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स्वामी ने पाकिस्तान में गायब हुए दोनों भारतीय मौलवी के बारे में किया सनसनीखेज खुलासा: पढ़ें

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नई दिल्ली, 20 मार्च: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने पाकिस्तान में गायब हुए दोनों मौलवियों में बारे में सनसनीखेज खुलासा किया है, दोनों पाकिस्तान में किडनैप कर लिए गए थे, दो दिन तक गायब रहने के बाद नाटकीय ढंग से मिल गए, अब दोनों लोग भारत लौट आए हैं। 

दोनों सूफी मौलवी सैयद आसिफ अली निजामी और नाजिम अली निजामी हजरत हजरत निजामुद्दीन दरगाह से सम्बंधित हैं। मौलवी नाजिम अली ने कहा है कि वे आसिफ अली निजामी की बहन से मिलने कराची गए हुए थे।

जानकारी के अनुसार पाकिस्तान में यात्रा पर गए थे, सुब्रमनियम स्वामी ने इनके बारे में खुलासा करते हुए कहा है कि दोनों भारतीय मौलवी देश-विरोधी गतिविधियों में संलिप्त हैं। 

स्वामी ने कहा कि मेरे पास गुप्त सूचना है कि दोनों मौलवी पाकिस्तान जासूस हैं और दोनों देशविरोधी काम करने के लिए पाकिस्तान गए थे, यही नहीं दोनों गायब नहीं हुए थे बल्कि सीक्रेट मिशन पर भारत विरोधी काम कर रहे थे, खुद को गायब बताकर भारत में सहानुभूति जुटाना इनके प्लान का हिस्सा था।

नाजिम अली को पाकिस्तानी मीडिया ने भारतीय खुफिया एजेंसी 'रिसर्च एंड एनालिसिस विंग' (रॉ) का जासूस बताया था जिसे नाजिम अली ने खारिज किया था। 

स्वामी ने कहा, "वे झूठ बोल रहे हैं..सहानुभूति हासिल करने के लिए ऐसा किया गया है। हमें स्वतंत्र सूत्रों से जानकारी मिली है कि दोनों भारत के खिलाफ काम कर रहे हैं।"

कांग्रेस प्रवक्ता बोले, संवित जी, राहुल और मोदी की डिबेट करा दो, मोदी के पसीने छुड़ा देंगे राहुल

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नई दिल्ली, 20 मार्च: उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद टीवी में जबरजस्त डिबेट चल रही है, कल आज तक न्यूज़ चैनल पर एक डिबेट में बीजेपी प्रवक्ता संवित पात्रा और कांग्रेसी प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह के बीच में तीखी बहस हो गयी, संवित पात्रा ने कहा ने कहा कि राहुल गाँधी की वजह से उत्तर प्रदेश में बीजेपी की जीत हुई है तो अखिलेश प्रताप सिंह भड़क गए। 

अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि आप लोगों ने अभी राहुल गाँधी को देखा कहाँ है, आप मोदी और राहुल गाँधी की एक घंटे बहन करा दो, मोदी भी सभी मुद्दों पर बोले और राहुल गाँधी भी सभी मुद्दों पर बोलें, मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि राहुल गाँधी मोदी के पसीने छुड़ा देंगे। 

इसके बाद संवित पात्रा हंसने लगे, उन्होंने कहा कि अखिलेश जी आप क्या कह रहे हैं, अगर राहुल गाँधी आपकी बातों को सुन लेंगे तो आपको पार्टी से निकाल देंगे, आप राहुल गाँधी को कहाँ फंसा रहे हैं, आप उनकी मोदी से बहस करा रहे हैं।

दरअसल बात ये थी कि मशहूर लेखक चेतन भगत ने एक ट्वीट किया था कि जब तक विपक्ष में राहुल गाँधी जैसे विपक्षी नेता हैं तब तक भारतीय जनता पार्टी को यह अभिमान है और वह वाकई देश में कुछ भी कर सकती है क्योंकि वो जानती है कि देश में उसके खिलाफ कोई बड़ा प्रतिद्वंदी है ही नहीं।

इसके बाद कांग्रेसी प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा चेतन भगत की सोच उन्हें मुबारक लेकिन जहाँ तक राहुल गाँधी की बात है, आप एक काम कीजिये, एक दिन आम एक दिन एक दो घंटे की बहस रख लीजिये, एक तरफ मोदी बैठे और दूसरी तरफ राहुल गाँधी, पता चल जाएगा कि व्यक्ति किसे कहते हैं, नेता किसे कहते हैं और कसके अन्दर दम है।

इसके बाद संवित पात्रा ने कहा - बाप रे, क्या कह रहे हैं आप, अगर राहुल गाँधी आपकी बात सुन लेंगे तो आपको निकाल देंगे, उन्होंने एक बार अंगरेजी में इंटरव्यू दिया था और क्या हाल हुआ था, राम राम राम। 

आज दांव पर लगी है मोदी और अमित शाह की इज्जत

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नई दिल्ली, 20 मार्च: आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की इज्जत दांव पर लगी है, अगर आज इनकी इज्जत बचाई नहीं गयी तो पूरे देश में कोई भी इन दोनों नेताओं की बातों पर विश्वास नहीं करेगा और इन्हें पक्का जुमलेबाज बताया जाएगा। अब इन दोनों नेताओं की इज्जत उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही बचा सकते हैं। 

उत्तर प्रदेश में बीजेपी की जीत सिर्फ मोदी की वजह से हुई है, हर आदमी ने केवल मोदी के नाम पर बीजेपी को वोट दिया था और कई लोग तो विधायकों का नाम भी नहीं जानते थे, वे बूथ में गए, EVM में कमल के निशान को ढूँढा, मोदी को याद करते हुए बटन दबा दिया। 

चनावी रैलियों में प्रधानमंत्री मोदी वादा करते थे कि जिस दिन नई सरकार बनी, वे उत्तर प्रदेश का सांसद होने का नाते पहली ही बैठक में लघु और सीमान्त किसानों का कर्जा माफ़ करवा देंगे। मोदी के अनुसार योगी सरकार पहला निर्णय किसानों की कर्जा माफी का लेगी। आज अगर योगी सरकार किसानों का कर्जा माफ़ नहीं करेगी तो मोदी की इज्जत गयी समझो। 

अमित शाह अपनी सभी चुनावी रैलियों में वादे करते थे कि जिस दिन बीजेपी सरकार शपथ लेगी उसी दिन रात के 12 बजे से पहले एक अध्याधेश लाकर प्रदेश के सभी यांत्रिक कत्लखानों को बंद करने का आदेश दे दिया जाएगा, अमित शाह के अनुसार यह अध्यादेश कल रात में 12 बजे से पहले ही पारित हो जाना चाहिए था लेकिन नहीं हुआ तो कोई बात नहीं, उन्हें एक दिन तो दिया जा सकता है और इतना तो चलता है लेकिन अगर आज भी बूचड़खानों को बंद करने का अध्यादेश पारित नहीं हुआ तो अमित शाह की इज्जत गयी समझो। 

बड़े चालाक निकले BJP वाले, अपने 5 नेताओं का मीडिया से फ्री-फंड में करवा लिया प्रचार

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लखनऊ, 19 मार्च: अब तक आपको लगता रहा होगा कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी का कोई बड़ा नेता नहीं था इसलिए चुनाव से पहले किसी भी मुख्यमंत्री उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गयी थी लेकिन तीन-चार दिन के घटनाक्रमों को देखकर अब आपको लग रहा होगा कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी के एक से बढ़कर एक धाकड़ नेता हैं। 

अब तक आप इन नेताओं के बारे में इस लिए नहीं जान पाए थे क्योंकि मीडिया ने इनके बारे में कभी बताया ही नहीं, मीडिया में आने के लिए, सुर्ख़ियों में छाने के लिए और हैडलाइन में जगह बनाने के लिए नेताओं को लाखों-करोड़ों रुपये खर्च करने पड़ते हैं, अगर बीजेपी ने इन नेताओं के प्रचार के लिए और अख़बारों के फ्रंट पेज पर आने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किये होते तो पहले ही लोग इन नेताओं के बारे में जान चुके होते। 

तीन-चार दिनों के घटनाक्रमों को देखकर लग रहा है कि बीजेपी वाले चालाक हैं, इन्होने बिना एक रूपया खर्च किये अपने नेताओं का प्रचार भी करवा दिया, अखबारों की हैडलाइन में जगह बना दी, टीवी चैनलों पर उनका चेहरा भी दिखा दिया, यह सब काम फ्री-फंड में किया गया, इस दौरान मीडिया वाले कैमरा लेकर इन नेताओं के पीछे भागते रहे और जिसे मुख्यमंत्री बनना था वह गोरखपुर में अपने निवास में आराम से बैठा रहा। 

बिना चवन्नी खर्च किये प्रचार पाने वालों में मनोज सिन्हा सबसे आगे रहे, वैसे तो मनोज सिन्हा केंद्र में मंत्री थे लेकन लो प्रोफाइल होने की वजह से ना तो कोई गूगल पर उनको सर्च करता था और ना ही विकीपीडिया पर कोई उनका पेज ढूंढता था लेकिन आज देश के सभी लोग जान चुके हैं कि मनोज सिन्हा एक पढ़े लिखे नेता हैं, BHU IIT से ग्रेजुएट और पोस्ट-ग्रेजुएट हैं, हार्ड वर्किंग हैं। 

बीजेपी ने इसी तरह से सुरेश खन्ना, दिनेश शर्मा, केशव प्रसाद मौर्या, रामलाल का भी प्रचार करवा दिया, इन नेताओं के बारे में भी बहुत कम लोग जानते थे लेकिन अब सभी जानते हैं। वाह बीजेपी वालों, पहले लोगों को लग रहा था कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी में कोई दिग्गाह चेहरा नहीं है लेकिन अब लोगों को लग रहा है कि बीजेपी में दिग्गज नेताओं की भरमार है। 

मैं जनसमूह से निकला था, इसी में समा जाऊँगा, अपने पीछे कुछ नहीं छोडूंगा: प्रणब मुख़र्जी

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मुंबई, 17 मार्च: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने यहां शुक्रवार को कहा कि वह जनसमूह के बीच से आए हैं और इसी में समा जाएंगे, अपने पीछे कोई विरासत नहीं छोड़ेंगे। राष्ट्रपति पद से सेवानिवृत्त होने के बाद वह सार्वजनिक जीवन से भी निवृत्त हो जाएंगे। इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में मुखर्जी के संबोधन के बाद एंकर राजदीप सरदेसाई ने जब पूछा कि वह अपने पीछे क्या विरासत छोड़ेंगे, तो मुखर्जी ने कहा, "मैं जनसमूह का हिस्सा हूं और इसी में समा जाऊंगा। मैं कोई विरासत नहीं छोड़ूंगा।"

राष्ट्रपति ने इसके पहले अपने संबोधन में यह भी कहा कि सार्वजनिक पद जनता की सेवा के सिवा कुछ नहीं है।

उन्होंने कहा, "मैं स्पष्ट तौर पर कहता हूं कि मैंने कभी नहीं सोचा कि सर्वोच्च पद पर होने से मेरी बुद्धिमत्ता बढ़ गई या मेरा महत्व बढ़ गया। मैंने हमेशा यही सोचा कि पद सेवा के अलावा कुछ नहीं है, और वह भी जनता की सेवा।"

राष्ट्रपति प्रणब मुख़र्जी ने कर दी PM नरेन्द्र मोदी की तारीफ, सुनकर जल-भुन जाएगी कांग्रेस: पढ़ें

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मुंबई, 17 मार्च: राष्ट्रपति प्रणब मुख़र्जी ने इससे पहले भी प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की है लेकिन आज उन्होने मोदी की जबरजस्त तारीफ कर दी जिसे सुनकर कांग्रेस जल-भुन जाएगी क्योंकि प्रणब मुखर्जी को कांग्रेस ने ही राष्ट्रपति बनाया था इसलिए उनके मुंह से मोदी की तारीफ सुनना कांग्रेस को विल्कुल भी अच्छा नहीं लगेगा, राष्ट्रपति ने कहा कि मैंने अपने जीवन में 4 प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया है, इंदिरा गाँधी, राजीव गाँधी, मनमोहन सिंह और नरेन्द्र मोदी, चारों में से मोदी मुझे बड़े अच्छे प्रधानमंत्री लगे।

प्रणब मुख़र्जी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी राज्य से आये थे, ऐसे लोगों को केंद्र की अर्थनीति और विदेश नीति सीखने में काफी समय लगता है लेकिन मोदी ने बहुत तेजी से सीखकर सभी क्षेत्रों में मास्टर बन गए, मैं उनकी जल्द सीखने की कला से बहुत प्रभावित हूँ और इसके लिए मोदी को श्रेय देना चाहिए। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी मुसीबतों से निपटने की कला बखूबी जानते हैं और सबको साथ लेकर चलते हैं।

उन्होंने कहा कि यह उल्लेखनीय है कि संसद में बिना किसी पूर्व अनुभव के मोदी ने जटिल अंतर्राष्ट्रीय मामलों और अर्थव्यवस्था के मामलों में श्रेष्ठता हासिल की हैं।

मुखर्जी ने कहा, "चरण सिंह से लेकर चंद्रशेखर तक हर प्रधानमंत्री को संसद का गहन अनुभव था। लेकिन एक व्यक्ति जो सीधे प्रांत की सरकार से आ रहा है, वह विदेश संबंधों, जटिल बाह्य अर्थव्यवस्था पर श्रेष्ठता स्थापित करता है, उस पर चर्चा करता है।"

उन्होंने कहा कि किस तरह प्रधानमंत्री मोदी कुशलता से जी-20 समूह का संचालन कर रहे हैं, जो अंतर्राष्ट्रीय वित्त, व्यापार, प्रतिबंधों के प्रमुख मुद्दों से संबंधित है।

कांग्रेस जिसको स्पर्श कर लेती है वो ख़त्म हो जाता है: संवित पात्रा

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नई दिल्ली, 17 मार्च: कांग्रेस पार्टी को गोवा में 17 सीटें मिली थीं जबकि मणिपुर में 28 सीटें मिली थीं, उन्हें गोवा में सरकार बनाने के लिए 4 विधायकों का समर्थन चाहिये था जबकि मणिपुर में सरकार बनाने के लिए तीन विधायकों का समर्थन चाहिए था लेकिन कांग्रेस ने ना तो किसी पार्टी से समर्थन माँगा और ना ही किसी ने दिया। उससे पहले बीजेपी ने दूसरी पार्टी के विधायकों से बात कर ली और उनसे समर्थन लेकर बीजेपी ने बहुमत के साथ सरकार बना ली। 

अब कांग्रेस दोनों राज्यों में सरकार ना बना पाने की कसक से छटपटा रही है और इसे लोकतंत्र की हत्या करार दे रही है, दो दिन से राज्य सभा में कोई चर्चा नहीं हो रही है, रोज हंगामा हो रहा है। 

आज संवित पात्रा ने टीवी पर एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि दरअसल कांग्रेस जिस पार्टी को स्पर्श कर लेती है वो पार्टी समाप्त हो जाती है इसीलिए गोवा और मणिपुर में किसी भी पार्टी ने कांग्रेस का समर्थन नहीं किया, इसीलिए कांग्रेस दोनों राज्यों में सरकार नहीं बना सकी।

जानकारी के लिए बता दें कि गोवा में कांग्रेस अगर चाहती तो 1 NCP और 3 निर्दलीय विधायकों का समर्थन लेकर सरकार बना सकती थी, इसके अलावा अगर वो चाहती तो गोवा फारवर्ड पार्टी और महाराष्ट्रवादी गोमान्तक पार्टी के 3-3 विधायकों को लेकर भी सरकार बना सकती थी लेकिन किसी ने भी कांग्रेस को समर्थन नहीं दिया। पहले सब के सब गैरकांग्रेसी विधायकों ने बीजेपी को समर्थन दिया उसके बाद कांग्रेस के दो विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफ़ा दे दिया।

यही हाल मणिपुर में भी हुआ, कांग्रेस को 28 सीटें मिलीं, उन्हें केवल 3 विधायक चाहिए थे, अगर वे चाहते तो 1 TMC 1 आजाद और और 4-4 NPP और NPF विधायकों के साथ सरकार बना सकते थे लेकिन किसी ने भी कांग्रेस को समर्थन नहीं दिया, वहां भी सबने BJP को समर्थन दे दिया और बीजेपी की बहुमत के साथ सरकार बन गयी। 

इससे पहले कि कांग्रेस गोवा-मणिपुर की सीट पर बैठती, बीजेपी ने खिड़की से अपना गमछा फेंक दिया?

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नई दिल्ली, 17 मार्च: अगर आपने कभी ट्रेन के लोकल डिब्बे में सफ़र किया होगा तो आपको जरूर ये बात पता होगी, डिब्बे में चढ़ने के लिए लाईन लगती है लेकिन कुछ चालाक लोग सीट पर कब्ज़ा करने के लिए खिड़की से अपना गमझा, रूमाल या छोड़ा बैग फेंक देते हैं, इसके बाद लाइन में लगे लोग लाईन में ही खड़े रहते हैं लेकिन गमझा रखने वाले को सीट मिल जाती है, सीट पर गमझा देखते ही लोग समझ जाते हैं कि इस सीट पर किसी ने कब्ज़ा कर लिया है और यहाँ पर बैठना खतरनाक है, अगर कोई उस सीट पर बैठ भी जाता है तो गमछे वाला आदमी बाद में आकर उस आदमी को यह कहते हुए उठा देता है कि 'भाई इस सीट पर तो मेरा गमछा रखा था, आप तुरंत इस सीट से उठिए, कहीं और जाकर बैठिये इसपर मेरा हक है क्योंकि इस पर मेरा गमछा रखा है। इसके बाद अगर कोर्ट में भी यह मामला जाता है तो कोर्ट भी यही कहता है कि सीट उसी की है जिसका गमछा रखा है। 

भारतीय जनता पार्टी ने गोवा और मणिपुर में सरकार बनाने के लिए यही चालाकी दिखाई, दोनों राज्यों में सबसे अधिक सीटें कांग्रेस को मिली थी लेकिन वह लाईन में लगी रही, लेकिन बीजेपी वालों ने तेजी दिखाते हुए दोनों सीटों पर अपना गमछा रख दिया, कांग्रेस देखती ही रही और बीजेपी सीट पर जाकर बैठ गयी और दोनों जगह सरकार बना ली। 

अगर कांग्रेस चाहती तो दूसरी पार्टियों को विश्वास में लेकर और उन्हें मंत्री पद का ऑफर देकर गोवा और मणिपुर में सरकार बना सकती थी लेकिन कांग्रेस ने कोशिश ही नहीं की, कांग्रेस ढीली पड़ी रही लेकिन बीजेपी ने उसी रात नितिन गडकरी को गोवा भेजकर दूसरी पार्टी के विधायकों से बात करने के लिये कहा, गडकरी ने उसी रात गोवा आकर सभी विधायकों से बात ही, उन्हें मंत्री पद देने का ऑफर दिया, सभी ने बीजेपी का समर्थन कर दिया, इसके बाद बीजेपी वालों ने कांग्रेस से पहले 22 विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को दे दिया, मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, दूसरी पार्टियों और निर्दलीय विधायकों को भी मंत्री पद की शपथ दिला दी और दूसरे दिन विधानसभा में बहुमत साबित कर दिया। बीजेपी ने यही काम मणिपुर में किया। 

अब ये जोक सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, आप भी पढ़ें।

अगर MODI को कोई हरा सकता है तो वह राहुल गाँधी की सादगी ही हरा सकती है: राज बब्बर

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नई दिल्ली, 17 मार्च: उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में विशाल हार के बाद कांग्रेसी नेता बहुत खबर गए हैं, अब उन्होंने ऐसा कोई दिखाई दे रहे है तो मोदी को टक्कर दे सके हालाँकि राज बब्बर को अभी भी राहुल गाँधी पर विश्वास है, आज राज बब्बर ने कहा कि अगर नरेन्द्र मोदी को कोई हरा सकता है तो वह राहुल गाँधी की सादगी ही हरा सकती है, दूसरा कोई नहीं। 

इससे पहले कांग्रेस के बड़े नेता दिग्विजय सिंह ने भी बुझा बुझा बयान देते हुए कहा था कि नरेन्द्र मोदी कितने भी ताकतवर हों लेकिन वो भगवान तो नहीं हैं ना, अगर दृढ राजनीतिक इक्षाशक्ति के साथ हम सभी पार्टियाँ उनके खिलाफ एकजुट हो जाएं तो हम उन्हें हरा सकते हैं। 

जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को सिर्फ 7 सीटें मिलीं थी जबकि उत्तराखंड में केवल 11 सीटें मिली थी, इतनी बुरी हार के बाद कांग्रेस मोदी से बहुत डर गयी है इसलिए उनसे निपटने के लिए महागठबंधन बनाने के संकेत दिए हैं। 

नरेन्द्र मोदी भगवान नहीं हैं, हम सभी पार्टियाँ मिलकर उन्हें जरूर हरा देंगे: दिग्विजय सिंह

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नई दिल्ली, 17 मार्च: हर कोई कह रहा है कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी की विशाल जीत मोदी लहर की वजह से हुई है, कांग्रेसी भी यह बात मानते हैं और अब उनके सामने मोदी से निपटने की चुनौती है लेकिन उन्हें मोदी का कोई तोड़ नहीं मिल रहा है, उन्होंने राहुल गाँधी को मोदी के सामने खड़ा करने की कोशिश की थी लेकिन उत्तर प्रदेश में सैकड़ों रैलियां करने के बाद भी राहुल गाँधी कोई कमाल नहीं कर पाए और कांग्रेस को 7 सीटें ही मिलीं। 

कांग्रेसी इस कदर हिरास गए हैं कि अब अकेले मोदी से लड़ने की हिम्मत नहीं हो रही है, आज कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, मोदी भगवान नहीं हैं, उन्हें हराया जा सकता है लेकिन इसके लिए साम्प्रदाईक शक्तियों के खिलाफ लड़ने वाली हम सभी पार्टियों को एक होना होगा, अगर हम एक होकर दृढ राजनीतिक इक्षाशक्ति से मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे तो उन्हें हरा सकते हैं। 
जानकारी के लिए बता दें कि कांग्रेस को गोवा और मणिपुर में बीजेपी से अधिक सीटें मिली थीं इसके बावजूद भी कांग्रेस सरकार नहीं बना पायी, दूसरी पार्टियों और निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी को समर्थन दे दिया जिसकी वजह से दोनों जगह बीजेपी ने सरकार बना ली, पंजाब में कांग्रेस को बहुमत मिला और वहां पर कांग्रेस ने सरकार बनायी है।  

अब कांग्रेस को लग रहा है कि केवल बीजेपी के खिलाफ महागठबंधन बनाकर मोदी को हराया जा सकता है, अब कांग्रेस अकेले मोदी से लड़ने की हिम्मत नहीं कर सकती। 

असली हीरो हैं अक्षय कुमार, शहीद परिवार को दी करोड़ों की मदद, राजनाथ सिंह भी हुए ख़ुशी से गदगद

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नई दिल्ली, 17 मार्च: अक्षय कुमार ने फिर से साबित कर दिया है कि वे देश के असली हीरो हैं और देश की रक्षा करने वाले सैनिकों को अपनी ही तरह असली हीरो समझते हैं उसी का परिणाम है कि उन्होंने हाल ही में सुकमा जिले में नक्सली हमले में शहीद हुए 12 सैनिकों के परिवारों को 1 करोड़ 8 लाख रुपये की मदद की है, इतने पैसों की आर्थिक मदद आज तक किसी भी नेता या अभिनेता ने नहीं की है। अक्षय कुमार ने एक एक सैनिकों के बैंक खाते में 9-9 लाख रुपये जमा कर दिए और इस तरह से 12 सैनिकों के खाते में 1 करोड़ 8 लाख रुपये जमा कर दिए। 

अक्षय कुमार के इस नेक काम से गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी ख़ुशी से गदगद हो गए हैं, राजनाथ सिंह ने अक्षय कुमार की तारीफ करते हुए कहा है कि 'श्री अक्षय कुमार की उदारता बेहद सराहनीय है, उनका यह कदम दूसरों को भी शहीदों के परिवारों की मदद करने की प्रेरणा देगा, मैं अक्षय कुमार को धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने आगे आकर CRPF जवानों के परिवारों की आर्थिक मदद की। 

अक्षय कुमार के इस कदम की पूरा देश तारीफ कर रहा है, अक्षय कुमार पहले से ही सैनिकों का साथ देते रहे हैं, उनके पास जाकर उनका हाल चाल लेते रहे हैं, अक्सर देखने में आता है कि CRPF जवानों को उतना भाव नहीं दिया जाता जितना आर्मी के जवानों को दिया जाता है लेकिन अक्षय कुमार ने CRPF जवानों के परिवार वालों की मदद करके देशवासियों का ध्यान इस तरफ भी आकर्षित किया है कि CRPF जवान भी हमारे देश के लिए अपने प्राण देते हैं।

जानकारी के लिए बता दें कि हाल ही में 11 मार्च को सुकमा जिले में नक्सलियों ने CRPF की 219वीं बटालियन की टुकड़ी पर घात लगाकर हमला किया था जिसमें 12 CRPF जवान शहीद हो गए थे, इस घटना के बाद अक्षय कुमार ने गृह मंत्रालय से संपर्क किया, वहां से अक्षय ने शहीदों का बैंक अकाउंट माँगा और 12 खातों में 9-9 लाख रुपये जमा कर दिए। इस घटना के दुःख में राजनाथ सिंह ने होली भी नहीं मनाई थी। 

एक साल में तीसरा धमाका करने वाले हैं MODI, नेशनल हेल्थ पॉलिसी 2017 तैयार, पढ़ें क्या होगा फायदा

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नई दिल्ली, 16 मार्च: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अब अपने पूरे फॉर्म में आने वाले हैं, अब वे एक साल में तीसरा बड़ा धमाका करने जा रहे हैं लेकिन यह धमाका सबसे बड़ा होगा क्योंकि इस धमाके से देश के प्राइवेट अस्पतालों की लूटखोरी बंद हो जाएगी, उनके भ्रष्टाचार की नींव हिल जाएगी जिसकी वजह से हेल्थ-केयर में बहुत बड़ा बदलाव आएगा। 

मोदी ने पहला धमाका पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक करके किया, दूसरा धमाका नोटबंदी करके किया और तीसरा और सबसे बड़ा धमाका नेशनल हेल्थ पॉलिसी लाकर करने वाले हैं। 

नेशनल हेल्थ पॉलिसी 2017 एक ऐसा कानून होगा जिसके लागू होने के बाद किसी भी सरकारी अस्पताल में बिना पैसों के भी इलाज कराया जा सकेगा और यह सबके लिए लागू होगा, कोई भी अस्पताल किसी भी गरीब का इलाज करने से मना नहीं कर सकेगा और इलाज के साथ साथ गरीब को दवाई भी मुफ्त में देनी पड़ेगा, इसके लिए मोदी सरकार एक कार्ड उपलब्ध कराएगी जिसमें आधार कार्ड और अन्य जानकारियां रहेंगी। 

नेशनल हेल्थ पॉलिसी का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि देश में जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे जिसमें सबको सस्ती दवाई मिलेगी और अगर उनके पास पैसा नहीं होगा तो मुफ्त में दवाई मिलेगी, अगर मरीज चाहेगा तो बाद में ठीक होने के बाद मेडिकल स्टोर या अस्पताल में जाकर अपने इलाज का पैसा दे सकेगा और अगर मन नहीं करेगा तो कोई बात ही नहीं। 

आज मोदी सरकार की कैबिनेट ने नेशनल हेल्थ पॉलिसी को अंतिम मंजूरी दे दी है। मोदी की यह पॉलिसी अगर सही तरह से लागू कर दी गयी तो 2019 में उनकी वापसी तय हो जाएगी।

विचार: दोबारा चुनाव के बजाय केजरीवाल और मायावती का नार्को टेस्ट कराओ, दूध का दूध, पानी का पानी

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नई दिल्ली, 16 मार्च: मायावती का कहना है कि मोदी ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में मशीनों में गड़बड़ी करके चुनाव जीता है, उन्होंने मशीनों में ऐसी गड़बड़ी की जिसकी वजह से बटन हाथी पर दबा लेकिन वोट कमल को चला गया, अगर ऐसा ना होता तो हाथी की चुनाव जीतता, अब मायावती चाहती हैं कि उत्तर प्रदेश के दोबारा चुनाव कराये जाँय। 

मायावती के बाद अब केजरीवाल भी उन्हीं के सुर में बोलने लगे हैं, उन्होंने भी पंजाब में मशीनों में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा है कि मोदी ने मशीनों में ऐसी गड़बड़ी की जिसकी वजह से AAP को मिलने वाला वोट कांग्रेस को चला गया, मोदी ने हमें हराने के लिए जानबूझकर कांग्रेस को जिताया है, अब दोबारा चुनाव होने चाहियें या दिल्ली नगर निगम में EVM के बजाय पेपर-बैलट पर चुनाव होने चाहियें। 

अब अगर चुनाव आयोग उत्तर प्रदेश के दोबारा चुनाव कराता है तो सरकारी खजाने से हजारों करोड़ रुपये फिर से खर्च होंगे इसके अलावा पेपर बैलट से चुनाव कराना 10 गुना मंहगा पड़ेगा, देश का खजाना चुनाव में ही खर्च हो जाएगा इसके अलावा अगर दिल्ली नगर निगम का चुनाव पेपर-बैलट पर करायेंगे तो दूसरी पार्टियाँ भी आने वाले चुनाव पेपर बैलट पर कराने की मांग करेंगी और 2014 का चुनाव भी पेपर-बैलट पर होगा, सरकारी खजाने से हजारों करोड़ रुपये खर्च होंगे। 

इतना पैसा खर्च होने से बचाने के लिए चुनाव आयोग को चाहिए कि मायावती और केजरीवाल का नार्को टेस्ट करा ले, उसमें पता चल जाएगा कि इन लोगों को वाकई में EVM मशीनों में गड़बड़ी होने की आशंका है या ये लोग जान बूझकर और देशवासियों को भ्रमित करने के लिए ये बात बोल रहे हैं। 

नार्को टेस्ट में मायवती और केजरीवाल उगल देंगे कि उन्हें वाकई में EVM में गड़बड़ी की आशंका है या वे लोग साजिश के तहत, चुनाव आयोग की इमेज खराब करने और अपनी हार छिपाने के लिए ये बातें बोल रहे हैं।

कैसे करता है Narco Test काम

Narco Test यानी Lai Detector Test में केजरीवाल और मायावती को झूठ पकड़ने वाली मशीन में बिठाया जाएगा, उसमें इन लोगों से सवाल पूछा जाएगा कि आपके दिमाग में EVM मशीनों की गड़बड़ी का विचार कैसे आया उसके बाद इन लोगों को सच बताना होगा।

मान लीजिये, जब चुनावों के रिजल्ट आये होंगे तो मायावती ने सोचा होगा, अब क्या किया जाए, अब तो हमारी बदनामी हो जाएगी, अब क्या करें, चलो बोल देते हैं कि BJP वालों ने EVM में गड़बड़ी करके चुनाव जीता है, अगर ऐसा हुआ होगा तो नार्को टेस्ट में मायावती यही बतायेंगी।

इस प्रक्रिया में समय कम लगेगा वरना देश का माहौल खराब हो रहा है, AAP को वोट देने वाले आपिये भी यही बोलने लगे हैं कि मशीनों में गड़बड़ी हो गयी, अगर चुनाव आयोग ने कुछ नहीं किया तो मायावती के समर्थक भी यही बात बोलने लगेंगे और पांच साल अपनी हार स्वीकार नहीं करेंगे, उनके मन में कुंठा रहेगी, गुस्सा रहेगा, टेंशन रहेगी, बीजेपी के प्रति नफरत बढ़ेगी। अगर मायावती और केजरीवाल ने नार्को टेस्ट में सब कुछ उगल दिया तो करोड़ों देशवासियों को इनकी असलियत का पता भी चल जाएगा और उनकी कुंठा, गुस्सा भी समाप्त हो जाएगी। 

उसने कहा: मैं नरेन्द्र मोदी के लिए नहीं बल्कि वो मेरे लिए काम करते हैं, MODI बोले ‘हाँ सही है’

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New Delhi, 16 March: सोशल मीडिया पर अगर आप नजरें घुमायेंगे तो हर तरह मोदी समर्थक दिखाई देते हैं, दिन रात मोदी के प्रचार में लगे रहते हैं, उनके काम को जनता तक पहुंचाने में लगे रहते हैं, लोगों से लड़ते हैं, डिबेट करते हैं, सवाल-जवाब करते रहते हैं, हर समय मोदी मोदी करते रहते हैं, ऐसे लोगों की संख्या लाखों में नहीं बल्कि करोड़ों में है, किसी ने मोदी के नाम से ग्रुप बना रखा है, किसी ने मोदी के नाम से पेज बना रखा है, कभी कभी कुछ लोगों को लगता है कि ये लोग मोदी के लिए काम करते हैं और इसके लिए मोदी की तरफ से इन्हें पैसे दिए जाते हैं जबकि ऐसा है नहीं। 

ट्विटर पर अजीत सिंह ने लिखा है, मेरे एक समर्थक ने मुझसे पूछा - क्या आप नरेन्द्र मोदी के लिए काम करते हो तो मैंने मुस्कराते हुए जवाब दिया, नहीं प्यारे - वो मेरे लिए काम करते हैं। 
अजीत सिंह ने इस ट्वीट में टैग नरेन्द्र मोदी (@narendramodi) को टैग किया जिसकी वजह से मोदी ने भी यह ट्वीट देखा और तुरंत ही जवाब दिया, उन्होंने कहा - वास्तव में, मैं हर भारतीय का प्रधान सेवक बनकर खुश हूँ।
आपने देखा, मोदी खुद को हर भारतीय का प्रधान सेवक बता रहे हैं जिसका मतलब है मोदी जी हम सबसे सवाल हैं, हमारे लिए जीते हैं, हमारे लिए मरते हैं, हमारे लिए 18 घंटे काम करते हैं, देश का विकास, युवाओं को रोजगार और गरीबी का निवारण ही उनका मकसद है, सोशल मीडिया पर लाखों करोड़ों लोग मोदी का इसीलिए समर्थन करते हैं और उनके लिए दिन रात काम करते रहते हैं क्योंकि मोदी हमारे लिए काम करते हैं।  

हुकुमदेव नारायण यादव ने कांग्रेसियों को जमकर धोया, बोले ‘तुममे और हममें आकाश-पाताल का अंतर है’

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नई दिल्ली, 16 मार्च: भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज सांसद हुकुमदेव नारायण यादव ने आज लोकसभा में कृषि पर चर्चा के दौरान कांग्रेस को जमकर धो डाला, उन्होंने कहा कि आप लोगों ने 60 वर्षों तक शासन किया, पिछले 10 साल लगातार सरकार चलाई, उस समय तो तुम्हें किसानों का दुःख याद नहीं आया, उनकी दशा सुधारने के लिए आपने कुछ नहीं किया लेकिन जब विपक्ष में बैठ गए तो हमें कानून बता रहे हो, ऐसा लगता है कि विपक्ष में बैठने के बाद आप लोगों का दिमाग अधिक काम करने लगा है। 

हुकुमदेव ने कहा कि आपने कुछ नहीं किया लेकिन मोदी जी ने किसानों के लिए काम करना शुरू किया है, भारत सरकार ने पशुधन के विकास के लिए योजना चलाई है, देशी नश्ल के पशुओं के विकास के लिए योजना चलाई है, हम उस समय कहते थे कि भारत के अन्दर अनेक उन्नत किस्म की गायें हैं जिनको चुराकर विदेश वाले ले जाते हैं और अपना ठप्पा लगाकर होलिस्किन, फिजीयन आदि नाम देकर भारत में वापस भेज देते हैं, ये लोग सब कुछ हमारे यहाँ से चोरी करके ले जाते हैं। 

उन्होंने बताया कि जब मैं कृषि मंत्री था तो मैंने इसका पता लगाया, आन्ध्र प्रदेश अंगोल, केरल का बेचूर, गुजरात का गीर,  राजस्थान का खारपर्ग और शाहीवल आदि हिंदुस्तान की ऐसी गायें हैं जिन्हें अगर इन्हें सही दिशा में आपस में क्रॉस किया जाता, हिन्दुस्तानी गायों को संकुरित करके और संस्कारित करके एक नयी नश्ल पैदा कर दी गयी होती तो आज हिंदुस्तान में एक अलग तरह की कृषि शरू हो गयी होती और हिंदुस्तान के किसानों के घरों में खुशहाली आ जाती। 

उन्होंने कांग्रेसियों से कहा कि आप लोगों ने ऐसा नहीं किया क्योंकि आप विदेश शास्त्री थे हम स्वदेश शास्त्री थे, आप विदेशी को बढ़ाना चाहते थे लेकिन हम स्वदेशी को बढ़ाना चाहते हैं, आप पश्चिमी संस्कार वाले थे हम भारतीय संस्कार वाले हैं, आप पश्चिमी रास्ता को अपनाते थे हम भारतीय रास्ते को अपनाने वाले लोग हैं, हमारे और आप में बुनियादी अंतर है, मानसिकता में अंतर है, विचार में अंतर है, चरित्र में अंतर है, व्यवहार में अंतर है, हमारे आप में आकाश पाताल का अंतर है, आप पश्चिम की ओर भागने वाले हैं हम पूर्व दिशा में चलने वाले हैं इसीलिए हमारे और आप में कभी भी समन्वय नहीं हो सकता। 

अरुण जेटली ने सम्भाला रक्षा मंत्री का कार्यभार

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नई दिल्ली, 13 मार्च: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और इसके साथ ही पर्रिकर का गोवा का मुख्यमंत्री बनना तय हो गया है। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है, "राष्ट्रपति ने संविधान के अनुच्छेद 75 के खंड (2) के तहत मनोहर पर्रिकर का मंत्री परिषद से इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।"

इसके अलावा राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सिफारिश पर केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त कार्यभार सौंप दिया।

गौरतलब है कि पर्रिकर ने गोवा में राज्य सरकार की कमान संभालने के लिए सोमवार को ही रक्षा मंत्री पद से अपना इस्तीफा दिया। पर्रिकर मंगलवार को गोवा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार वह मंगलवार शाम 5.0 बजे राजभवन में शपथ ग्रहण करेंगे। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद रहने की उम्मीद है।

भाजपा ने रविवार को पर्रिकर को गोवा में सरकार का नेतृत्व करने के लिए नियुक्त किया था। अब गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा पर्रिकर सहित उनके मंत्रिमंडल को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी।

सिन्हा ने पर्रिकर से शपथ ग्रहण के बाद गोवा विधानसभा में 15 दिनों के अंदर बहुमत साबित करने के लिए कहा है।

पर्रिकर ने 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में 21 सदस्यों के समर्थन का दावा किया है। विधानसभा चुनाव में भाजपा को 13 सीटों पर जीत मिली है। गोवा फॉरवर्ड पार्टी और महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी के 3-3 सदस्यों ने भाजपा के प्रति समर्थन जाहिर किया है। इसके अलावा दो निर्दलीय विधायकों ने भी अपना समर्थन जताया है।

गोवा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 17 सीटों पर जीत हासिल करते हुए सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, लेकिन यह संख्या सरकार गठन के लिए नाकाफी है।

भाजपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी को समर्थन देने वाले अधिकतर विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।

सूत्रों ने कहा, "अभी इस पर विचार-विमर्श चल रहा है। हम वित्त एवं गृह मंत्रालय अपने पास रखेंगे। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी समर्थन देने वाले विधायकों को दिए जाने वाले मंत्री पद पर बात कर रहे हैं। पर्रिकर अन्य पार्टी नेताओं के साथ खुद अंतिम फैसला करेंगे।"

UP और उत्तराखंड में विशाल जीत ने फिर से साबित किया, MODI सबसे प्रभावशाली नेता हैं: पी चिदंबरम

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नई दिल्ली, 12 मार्च: उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी की विशाल जीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी की पूरे देश में तारीफ तो हो ही रही है, अब कांग्रेसी नेताओं ने भी उनकी तारीफ करनी शुरू कर दी है, आज कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने भी मोदी का लोहा मानते हुए कहा है - उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की विशाल जीत ने फिर यह पुष्टि कर दी है कि नरेंद्र मोदी सर्वाधिक प्रभावशाली नेता हैं।" पी चिदंबरम ने ट्विटर पर लिखा - 

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में आक्रामक प्रचार अभियान से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 403 सीटों में से 312 सीटों पर जीत हासिल की है, उनके सहयोगियों को मिलाकर बीजेपी ने 324 सीटें जीती हैं। यह देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य में किसी पार्टी की अप्रत्याशित जीत है। इसके साथ ही भाजपा ने उत्तराखंड विधानसभा की 70 सीटों में से 57 पर जीत हासिल की है।

2017 Election Result Five State Live: पाँचों राज्यों का रिजल्ट देखें

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नई दिल्ली, 10 मार्च: पाँचों राज्यों के चुनाव रिजल्ट आने शुरू हो गए हैं, हम यहाँ पर पाँचों राज्यों Uttar Pradesh, Uttarakhand, Punjab, Goa और Manipur का लाइव रिजल्ट (Live Result) दे रहे हैं।

Uttar Pradesh Election Result 2017 (उत्तर प्रदेश चुनाव रिजल्ट)


समाजवादी पार्टी-कांग्रेस (SP-Congres) - 55
बीजेपी (BJP) - 324
बसपा (BSP) - 19
अन्य (Other) - 05
Total Seats - 403

Uttarakhand Election Result 2017 (उत्तराखंड चुनाव रिजल्ट)

बीजेपी (BJP) - 56
कांग्रेस (Congress) - 12
बसपा (BSP) - 00
अन्य (Other) - 02
Total Seats - 70

Punjab Election Result 2017 (पंजाब चुनाव रिजल्ट)

अकाली दल-बीजेपी (SAD-BJP) - 18
कांग्रेस (Congress) - 77
आप (AAP) - 20
अन्य (Other) - 02
Total Seats - 117

Goa Election Result 2017 (गोवा चुनाव रिजल्ट)

बीजेपी (BJP) - 13
कांग्रेस (Congress) - 16
आप (AAP) - 00
अन्य (Other) - 10
Total Seats - 40

Manipur Election Result 2017 (मणिपुर चुनाव रिजल्ट)

कांग्रेस (Congress) - 25
बीजेपी (BJP) - 21
NPF - 04
अन्य (Other) - 4
Total Seats - 60

Exit Poll गलत, हम पाँचों राज्यों में जीतेंगे: कांग्रेस

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नई दिल्ली, 10 मार्च: कांग्रेस ने शुक्रवार को एक्जिट पोल को दरकिनार कर दिया, और कहा कि जिन लोगों ने इतिहास से सबक नहीं लिया है, वे दोबारा ये गलतियां कर रहे हैं। कांग्रेस ने 2009 के आम चुनाव और 2015 के बिहार चुनाव के बाद आए एक्जिट पोल का उदाहरण दिया। कांग्रेस ने यह भी कहा कि विभिन्न राज्यों में शनिवार को किस पार्टी की जीत होती है, यह कोई मायने नहीं रखता, मायने यह रखता है कि यह लोकतंत्र की जीत होगी। लेकिन पार्टी ने कहा कि उसे पूरा भरोसा है कि सभी राज्यों में उसकी जीत होगी।

कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने संसद परिसर में मीडियाकर्मियों से कहा, "कल शनिवार को विभिन्न राज्यों में कोई भी जीते, यह लोकतंत्र की जीत होगी, यह मतदाताओं की जीत होगी..और भारत की जीत होगी।"

सिंघवी ने एक्जिट पोल को खारिज करते हुए कहा, "जिन लोगों ने इतिहास से सबक नहीं लिया है, वे दोबारा गलतियां कर रहे हैं। 2009 का चुनाव एक क्लासिक उदाहरण है, जब अधिकांश एक्जिट पोल न केवल गलत साबित हुए, बल्कि गंभीर रूप से गलत साबित हुए।"

सिंघवी ने कहा, "और जिन लोगों ने कांग्रेस पार्टी के बारे में बात भी की, उन्होंने इसकी 25-30 प्रतिशत की बढ़त को कमतर आंका।"

उन्होंने कहा, "बिहार में अभी पूरे दो वर्ष भी नहीं हुए हैं, अधिकांश एक्जिट पोल ने गठबंधन को 110-115 सीटें दी थीं। हमें गठबंधन में 180 सीटें मिलीं। तमिलनाडु में भी एक्जिट पोल पूरी तरह गलत साबित हुआ।"

सिंघवी ने यह भी कहा, "हम सभी राज्यों में अपने बल बूते और उत्तर प्रदेश में गठबंधन के साथ जीत के प्रति आश्वस्त हैं।"

CCTV कैमरों से मतगणना स्थल के चप्पे चप्पे पर रखी जाएगी नजर

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नई दिल्ली, 10 मार्च: कल पांच राज्यों के चुनाव की मतगणना की जाएगी, इस बार मतगणना स्थल के चप्पे चप्पे पर नजर रखी जाएगी और सभी पार्टियों के पोलिंग एजेंट खुद CCTV कैमरे में हर चीज देख सकेंगे। निर्वाचल आयोग ने गुरुवार को निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे 11 मार्च को मतगणना के दिन बज्रगृह से ईवीएम को मतगणना वाले कक्ष में ले जाए जाने की निगरानी के लिए अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरों का प्रबंध करें। 

आयोग ने अधिकारियों को भेजे पत्र में कहा है, "मतगणना के दिन स्ट्रांगरूम से ईवीएम को काउंटिंग हॉल में ले जाए जाने की निगरानी के लिए अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरों का प्रबंध किया जाए।"

पांच राज्यों-उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव के लिए हुए मतदान में ईवीएम में दर्ज मतों की गणना 11 मार्च को होगी।

आयोग ने रिटर्निग ऑफिसर की मेज सहित मतगणना की सभी प्रक्रियाओं और गतिविधियों का कवरेज कैमरों के जरिए करने का निर्देश दिया है, ताकि उम्मीदवार और उनके मतगणना एजेंट भी सीसीटीवी पर सारी गतिविधियां देख सकें।

आयोग ने यह निर्देश भी दिया है कि जहां स्ट्रांगरूम और काउंटिंग हॉल के बीच ज्यादा दूरी हो, वहां रास्ते को दोनों तरफ से घेर दिया जाए और पूरी सुरक्षा बीच सभी ईवीएम को काउंटिंग हॉल में ले जाया जाए।