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बीजेपी सांसद हुकुमदेव नारारण यादव ने नोटबंदी पर अपने अनूठे अंदाज में दिया कांग्रेस को जवाब

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New Delhi, 9 Feb: बीजेपी सांसद हुकुमदेव नारायण यादव ने नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्ष और कांग्रेस को अपने ही अंदाज में जवाब दिया, उन्होंने कहा कि आप लोगों ने नोटबंदी की चर्चा बहुत की, किसान की चर्चा बहुत की, कल भी दिन भर चर्चा किये और आज भी वही रट लगा रखे हैं, ये नोटबंदी है या हरि कीर्तन है आपका, जब जब संकट आये तो भगवान का कीर्तन करो और ढोल बजाओ। 

उन्होंने कहा कि एक बार रामलीला के मैदान में अन्ना हजारे ने धरना दिया था, उस समय एक नेता है जो ढोल पीटता है उसका मै नाम नहीं लूँगा, वो उसमें कीर्तन करता था, वो सुबह से लेकर शाम तक ढपाढप ढोल बाजाता रहता था, जब लोग तंग आ गए तो हमने पार्लियामेंट में सबसे कहा कि किसी तरह इसका ढोल बंद कराओ, उसके बाद उसका ढोल बंद हुआ।  

उन्होंने कहा कि उसी तरह से 8 नवंबर से जब से नोटबंदी हुआ है जहाँ भी देखो, नोटबंदी नोटबंदी नोटबंदी। उन्होंने कहा कि हम तो किसान हैं, हमारे बिहार और उत्तर प्रदेश में दो हजार रुपये से अधिक नकदी किसी किसान के घर नहीं है, चावल अपना, दाल अपना, गेंहू अपना, सब्जी अपनी, दही अपना, हमें पैसे का क्या काम है, क्या हम पैसे को कूटकर खाएंगे। किसानों का तो 2000 रुपये में महीने का खर्च चलता है। उन्होंने तो किसी तरह से बचाकर 2000, 4000 या 5000 घर में रखे थे और एक दिन में बदल आये और तीन महीना तक अपना खर्च चलाए। 

उन्होंने कहा कि कलेजा उनका फटता है जो फाइव स्टार होटल में जाते थे, राजा रानी की तरह रहते थे, एक कमरे का एक दिन का किराया एक लाख, डेढ़ लाख तक होता था, एक होटल में मै गया तो उन्होंने कहा कि हमारे यहाँ एक साइट है जिसका किराया एक दिन का 5 लाख रूपया है। हमें कहा कि चल हमें दिखा दे, मै भी देखूं कि इसमें होता क्या है, मै अन्दर गया तो उससे पूछा कि इसमें रहने वाला मरता है कि नहीं तो उसने कहा कि मरते तो सभी हैं, मैंने कहा कि जब इसी में मरना है तो यहाँ इतने बड़े घर में क्यों मरुँ, भगवान भी डर जाएंगे। 

उन्होंने कांग्रेसियों से कहा कि आप झोपडी में रहने वालों की बात कीजिये, आप उनकी बात करते हैं जो पैसा खर्च नहीं करते बल्कि पैसा फूंकते हैं, पैसा उड़ाते हैं, पैसा लुटाते हैं।  

उन्होंने आगे बताया, एक मेरे इसी सदन के साथी हैं जिनका मै नाम नहीं लूँगा, एक दिन मै उनसे मिलने गया तो वो बोतल निकालकर पीने लगे, मैंने कहा कि ये कौन सा शरबत है तो उन्होंने कहा कि ये बिलाइती है, हमने कहा कि इसकी कितनी कीमत है तो उन्होंने बताया कि 45 हजार। उसके बाद मै दिमाग में जोड़ने लगा, मैंने कहा बाप से बाप, हम 45 हजार का शरबत तो जिंदगी भर नहीं पी पाएंगे ये 45 हजार में एक बोतल शरबत पी रहे हैं। 

उन्होंने कांग्रेस से कहा कि आपको उनकी चिंता है तो 45 हजार की बोतल वाली शरबत पीते हैं, आपको चिंता है कि उनका क्या होगा। 

उन्होंने कहा कि - उनका क्या होगा, बहुत मौज उड़ाए हो, बहुत मस्ती किये हो, देश का खजाना लूटे हो, लुटवाये हो, बाँट करके खाए हो, नरेन्द्र मोदी आएगा, ऐसा ताला लगाएगा कि सबका दिवाला निकल जाएगा। गाँव, गरीब, मजदूर, किसान खुशहाल और अमीर बन जाएगा, उनके बच्चे के चेहरे पर लाली आएगी, उनके जीवन में खुशहाली आएगी। 

फटा कुर्ता देखकर किसान नहीं फंसने वाला, अब उसका बेटा गूगल में तुम्हारी हिस्ट्री पढ़ लेता है: HNY

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New Delhi, 9 Feb: बीजेपी सांसद हुकुमदेव नारायण यादव की लोकसभा में दिया गया भाषण यू-ट्यूब पर वायरल हो गया है जिसमें उन्होंने राहुल गाँधी के फटे कुर्ते पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने कहा - आजकल कुछ बड़े बड़े नेता किसानों की बातें करते हैं अगर उनके सामने गाय या भैंस रख दें तो उन्हें यह भी नहीं पता कि दूध आगे से निकलता है या पीछे से निकलता है। ये कली भैंस और कली गाय में फर्क नहीं कर सकते। ये लोग किसानी करने का नाटक करते हैं। 

हुकुमदेव ने कहा कि हम वो नेता नहीं हैं जो नाटक करते हैं, सिनेमा के एक हीरो आता है, हल चलाता है, कंधे पर जुआ रखता है, एक तरफ बैल को जोतता है और अच्छे कपड़े को फाड़कर लैला मजनू का खेल खेलता है, उसी तरह से राजनीति में लैला मजनू का खेल है, मंच पर लोग अच्छे कपड़े को फाड़कर दिखाते हैं - मेरा कपडा फटा है। 

उन्होंने कहा कि - अरे फटा है तो क्या दिखा रहे हो, ये बताओ कि बचपन में आपका क्या फटा था, हम तो बचपन में फटे कपडे पहने थे, हम जिस समय थे उस समय ये जींस फींस, ये पेंट पतलून नहीं था, हम जो डोरी वाला पेंट पहनते हैं और बोर की टाट पर बैठते थे, गाँव में बैठकर बासी भात खाते थे। 

उन्होंने कहा कि आप जनम लेते हो राजा के घर में, पलते हो रानी के महल में, जाते हो कहीं विदेश में, पढ़कर आते हो कहीं और देश से और आप फटा कुर्ता दिखाकर किसान बनने का नाटक करते हो। 

उन्होंने कहा - मै इस देश के उन लोगों को समझाना चाहता हूँ कि जो आदमी अपने नाटक के द्वारा भ्रम फैलाते हैं, ये हिंदुस्तान के गाँव गरीब और किसान को ठगना चाहते हैं, अब गाँव गरीब और किसान का बेटा भी चालाक है, तेज है, पढ़ा लिखा है, लैपटॉप रखता है, कंप्यूटर रखता है, वो भी इन्टरनेट पर गूगल पर एक एक नेता की जन्म से लेकर मरण तक की कहानी निकलकर पढ़ लेता है, इसलिए हम किसी को धोखा नहीं दे सकते। 

दुनिया में आज तक ‘नोटबंदी’ जितना बड़ा फैसला हुआ ही नहीं, अब विश्व भारत से सीखेगा: MODI

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New Delhi, 9 Feb: प्रधानमंत्री मोदी ने कल कांग्रेस को जवाब देते हुए कहा कि आप लोग नोटबंदी की आलोचना करने के लिए दुनिया के अर्थशास्त्रियों को कोट करते हैं, आज के जमाने में अगर आप 1 अर्थशास्त्री को कोट करेंगे तो मै 10 को कोट कर सकता हूँ, आप अगर 10 महापुरुषों के कोट कर सकते हैं तो मै 20 को कोट कर सकता हूँ। 

मोदी ने कहा कि ये इसलिए हो रहा है क्योंकि विश्व में आज तक ऐसा हुआ ही नहीं है, दुनिया में आज तक कहीं भी इतना बड़ा और व्यापक निर्णय नहीं हुआ, इसलिए दुनिया के अर्थशास्त्रियों के पास भी इसके मूल्यांकन के लिए कोई मापदंड नहीं है। 

मोदी ने कहा कि दुनिया के अर्थशास्त्रियों के लिए और दुनिया की यूनिवर्सिटीज के लिए नोटबंदी एक बहुत बड़ा केस स्टडी बन सकता है और भारत ने कितना बड़ा निर्णय किया है इसका भी अनुमान लगाया जा सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा, "ऐसा पहली बार हुआ है कि जनता का मिजाज कुछ है और विपक्षी नेताओं का मिजाज उनसे अलग। ऐसी पहली बार हुआ है जब जनता और सरकार साथ-साथ थी।"

मोदी ने कहा कि दुनिया के समाजशास्त्री भी इस घटना से सीखेंगे कि भारत के सभी समाज के लोग नोटबंदी के समर्थन में एकजुट कैसे हो गए, आप देखते होंगे कि कभी कभी जब बस समय से नहीं आती तो लोग गुस्से में एक दो बस जला देते हैं, छोटी मोटी घटनाओं में दंगा फसाद और आगजनी हो जाती है लेकिन नोटबंदी के बाद ऐसी कोई भी घटना सामने नहीं आयी।

मोदी ने कहा कि हमें संतोष होना चाहिए, आम तौर पर सरकार जब कोई निर्णय करती है तो जनता और सरकार आमने सामने रहती है लेकिन यह पहली एक घटना जब विपक्ष के लोग तो उस तरफ थे लेकिन जनता और सरकार एक साथ थी, मोदी ने कहा कि अब हम विश्व के सामने गर्व से कह सकते हैं कि इस देश के सवा सौ करोड़ लोग ऐसे हैं, वो अनपढ़ हो सकते हैं, शिक्षा शायद ना मिली हो, यह देश है तो अपने भीतर की बुराइयों से बाहर निकलने के लिए कष्ट झेल रहे हैं। 

कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने दी धमकी, मोदी हमसे माफी मागें, वरना हम उन्हें बोलने ही नहीं देंगे

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नई दिल्ली, 8 फरवरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राज्यसभा में विपक्षी दलों और पूर्ववर्ती प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर तीखा तंज कसा, जिसके चलते सदन में हंगामा उठ खड़ा हुआ। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर प्रधानमंत्री ने धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कहा कि 'रेनकोट पहनकर नहाना कोई मनमोहन सिंह से सीखे'।

मोदी के इस बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, कांग्रेसी सांसद कपिल सिब्बल ने तो यहां तक कहा है कि जब तक मोदी माफी नहीं मांगते उन्हें सदन में बोलने नहीं दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सरकार के नोटबंदी के फैसले के खिलाफ कांग्रेस द्वारा जारी एक पुस्तिका पर तंज कसते हुए कहा, "मनमोहन सिंह पिछले 30-35 वर्षो से देश की आर्थिक गतिविधियों से सीधे तौर पर निर्णायक भूमिका में जुड़े रहे हैं..कोई और व्यक्ति नहीं रहा, आजादी के बाद के 70 वर्षो की अवधि में आधे समय तक वह शीर्ष पर रहे। इस दौरान इतने घोटाले हुए, लेकिन उन पर एक भी आरोप नहीं लगा। रेनकोट पहनकर नहाना तो कोई उनसे सीखे।"

मोदी की इस टिप्पणी पर हंगामा करते हुए कांग्रेस सदस्यों ने सदन का बहिष्कार किया और सदन से बाहर निकल गए। कुछ अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने भी सदन का बहिष्कार किया।

सदन से बाहर आने के बाद कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि मोदी जब तक माफी नहीं मांगते, विपक्षी दलों को उन्हें सदन में बोलने नहीं देना चाहिए।

सिब्बल ने कहा, "जब सभी लोग बोल चुके होते हैं, मोदी उसके बाद सबसे अंत में बोलते हैं, फिर निराधार आरोप लगाते हैं। हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते। जब तक वह अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगते, हम उन्हें सदन में बोलने नहीं देंगे।"

पहले कांग्रेसी बोलते थे, मोदी संसद में हमारा सामना करने से डरते हैं लेकिन यहाँ तो उल्टा हो गया

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New Delhi, 9 Feb: आपने देखा होगा कि कुछ दिनों पहले कांग्रेस पार्टी और खासकर राहुल गाँधी कहते थे कि मोदी संसद में इसलिए नहीं आते हैं क्योंकि वे मेरा सामना करने से डरते हैं, जिस दिन मोदी मुझे संसद में मिल जाएंगे मै उन्हें पकड़कर समझा दूंगा, जब मैं बोलूँगा तो मोदी संसद में बैठ नहीं पाएंगे और भूकंप आ जाएगा। 

प्रधानमंत्री मोदी पिछले तीन दिनों से लगातार संसद में बैठ रहे हैं, राहुल गाँधी का इन्तजार कर रहे हैं लेकिन राहुल गाँधी एक भी दिन संसद में नहीं आये, मोदी उनका इन्तजार करते ही रह गए। जब राहुल नहीं आये तो मोदी ने राहुल गाँधी की अनुपस्थिति में ही भाषण दिया और कांग्रेसियों की इस कदर धुनाई की पूछो मत भैया।

आज तो मोदी ने राज्य सभा में कांग्रेसियों की पहले से भी बड़ी दुर्गति कर दी, जो कांग्रेस मोदी को चुनौती देते थे वही कांग्रेस पीठ दिखाकर भाग गए। मैदान छोड़कर भाग गए और मोदी को बिना कांग्रेस के ही भाषण देना पड़ा। इससे यह बात पता चलती है कि कांग्रेसी जो कहते हैं वह विल्कुल भी नहीं करते। 

मैदान खाली देखकर आज मोदी को आया गुस्सा, बोले, पराजय से कब तक भागते रहेंगे कांग्रेसी

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New Delhi, 8 Feb: आज राज्य सभा में पहली बार प्रधानमंत्री मोदी गुस्सा हुआ, उसका कारण यह था कि कांग्रेस सांसदों ने उनका भाषण सुने बगैर ही सदन से पलायन कर दिया, मोदी अपनी फॉर्म में आये ही थे कि कांग्रेस सांसद उठकर भाग गए, मोदी को कांग्रेसियों की यह हरकत देखकर बहुत गुस्सा आया, उन्होंने कहा कि आखिर ये लोग अपनी पराजय से कब तक भागते रहेंगे।

बात दरअसल यह थी कि मोदी मनमोहन सिंह के उस हमले का जवाब दे रहे थे जिसमें मनमोहन सिंह ने नोटबंदी को संगठित लूट बताया था, मोदी ने कहा कि मनमोहन सिंह पिछले 10 साल से प्रधानमंत्री थे, इसके अलावा वे 30 साल से वे वित्त मंत्रालय में ऊंचे पद पर बैठे हैं, उसके बाद भी देश में इतने सारे घोटाले हुए, लेकिन मनमोहन सिंह के ऊपर एक भी दाग नहीं लगा। इसके बाद मोदी ने कहा - बाथरूम में रेनकोट पहनकर नहाना तो कोई डॉ मनमोहन सिंह से सीखे।

मोदी के इतना कहते ही सभी कांग्रेसी उठकर भाग गए, इससे पहले भी उन्होंने कई बार हंगामा किया, बात दरअसल यह थी कि कल लोकसभा में मोदी ने कांग्रेस की जमकर धुनाई की थी, कांग्रेसी आज पहले से ही डरे हुए थे और भागने का बहाना ढूंढ रहे थे, जैसे ही मोदी ने मनमोहन सिंह की ऐसी तैसी शुरू की, वैसे ही कांग्रेसी उठकर भाग गए। 

कांग्रेसियों को भागने देखकर मोदी गुस्सा हो गए, उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह इतने पद पर होने का बावजूद भी नोटबंदी को संगठित लूट और ब्लंडर बताया था, जब ये ऐसी बातें कर सकते हैं तो इन्हें सुनने की भी हिम्मत होनी चाहिए, कब तक ये भागते रहेंगे, पराजय स्वीकार करना भी आना चाहिए। इसके बाद मोदी ने बिना कांग्रेस के ही अपना भाषण दिया। 

मोदी-वार से बौखलाए तो राज्य सभा से उठकर भाग गए कांग्रेसी सांसद, मनमोहन सिंह भी उठकर भागे: पढ़ें

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New Delhi, 8 Feb: आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य सभा में फिर से बल्लेबाजी की लेकिन कांग्रेसी जब मोदी से छक्के पर छक्के लगाने शुरू किये तो कांग्रेसी उठकर भाग गए, उनके साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी भाग गए। 

आपको याद होगा कि पिछले सीजन में मनमोहन सिंह ने नोटबंदी के फैसले को संगठित लूट बताया था, उन्होंने मोदी सरकार को जमकर खरी खोटी सुनाई थी, आज मोदी की बारी थी, मोदी ने कहा कि मनमोहन सिंह पिछले 10 साल से प्रधानमंत्री थे, इसके अलावा वे 30 साल से वे वित्त मंत्रालय में ऊंचे पद पर बैठे हैं, उसके बाद भी देश में इतने सारे घोटाले हुए, लेकिन मनमोहन सिंह के ऊपर एक भी दाग नहीं लगा। इसके बाद मोदी ने कहा - बाथरूम में रेनकोट पहनकर नहाना तो कोई डॉ मनमोहन सिंह से सीखे। 

मोदी के इतना कहते ही सभी कांग्रेसी उठकर भाग गए, इससे पहले भी उन्होंने कई बार हंगामा किया, बात दरअसल यह थी कि कल लोकसभा में मोदी ने कांग्रेस की जमकर धुनाई की थी, कांग्रेसी आज पहले से ही डरे हुए थे और भागने का बहाना ढूंढ रहे थे, जैसे ही मोदी ने मनमोहन सिंह की ऐसी तैसी शुरू की, वैसे ही कांग्रेसी उठकर भाग गए। 

कांग्रेसियों को भागने देखकर मोदी गुस्सा हो गए, उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह इतने पद पर होने का बावजूद भी नोटबंदी को संगठित लूट और ब्लंडर बताया था, जब ये ऐसी बातें कर सकते हैं तो इन्हें सुनने की भी हिम्मत होनी चाहिए, कब तक ये भागते रहेंगे, पराजय स्वीकार करना भी आना चाहिए। इसके बाद मोदी ने बिना कांग्रेस के ही अपना भाषण दिया। 

हम पत्रकारों की अभिव्यक्ति की आजादी पर कोई रोक नहीं लगा सकते, संविधान ने दी छूट: गंगाराम अहीर

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New Delhi, 8 Feb: आज तृण मूल कांग्रेस पार्टी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने राज्य सभा में पत्रकारों पर सवाल खड़े किये, उन्होंने कहा कि आज के डिजिटल एज में प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के अलावा हर आदमी पत्रकार है क्योंकि कोई भी आदमी अपने मोबाइल से ब्रॉडकास्ट कर सकता है, ख़बरें भेज सकता है .उन्होंने कहा कि कुछ लोग ऐसे भी हैं जो नफरत फैलाने हैं, भाईचारा बिगाड़ने हैं और ऐसे लोगों को प्रधानमंत्री मोदी भी फॉलो करते हैं, क्या सरकार संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों को ऐसी कोई एडवाइजरी जारी करेगी कि वे लोग ऐसी पत्रकारों को फॉलो ना करें। 

इसके जवाब में मंत्री गंगाराम अहीर ने कहा कि देश में अभिव्यक्ति की आजादी है, हर आदमी कुछ भी बोलने और कुछ भी कहने के लिए स्वतंत्र है, हम किसी पर कोई रोक नहीं लगा सकते क्योंकि संविधान हमें इसकी इजाजत नहीं देता है, पत्रकार कुछ भी लिखें, कुछ भी कहें लेकिन अगर कोई किसी पर गलत टिप्पड़ी करता है तो ऐसे लोगों पर कार्यवाही का प्रावधान है लेकिन किसी को बोलने से नहीं रोका जा सकता। 

राज्य सभा में बोले JDU सांसद, कुछ करो सरकार, अनुभव मित्तल जैसे देश में और भी हैं लुटेरे और ठग

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New Delhi, 8 Feb: आज राज्य सभा में अनुभव मित्तल की धोखाधड़ी का मुद्दा उठाया गया, यह मुद्दा JDU सांसद हरिवंश ने उठाया, उन्होंने कहा कि यह हैरान करने वाला है कि दिल्ली और NCR में एक आदमी ने 3700 करोड़ की धोखाधड़ी कर ली, इतना बड़ा फ्रॉड कर लिया, जनता को लूट लिया लेकिन सरकार की नजर इस पर अब पड़ रही है, वह पांच साल लोगों को लालच देकर लूटता रहा, लोग लालच में खुद को लुटवाते रहे लेकिन हमारी सरकार इसे पकड़ नहीं सकी।

उन्होंने कहा कि इस वक्त अनुभव मित्तल जैसे पता नहीं कितना धोखेबाज घूम रहे हैं, लोग जल्दी से अमीर बनने के चक्कर में इनके झांसे में फंस जाते हैं, हमारा कानून इतना कमजोर है कि ऐसे लुटेरों को पकड़ नहीं पाता, हमारा देश में पहले भी ठगी होती रही है, शारदा, पर्ल जैसी कई कंपनियों ने लोगों को ठगा लेकिन ना लोग सुधरे और ना ही सरकार ने कुछ किया उसी का नतीजा है कि अनुभव मित्तल जैसे लोगों का हौसला बढ़ गया और उसने दो साल में 3700 करोड़ की ठगी कर ली। उन्होंने सरकार से कड़े एक्शन की मांग की और कड़ा कानून बनाने की अपील की।

कैसे लूटता था अनुभव मित्तल

अनुभव मित्तल ने socialtrade.biz नाम से एक ऑनलाइन वेबसाइट बनायी थी जिसके जरिये बिजनेस को प्रमोट करने का दवा किया जाता था, हर लाइक के लिए पैसे दिए जाते थे। इससे जुड़ने के बाद लोगों के ईमेल पर लिंक भेजे जाते थे और लिंक पर क्लिक करने और लाइक करने पर 5 रुपये दिए जाते थे लेकिन इससे जुड़ने की एक शर्त थी। इससे जुड़ने वाले निवेशकों को 5750 से 57000 रुपये अनुभव की कंपनी को देने होते थे, पांच वर्षों में करीब 7 लाख लोग अनुभव मित्तल से जुड़ चुके थे और टोटल 3700 करोड़ का निवेश किया गया था। 

कहा जा रहा है कि अनुभव मित्तल ने 3700 करोड़ रुपये में से काफी बड़ा हिस्सा प्रॉपर्टी में निवेश किया हुआ था और कुछ हिस्सा कैश में था और सभी रुपये पुराने 1000 और 500 के नोट थे, अचानक नोट्बंदी के बाद बाद अनुभव मित्तल को बैंकों में पैसे जमा कराने पड़े, एक्सिस बैंक के साथ साठ गाँठ करके उसने बैंक में पैसे जमा कराये लेकिन जांच एजेंसियों की नजर उसपर पड़ गयी क्योंकि इस पैसे का कोई हिसाब नहीं किया गया।

नॉएडा पुलिस ने अनुभव मित्तल उसके दो दोस्तों श्रीधर प्रसाद और मुकेश दयाल को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है, मामला ED को ट्रान्सफर कर दिया गया है और पूरे फर्जीवाड़े की जांच चल रही है, आज नॉएडा के सेक्टर 63 में अनुभव मित्तल के सभी दफ्तरों को सील कर दिया गया। 

यह पोर्टल अगस्त 2015 में लांच किया गया था, निवेशकों से 5750 से 57000 रुपये लेकर उन्हें ईमेल पर लिंक भेजा जाता था जो कि पुलिस के अनुसार फर्जी होता था, निवेशकों को हर क्लिक पर 5 रूपया मिलता था। यह कंपनी Ablaze Info Solutions Pvt Ltd. नाम से नॉएडा के सेक्टर 63 में रजिस्टर थे, अनुभव मित्तल को Kingpin भी कहा जाता है, उसने BTech किया है जबकि उसके दोस्त श्रीधर प्रसाद विशाखापत्तनम और दयाल मथुरा का है। पुलिस ने इन लोगों के बैंक से 500 करोड़ भी जब्त कर लिए हैं। अनुभव मित्तल के खाते से भी 20 करोड़ रूपया जब्त किया गया है।

कैसे हुआ घोटाले का खुलासा

अनुभव मित्तल की कमाई का कोई हिसाब नहीं था क्योंकि उसका कारोबार ही काला था, नोटबंदी के बाद अनुभव मित्तल की कंपनी ने गाजियाबाद की एक्सिस बैंक की राजनगर शाखा में 2 करोड़ रुपये जमा करवाई, इनकम टैक्स वाले तो ऐसे ही लोगों के पैसे जमा करने का इन्तजार कर रहे थे, वहीँ से पूंछ पकड़कर जांच एजेंसियों अनुभव मित्तल के गिरेहबान तक आ पहुंची और चार दिन पहले उसके गिरफ्तार कर लिया गया।

अनुभव मित्तल फर्जी लाईक करवाता था यानी जो इसके जरिये अपना बिजनेस प्रमोट करना चाहते थे यह उन्हें भी धोखा देता था क्योंकि जो लोग पेज लाईक करते थे वे फर्जी होते थे। इसके खिलाफ करीब 1600 लोग शिकायत कर चुके हैं, ठगी का जाल केवल देश में नहीं विदेशों में भी फैला था। कई विदेश के लोग भी अनुभव के झांसे में आ चुके थे। 

आज प्रधानमंत्री मोदी राज्य सभा में भी करेंगे बल्लेबाजी

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New Delhi, 8 Feb: आज भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राज्य सभा बल्लेबाजी करके कांग्रेस और विरोधियों की गेंदबाजी का जवाब देंगे, कल प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में जबरजस्त बल्लेबाजी की थी, आज मोदी वही पारी राज्य सभा में भी खेल सकते हैं। 

जानकारी के लिए बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद उन्हें धन्यवाद देने की चर्चा में भाग ले रहे हैं, ऐसे में विपक्ष ने जब उनपर नोटबंदी की गेंदबाजी शुरू कर दी तो मोदी ने भी अपना रूप बदल लिया और सचिन तेंदुलकर की तरह बैटिंग करने लगे और कांग्रेस की जमकर धुनाई कर रहे हैं, आज मोदी 12 बजे के आसपास अपना भाषण देंगे।

पढ़ें: मोदी ने कांग्रेसियों को क्या समझाने के लिए उतारी अपनी घड़ी

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New Delhi, 8 Feb: प्रधानमंत्री मोदी ने आज लोकसभा में अपनी घड़ी उतार दी, बात दरअसल यह थी कि वह कांग्रेस की ऐसी तैसी कर रहे थे, मोदी बोले कि कांग्रेस सरकार करीब 30 साल तक बजट को शाम 5 बजे पेश करती थी, कांग्रेस को भी शायद इस बात का पता नहीं था कि बजट 5 बजे ही क्यों पेश किया जाता है। 

मोदी ने अपनी घडी उतारते हुए दिखाया कि जब हमारी घडी में शाम के पांच बजते हैं तो ब्रिटेन में सुबह के पांच बजते हैं, अग्रेजों के रिवाज के अनुसार बजट को शाम को पेश किया जाता था क्योंकि जब यहाँ अंग्रेजों की सरकार थी तो वे शाम को बजट पेश करते थे जिसकी वजह से ब्रिटेन में भी यह देखा जाता था लेकिन जब हमारा देश आजाद हो गया तो उसके बाद भी शाम पांच बजे ही बजट पेश होता रहा और ऐसा करीब 30 साल चला। 

मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी चीजों को समझा नहीं, उन्हें घडी उतारते हुए देखकर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडगे हंसने लगे और अपनी जीत से खड़े होकर ठहाके लगाने लगे तो मोदी ने कहा कि क्या करें कुछ लोगों को आसानी से बात समझ नहीं आती इसलिए मुझे घडी उतारनी पड़ी, मोदी की इस बात से सदन ठहाकों से गूँज उठा। 

माँ-बेटे ने नहीं की MODI का सामना करने की गलती, खडगे को शेर की मांद में अकेला छोड़कर हो गए फरार

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New Delhi, 8 Feb: कल प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में कांग्रेस के हमले का जवाब दिया लेकिन इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया गया कि माँ-बेटे यानी राहुल गाँधी और सोनिया गाँधी दोनों ही लोकसभा से अनुपस्थित रहे और खडगे को शेर की मांद में अकेला छोड़कर फरार हो गए और बेचारे खडगे को ही मोदी के सभी वार झलने पड़े, जानकारी के लिए बता दें कि जब कल खडगे ने लोकसभा में भाषण दिया था और मोदी पर हमला किया था तो सोनिया गाँधी भी लोकसभा में मौजूद थीं लेकिन आज सोनिया गाँधी और उनके सुपुत्र राहुल गाँधी ने भी लोकसभा में मोदी का सामना करने की गलती नहीं की। 

अगर आपको ध्यान हो तो राहुल गाँधी ने कुछ दिनों पहले कहा था कि जब वे संसद में बोलेंगे तो भूकंप आ जाएगा और मोदी जी वहां बैठ भी नहीं पाएंगे लेकिन हुआ उसका उल्टा। मोदी तीन दिनों तक लोकसभा में बैठे रहे और राहुल गाँधी के संसद में बोलने और भूकंप लाने का इन्तजार करते रहे लेकिन राहुल गाँधी एक भी दिन लोकसभा में नहीं दिखे, सोनिया गाँधी कांग्रेस सांसदों के भाषण के दौरान तो लोकसभा में मौजूद रहीं लेकिन जैसे ही मोदी की बारी आयी, उन्होंने समझ लिया कि मोदी पता नहीं क्या क्या बोलेगा, पता नहीं हमारी क्या दुर्गति कर दे इसलिए लोकसभा में ना जाना ही बेहतर है। 

वैसे अच्छा हुआ कि माँ बेटे लोकसभा में नहीं आये वरना मोदी की बात सुनकर उन्हें टेंशन हो जाती और एक दो हप्ते नींद ना आती, मोदी ने नोटबंदी पर कांग्रेस को इतना धोया कि कांग्रेसी बौखला गए और उठकर भागने लगे। मोदी ने ईंट का जवाब पत्थर से दिया। देखें VIDEO.

PM MODI ने बताया, कल उत्तर भारत में किस वजह से आया था भूकंप, क्यों कांप गयी थी धरती: पढ़ें

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New Delhi, 7 Feb: आज प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गाँधी पर हमला बोलते हुए कहा कि कल भूकंप आया और धरती हिल गयी, मैनें सोचा कि आखिर भूकंप क्यों आया, धरती माँ क्यों रूठी तो मुझे लगा कि जब कोई आदमी SCAM को भी सेवा बताएगा तो धरती माँ क्यों नहीं नाराज होंगी, भूकंप क्यों नहीं आएगा।

जानकारी के लिए बता दें कि राहुल गाँधी ने कानपुर में भाषण देते हुए कहा था कि हमारे लिए SCAM एक सेवा है।  राहुल ने S का मतलब ‘service’, C का मतलब ‘courage’, A का मतलब ’ability’और M का मतलब ‘modesty’ बताया था। इससे कुछ दिनों पहले राहुल गाँधी ने मोदी पर हमला बोलते हुए कहा था कि जिस दिन मैं बोलूँगा भूकंप आ जाएगा, धरती हिल जाएगी। 

आज मोदी ने राहुल गाँधी की उसी बात का जवाब देते हुए कहा कि आखिर राहुल गाँधी ने भूकंप ला ही दिया, जब कोई नेता SCAM को सेवा बताएगा तो धरती माता क्यों नाराज नहीं होंगी और भूकंप क्यों नहीं आएगा। जानकारी के लिए बता दें कि कल सच में 5.8 की तीव्रता वाला भूकंप आया था। 

जैसे ही मोदी को मिला मौका, मार दिया चौका, ‘कांग्रेस सपा बसपा और मीडिया’ ने मचाया हाहाकार: पढ़ें

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New Delhi, 7 Feb: उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चुनाव होने वाले हैं, प्रधानमंत्री मोदी को विरोधियों ने नोटबंदी के लिए घेर रखा था लेकिन आज लोकसभा में मोदी को बोलने का मौका मिला, उन्होंने डेढ़ घंटे तक विरोधियों खासकर कांग्रेस की इतनी धुनाई की कि कांग्रेसियों को पसीना आ गया, उन्होंने अपने मन में सोचा कि कहाँ मुसीबत मोल ले ली, मोदी के डेढ़ घंटे के भाषण के दौरान कांग्रेसियों को जमकर धोया, कांग्रेसियों ने कई बार हंगामा किया, मोदी को रोकने की कोशिश की, सीटों से उठकर भागना चाहा लेकिन उनकी कोशिश कामयाब नहीं हो पायी और उन्हें मोदी की बात को सुनना ही पड़ा।

सबसे पहले मोदी ने राहुल गाँधी पर हमला बोलते हुए कहा कि कल भूकंप आया और धरती हिल गयी, मैनें सोचा कि आखिर भूकंप क्यों आया, धरती माँ क्यों रूठी तो मुझे लगा कि जब कोई आदमी SCAM को भी सेवा बताएगा तो धरती माँ क्यों नहीं नाराज होंगी, भूकंप क्यों नहीं आएगा।

जानकारी के लिए बता दें कि राहुल गाँधी ने कानपुर में भाषण देते हुए कहा था कि हमारे लिए SCAM एक सेवा है।

मोदी ने नोटबंदी को देश के लिए बढ़िया कदम बताते हुए कहा कि आप भी जानते थे कि क्या करना चाहिए था, कालेधन को रोकने, भ्रष्टाचार को रोकने और नकली नोटों को रोकने के लिए क्या करना चाहिए लेकिन आप लोग कर नहीं पाए।

मोदी ने अंत में कांग्रेसियों को उनकी असलियत बताने के लिए काका हाथरसी की कविता सुनाई -
अंतर पट में खोजिये, छिपा हुआ है खोट
मिल जाएगी आपको, विल्कुल सत्य रिपोर्ट

मोदी ने कहा कि जो नियम तुम्हारे लिए हैं वही नियम हमारे लिए हैं लेकिन अगर नीयत में खोट है तो नीतियों की ताकत माइनस में चली जाती है।

मोदी ने कहा ऐसा नहीं है कि आपको जानकारी नहीं थी, धर्म क्या है आप जानते हैं लेकिन वो आपकी प्रवत्ति नहीं थी और अधर्म क्या है वह भी आप जानते हैं लेकिन उसे छोड़ने की आपकी सामर्थ्य नहीं था।

मोदी ने अपना भाषण उत्तर प्रदेश चुनावों को ध्यान में रखकर भी दिया और विरोधियों के एक एक सवाल का करारा जवाब दिया, इसीलिए जैसे ही मोदी ने भाषण ख़त्म किया वैसे ही कांग्रेस, सपा, बसपा में कोहराम मच गया, मीडिया भी बवाल मचाने लगा। खैर बवाल मचाना तो विरोधियों का काम है, मोदी ने मौके पर चौका मारकर नोटबंदी पर देशवासियों की शंका का समाधान कर ही दिया। 

जाया बच्चन ने राज्य सभा में उठाया 'भंसाली का कुटाई' का मुद्दा, बोली 'असहिष्णुता बढ़ रही है'

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नई दिल्ली, 7 फरवरी: समाजवादी पार्टी (सपा) की सांसद व अभिनेत्री जया बच्चन ने फिल्मकार संजय लीला भंसाली पर हाल में हुए हमले और उनकी कुटाई का मुद्दा मंगलवार को राज्यसभा में उठाया। उन्होंने कहा, "रचनात्मकता के साथ इस तरह का व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए।"

उन्होंने कहा कि देश में असहिष्णुता बढ़ रही है। कुछ लोग मान बैठे हैं कि वे जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्हें निश्चित राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है।

उन्होंने कहा कि इन लोगों ने कानून एवं व्यवस्था को अपने हाथों में लेना शुरू कर दिया है।

उन्होंने कहा, "वे संवैधानिक मूल्यों या कानून एवं व्यवस्था का सम्मान नहीं करते। फिल्म बिरादरी लंबे समय से सरकार के मामूली समर्थन या इसके बगैर ही इस बुराई से लड़ रही है।"

जया ने कहा, "फिल्म उद्योग बड़ी संख्या में रोजगार के मौके पैदा करता है और इस तरह की कोई बाधा उद्योग की आय, विकास, रोजगार सृजन को प्रभावित करती है।"

सपा सदस्य ने इस पर भी नाखुशी जताई कि भंसाली के साथ मारपीट की गई और सेट पर शूटिंग से संबंधित उपकरणों के साथ भी तोड़फोड़ की गई, पर सरकार ने इसकी निंदा नहीं की।

उल्लेखनीय है कि श्री राजपूत करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने 27 जनवरी को जयपुर में भंसाली की आगामी फिल्म 'पद्मावती' के सेट पर हमला कर दिया था। आरोप है कि इस दौरान राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्मकार से मारपीट भी की गई।

पढ़ें: लोकसभा में PM MODI की किस बात पर तमतमाए AAP सांसद भगवंत मान और सदन में क्यों गूंजे ठहाके?

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New Delhi, 7 Feb: प्रधानमंत्री मोदी ने आज आप सांसद भगवंत मान का जमकर मजाक बना दिया जिसकी वजह से सदन ठहाकों से गूँज उठा, मोदी नोटबंदी पर विपक्ष के सवालों का जवाब दे रहे थे, वे कांग्रेस की जमकर धुलाई कर रहे थे उसकी लपेटे में उन्होंने भगवंत मान को भी लपेट दिया। 

मोदी ने कांग्रेस से कहा आप लोगों को भी पता था देश की समस्याएँ क्या हैं लेकिन आपने देश चारबाग के मंत्र पर चलाया। चार बाग़ कहते थे - जब तक जियो मौज करो, चिंता किस बात की, कर्ज करो और घी पियो। मोदी ने कहा कि - उस जमाने में संस्कार थे कि घी कहा अगर भगवंत मान होते तो कुछ और पीने के लिए कहते। 

जानकारी के लिए बता दें कि भगवंत मान को पक्का शराबी कहा जाता है और वह संसद में भी शराब पीकर आ जाते हैं, मोदी की बात सुनते ही भगवंत मान गुस्से से तमतमा गए और अपनी सीट से उठकर मोदी को गरियाने लगे लेकिन पूरा सदन ठहाकों से गूँज उठा। 

नोटबंदी पर MODI को छेड़ना कांग्रेस को बहुत मंहगा पड़ गया, आज लोकसभा में मोदी ने खेली तूफानी पारी

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New Delhi, 7 Feb: अपने देखा होगा कि कांग्रेस ने नोटबंदी का सबसे अधिक विरोध किया था और इसे असफल करने या वापस लेने के लिए पूरी ताकत लगा दी थी, कांग्रेस ने मोदी पर आरोप लगाया था कि उन्होंने बिना तैयारी के आनन फानन में नोटबंदी कर दी और देश की जनता को लाइन में खड़ा कर दिया। कांग्रेस यह भी आरोप लगाती है कि नोटबंदी ने देश की अर्थव्यवस्था तबाह कर दी, ग्रोथ रेट कम हो गयी, किसान बर्बाद हो गए, गरीब मर गए आदि। आज लोकसभा में मोदी ने कांग्रेस के सभी आरोपों का जवाब अपने ही अंदाज से दिया, वैसे तो कांग्रेस चाहती है कि मोदी कम से कम बोलें क्योंकि जब मोदी कांग्रेस के सामने लोकसभा में बोलते हैं जमकर कांग्रेस की फजीहत कर देते हैं। आज कांग्रेस जिस बात से डरती है वही हुआ और मोदी ने नोटबंदी मुद्दे पर कांग्रेस की ऐसी तैसी कर दी। 

आपने चुनाव हारने के डर से नहीं की, हमने देश बचाने के लिए की नोटबंदी: मोदी
मोदी ने कांग्रेसी नेता खडगे का नाम लेते हुए कहा - आप कहते हैं कि नोटबंदी करने से कोई कालाधन नहीं मिलेगा क्योंकि कालाधन हीरे, जवाहरात और प्रॉपर्टियों में है। मोदी ने पूछा - खडगे जी, आपने विल्कुल सही बात की है लेकिन आपको ये ज्ञान कब हुआ? इतने दिन आपकी सरकार थी, 1988 में जब राजीव गाँधी देश के प्रधानमंत्री थे तो उनके पास नेहरु से भी अधिक बहुमत था, दोनों सदनों में बहुमत था, शहर से लेकर गाँव तक, हर जगह आप ही आप थे, आपने 1988 में बेनामी संपत्ति पर कानून पास किया तो उसे नोटिफाई क्यों नहीं किया, उसे फाइल में क्यों दबा दिया, अगर आपने उसी वक्त इस कानून को लागू किया होता तो लूटखोरों को लूटने का मौका ना मिलता, प्रॉपर्टियों के दाम इतने ना बढ़ते, कालाधन ना बढ़ता, गरीबों का हक ना मारा जाता और देश आज साफ सुथरा रहता। मोदी ने पूछा - किस परिवार से आपसे कहा कि यह कानून मत लागू कीजिये। 

मोदी ने कहा कि नोटबंदी की सलाह आपको भी दी गयी थी, जब इंदिरा गाँधी देश की प्रधानमंत्री थी तो उनके सामने भी नोटबंदी का मामला आया था लेकिन उन्होंने कहा 'क्या हमें अगला चुनाव हारना है'. मोदी ने कहा कि आपने चुनाव हारने के डर से नोटबंदी नहीं की लेकिन हमने देश के बारे में सोचकर नोटबंदी की, हमने चुनाव हारने की चिंता नहीं की। 

जब शरीर मजबूत होता है डॉक्टर तभी ऑपरेशन करता है: मोदी
मोदी ने कहा कि आपका आरोप है कि नोटबंदी के बात अर्थव्यवस्था कमजोर हो गयी, आपने सही कहा, कुछ लोग बोलते हैं कि इस वक्त अर्थव्यवस्था मजबूत चल रही थी तो आपने नोटबंदी का फैसला क्यों किया? ये बात सही है। मोदी ने कहा कि आप जानते हैं, अगर आपको कोई बीमारी हो तो डॉक्टर ऑपरेशन की सलाह देता है लेकिन यह भी कहता है कि पहले शरीर मजबूत करना पड़ेगा उसके बाद ऑपरेशन करना पड़ेगा। जब तक मरीज स्वस्थ नहीं होता है डॉक्टर ऑपरेशन नहीं करता। मोदी ने कहा कि नोटबंदी के लिए यह समय बहुत पर्याप्त था क्योंकि देश की अर्थव्यवस्था मजबूत चल रही थी, अगर अर्थव्यवस्था दुर्बल होती तो हम नोटबंदी को सफलतापूर्वक नहीं कर पाते, ये तभी सफल हुई है क्योंकि अर्थव्यवस्था मजबूत थी। 

हमने सही समय पर की नोटबंदी: मोदी
मोदी ने कहा कि दूसरा है नोटबंदी का समय, ऐसा मत सोचिये कि हड़बड़ी में यह काम किया गया है, इसके लिए आपको मोदी का अध्ययन करना पड़ेगा। मोदी ने कहा कि हमारे देश में साल भर में जितना व्यापार होता है, करीब करीब उतना ही व्यापार दिवाली के दिनों में हो जाता है। एक प्रकार से पूरा, उद्योग, व्यापार, किसानी दिवाली के आस पास बहुत उंचाई पर पहुँच जाते हैं उसके बाद मंदी की शुरुआत होती है, दुकानदार 15-15 दिनों तक दूकान बंद करके बाहर घूमने चले जाते हैं, यह सही समय था। अगर ऐसे समय थोड़ी दिक्कत होती है तो फिर 50-60 दिनों में सब ठीक ठाक हो जाता है। मोदी ने कहा कि अब मैंने पाया कि जैसा मैंने सोचा था उसी प्रकार से गाडी चल रही है।

अब चोरों को पकड़ने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं: मोदी

मोदी ने कहा कि एक समय था जब देश में इनकम टैक्स अधिकारी अपनी मर्जी से छापे मारते थे और बाकी क्या होता था इतिहास दोहराने की जरूरत नहीं है लेकिन नोटबंदी के बाद सभी चीजें रिकॉर्ड पर हैं, कहाँ से पैसा आया, कौन लाया, कहाँ रखा है, अब इसमें से टॉप नामों को टेक्नोलॉजी और डाटा माइनिंग के द्वारा निकाल दिए गए हैं, अब इनकम टैक्स वालों को कहीं पर जाने की जरूरत नहीं है केवल एक एसएमएस से पूछा है कि इस चीज का हिसाब दीजिये। अब किसी भी प्रकार की अफसरशाही नहीं है, अब जिसे भी मुख्य धारा में आना है उसके पास बढ़िया मौका है, मुझे आशा है कि जिस प्रकार से मेरा स्वच्छ भारत अभियान चल रहा है वैसे ही आर्थिक जीवन में भी क्लीन इंडिया का अभियान चलेगा।

मोदी ने कहा कि बेनामी संपत्ति का कानून भी लागू हो चुका है, जैसा कि खडगे जी ने कहा है कि वहीँ पर सब कुछ है, आपने अच्छा सुझाव दिया है, हम भी आपके सुझाव पर कुछ करके दिखाएंगे और जो भी सुन रहे हैं वो भी समझें और कानून के प्रावधान को पढ़ लें कि कितना बड़ा और कठोर कानून है, जिसके पास भी बेनामी सपत्ति है वह अपने चार्टर्ड अकाउंटेंट से पूछ ले कि इनमें प्रावधान क्या हैं। मोदी ने कहा कि मेरा सबसे आग्रह है कि आप भी मुख्यधारा में आइये और देश के गरीबों का कल्याण करने के लिए आप भी कुछ योगदान दीजिये।

क्यों बदले बार बार नियम?

प्रधानमंत्री ने इस बात की सफाई दी कि उन्होंने नोटबंदी के दौरान बार बार नियम क्यों बदले, मोदी ने बताया कि जनता की परेशानी के अनुसार वे बार बार नियम बदल रहे थे इसके अलावा जिन लोगों को वर्षों से लूटने की आदत लगी हुई थे वे रास्ते खोज रहे थे, जब वे रास्ते खोजते तो हम उनका रास्ता बंद के लिए नियम बदल देते थे, उस समय हमारी लड़ाई चल रही थी, लुटेरों से जंग चल रही थी। एक तरफ देश को लूटने वाले थे और एक तरफ देश को इमानदारी की तरफ ले जाने वाले थे, लड़ाई पल पल चल रही थी, तू डाल डाल मै पात पात की जंग चल रही थी।

मोदी ने अंत में कांग्रेसियों को उनकी असलियत बताने के लिए काका हाथरसी की कविता सुनाई -
अंतर पट में खोजिये, छिपा हुआ है खोट
मिल जाएगी आपको, विल्कुल सत्य रिपोर्ट

मोदी ने कहा कि जो नियम तुम्हारे लिए हैं वही नियम हमारे लिए हैं लेकिन अगर नीयत में खोट है तो नीतियों की ताकत माइनस में चली जाती है।

मोदी ने कहा ऐसा नहीं है कि आपको जानकारी नहीं थी, धर्म क्या है आप जानते हैं लेकिन वो आपकी प्रवत्ति नहीं थी और अधर्म क्या है वह भी आप जानते हैं लेकिन उसे छोड़ने की आपकी सामर्थ्य नहीं था।

मोदी ने कहा कि आप ही कहते हो कि राजीव गाँधी ने मोबाइल लाये, कंप्यूटर लाये, क्रांति की शुरुआत की, राजीव गाँधी ने गाँव गाँव को नेटवर्क से जोड़ दिया, जब मैंने उसमें कुछ और जोड़ दिया और ऑनलाइन बैंकिंग भी जोड़ दिया तो आप कहते हैं कि मोबाइल ही कहाँ हैं, अरे भाई आप लोग तो एक तरफ तो कहते हो राजीव गाँधी मोबाइल लाये और दूसरी तरफ कहते हो कि मोबाइल ही कहाँ हैं।

मोदी ने कहा कि सही बात है कि पूरे देश में हर चीज नहीं है लेकिन अगर 40 फ़ीसदी लोगों के पास भी मोबाइल मौजूद है तो कम से कम उन लोगों को कैशलेस तो बना सकते हैं, धीरे धीरे विस्तार होता जाएगा। 

मल्लिकार्जुन खडगे बोले, कांग्रेस की वजह से MODI बने हैं PM, तो लोग बोले ‘एकदम सही बोला है’

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New Delhi, 7 Feb: कल कांग्रेसी ना मल्लिकार्जुन खडगे ने लोकसभा में करीब एक घंटे 30 मिनट भाषण दिया और नोटबंदी के लिए मोदी सरकार को जमकर घेरा, उन्होंने कल बीजेपी से पूरा हिसाब किसाब चुकता करने का मन बनाया था इसलिए नोटबंदी के अलावा सभी मुद्दों पर अच्छी खासी तैयारी करके आये थे। 

वैसे तो कांग्रेस मोदी के बारे में पता नहीं कैसी कैसी बातें करती है, कभी उन्हें अमीरों का PM बताती है, कभी उन्हें 15 लाख सूट वाला PM बताती है और कभी भ्रष्टाचारी और घूसखोर बताती है लेकिन कल पहली बार कांग्रेस ने उन्हें गरीब का बेटा बताया। 

मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा मोदी कहते हैं कि कांग्रेस ने 70 वर्षों में देश को लूट लिया लेकिन उन्हें नहीं पता कि वे कांग्रेस की वजह से ही प्रधानमंत्री बन सके हैं, अगर कांग्रेस ने लोकतंत्र की रक्षा ना की होती तो एक गरीब परिवार में जन्में मोदी कभी भी प्रधानमंत्री ना बन पाते। 

मल्लिकार्जुन खडगे की बात को सोशल मीडिया पर दूसरी तरह लिया गया, लोग बोले, मल्लिकार्जुन खड्गे ने एकदम सही बात कही है, अगर कांग्रेस देश में घोटाले ना करती, लूटखोरी ना करती, देश को बर्बाद ना करती तो मोदी कभी भी देश के प्रधानमंत्री ना बन पाते। 

कांग्रेस की वजह से मोदी बने हैं प्रधानमंत्री: मल्लिकार्जुन खडगे

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नई दिल्ली, 6 फरवरी: लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को कहा कि देश में लोकतंत्र को बचाए रखने के लिए कांग्रेस का शुक्रिया अदा किया जाना चाहिए, जिसकी बदौलत गरीब परिवार से आने वाले नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बन पाए। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस ने 70 सालों तक लोकतंत्र को बचाए रखा। उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी के इस बयान की आलोचना की, जिसमें उसने बार-बार कहा है कि कांग्रेस ने वर्षो तक सत्ता में रहने के बाद भी कुछ नहीं किया।

खड़गे के लगभग एक घंटा 40 मिनट लंबे भाषण के दौरान सरकार पर हमले को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों की कांग्रेस के सदस्यों के साथ कई बार नोकझोंक हुई। 

भाषण लंबा होने के कारण लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को बार-बार उन्हें भाषण खत्म करने को कहना पड़ा। यहां तक कि सत्ताधारी पक्ष के एक सदस्य ने एक नियम का हवाला देते हुए अध्यक्ष से आग्रह किया कि वह भाषण बंद कराएं।

खड़गे ने नोटबंदी को लेकर भी सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को नोटबंदी के कारण हुई मौतों के लिए माफी मांगनी चाहिए।

नोटबंदी की चर्चा करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, "कई लोगों की मौत हो गई। कम से कम प्रधानमंत्री को लोगों से माफी मांगनी चाहिए थी। आप अब भी माफी मांग सकते हैं।"

खड़गे ने कहा कि सरकार को देश को बताना चाहिए कि नोटबंदी के बाद कितना काला धन वापस आया। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री जानते थे कि चुनाव आ रहे हैं, वह चाहते थे कि लोग 15 लाख रुपये के वादे को भूल जाएं।"

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि लोगों को नोटबंदी से संबंधित चुनी हुई जानकारियां दी गईं।

केंद्रीय वित्तमंत्री के इस बयान पर कि नोटबंदी के खिलाफ कहीं भी एक भी दंगा या प्रदर्शन नहीं हुआ, खड़गे ने कहा, "क्या आप चाहते थे कि दंगा या प्रदर्शन हो? अगर आंदोलन नहीं हुआ तो इसका मतलब यह नहीं हुआ कि आपके कदम का समर्थन किया गया। इस देश के लोग बेहद संयम रखने वाले हैं। हमपर 1,000 वर्षो तक बाहरियों ने शासन किया।"

जैसे ही सत्तापक्ष के एक सदस्य ने चुटकी ली कि खड़गे पर अभी भी बाहरी व्यक्ति शासन कर रहा है, उन्होंने कहा, "मैं एक दास हूं। आप अंग्रेजों के दास थे, मैं आपका दास हूं।"

खड़गे ने कटाक्ष करते हुए कहा, "मुझे लगता है कि हरित क्रांति आपने लाई। और गुजरात में श्वेत क्रांति आपके कार्यकाल में आया। (वर्गीस) कुरियन का जन्म भी इन्हीं दिनों हुआ। सबकुछ इन्हीं दो-ढाई वर्षो के दौरान हुआ।"

उन्होंने कहा, "हमने लोगों का पेट भरने के लिए हरित क्रांति लाई। हमने श्वेत क्रांति लाई। आप पूछते हैं कि 70 वर्षो में क्या हुआ? अगर कुछ नहीं किया जाता, तो आप जिंदा नहीं होते, न तो लोकतंत्र होता और न ही संविधान सुरक्षित होता।"

खड़गे ने कहा, "हमने संविधान की सुरक्षा की। अगर मोदी गरीब परिवार से आते हैं और प्रधानमंत्री बन जाते हैं, तो इसका श्रेय कांग्रेस को जाता है, जिसने लोकतंत्र को जीवित रखा।"

खड़गे की टिप्पणी के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में मौजूद थे।

जैसे ही सत्तापक्ष ने आपातकाल की ओर इशारा किया, कांग्रेस नेता ने कहा, "उस वक्त घोषित आपातकाल था, आज की तारीख में अघोषित आपातकाल है।"

उन्होंने कहा, "सनातन धर्म के नाम पर आप लोगों को बांटना चाहते हैं।"

बीते साल 29 सितंबर को सीमा पार जाकर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के राजनीतिकरण को लेकर सरकार के आरोप पर कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने सेना पर नहीं, बल्कि सरकार पर सवाल उठाए थे।

उन्होंने कहा, "सर्जिकल स्ट्राइक पहली बार नहीं हुआ। जबतक हमारे दुश्मन वहां हैं, यह होता रहेगा। देशभक्ति केवल आप तक ही सीमित नहीं है। पूरा देश सेना के साथ है। हम आपसे सवाल कर रहे हैं।"

भाषण के दौरान सत्तापक्ष तथा विपक्ष के बीच कई बार तीखी नोकझोंक हुई। 

खड़गे ने कहा कि महात्मा गांधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी ने देश के लिए अपने प्राणों की आहूति दी।

खड़गे ने कहा कि वर्तमान सत्ताधारी पार्टी से किसी ने भी देश के लिए अपने प्राणों की आहूति नहीं दी और उन्होंने 'असंसदीय' भाषा का इस्तेमाल किया।

जैसे ही सत्ताधारी पक्ष का विरोध बढ़ा, खड़गे ने कहा, "यह इतिहास है। यह असंसदीय नहीं है।"

महाजन ने खड़गे को निर्देश दिया कि वह असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल न करें और उन्होंने कहा, "आप इस तरह से कोई बात नहीं कह सकते। देश के लिए कई लोगों ने अपने प्राणों की आहूति दी है।"

नाराज भाजपा के अनंत कुमार ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी और दीनदयाल उपाध्याय जैसे जनसंघ के नेताओं ने भी देश के लिए कुर्बानी दी थी। उन्होंने खड़गे से मांग की कि वह माफी मांगे। 

वीरेंद्र सिंह ने राहुल-अखिलेश पर सुनाया ऐसा गीत, मोदी, हेमा मालिनीं का हँसते’हँसते हुआ बुरा हाल

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New Delhi, 6 Feb: बीजेपी सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने आप लोकसभा में लम्बा चौड़ा भाषण दिया, उन्होंने अपने भाषण के जरिये कांग्रेस और विरोधियों की जमकर ऐसी तैसी की इसके अलावा उन्होने मोदी, हेमा मालिनीं और सभी सांसदों को हंसाते हंसाते पागल कर दिया। 

वीरेंद्र सिंह ने राहुल-अखिलेश के गठबंधन पर बोलते हुए कहा -  अध्यक्ष जी, हमनें तो कभी फिल्म देखा नहीं है, हमने फिल्म से कोई नफरत नहीं है हेमा जी बुरा मत मानना, हम किसान हैं इसलिए हमारे मन में फिल्म देखने की इक्षा ही नहीं आती, लेकिन मैं देखा लखनऊ में राजनैतिक क्षेत्र में काम करने वाले दो नौजवान ऐसे ऐसे हाथ हिला रहे थे। 

वीरेंद्र सिंह ने कहा - उस समय हम लखनऊ में ही थे तो हमसे लोगों से पूछा - ये क्या हो रहा है, हमने कहा कि पता नहीं क्या हो रहा है हम तो किसान हैं, हमें तो लग रहा है कि शूटिंग हो रही है। 


उन्होंने कहा कि जब हम छात्र जीवन में थे तो एक गीत गाते थे 'हम ना किसी को नजर नहीं आयें, चल दरिया में डूब जाएं। ये दोनों नौजवान राजनैतिक क्षेत्र में काम करने वाले उसी तरह का एक्शन कर रहे थे जैसे कह रहे हों 'हम ना किसी को नजर नहीं आयें, चल दरिया में डूब जाएं। 

वीरेंद्र सिंह की बात सुनते ही मोदी, हेमा मालिनी सहित सभी सांसद ठहाके मारकर हंसने लगे, यहाँ तक कि लोकसभा स्पीकर सुमिता महाजन भी ठहाके मारकर हंसने लगे।  लोगों का हँसते हँसते बुरा हाल हो गया, कई सांसद तो काफी देर तक हँसते रहे। लोगों को बहुत मजा आया, वीरेंद्र सिंह ने उनका फुल एंटरटेनमेंट करा दिया।