेपी और शिवसेना 20 साल बाद अकेले अकेले किस्मत आजमा रही हैं और बीजेपी को मोदी की नीतियों पर भरोसा है, सोमैया ने कहा कि मुंबई का विकास सिर्फ बीजेपी ही करा सकती है, यहाँ के लोगों को मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस की क्षमता और नरेन्द्र मोदी के विकास मॉडल पर भरोसा है। 

उन्होंने आज फिर शिवसेना पर करारा हमला करते हुए कहा कि मुंबई के लोग इस बार शिवसेना को वोट नहीं देंगे क्योंकि उन्होंने मुंबई के लोगों को लूटने के अलावा कुछ नहीं किया है, शिवसेना ने पिछले कई वर्षों से कई घोटाले किये हैं, सफाई में भी घोटाला किया है और पीने के पाने में भी घोटाला किया है, अब शिवसेना के अन्दर मुंबई के लोगों का सामना करने की हिम्मत नहीं है। 

जानकारी के लिए बता दें कि किरीट सोमैया काफी पहले से ही शिवसेना का विरोध करते आ रहे हैं, उन्होंने कुछ दिनों पहले अपनी संपत्ति सार्वजनिक करते हुए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को भी संपत्ति सार्वजनिक करने की चुनौती दी थी। 

उद्धव ठाकरे ने BJP को दी धमकी, बोले, सामना को बैन करके दिखाओ, अगली बार तुम नहीं दिखोगे

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Mumbai, 19 Feb: उद्धव ठाकरे ने आज बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है और उसे देख लेने की धमकी देते हुए कहा है कि अगर बीजेपी वाले सामना न्यूज़ पेपर को बैन करेंगे तो अगली बार वे दिख नहीं पाएंगे, अगर हिम्मत है तो सामना को बैन करके दिखाओ। 

जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय जनता पार्टी की मुंबई इकाई ने चुनाव आयोग से तीन दिनों के लिए सामना को बैन करने की मांग की है, बीजेपी का कहना है कि BMC चुनावों में सामना में आर्टिकल लिखकर वोटरों को प्रभावित किया जा सकता है इसलिए तीन दिनों के लिए समाचार पत्र को बैन किया जाए क्योंकि यह एक राजनीतिक पार्टी से जुडा समाचार पत्र है। 

बॉम्बे नगर निगम (BMC) के लिए 21 फ़रवरी को मतदान होगा और 23 को चुनाव के नतीजे आ जाएंगे। इस बार शिवसेना और बीजेपी अलग अलग चुनाव लड़ रहे हैं। 

शिवसेना गिरा दे महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार, लिखकर देता हूँ, नहीं दूंगा BJP को समर्थन: शरद पवार

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मुंबई, 18 फरवरी:| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा शिवसेना के बीच वर्षो पुराने गठबंधन में खटास के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद ने बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कहा कि अगर शिवसेना को डर है कि बीजेपी सरकार गिराने के बाद शरद पवार बीजेपी को समर्थन देकर सरकार बचा लेंगे तो वे बीजेपी सरकार गिराने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र हैं, मैं उन्हें लिखकर देने को तैयार हूँ कि मैं किसी भी सूरत में बीजेपी को समर्थन नहीं दूंगा। 

शरद पवार ने कहा कि बीजेपी के साथ गठबंधन करने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता, मैं अपने फैसले को लिखित में देने और उसकी एक प्रति राज्यपाल को देने के लिए तैयार हूं। लेकिन इसके लिए शिवसेना को भी राज्यपाल को एक पत्र लिखना होगा कि उसने सरकार से समर्थन वापस ले लिया है और उसे उस पत्र को सार्वजनिक करना चाहिए।"

दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच चल रहे वाक युद्ध के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव की संभावना जताई। 

शिवसेना पिछले कुछ सप्ताह से भाजपा की राज्य तथा केंद्र में कटु आलोचना करती आ रही है। उसने कहा है कि महाराष्ट्र सरकार नोटिस पीरियड पर चल रही है, जिससे यह संकेत मिलता है कि 23 फरवरी को निकाय चुनाव के नतीजे आने के बाद वह सरकार से समर्थन वापस ले सकती है।

पिछले विधानसभा चुनाव में महाराष्ट्र में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला, क्योंकि सभी प्रमुख पार्टियों ने अकेले एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ा था।

नोटबंदी के लिए केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए पवार ने कहा कि आठ नवंबर को उठाए गए कदम से अर्थव्यवस्था में न सिर्फ नौकरियों का नुकसान हुआ, बल्कि कृषि तथा ग्रामीण क्षेत्रों को भारी नुकसान हुआ।

BMC में सत्ता छिनने से डर गए हैं उद्धव ठाकरे इसलिए BJP-MODI के खिलाफ उगल रहे हैं आग: पर्रिकर

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Mumbai, 18 Feb: रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कल शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को करारा जवाब देते हुए कहा कि वे बीजेपी और मोदीजी के खिलाफ इसलिए आग उगल रहे हैं क्योंकि उन्हें BMC और पूणे में सत्ता जाने का डर सता रहा है, ये कुर्सी का डर है जिसकी वजह से उनके मुंह से मोदीजी के लिए भी अनाप शनाप बोल रहे हैं। 

मनोहर पर्रिकर ने कहा कि मोदी सरकार ने जिस तरह से पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक करके आतंकियों को सबक दिखाया उसी तरह से मुंबई की जनता विपक्षियों को सबक सिखाकर बीजेपी को वोट देगी और हम यहाँ पर पूरी ताकत से काम करेंगे। 

कल मनोहर पर्रिकर नगर निगम चुनावों के लिए बीजेपी प्रत्याशियों के प्रचार के लिए पुणे के करीब पिंपड़ी चिंचवाडा आये थे। उन्होंने कहा कि उद्धव पिछले कुछ समय से बीजेपी के लिए आग उगल रहे हैं, यह इसलिए क्योंकि उन्हें पुणे और मुंबई में सत्ता जाने का डर सता रहे हैं। 

मोदी-फोबिया का असर, शिवसेना ने कांग्रेस के साथ मिला लिया हाथ

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रायगढ़, 15 फरवरी: इस समय कई पार्टियों को मोदी-फोबिया हो गया है जिससे डरकर दो दुश्मन पार्टियाँ भी एक होकर मोदी के खिलाफ लड़ रही हैं, हाल ही में उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने गठबंधन किया तो आज महाराष्ट्र के रायगढ़ स्थानीय चुनावों में शिवसेना ने कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन करके पार्टी के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे के नाम पर कलंक लगा दिया। 

महाराष्ट्र के रायगढ़ में होने वाले जिला परिषद एवं पंचायत समिति के चुनाव में कांग्रेस ने शिवसेना के साथ मिलकर लड़ने का फैसला किया है। रायगढ़ में दोनों ही पार्टियों के स्थानीय नेता यह सफाई दे रहे हैं कि गठबंधन स्थानीय स्तर पर हुआ है। इसमें न तो शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे शामिल हैं और न ही महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण।

यहां लोग उस वक्त अपनी आंख मलने लगे, जब उन्होंने स्थानीय प्रत्याशियों के पोस्टरों और बैनरों पर दिवंगत शिवसेना नेता बाल ठाकरे और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की तस्वीरों को एक साथ देखा। इनमें लोगों से कांग्रेस-शिवसेना को मत देने की अपील की गई है।

रायगढ़ में चुनाव 21 फरवरी को होने हैं। इस अप्रत्याशित घटनाक्रम से कांग्रेस का राज्य नेतृत्व बिफरा हुआ है और उसने जिला नेतृत्व से रिपोर्ट मांगी है।

गंभीर दिख रहे महाराष्ट्र कांग्रेस इकाई के प्रवक्ता सचिन सावंत ने आईएएनएस से कहा, "हमने इस पर जानकारी मांगी है। पार्टी की स्थानीय इकाई ने राज्य नेतृत्व की अनुमति के बिना यह कदम उठाया है। हम मामले को देख रहे हैं।"

भाजपा ने इस गठबंधन की आलोचना की है। पार्टी प्रवक्ता मोहन भंडारी ने अपना यह पुराना बयान दोहराया कि राज्य में हो रहे स्थानीय निकाय चुनावों में कांग्रेस व शिवसेना के बीच 'मैच फिक्सिंग' हो चुकी है।

मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरूपम ने 'मैच फिक्सिंग' के आरोप को सिरे से खारिज किया है। उधर, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे सहयोगी भाजपा पर वार का एक भी मौका नहीं चूक रहे हैं।

अगर मोदी कांग्रेसियों की जन्मकुंडली खोलेंगे तो हम मोदी की जन्मकुंडली खोल देंगे: उद्धव ठाकरे

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मुंबई, 11 फरवरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कांग्रेस नेताओं को धमकी देने पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकर ने शनिवार को उन्हें चेताते हुए कहा कि उनके पास मोदी की जन्मकुंडली है। प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस नेताओं को धमकी भरे लहजे में कहा था कि उनके पास उनकी पूरी जन्मकुंडली है। मोदी ने यह हमला कांग्रेस पर दिया था लेकिन इसका जवाब शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने दिया और मोदी की जन्मकुंडली खोलने की धमकी दे डाली। 

ठाकरे ने कहा, "जो भी व्यक्ति पैदा होता है, उसकी एक 'जन्म पत्रिका' होती है। प्रधानमंत्री को कभी यह नहीं भूलना चाहिए। यहां तक कि हमारे पास भी उनकी जन्मकुंडली है। क्या वे यह भूल गए कि गोधरा सांप्रदायिक दंगे के बाद वह कैसे बच निकले? यह मेरे दिवंगत पिता बाल ठाकरे की वजह से हुआ, जो हमेशा उनके समर्थन में खड़े रहे।"

यहां अपने निवास मातोश्री में कुछ विशेष संवाददाताओं से ठाकरे ने 26 जनवरी को शिवसेना द्वारा गठबंधन तोड़ने के बाद केंद्र तथा महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ संबंधों सहित विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की। 

मोदी की आलोचना करते हुए ठाकरे ने कहा, "इससे पहले कभी भी कोई भारतीय प्रधानमंत्री इस स्तर तक नहीं गिरा था।"

उन्होंने कहा, "वह मजाक करते हैं और अन्य पार्टियों के नेताओं का मजाक उड़ाते हैं, लेकिन लोग अब उससे ऊब चुके हैं। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने राज्य में 27 रैलियों को संबोधित किया था। इसलिए मैंने बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (बीएमसी) के चुनाव में उनसे यहां आने की मांग की थी।"

ठाकरे ने आरोप लगाते हुए कहा कि वे (भाजपा नेता) झूठे हैं, जिनकी दिलचस्पी सत्ता के सिवा किसी और चीज में नहीं है। उन्होंने कहा कि यही कारण था कि उन्होंने निकाय चुनाव के लिए भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ने और अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया।

यह पूछे जाने पर कि वह सत्तारूढ़ गठबंधन को केंद्र और महाराष्ट्र में कैसे जारी रख सकते हैं, उन्होंने कहा, "क्या उन्होंने हमें गठबंधन से निकलने के लिए कहा है? अगर वह हमें पसंद नहीं करेंगे तो हम इससे निकल सकते हैं। हम यहां निकाय चुनाव के बाद अपने भविष्य पर फैसला करेंगे।"

उन्होंने स्मरण करते हुए कहा कि किस तरह उनके दिवंगत पिता बाल ठाकरे, दिवंगत भाजपा नेता प्रमोद महाजन और गोपीनाथ मुंडे के प्रयास से दोनों पार्टियों के बीच यह गठबंधन बना और समय के साथ और मजबूत होता गया।

ठाकरे ने कहा, "उस वक्त, मेरे पिता ने हिंदू वोटों के बिखराव को रोकने का फैसला किया था, भाजपा अपना ध्यान केंद्रीय स्तर पर केंद्रित करेगी, जबकि शिवसेना राज्यस्तर पर। यह बढ़िया चला। लेकिन अब भाजपा सबकुछ हथियाने को आमादा है। केंद्र, राज्य, नगर निकाय और भी बहुत कुछ।"

उन्होंने कहा कि अगर बेहतर होता कि शिवसेना अकेले चलती, तो यह बीते 25 वर्षो के दौरान महत्वपूर्ण राजनीतिक ताकत के रूप में उभरती।

उद्धव ठाकरे ने कहा, "महाराष्ट्र सरकार में भाजपा के सभी मंत्री राज्य में भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं। शिवसेना के एक भी मंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है।"

33 महीनों के दौरान मोदी सरकार की उपलब्धियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने मुस्कुराकर कहा, "वह झूठ के बल पर इतने दिन चले। यह भी एक उपलब्धि है! और वे बाकी के 27 महीने भी इसी के सहारे काट लेंगे।"

81 फीसदी लोगों ने कहा, BMC चुनाव में बीजेपी ने शिवसेना से गठबंधन तोड़कर अच्छा किया: पढ़ें

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Mumbai, 8 Feb: आपने देखा होगा कि पिछले एक वर्ष से शिवसेना बीजेपी पर हमले करने का एक भी मौका नहीं छोडती और कभी कभी तो बीजेपी पर कांग्रेस और अन्य विरोधी दलों से भी तेज हमले करती है, नोटबंदी के बाद तो शिवसेना मोदी के कट्टर विरोधियों से जा मिली और उनके साथ विरोध प्रदर्शनों में भी हिस्सा लिया, पिछले कई दिनों से उद्धव ठाकरे लगातार मोदी पर हमले कर रहे हैं, इस सबके बाद बीजेपी ने शिवसेना से BMC चुनावों में गठबंधन तोड़ लिया। 

इसके बाद हमने ऑनलाइन सर्वे किया - हमने पूछा कि बीजेपी से BMC चुनाव में शिवसेना से गठबंधन तोड़कर सही किया या गलत। करीब 81 फ़ीसदी लोगों ने बीजेपी के फैसले को सही बताया जबकि 11 फ़ीसदी लोगों ने इसे गलत बताया। केवल पांच फ़ीसदी लोग ही इस गठबंधन के पक्ष में हैं। 

जानकारी के लिए बता दें कि अब शिवसेना बीजेपी की पहले से भी जानी दुश्मन बन गयी है, उसने कट्टर मोदी विरोधी हार्दिक पटेल से हाथ मिला लिया है और उन्हें गुजरात का मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाया है। हालाँकि अभी हार्दिक पटेल केवल 22 वर्ष के हैं जबकि मुख्यमंत्री बनने के लिए 25 वर्ष उम्र होनी चाहिए। 

उद्धव ठाकरे ने मोदी से पूछा: क्या आप चोरों के प्रधानमंत्री हो?

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Mumbai, 6 Feb: एक समय जानी दोस्त कहीं जाने वाली शिवसेना और बीजेपी अब जानी दुश्मन बनती जा रही हैं, शिवसेना नोटबंदी के बाद लगातार प्रधानमंत्री मोदी पर तीखे हमले कर रही है, आप इतना भी कह सकते हैं कि नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर जितना तीखा हमला कांग्रेस, आप और अन्य पार्टियों ने नहीं किया उससे भी अधिक तीखा हमला शिवसेना और उद्धव ठाकरे ने किया है। 

इस बार मुंबई नगर निगम का चुनाव शिवसेना और बीजेपी अकेले अकेले लड़ रही है इसलिए अब शिवसेना ने फिर से मोदी पर हमला करना शुरू कर दिया है, कल उन्होंने एक सभा में फिर से मोदी पर हमला बोला, उन्होंने कहा कि नोटबंदी देश के लिए एक संकट है और यह संकट प्राकृतिक नहीं है बल्कि पैदा किया गया है, मोदी जी सबको चोर की नजर से देखते हैं, महिलाओं, किसानों की बचत पर भी शक किया, ऐसा जाहिर किया कि सब चोर है, अगर सब चोर हैं तो क्या आप चोरों के प्रधानमंत्री हो। 

आज भिवंडी की अदालत में पेश होंगे राहुल गांधी

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नई दिल्ली, 30 जनवरी: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सोमवार को महात्मा गांधी की हत्या के संबंध में आरएसएस पर की गई अपनी टिप्पणियों को लेकर मानहानि के एक मामले में भिवंडी की एक अदालत में पेश होंगे। 

राहुल ने एक ट्वीट कर कहा, "गोवा रवाना होने ने से पहले आज सुबह भिवंडी जाऊंगा।"

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एक कार्यकर्ता राजेश कुंते ने भिवंडी में छह मार्च 2014 को दिए राहुल के भाषण को लेकर उनके खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराया था।

कांग्रेस की रैली के दौरान राहुल ने कथित तौर पर कहा था, "गांधी की हत्या आरएसएस के लोगों ने की थी।"

अदालत ने पिछली सुनवाई में राहुल को जमानत पर रिहा कर दिया था।

BMC चुनाव में टूटा शिवसेना-बीजेपी का गठबंधन, अब केंद्र और राज्य से भी अलग होने का दबाव

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मुंबई, 28 जनवरी: महाराष्ट्र में अगले माह होने वाले निकाय चुनाव के लिए शिवसेना की तरफ से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ 25 साल पुराना गठबंधन तोड़ने के बाद शिवसेना पर राज्य के साथ ही केंद्र सरकार से अलग होने का दबाव बढ़ गया है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा गुरुवार रात पार्टी पदाधिकारियों की एक बैठक के दौरान गठबंधन तोड़ने की घोषणा के बाद हजारों की संख्या में शिवसैनिक खुशी से झूम उठे।

उद्धव ने गुरुवार शाम कहा, "हम भीख का कटोरा लेकर नहीं जाएंगे। हमने इस गठबंधन में अपने 25 साल खो दिए। लेकिन अब और नहीं। शिवसेना नगर निकाय चुनाव अकेले लड़ेगी और अब आगे भाजपा के साथ गठबंधन नहीं होगा।"

इसके एक दिन बाद कई कार्यकर्ताओं ने शिवसेना ने खुलकर मांग की कि वह भाजपा से पूरी तरह अलग हो जाए।

इसके बाद, शिवसेना सांसद तथा पार्टी के मुखपत्र सामना के कार्यकारी संपादक संजय राउत ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता नहीं चाहती, इसलिए राज्य सरकार को शिवसेना का समर्थन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार में शिवसेना का बने रहना गठबंधन से अधिक समर्थन जैसा रहेगा।

केंद्र में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के एक घटक रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) ने महाराष्ट्र में आगामी निकाय चुनाव के लिए खुद को भाजपा के साथ रखने का फैसला किया है।

आरपीआई के अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने भाजपा व शिवसेना के बीच गठबंधन टूटने पर दुख जताते हुए कहा कि वह भाजपा का समर्थन जारी रखेंगे, जिसके लिए उनकी पार्टी ने गठबंधन किया था।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार ने गठबंधन टूटने पर चुटकी लेते हुए कहा, "25 वर्ष पुराना गठबंधन टूटने की बात सुनकर हम बहुत दुखी हैं।"

संवाददाताओं द्वारा यह पूछे जाने पर कि अगर सरकार पर कोई संकट आया, तो क्या राकांपा कोई भूमिका निभाएगी, पवार ने मुस्कुराते हुए कहा, "अगर वह सरकार बचाने के लिए हमसे मदद मांगने आते हैं, तो मैं सोचूंगा।"

कांग्रेस ने कहा, "दोस्त दोस्त न रहा..मतलब की शादी अधिक नहीं चलती। रिश्ता टूटना तय था।"

कांग्रेस ने गठबंधन टूटने की घटना को ठाकरे का नाटक करार दिया। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने शिवसेना को महाराष्ट्र व केंद्र की सरकार से बाहर आने की चुनौती दी।

उधर, कूटनीतिक रुख अख्तियार करते हुए फडणवीस ने घटना पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि हमारे लिए सत्ता अंत नहीं है, बल्कि शासन में पारदर्शिता के माध्यम से केवल विकास करने का एक तरीका है।

उद्धव ठाकरे द्वारा गुरुवार को गठबंधन तोड़ने की घोषणा के बाद फडणवीस ने कहा, "जो हमारे साथ रहेंगे उनके साथ मिलकर और उनके बगैर भी हम विकास का लक्ष्य हासिल करेंगे।"

शिवसेना-बीजेपी में टूट गया गठबंधन, उद्धव बोले, UP चुनाव में 'हे राम' बोलने के लिए तैयार रहे BJP

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मुंबई, 26 जनवरी: महाराष्ट्र में होने वाले नगर निकाय चुनाव को लेकर शिवसेना ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ 25 वर्ष पुराना गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया। उपनगर गोरेगांव में गुरुवार शाम को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा, "हम हर जगह भीख का कटोरा लेकर नहीं जाएंगे। इस गठबंधन में हमने 25 वर्षो का समय बर्बाद किया। लेकिन अब और नहीं। शिवसेना नगर निकाय चुनाव में सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी और भाजपा से गठबंधन नहीं होगा।"

खादी ग्रामोद्योग आयोग के कैलेंडर व डायरी में महात्मा गांधी की जगह मोदी की तस्वीर की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा ने महात्मा गांधी तक को नहीं बख्शा और केवीआईसी की डायरी व कैलेंडर से उनकी तस्वीर तक हटा दी।

उन्होंने कहा, "वे (भाजपा) उत्तर प्रदेश में राम मंदिर बनाने की बात कर रहे हैं। लेकिन अब उन्हें वहां 'हे राम' (हार) के लिए तैयार हो जाना चाहिए।"

गठबंधन से अलग होने का कदम का समर्थकों ने तालियों से स्वागत किया चुनाव में अकेले उतरने का ठाकरे से आह्वान किया।

सभी सरकारी कार्यालयों व संस्थानों में सभी प्रकार की धार्मिक गतिविधियों को बंद करने के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हालिया निर्देश को लेकर उन पर हमला करते हुए ठाकरे ने इसे वापस लेने की मांग की।

उन्होंने कहा, "शिवसैनिकों में मेरा पूरा विश्वास है। उनकी मदद से हम समस्त महाराष्ट्र में अकेले भगवा झंडा लहराएंगे।"

नोटबंदी का परमाणु बम गिराकर मोदी ने भारत को हिरोशिमा और नागाशाकी की तरह तबाह कर दिया: शिवसेना

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मुंबई, 18 जनवरी: शिवसेना ने नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए बुधवार को कहा कि इस फैसले ने भारतीय अर्थव्यवस्था को उसी तरह तबाह कर दिया है, जिस प्रकार 1945 में दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान जापान के शहर हिरोशिमा और नागासाकी अमेरिका की ओर से गिराए गए परमाणु बम के कारण तहस-नहस हो गए थे। शिवसेना ने पार्टी के मुख-पत्र 'दोपहर का सामना' के संपादकीय में लिखा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'नोटबंदी का परमाणु बम' गिराकर भारतीय अर्थव्यवस्था को हिरोशिमा और नागासाकी की तरह तहस-तहस कर दिया है। सब खत्म।"

मोदी पर 'किसी की बात नहीं सुनने' का आरोप लगाते हुए शिवसेना ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पिछले साल आठ नवंबर को 500 और 1,000 रुपये के नोटों को बंद करने की घोषणा करने से पहले भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) तक की सलाह नहीं सुनी।

शिवसेना के अनुसार, "जिस तरह उनके मंत्रिमंडल में गूंगे-बहरे तोते बैठे हुए हैं, उसी प्रकार रिजर्व बैंक के गवर्नर (उर्जित पटेल) की नियुक्ति की गई और देश की अर्थव्यवस्था का दिवाला निकल गया।"

उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयोगी है।

मोदी के हालिया बयान कि वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से सलाह लेते रहे हैं, पर पलटवार करते हुए शिवसेना ने कहा कि अब वह (पवार) भी इस कदम (नोटबंदी) का मुखर विरोध कर रहे हैं।

पवार ने शुरुआत में नोटबंदी का समर्थन किया था, लेकिन बाद में जब उन्होंने देखा कि इस कदम से आम लोगों, गरीब किसानों और देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान हुआ है तो उन्होंने इसका विरोध शुरू कर दिया।

शिवसेना ने अपने मुख-पत्र के संपदाकीय में कहा है, "पवार कह रहे हैं कि शुरुआत में ऐसा लगा कि नोटबंदी सही है, पर यह काला धन लाने में नाकाम रहा, क्योंकि काला धन विदेशों में है और इसलिए इसे लाया नहीं जा सका।"

पार्टी के अनुसार, नोटबंदी से ग्रामीण सहकारी अर्थव्यवस्था को सबसे अधिक नुकसान हुआ है, जिसमें राज्य एवं जिला सहकारी बैंक तथा वित्तीय संस्थान और यहां तक कि चीनी सहकारी भी शामिल है।

पार्टी के अनुसार, सरकार सहकारी बैंकों को 'भ्रष्टाचार के अड्डे' के रूप में प्रचारित कर रही है, जो पूरे सहकारी क्षेत्र का अपमान है। 

शिवसेना के अनुसार, "सच्चाई तो यह है कि विजय माल्या जैसे लोगों ने राष्ट्रीयकृत बैंकों में घोटाले किए, न कि सहकारी बैंकों में।"

पार्टी ने कहा, "यदि मोदी वास्तव में पवार से सलाह लेते हैं तो राकांपा नेता को निश्चित तौर पर प्रधानमंत्री को यह सलाह देनी चाहिए कि सहकारी बैंकों को भ्रष्ट बताकर वह किसानों की अंत्येष्टि संपन्न न करें, क्योंकि सहकारी क्षेत्र महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था की आत्मा है।"

संपादकीय के अनुसार, यहां तक कि पवार ने भी माना है कि नोटबंदी के दो माह के बाद भी भारतीय अर्थव्यवस्था स्थिर नहीं हो पाई है।

संपादकीय में कहा गया, "कम से कम 50 प्रतिशत उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, 35 प्रतिशत रोजगार प्रभावित हुए हैं, बेरोजगारी बढ़ी है खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में। लेकिन कोई भी आम आदमी को लेकर चिंतित नहीं है, जिसकी रीढ़ तोड़ दी गई है।"

संपादकीय में एसोचैम के एक हालिया अध्ययन का हवाला दिया गया है, जिसके मुताबिक नोटबंदी के बाद से अब तक 40 लाख नौकरियां जा चुकी हैं तथा भविष्य में यह आंकड़ा और बढ़ेगा।

संपादकीय इसके साथ समाप्त होता है, "इस कदम से लोग पूरी तरह निराश हैं और हम देश के भविष्य को लेकर चिंतित हैं, इसलिए हम इस पर गहरी पीड़ा व्यक्त कर रहे हैं।"

CM देवेन्द्र ने बिना वादा किये मुंबई में वाई-फाई लगवा दिया, CM केजरीवाल वोट लेकर वादा भूल गए

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Mumbai, 9 January: आपने सुना होगा कि केजरीवाल ने दिल्ली में पूरे पांच साल तक फ्री वाई फाई देने का वादा किया था, उन्हें मुख्यमंत्री बने 2 साल होने वाले हैं लेकिन अब तक एक भी वाई-फाई नहीं लगा, वे अपना वादा भूल गए क्योंकि उन्होंने दिल्ली वालों से वोट लेने के लिए ये वादा किया था, नैजवनों ने सोचा होगा कि केजरीवाल पांच साल मुफ्त वाई-फाई देगा और हम पांच साल तक मुफ्त इन्टरनेट चलाईगें, इसी लालच में दिल्ली के नौजवानों ने केजरीवाल को दिल खोलकर वोट दिया और धोखा खा गए। उन्हें अब तक मुफ्त वाई-फाई नहीं मिला। 

दूसरी जगह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस हैं जिन्होंने मुफ्त वाई फाई देने का कोई वादा नहीं किया था लेकिन उन्होंने मुंबई में 500 स्थानों पर वाई फाई हॉटस्पॉट लगवा दिया है। सभी वाई फाई एक्टिवेट कर दिए गए हैं, 1 मई 2017 तक यानी चार महीने बाद वाई फाई हॉटस्पॉट की संख्या 1200 तक हो जाएगी और आने वाले समय में धीरे धीरे पूरे मुंबई में वाई फाई चलेगा। 

मतलब काम करने वालों के लिए वादा करना जरूरी नहीं होता है, कुछ लोग बिना वादा किये ही काम करते हैं लेकिन कुछ लोग वादा करके भूल जाते हैं क्योंकि ये लोग वोट देने के लिए ही वादे करते हैं, मतलब अपना काम बनता और भाड में जाए जनता। 

चुनाव से पहले मोदी सरकार के आम बजट से घबराये उद्धव ठाकरे, राष्ट्रपति से रोकने की अपील करेंगे

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मुंबई, 4 जनवरी: नोटबंदी का विरोध करने वाले शिवसेना अध्यक्ष अब मोदी सरकार के आम बजट से घबरा गए हैं, उन्होंने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के संपन्न होने तक केंद्रीय बजट स्थगित कर देना चाहिए। उद्धव ने यहां जिला पार्टी सदस्यों की बैठक में कहा, "इस संबंध में शिवसेना के सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही राष्ट्रपति से मुलाकात करेगा। हमें लग रहा है कि केंद्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) केंद्रीय बजट में देश की जनता को फुसलाने और गुमराह करने की कोशिश कर सकती है।"

उद्धव ने सवालिया लहजे में कहा कि आखिर निर्वाचन अयोग द्वारा पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की घोषणा से पहले ही केंद्रीय बजट का ऐलान कर दिया गया।

उल्लेखनीय है कि बुधवार को निर्वाचन आयोग ने गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा कर दी।

पांचों राज्यों में विधानसभा चुनाव चार फरवरी से आठ मार्च तक चलेंगे और मतगणना 11 मार्च को होगी, वहीं केंद्रीय बजट के एक फरवरी को लाए जाने की संभावना है।

उद्धव ठाकरे ने किया आम बजट का विरोध तो अरुण जेटली ने बता दी उनकी असली औकात: पढ़ें

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नई दिल्ली, 4 जनवरी: कहने को तो शिवसेना बीजेपी की सहयोगी पार्टी है लेकिन इस वक्त शिवसेना बीजेपी के लिए के सांप की तरह है जो मौका मिलने पर डसने की कोशिश करता है, शिवसेना को भी जब मौका मिलता है वह बीजेपी को डस लेती है चाहे वह नोटबंदी का मुद्दा हो, भूमि अधिग्रहण का मुद्दा हो या पाकिस्तान का मुद्दा हो, आज शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से सबसे पहले मोदी सरकार के आम बजट को पेश होने से रोकने की अपील की है। 

शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बुधवार को मांग की कि पांचों राज्यों में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद ही केंद्रीय बजट पेश किया जाए।

जेटली ने भी इशारों इशारों में उद्धव ठाकरे को उनकी असली औकात बता दी,उन्होंने कहा, "यह वही पार्टी है जिसने नोटबंदी का भी विरोध किया था। आखिर वे बजट पेश होने से परेशान क्यों हैं।"

कई राजनीतिक दलों द्वारा पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए केंद्रीय बजट को स्थगित किए जाने की मांग पर केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को कहा कि बजट पेश करना संवैधानिक जरूरत है। जेटली ने कहा, "बजट लाना संवैधानिक जरूरत है।"

जेटली ने कहा कि लोकसभा चुनाव-2014 से भी पहले अंतरिम बजट पेश हुआ था और इससे पहले भी चुनाव से पहले बजट पेश होते रहे हैं।

महाराष्ट्र सरकार ने 477 'फरार' चिकित्सकों को बर्खास्त किया

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मुंबई, 2 जनवरी: महाराष्ट्र सरकार ने कार्रवाई करते हुए 477 सरकारी चिकित्सकों को बर्खास्त करने का फैसला किया है। ये चिकित्सक सेवा में शामिल होने के बाद करीब 15 सालों से ड्यूटी से अनुपस्थित रहे हैं। राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री दीपक सावंत ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमने उनके खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है।

सरकार द्वारा राज्य भर में अपने अस्पतालों में नियुक्त किए गए बहुत से चिकित्सक सेवा में शामिल होने के बाद से गायब हैं और आमतौर पर इनका संदर्भ 'फरार' कह कर दिया जाता है।

सावंत ने कहा कि इस तरह के 581 'फरार' चिकित्सकों की मंत्रालय ने पहचान की है। इसमें से 104 की सेवाएं पहले ही समाप्त की जा चुकी हैं।

उन्होंने कहा, "ऐसे चिकित्सक साक्षात्कार में आते हैं, अपना नियुक्ति पत्र लेते है और विभाग में शामिल हो जाते हैं। कुछ दिनों बाद, वे छोड़कर चले जाते है। हम उन्हें रोकने में सक्षम नहीं हैं और न ही अदालतें। आदर्श रूप में, उन्हें अपने जाने से पहले इस्तीफा प्रस्तुत करना चाहिए।"

सरकार ने इसकी सूचना महाराष्ट्र चिकित्सा शिक्षा विभाग और महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल को दे दी है, जो इन चिकित्सकों के खिलाफ भविष्य में कार्रवाई तय करेगा।

पुणे की बेकरी में आग, 6 लोग जिन्दा जले

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पुणे, 30 दिसम्बर: पुणे की एक बेकरी में शुक्रवार तड़के आग लगने से अंदर सो रहे छह मजदूरों की दम घुटने से मौत हो गई। पुणे पुलिस नियंत्रण अधिकारी के मुताबिक, शहर के कोंडवा में 'बेक्स एंड केक्स' बेकरी में यह आग सुबह लगभग 5.45 बजे लगी। ऐसा माना जा रहा है कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी।

यह छह मजदूर उत्तर भारत से काम की तलाश में यहां आए थे। बेकरी में आग लगने के समय मजदूर सोए हुए थे।

बचावकर्मियों का कहना है कि बेकरी मालिक ने बेकरी का बाहर से ताला रखा था जिससे मजदूर अंदर फंसे रहे और बचावकार्य गंभीर रूप से बाधित हुआ।

राज ठाकरे ने शिवाजी स्मारक का किया विरोध, बोले, क्या स्मारक बनाने से शिवशाही आ जाएगी?

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नासिक, 26 दिसम्बर: महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (एमएनएस) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने मुंबई में शिवाजी स्मारक बनाए जाने का विरोध करते हुए सवाल उठाया कि अरब सागर में बनने वाले शिवाजी स्मारक के लिए पैसा कहां से आएगा और क्या स्मारक बनाने से शिवशाही आ जाएगी। 

दो दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रस्तावित स्मारक के लिए मुंबई के पास अरब सागर में जल पूजा की थी।

राज ठाकरे ने यहां संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार ने मुंबई के पास अरब सागर में मराठा योद्धा शिवाजी का विशाल स्मारक बनाने का ऐलान किया है। इसमें शिवाजी की बड़ी प्रतिमा भी लगेगी और इस पर 3600 करोड़ का खर्च आएगा।

उन्होंने कहा, "यह पैसा कहां से आएगा? क्या उनके पास इस परियोजना के लिए पैसा है? अतीत में वे ऐसी ही घोषणाएं कर चुके हैं जिनके लिए कभी धन नहीं मिल सका।"

उन्होंने कहा कि बजाए इसके, इस पैसे का इस्तेमाल महाराष्ट्र में विभिन्न जगहों पर मौजूद किलों और महलों के रखरखाव और विकास पर किया जाए जिनमें से कई छत्रपति शिवाजी महाराज के समय के हैं। एमएनएस यह मांग लंबे समय से करती रही है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ऐसी घोषणाएं करते रहते हैं जिसमें कभी पैसा नहीं आता।

उन्होंने कहा कि अब तक न जाने कितने स्मारक बन चुके हैं लेकिन 'शिवशाही' आजतक नहीं आई। उन्होंने इस मामले को राज्य में होने वाले स्थानीय निकाय चुनाव से पहले का राजनीतिक स्टंट बताया।

बड़ी खबर, नवी मुंबई पुलिस ने पकड़ लिए 35 लाख रुपये के नए नोट और दो किलो सोना

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Navi Mumbai, 25 December: नोटबंदी के बाद चोरों की धरपकड़ का सिलसिला जारी है, आज नवी मुंबई पुलिस ने कमाल करते हुए 35 लाख रुपये के नए नोट और 2 किलो सोना जब्त कर लिया। उन्होंने पनवेल में चोरों का शिकार किया। चोरों को पकड़ने और माल को जब्त करने के बाद उन्होंने यह मामला इनकम टैक्स विभाग के पास भेज दिया। 

नोटबंदी के बाद अब तक अरबों रुपये के नए नोट, अरबों रुपये का सोना और हजारों करोड़ रुपये के पुराने नोट जब्त किये जा चुके हैं। चोर लोग चोरी करने का तारीख ढूंढ रहे हैं तो मोदी सरकार उन्हें पकड़ने के लिए नए नए तरीके खोज रही है, सभी जांच एजेंसियां सतर्क हैं और चोरों का जमकर शिकार कर रही हैं।