नई दिल्ली: गुरुग्राम पुलिस निर्दोषों को झूठे मामले में फंसाने के लिए बदनाम है, प्रद्युमन मर्डर केस में गुरुग्राम पुलिस ने रयान स्कूल के बस कंडक्टर अशोक को हत्यारा घोषित कर दिया था लेकिन बाद में CBI जांच हुई और उसे छोड़कर एक अन्य छात्र को गिरफ्तार किया गया. अब बॉबी कटारिया पर कई मामले दर्ज करके उन्हें जेल भेजा गया है और उनपर लगे मामलों की जांच चल रही है. गुरुग्राम पुलिस के बारे में एक अखबार ने शर्मनाक खबर छापी है.
एक RTI कार्यकर्ता आकाश मौर्य उर्फ़ रवि ने बॉबी कटारिया मामले की जानकारी के लिए गुरुग्राम पुलिस से RTI के जरिये कुछ जानकारी मांगी थी, उन्हें जवाब तो नहीं मिला, पुलिस उनके पीछे पड़ गयी और एक दिन उन्हें उठाने के लिए पहुँच गयी. उनकी किस्मत अच्छी थी कि वह कार से पहले ही उतर चुके थे, स्कॉर्पियो कार से पहुंचकर गुरुग्राम के CIA स्टाफ ने उसकी कार रुकवाई और उसके दोस्त अफजल को ही गिरफ्तार कर लिया और तीन दिन उसे टॉर्चर किया, बाद में उसे जमानत मिल गयी लेकिन टॉर्चर के दौरान उससे आकाश मौर्य की जानकारी मांगी जाती रही.
खबर के अनुसार आकाश मौर्य दिल्ली के मयूर बिहार के रहने वाले हैं, उन्होंने 13 जनवरी को RTI Act के जरिये फरीदाबाद नीमका जेल में बंद बॉबी कटारिया के बारे में गुरुग्राम पुलिस से कुछ जानकारियाँ मांगी थीं, गुरुग्राम पुलिस ने उसे कोई जानकारी तो नहीं दी, 6 फ़रवरी को CIA स्टाफ को उन्हें उठाने के लिए भेज दिया.
6 फ़रवरी को गुरुग्राम पुलिस ने आकाश को उठाने की पूरी तैयारी कर रखी थी, स्कॉर्पियो गाडी उसके पीछे लग गयी, किसी काम से आकाश मौर्य अपनी कार से मयूर बिहार फेज 1 थाने से आधा किलोमीटर पहले ही उतर गए, उनकी कार में अफजल रह गया था.
उसके उतरते ही गुरुग्राम पुलिस CIA की बिना नंबर प्लेट स्कॉर्पियो कार वहां पर पहुंची और उसके साथी अफजल को गन-पॉइंट पर ले लिया. आकाश काम समाप्त करके कार के पास आया तो देखा कि उसके दोस्त को गन-पॉइंट पर लोग ले जा रहे थे, उसनें अपहरण की आशंका से 100 नंबर पर फोन किया, पुलिस वहां पर आयी तो गुरुग्राम CIA की कार को रोक लिया, उनसे जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम गुरुग्राम CIA सेक्टर - 17 से हैं, हिरासत में लिए गए युवक पर चोरी का आरोप है, उसके बाद अफजल पर झूठा मामला दर्ज करके उसे तीन दिनों तक टॉर्चर किया गया. उसके बाद उसे जेल भेज दिया गया. कल उसे जमानत मिल गयी.