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AAP नेता जरनैल सिंह अब ना घर के रहे ना घाट के

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नई दिल्ली, 16 मार्च: पंजाब चुनावों में अगर किसी आदमी को सबसे अधिक नुकसान हुआ है तो वो हैं आप के पूर्व विधायक जरनैल सिंह। जरनैल सिंह दिल्ली के राजौरी गार्डन से विधायक थे लेकिन उन्होंने कुछ बड़ा पाने के लिए दिल्ली में विधायक पद से इस्तीफ़ा दे दिया।

जरनैल सिंह पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को हराने के लिए उनकी विधानसभा लांबी में जा पहुंचे, उन्होंने प्रकाश सिंह बादल के खिलाफ चुनाव लड़ा लेकिन हार गए, जरनैल सिंह तीसरे नंबर पर रहे, प्रकाश सिंह बादल को 66375 वोट, अमरिंदर सिंह को 43605 वोट जबकि जरनैल सिंह को केवल 21254 वोट ही मिले, उन्होंने सोचा था कि अगर मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को हरा देंगे तो शायद केजरीवाल उन्हें पंजाब का मुख्यमंत्री बना दें लेकिन ऐसा नहीं हुआ, अब वे ना घर के रहे ना घाट के।

जरनैल सिंह अगर लालच में ना आए होते तो पांच साल दिल्ली में विधायक बने रह सकते थे लेकिन उन्होंने लालच में आकर राजौरी गार्डन से इस्तीफ़ा दे दिया, अब राजौरी गार्डन में फिर से चुनाव होंगे लेकिन अगर जरनैल सिंह दोबारा चुनाव लड़े तो दिल्ली वाले उन्हें करारा सबक दिखाएंगे, दिल्ली वाले कहेंगे - हमें मूर्ख समझ रखा है, जब चाहे इस्तीफ़ा दे दो, फिर से दोबारा आ जाओ, बार बार चुनाव कराओ, बार बार वोट मांगो।

दिल्ली वालों ने केजरीवाल और उनके विधायकों को वोट देने से पहले सोचा होगा कि ये लोग दिल्ली में रूककर काम करेंगे और पांच साल तन मन से सेवा करेंगे लेकिन ऐसा नहीं हो रहा, इनके विधायक इस्तीफ़ा देकर कभी पंजाब चले जाते हैं, केजरीवाल स्वयं पिछली बार प्रधानमंत्री बनने के लिए वाराणसी चले गए थे।

जब पत्रकारों ने पूछने शुरू किये असली सवाल तो तुरंत उठकर भाग लिए अरविन्द केजरीवाल: पढ़ें

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नई दिल्ली, 15 मार्च: आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने पंजाब चुनावों में अपनी हार से बचने के लिए EVM मशीनों में छेड़छाड़ का आरोप लगाया, उन्होने कहा कि आप मीडिया वाले ही कहते थे कि पंजाब में हमारी आंधी चल रही है इसके बावजूद भी हमें केवल 24 फ़ीसदी वोट मिले जबकि अकाली-बीजेपी को 30 फ़ीसदी वोट मिले, जब आप सब मीडिया वाले लोग हमारी आंधी बताते थे तो हमें इतने कम वोट कैसे मिल सकते हैं। 

इसके बाद मीडिया वालों ने केजरीवाल ने सवाल किये कि हममें से किसने कहा था कि पंजाब में आंधी चल रही है आप उसका नाम बताइये जिसनें आपको ये खबर दिखायी हो, हमने तो ओपिनियन पोल में भी कांग्रेस की जीत के बारे में कहा था, Exit Poll में भी कांग्रेस को बहुमत मिलते दिखाया था, आपको किसने बता दिया कि आपकी आंधी चल रही है, आप उन पत्रकारों के नाम बताइये। 

इसके बाद केजरीवाल फंस गए, उन्होने शेखर गुप्ता और प्रणव राय का नाम लिया जिसे वे मोदी का एजेंट भी बताते हैं, इसके बाद मीडिया वालों ने केजरीवाल से कहा, गोवा में भी तो आप 38 सीटों पर चुनाव लड़े थे वहां तो 38 पर आप के नेताओं की जमानत जब्त हो गयी, क्या वहां पर भी EVM में टेम्परिंग की गयी थी, इसके बाद केजरीवाल ने कहा कि वहां हम अपनी हार कबूल करते हैं। 

इसके बाद केजरीवाल ने कहा कि आप इस सब को छोडिये कि किसने क्या कहा था तो मीडिया वालों ने कहा - हम कैसे छोड़ दें, आप लोग तो हमारे बारे में ही झूठ बोल रहे हो, अगर एक पत्रकार ने आपके बार में कुछ बोल दिया तो आप पूरी पत्रकार विरादरी को उसी में लपेट देते हो, इसके बाद केजरीवाल वहां से उठकर भाग गए, केजरीवाल से सोचा, अब भाग लो वरना मीडिया वाले पोल खोल देंगे। 

जब 67 सीटें जीतते हैं तो EVM बहुत अच्छी, जब जनता उठाकर पटक देती है तो EVM ख़राब: मनोज तिवारी

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नई दिल्ली, 15 मार्च: दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी फुल फॉर्म में आ गए हैं, पिछले कुछ महीनों से मनोज तिवारी ने दिल्ली में घूम घूम कर केजरीवाल के विकास के दावों की पोल खोल दी है अब केजरीवाल को अगले महीने होने वाले MCD चुनावों में हार कर डर सताने लगा है तो उन्होंने EVM मशीनों को ही गड़बड़ बताना शुरू कर दिया है। 

हाल ही में पंजाब और गोवा में हुए चुनाव में केजरीवाल ने आप की सरकार बनाने का दावा किया था, उन्होंने पंजाब में 117 में से 110 सीटें और गोवा में 40 में से 35 सीटें लाने का दावा किया था लेकिन गोवा में उनका सूपड़ा साफ़ हो गया, एक भी सीट नहीं जीत सके जबकि पंजाब में उन्हें 20 सीटें मिलीं हालाँकि इसके लिए सोशल मीडिया पर जमकर पैसा खर्च करके हौव्वा खड़ा किया गया था और प्रचार में जमकर पैसा लुटाया गया था इसके बाद भी उन्हें सिर्फ 20 सीटें मिलीं। 

आज केजरीवाल के EVM में गड़बड़ी वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि जब दिल्ली में उन्हें 70 में से 67 सीटें मिली थीं तो ये लोग EVM मशीनों को बहुत बढ़िया बता रहे थे लेकिन जब जनता ने इनके कारनामे देखकर इन्हें उठाकर पटक दिया तो ये EVM मशीनों को ही बुरा बता रहे हैं। 

मनोज तिवारी ने AAP का कर डाला जबरजस्त DNA एनालिसिस: पढ़ें

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नई दिल्ली, 14 मार्च: बीजेपी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आज आम आदमी पार्टी पर बड़ा हमला बोला, उन्होने आज आम आदमी पार्टी को पूरी तरह से कलाई खोलते हुए कहा कि अगर इनके दो साल के कार्यकाल को देखें तो इनके काम से अधिक कारनामे दिखते हैं। 

मनोज तिवारी ने आम आदमी पार्टी के कारनामे गिनाते हुए कहा - आप के कोई मंत्री फर्जी डिग्रीधारी हैं, आप के कोई मंत्री हवाला कारोबारी, आप का कोई मंत्री बलात्कारी, आप का मुख्यमंत्री स्वयं भ्रष्टाचारी अब क्या करे मनोज तिवारी। 

पहले कांग्रेस और अब आप, रोकती है MCD का फंड

मनोज तिवारी ने केजरीवाल सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पहले जब कांग्रेस सरकार थी तो वह भी MCD को फंड जारी नहीं करती थी, अब आम आदमी पार्टी है तो वह भी MCD रोकती है ताकि काम में रुकावट डालकर MCD और BJP को बदनाम किया जा सके। 

MCD ने केजरीवाल सरकार से अधिक काम किया

मनोज तिवारी ने कहा कि अगर आप केजरीवाल सरकार और MCD के कामों की तुलना करें तो हमने अधिक काम किये हैं, जैसे - मैंने बीजेपी अध्यक्ष बनने के बाद कई स्टेडियम का उद्घाटन किया जिसे MCD ने बनाया, वरिष्ठ नागरिकों के लिए कई सेंटर का उद्घाटन किया जो MCD ने बनाया, इंग्लिश मीडियम स्कूल का उद्घाटन किया जो MCD ने बनाया, MCD ने ही 50 गज वाले घरों का हाउस टैक्स माफ़ कर दिया, हमने जनता के लिए कई ऐसे ऑनलाइन सुविधा वाले काम किये जिसके लिए उन्हें MCD के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। 

उन्होंने कहा कि अगर आप दो साल में MCD के कार्यों को देखें और दो साल में आम आदमी पार्टी की कारगुजारी को देखें तो तो पूरी दिल्ली कहेगी कि AAP के कारनामे अधिक दिख रहे हैं।

पुराने पार्षदों को नहीं दिया जाएगा टिकट

मनोज तिवारी ने कहा कि आने वाले MCD चुनावों में हमने एक अलग निर्णय लिया है, हम मौजूदा पार्षदों की जगह नए चेहरों को टिकट देने जा रहे हैं, अब हम नए कार्यकर्ताओं को लायेंगे तो बीजेपी के लिए काम कर रहे थे, उनके लिए झंडा उठा रहे थे, पार्षदों के साथ काम कर रहे थे, उनके लिए भाग रहे हैं। अब नए चेहरों को चुनते समय परिवारवाद से दूर रहेंगे और इसमें पारदर्शिता बरतेंगे। 

MCD चुनावों से पहले मनोज तिवारी का मास्टरस्ट्रोक, केवल नए और मेहनती लोगों को देंगे BJP से टिकट

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नई दिल्ली, 14 मार्च: दिल्ली नगर निगम चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी ने मास्टरस्ट्रोक खेला है, आज दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने प्रेस वार्ता में बताया कि अगले महीने होने वाले दिल्ली नगर निगम (MCD) चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से केवल नए और मेहनती लोगों को टिकट दिया जाएगा, अगर दूसरी तरह कहें तो पुराने पार्षदों को टिकट नहीं दिया जाएगा। 

बीजेपी ने यह मास्टरस्ट्रोक इसलिए खेला है ताकि पुराने पार्षदों के खिलाफ एंटी-इनकम्बेंसी वाले वोट आप और कांग्रेस की तरफ जाने के बजाय बीजेपी को ही मिल सकें, पिछले पांच साल से MCD में बीजेपी का शासन है लेकिन केजरीवाल MCD को फंड ही नहीं जारी कर रहे हैं, अगर केजरीवाल फंड जारी नहीं करेंगे तो वे काम नहीं कर पाएंगे, अगर वे काम नहीं करेंगे तो जनता उनसे नाराज हो जाएगी और केजरीवाल उनके खिलाफ एंटी-इनकम्बेंसी का माहौल बनाकर खुद वोट लेने की कोशिश करेंगे। लेकिन बीजेपी के इस मास्टरस्ट्रोक से आप का गणित फेल हो गया है। 

अब बीजेपी पुराने पार्षदों के टिकट काट देगी, मतलब जिन लोगों ने बीजेपी पार्षदों को पिछली बार वोट दिया था और इस बार उनसे नाराज हैं, उन पार्षदों को टिकट दिया नहीं जाएगा, उनकी जगह नया उम्मीदवार खड़ा किया जाएगा और जनता इन्हें वोट देगी।

दिल्ली में केजरीवाल पर भारी पड़ रहे हैं मनोज तिवारी, MCD चुनाव से पहले केजरी को हुआ BJP-फोबिया

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नई दिल्ली, 14 मार्च: आपने देखा होगा कि जब दिल्ली में बीजेपी ने डॉ हर्षवर्धन सिंह के नेतृत्व में 2013 में चुनाव लड़ा था तो कांग्रेस की सरकार होते हुए भी बीजेपी की 32 सीटें आयी थीं उसके बाद भी उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया और केवल 28 सीटों वाली AAP ने कांग्रेस के साथ मिलकर दिल्ली में सरकार बना लिया, उस समय हर्षवर्धन केजरीवाल पर भारी थे लेकिन जब हर्षवर्धन केंद्र सरकार में मंत्री बन गए और सतीश उपाध्याय को दिल्ली बीजेपी का अध्यक्ष बना दिया गया तो वे केजरीवाल को टक्कर नहीं दे पाए और दिल्ली में बीजेपी कमजोर होती गयी उसी का नतीजा है कि दो साल पहले हुए चुनाव में बीजेपी को 3 जबकि AAP को 67 सीटें मिली। 

अब बीजेपी ने केजरीवाल का तोड़ निकाल लिया है, जब से मनोज तिवारी को दिल्ली बीजेपी का अध्यक्ष बनाया गया है उन्होंने केजरीवाल की नाक में दम कर रखा है, वे पूरी दिल्ली में घूम घूम कर केजरीवाल के विकास के दावे की पोल खोल रहे हैं, अगर केजरीवाल 19 हैं तो मनोज तिवारी उनके मुकाबले 25 हैं, व्यक्तित्व, इमानदारी, भाषण देने की कला और पहचान, सभी मामले में मनोज तिवारी केजरीवाल पर भारी पड़ रहे हैं इसलिए केजरीवाल की हालत खराब है। 

अगले महीने दिल्ली नगर निगम (MCD) के चुनाव होने वाले हैं और केजरीवाल की हालत खराब है, केजरीवाल को लग रहा है कि पंजाब और गोवा में करारी हार के बाद अब शायद ही दिल्ली के लोग उनपर विश्वास करें, अब केजरीवाल को अपनी हार का डर सता रहा है तो उन्होने EVM को ही खराब बताना शुरू कर दिया है, केजरीवाल का कहना है कि EVM में गड़बड़ी करके बीजेपी MCD का चुनाव जीत सकती है, हालाँकि केजरीवाल का यह आरोप निराधार है क्योंकि अगर बीजेपी EVM में गड़बड़ी करके चुनाव जीतना चाहती और ऐसा कर पाती तो वह 2015 में दिल्ली विधानसभा चुनाव भी जीत लेती और AAP को 67 सीटें ना मिलती। 

केजरीवाल का मुख्य डर मोदी और उनके ख़ास मनोज तिवारी का है, मनोज तिवारी ने उनकी मिट्टी पलीद कर रखी है, हर गली, हर झुग्गी में घूम घूम कर मनोज तिवारी केजरीवाल के विकास का सर्वे कर रहे हैं लेकिन हर कोई यही कहता है कि यहाँ पर केजरीवाल ने कुछ नहीं किया इसलिए अब हम उन्हें कभी वोट नहीं देंगे, केजरीवाल भी यह बात समझ रहे हैं। अगले महीने MCD चुनाव में हार के बाद केजरीवाल EVM में दोष निकालेंगे और मायावती की तरह कहेंगे - दिल्ली वालों ने बटन झाडू का दबाया लेकिन वोट कमल को गया, चुनाव आयोग बिक गया, सुप्रीम कोर्ट बिक गया, सब बिक गए। 

लोगों ने कहा, केजरीवाल सरकार को बर्खास्त करके EVM के बजाय बैलट-पेपर से कराओ चुनाव: पढ़ें क्यों

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नई दिल्ली, 14 मार्च: दो साल पहले जब दिल्ली विधानसभा चुनाव हुए थे तो उस समय दिल्ली में राष्ट्रपति शासन था, एक तरह से दिल्ली की सत्ता राष्ट्रपति के जरिये केंद्र सरकार के हाथों में थी उसके बावजूद भी आम आदमी पार्टी को 70 में से 67 सीटें मिलीं, बीजेपी को केवल तीन सीटने मिली, ये चुनाव EVM मशीनों के जरिये हुए थे, केजरीवाल की विशाल जीत के बावजूद भी किसी भी पार्टी ने EVM मशीनों की गड़बड़ी या छेड़छाड़ का मुद्दा नहीं उठाया लेकिन आज उन्हीं EVM मशीनों के जरिये उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बीजेपी की विशाल जीत के बाद विरोधी पार्टियाँ कह रही हैं कि बीजेपी ने EVM मशीनों में गड़बड़ी करके जीत हासिल की है, मायावती ने कहा कि बीजेपी ने ऐसा प्रोग्राम फिट कर दिया कि बटन हाथी का दबा लेकिन वोट कमल को चला गया। 

अगर मायावती ऐसा कह रही हैं तो उनकी मनोदशा का अंदाजा लगाया जा सकता है लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल भी यही भाषा बोल रहे हैं, केजरीवाल इन्हीं EVM मशीनों के जरिये 70 में से 60 सीटें जीत गए अब कह रहे हैं कि EVM मशीनों में गड़बड़ी करके बीजेपी दिल्ली नगर निगम का चुनाव जीतने की कोशिश करेगी इसलिए नगर निगम चुनाव EVM मशीनों के बजाय बैलट-पेपर से कराया जाय, उन्होंने इसके लिए इलेक्शन कमीशन को पत्र भी लिख दिया है। 

जब लोगों ने केजरीवाल के इस कदम के बारे में सुना तो बोले, अगर केजरीवाल को EVM मशीनों पर भरोसा नहीं है तो चुनाव आयोग को केजरीवाल सरकार को तुरंत ही बर्खास्त कर देना चाहिए क्योंकि वे भी इन्हीं EVM मशीनों से चुनाव जीते थे, अब केजरीवाल को बर्खास्त करके फिर से दिल्ली विधानसभा का चुनाव कराया जाना चाहिए और अबकी बार बैलट-पेपर पर चुनाव होने चाहिए। 


केजरीवाल की बात पर लोगों को इसलिए भरोसा नहीं है क्योंकि अगर BJP EVM में गड़बड़ी कर पाती तो दिल्ली विधानसभा चुनाव भी जीत लेती, BMC चुनाव में भी जीत लेती, पंजाब भी जीत लेती और गोवा-मणिपुर में इस प्रकार से जोड़ तोड़ नहीं करनी पड़ती। 

ठग लिए गए दिल्ली वाले, केजरीवाल ने 28 करोड़ रुपये दिल्ली से बाहर अपने प्रचार पर लुटा दिए: BJP

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नई दिल्ली, 14 मार्च: केजरीवाल बुरी मुसीबत में फंसने वाले हैं क्योंकि अब उनकी पोल खुलने लगी है, शुरुआत में केजरीवाल आम आदमी होने और सीधी साधी राजनीति करने का दावा करते थे लेकिन अब पता चल रहा है कि वे अपने प्रचार के लिए अथाह धन खर्च कर रहे हैं और ये धन दिल्ली की जनता की खून पसीने की कमाई का है। 

हाल ही में CAG ने केजरीवाल सरकार को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा था कि केजरीवाल ने अपनी छवि चमकाने के लिए 28 करोड़ रुपये दिल्ली से बाहर खर्च किये हैं, CAG ने कहा था कि केजरीवाल दिल्ली का पैसा दिल्ली से बाहर खर्च करके सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का उल्लंघन कर रहे हैं। 

आज भारतीय जनता पार्टी ने भी इस बात पर चिंता जाहिर करते हुए कहा यह दिल्ली के ईमानदार करदाताओं के पैसे की बर्बादी है, बीजेपी ने कहा कि केजरीवल ने जितने भी पैसे खर्च किये हैं उसका कोई हिसाब मेन्टेन नहीं किया है जो साबित करता है कि आम आदमी पार्टी ने अपने पार्टी को हाईलाइट करने के लिए दिल्ली वालों का जमकर फैस फूंका है। उनके विज्ञापन दिल्ली के अलावा मुंबई, चेन्नई, रांची और पंजाब में भी चलते हैं जिसका दिल्ली की जनता से कोई सम्बन्ध नहीं है और यह दिल्ली के खाजाने की लूट है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने दिल्ली वालों को ठग लिया है।

बीजेपी नेता आरपी सिंह ने कहा कि केजरीवाल ऐसे ऐसे फ़्लाइओवर का भी प्रचार करते हैं जो अभी बने ही नहीं हैं, CAG ने केजरीवाल के मोहल्ला क्लिनिक प्रोजेक्ट पर भी सवाल उठाये हैं, उनका कहना है कि केजरीवाल सरकार ने बजट में मोहल्ला क्लिनिक का कुल खर्च 5 करोड़ से घटाकर 20 लाख करने का दावा करते हैं लेकिन उनके पास कोई लिखत प्रूफ नही है। केजरीवाल पूरा घालमेल कर रहे हैं। 

PM MODI ने बताया, मैं एक ऐसा प्रधानमंत्री हूँ जिससे लोग पूछते हैं, आखिर इतना काम क्यों करते हो?

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New Delhi, 12 March: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आज भारतीय जनता पार्टी ने अपने दिल्ली के कार्यालय में जोरदार स्वागत किया, यूपी और उत्तराखंड में विशाल जीत के लिए बीजेपी के बड़े नेताओं ने मोदी का  बड़ी माला पहनाकर स्वागत किया, स्वागत कार्यक्रम के बाद मोदी ने लोगों को संबोधित किया और पाँचों राज्यों के मतदाताओं को बीजेपी का समर्थन करने के लिए धन्यवाद दिया।

मोदी ने कहा कि चुनाव में हमारे कुछ ऐसे भी साथी जीते हैं जिन्हें कभी अख़बारों में जगह नहीं पायी, हो सकता है कि उनमें कुछ कमी हो लेकिन मैं जनता को विश्वास दिलाता हूँ कि अगर उन्हें सीखना पड़ा तो सीखेंगे, लेकिन आपकी उम्मीदों को पूरा करने का हर संभव प्रयास करेंगे। 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2014 में मैंने इसी जगह तीन बातें बोली थीं लेकिन कुछ लोगों ने मेरी बात को गलत तरीके से प्रस्तुत किया था लेकिन आज मै उन्हीं तीन बातों को फिर से दोहराने की हिम्मत कर रहा हूँ। 

मोदी ने बताया कि 2014 में मैंने यहीं पर अपनी पार्टी का संकल्पपत्र रखते हुए कहा था - हम मनुष्य हैं इसलिए हमसे गलती हो सकती है लेकिन गलत इरादे से कोई काम नहीं करेंगे। 

मोदी ने कहा - दूसरी बात मैंने कही थी - हम परिश्रम की पराकाष्ठ करेंगे। और तीसरी बात कही थी - हम जो कुछ भी करेंगे प्रमाणिकता के साथ करेंगे। 

मोदी ने कहा कि दोस्तों मुझे कुशी है, मैं एक ऐसा प्रधानमंत्री हूँ जिससे यह पूछा जाता है कि मोदीजी, आप इतना अधिक काम क्यों करते हो, आप इतनी मेहनत क्यों करते हो, जीवन में इससे बड़ा आनंद और क्या हो सकता है।

मोदी ने कहा कि मैं पाँचों राज्यों की जनता को हम पर विश्वास रखने के लिए ह्रदय से धन्यवाद करता हूँ और ये बात मै कहना चाहूँगा कि लोकतंत्र में सरकार बनती है बहुमत से लेकिन चलती है सर्वमत से। इसलिए बीजेपी की सरकार जिन्होंने वोट दिया है उनकी भी है और जिन्होंने वोट नहीं दिया उनकी भी है, जो साथ चले उनकी भी और जो सामने रहे उनकी भी है, सरकार को कोई भेदभाव करने का हक नहीं है और ना ही बीजेपी ऐसे किसी हक को स्वीकार करती है इसलिए वोट दिया या नहीं दिया वह चुनाव नतीजों तक ही ठीक है उसके बाद उत्तर प्रदेश है तो सबका है और सरकार भी सभी उत्तर प्रदेश वासियों की है, मणिपुर या गोवा या पंजाब या उत्तराखंड की सरकार है, ये सरकार सबकी होती है और सबके लिए होती है, सबको साथ लेकर चलने वाली होती है, इस पवित्र विचारों के साथ ही हम काम करते आये हैं और काम करते रहेंगे, हमें जितने भी मौके मिलेंगे हम न्यू इंडिया बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे, मैं देश की जनता को यह विश्वास दिलाता हूँ। 

विजयदिवस मनाने के लिए PM MODI बीजेपी कार्यालय पहुंचे, मोदी की एक झलक पाने के लिए लोग बेकरार

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नई दिल्ली, 12 मार्च: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में विशाल जीत की खुशियाँ मनाने के लिए दिल्ली के बीजेपी कार्यालय में पहुँच चुके हैं, मोदी ने 100 मीटर पैदल चलकर लोगों को दर्शन दिए और हाथ उठाकर उनका अभिवादन किया, मोदी को देखने के लिए लोग रोड के किनारे खड़े थे, लोग मोदी की एक झलक पाने के लिए बेकरार दिए और उन्हें देखते ही मोदी मोदी के नारे लगाने लगे।

भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री मोदी का दोनों राज्यों में हुई विशाल जीत के बाद यहाँ पर स्वागत के लिए बुलाया है, मोदी को बड़ा हार पहनकर उनका स्वागत किया गया।
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मोदी लोगों का अभिवादन करते हुए पैदल चलकर बीजेपी कार्यालय पहुंचे और पंडित दीन दयाल उपाध्याय को माल्यार्पण करके उन्हें श्रधांजलि दी। मोदी यहाँ पर लोगों को संबोधित करेंगे और आगे की रणनीति के बारे में बताएँगे। देखें LIVE VIDEO। 

कल से मुंगेरी-लाल के हसीन सपने देखकर आसमान में उड़ रहे थे केजरीवाल, आज वापस जमीन पर आ गए

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नई दिल्ली, 11 मार्च: इस चुनाव में सबसे बुरी हालत केजरीवाल की हुई है क्योंकि केजरीवाल पंजाब में राज करने के सपने देख रहे थे, भारी बहुमत से सरकार बनाने के सपने देख रहे थे और चुनाव से पहले ही उन्होंने 117 में से 110 सीटें जीतने का दावा कर दिया था लेकिन आज उनका सपना टूट गया, उन्हें ना तो पंजाब में जीत मिली और गोवा में उनका खाता भी नहीं खुला। 

पंजाब में केजरीवाल सिर्फ 20 सीटें जीत पाए, परसों Exit Poll में जब उन्होंने देखा कि उन्हें 50 सीटें मिल रही हैं तो उन्होंने कहा कि Exit Poll गलत है और उन्हें पूर्ण बहुमत मिलेगा, आज उन्होने अपने दिल्ली वाले कार्यालय में डीजे और बैंक बाजा मांगा लिया था, उनके सैकड़ों कार्यकर्त्ता सुबह से ही नाच गा रहे थे, वे केजरीवाल को अगला प्रधानमंत्री बनाने का सपना भी देख रहे थे। 

उनके एक मंत्री कपिल मिश्रा ने सुबह कहा, आज साबित हो जाएगा कि केजरीवाल ही देश का भविष्य हैं, देश का तीसरा विकल्प हैं और प्रधानमंत्री का चेहरा हैं। हम गोवा और पंजाब में सरकार बनाने वाले हैं। 

जैसे जैसे पंजाब के रिजल्ट आने लगे आम आदमी पार्टी थोड़ी देर तक तो पैदान में टिकी रही, उसके बाद कांग्रेस ने ऐसी दौड़ लगाई कि अकाली दल और आप को काफी पीछे छोड़ दिया, जब आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने देखा कि उनकी हार होने वाली है, वे सभी डीजे और बैंड बाजे छोड़कर भाग गए, मिठाइयाँ, पटाखे सब धरे के धरे रह गए। केजरीवाल को प्रधानमंत्री बनाने का आपियों का सपना टूट गया। गोवा में तो आम आदमी पार्टी का खाता तक नहीं खुला। 

केजरीवाल के बारे में सनसनीखेज खुलासा, 2 करोड़ में बेच रहे हैं MCD टिकट और बनते हैं ईमानदार

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नई दिल्ली: अरविन्द केजरीवाल इमानदारी की टोपी पहनकर साफ़ सुथरी राजनीति करने आये थे लेकिन अब उनके बारे में बड़े बड़े खुलासे हो रहे हैं, उनकी पार्टी पर पंजाब में भी टिकट बेचने का आरोप लगा और आज एक ऑडियो जारी हुआ है जिसमें उनके विधायक MCD टिकट के लिए भी 2 करोड़ रुपये मांग रहे हैं, मतलब 2 करोड़ रुपये देने के बाद ही वे टिकट देने की सिफारिश करेंगे, वाह क्या बात है।

ऑडियो में MCD की एक उम्मीदवार आभा मित्तल ने एक आप नेता से बातचीत की है, उसमें आप नेता ने कहा है कि पहले आप अपने विधायक से सिफारिश तो कराओ, उसके बाद आभा मित्तल कहती हैं कि कितना खर्चा लगेगा सिफारिश कराने में, इसके बाद आप कार्यकर्त्ता ने बताया की 2cr यानी 2 करोड़। इतनी रकम सुनते ही आभा मित्तल को झलता लगा तो आप कार्यकर्त्ता ने कहा -चौंक गयी ना आप, इसीलिए मैं आपको नहीं बता रहा था, उनका रेट बहुत अधिक है। देखें वीडियो। हालाँकि अभी तक ऑडियो टेप की जांच नहीं हो पाई है। 

आज केजरीवाल को 'दो साल तिहाड़' जाने से बचाने के लिए जेठमलानी करेंगे आखिरी कोशिश, बचना मुश्किल

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नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल किसी पर भी झट से आरोप लगा देते हैं, किसी को भी गुंडा, मवाली, पागल, भ्रष्टाचार, चोर, घोटालेबाज और रेपिस्ट बोल देते हैं, यही नहीं उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को भी पागल और मनोरोगी बता दिया है, मोदी ने तो कुछ नहीं किया लेकिन केजरीवाल ने जब वित्त मंत्री अरुण जेटली पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए तो अरुण जेटली को सहन नहीं हुआ और उन्होंने कोर्ट में केजरीवाल के खिलाफ आपराधिक मानहानि का केस ठोंक दिया।

अब केजरीवाल मुसीबत में फंस गए हैं क्योंकि DDCA में अरुण जेटली के खिलाफ कोई भी सबूत नहीं मिला, अरुण जेटली ने केजरीवाल को तिहाड़ जेल भेजने का पूरा मन बना लिया है। कल इस मामले में क्रॉस एग्जामिनेशन हुआ, केजरीवाल के वकील राम जेठमलानी ने अरुण जेटली ने पूछा कि - केजरीवाल के आरोपों के आपका कितना नुकसान हुआ है और उसकी भरपाई कैसे हो सकती है तो केजरीवाल ने कहा कि इसकी भरपाई हो ही नहीं सकती।

अरुण जेटली ने कहा कि मुझपर केजरीवाल और उनके साथियों ने लगातार एक हप्ते तक झूठे आरोप लगाए और यह एक प्लान के तहत किया गया, केजरीवाल ने अपने सचिव राजेंद्र कुमार पर CBI रेड से ध्यान भटकाने के लिए मुझपर झूठे और अनर्गल आरोप लगाए। अरुण जेटली अपना पक्ष रखते हुए भावुक भी हो गए, उनकी आँखों से आंसू भी निकल गए।

अरुण जेटली ने कहा कि मैं 1977 से राजनीति में हूँ और आज तक मेरी साफ़ सुथरी छवि पर किसी ने दाग नहीं लगाया लेकिन पिछले साल पहली बार जानबूझकर मेरी छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गयी।

अरुण जेटली ने साफ़ इशारा कर दिया कि अब वे किसी भी कीमत पर केजरीवाल को माफ़ नहीं करेंगे, अब केजरीवाल या 10 अरुण जेटली को 10 करोड़ देंगे या 2 साल के लिए तिहाड़ जेल की सैर करेंगे। अगर वे 10 करोड़ दे देते हैं तो उन्हें उसका भी हिसाब देना पड़ेगा, उन्हें बताना पड़ेगा कि उनके पास यह पैसे कहाँ से आये और अगर वे साफ़ नहीं बता पाए तो उन्हें और भी बड़ी सजा हो सकती है, अब तो केजरीवाल बुरे फंस गए हैं, आज राम जेठमलानी उन्हें बचाने की अंतिम कोशिश करेंगे लेकिन ऐसा लगता है कि उनकी कोशिश बेकार ही जाएगी।

सत्येन्द्र जैन की 33 करोड़ की संपत्ति जब्त, ट्विटर पर ट्रेंड हुआ 'केजरीवाल के भ्रष्ट मंत्री'

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नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के लिए बुरी खबर आयी है क्योंकि आज इनकम टैक्स विभाग ने दिल्ली में स्वास्थय मंत्री सत्येन्द्र जैन की 33 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त कर ली है, जब्त की गयी संपत्ति में 16 करोड़ रुपये एक शेयर और 17 करोड़ रुपये की अवैध जमीन शामिल है, इस सम्बन्ध में इनकम टैक्स ने 27 फ़रवरी 2017 को सत्येन्द्र जैन से सम्बंधित चार कंपनियों को नोटिस जारी किया था। 

ये तो बस शुरुआत है, अभी सत्येन्द्र जैन की हवाला केस में भी जांच चल रही है, आयकर विभाग विभाग जिवेंद्र मिश्रा, अभिषेक चोखानी और राजेंद्र बंसल से जैन के संबंधों की जांच कर रहा है जो पहले से कोलकाता में टैक्स चोरी के आरोपी हैं और हवाला कारोबार में लिप्त हैं।

जैसे ही सत्येन्द्र जैन की संपत्ति जब्त हुई वैसे ही ट्विटर पर 'केजरीवाल के भ्रष्ट मंत्री' ट्रेंड कर रहा है, लोग केजरीवाल, आम आदमी पार्टी और सत्येन्द्र जैन की जमकर खिंचाई कर रहे हैं। देखिये कुछ ट्वीट -






केजरीवाल खांसी के इलाज के लिए गायब होते हैं या साजिश रचने के लिए, आने के बाद बवाल जरूर मचता है!

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नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री हर 6 महीने में अपनी खांसी का इलाज कराने के लिए बैंगलोर के 5 स्टार अस्पताल जिंदल हेल्थकेयर में जाते हैं और दिल्ली सरकार की जनता का रोजाना 2-3 लाख रूपए खर्च करते हैं, कुल मिलाकर केजरीवाल हर बार 20-25 लाख रुपये खर्च करके आ जाते हैं। हो सकता है कि इन पैसों में से कुछ पैसा केजरीवाल को कमीशन के रूप में मिलता हो क्योंकि आज बड़े बड़े प्राइवेट अस्पतालों में कमीशन का खेल चलता है, मेड़ीक्लैम वाले बड़े बड़े अस्पतालों में वैसे ही दो-तीन दिन बिस्तर पर लेटकर चले आते हैं, अस्पताल वाले कई लाख रुपये का बिल बनाकर इंश्योरेंस कंपनी को दे देते हैं और उसका कुछ परसेंट मरीज को भी दे देते हैं, अस्पताल का भी काम बन जाता है और मरीज का भी। हो सकता है कि केजरीवाल भी ऐसा करते हों क्योंकि उनपर भरोसा तो विल्कुल नहीं किया जा सकता और इस बात की जांच होनी चाहिए। अगर जांच ना हुई और हर बार 25 लाख के बिल में से केजरीवाल को 5 लाख भी कमीशन मिला तो केजरीवाल 10 लाख वैसे ही कमा लेंगे और हर साल दिल्ली के खजाने से करोड़ों रुपये लुट जाएगा। 

पैसे गए तो गए लेकिन जब केजरीवाल वापस आते हैं तो कोई ना कोई बवाल जरूर मचता है, पिछली बार जब केजरीवाल अपना इलाज कराकर आये थे तो गुजरात के ऊना में दलितों की पिटाई का मामला उठा था, केजरीवाल तुरंत ही गुजरात गए थे और दलित परिवार के साथ मिलकर मोदी सरकार के खिलाफ हमला बोल दिया था, उन्होने मोदी बीजेपी की सरकार को दलित विरोधी बताना शुरू कर दिया था, कुछ लोगों ने कहा था कि केजरीवाल ने खुद ही अपने आदमियों को पैसे देकर दलितों को पिटवाया था ताकि बीजेपी को दलित विरोधी बता सकें वरना घटना अगर गुजरात में हुई तो केजरीवाल को इतना परेशान होने और वहां का दौरा करने की क्या जरूरत थी। 

इस बार केजरीवाल गायब हुए और वापस आये तो गुरमेहर कौर का मामला उठा है, गुरमेहर कौर आप की कार्यकर्त्ता है, उसके एक VIDEO को आप के ही कार्यकर्त्ता राम सुब्रमनियम से वायरल किया है, VIDEO में पाकिस्तान से प्रेम करना सिखाया गया है। 

अब सवाल उठता है कि कहीं केजरीवाल ने पहले गुरमेहर कौर का VIDEO बनाकर और अपने ही आदमियों से उसे रेप की धमकी दिलवाकर ABVP और भाजपा पर झूठे आरोप तो नहीं लगवा रहे हैं। क्योंकि केजरीवाल तो साफ़ साफ़ कह रहे हैं कि बीजेपी और भाजपा वाले बलात्कारी हैं। भाजपा वाले कल आपकी भी लडकी का रेप कर देंगे। 

अब सवाल उठता है कि केजरीवाल अपनी खांसी का इलाज कराने जाते हैं या देश के खिलाफ साजिश रचने, केजरीवाल के आदमी एक मिनट में किसी के खिलाफ भी ट्विटर पर ट्रेंड करा देते हैं और इस काम के मोटे पैसे खर्च किये जाते हैं। ट्विटर पर बहुत बड़ा खेल चल रहा है, देश के खिलाफ बहुत बड़ी साजिश की जा रही है, लोग पैसे देकर मोदी, बीजेपी, आरएसएस, ABVP के खिलाफ कुछ भी ट्रेंड करा देते हैं।

आपने खुद देखा होगा कि - केजरीवाल कह रहे हैं कि बीजेपी और ABVP वाले खुद ही देश विरोधी नारे लगवाते हैं और वहां से भाग जाते हैं, JNU और रामजस कॉलेज में खुद ABVP वालों ने देश विरोधी नारे लगाए और भाग गए, ये बात केजरीवाल पर भी तो लागू होती है, कहीं उन्होंने गुरमेहर कौर को खुद तो रेप की धमकी नहीं दिलवाई और आरोप ABVP पर लगा दिया।

वैसे जानकारी के लिए बता दें कि केजरीवाल ने पंजाब चुनावों एक बाद उत्तर प्रदेश में बीजेपी के खिलाफ प्रचार और रैलियां करने के लिए कहा था लेकिन वह खांसी का इलाज कराने के बहाने गायब हो गए और वापस आते ही बवाल शुरू हो गया और बवाल में शामिल लोग AAP के ही कार्यकर्त्ता निकले। (ये पोस्ट मेरी अभिव्यक्ति की आजादी है)

दिल्ली महिला आयोग ने फेसबुक से गुरमेहर कौर को रेप की धमकी देने वालों का माँगा ब्यौरा

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नई दिल्ली, 28 फरवरी: दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मंगलवार को फेसबुक को नोटिस जारी कर दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा गुरमेहर कौर को जान से मारने और दुष्कर्म की धमकी देने वालों का ब्योरा देने के लिए कहा। जिन फेसबुक खातों से धमकियां दी गईं हैं, उन्हें बंद करने के लिए भी कहा गया है।

फेसबुक को जारी नोटिस में लिखा गया है, "गुरमेहर को बेहद आपत्तिजनक टिप्पणियां की गईं और दुष्कर्म की धमकी दी गई। आयोग को अपनी शिकायत में गुरमेहर ने स्क्रीन शॉट के रूप में पर्याप्त सबूत पेश किए हैं।"

नोटिस में कहा गया है, "आयोग का मानना है कि फेसबुक को धमकी देने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए और उनके खाते तत्काल बंद किए जाने की जरूरत है।"

मालीवाल ने आगे लिखा है कि दिल्ली पुलिस ने आयोग के हस्तक्षेप के बाद मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है।

आयोग ने गुरमेहर के खिलाफ अभद्र टिप्पणियां करने वालों, जान से मारने और दुष्कर्म की धमकी देने वालों की पहचान करने के उद्देश्य से फेसबुक से उनका पूरा ब्यौरा, आईपी एड्रेस और अन्य सूचनाएं देने के लिए भी कहा है।

नोटिस में फेसबुक से इस संबंध में की कार्रवाई के बारे में छह मार्च तक कार्रवाई रपट जमा करने के लिए भी कहा गया है।

वामपंथी छात्रों ने DU में ABVP के खिलाफ किया प्रदर्शन

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नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय में मंगलवार को छात्रों ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के खिलाफ मार्च निकाला, जिस पर विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों, प्राध्यापकों और पत्रकारों की पिटाई का आरोप है। छात्रों का हुजूम खालसा कॉलेज के बाहर एकत्र हुआ और उन्होंने 20-21 फरवरी की घटनाओं को लेकर एबीवीपी और दिल्ली पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।

विरोध प्रदर्शन का आह्वान ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने किया था, जिसकी पिछले सप्ताह एबीवीपी के साथ झड़प हुई थी।

इसके अलावा मंगलवार को कांग्रेस की छात्र इकाई नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने भी विश्वविद्यालय परिसर में आरएसएस से जुड़े छात्र संगठन एबीवीपी के खिलाफ भूख हड़ताल की। 

एनएसयूआई की अध्यक्ष अमृता धवन ने आईएएनएस को बताया, "रामजस की घटना व हिंसा के बाद शांति चाहने वाले छात्रों की एक बड़ी संख्या काफी डरी हुई है.. चर्चा की गुंजाइश ही नहीं रह गई है।"

उन्होंने कहा, "कोई भी चीज हिंसा को जायज नहीं ठहरा सकती। हम एक लोकतांत्रिक देश में रहते हैं, जहां लोगों के अलग-अलग विचार हो सकते हैं।" 

वहीं, आइसा ने स्पष्ट किया कि यह विरोध-प्रदर्शन उनका नहीं, दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों का है।

आइसा के एक सदस्य ने कहा, "कृपया इसे आइसा मार्च न कहें। यह मार्च एबीवीपी की गुंडागर्दी के खिलाफ और अभिव्यक्ति व चर्चा की स्वतंत्रता के लिए डीयू के छात्रों का है।"

इससे पहले सोमवार को एबीवीपी ने वामपंथी रूझान वाले छात्रों पर 'राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को समर्थन देने' का आरोप लगाते हुए विश्वविद्यालय परिसर में 'तिरंगा मार्च' निकाला था।

मोदी ने दोस्ती की तो वामपंथी बोले 'मोदी डर गया' मोदी ने दुश्मनी की तो वामपंथी बोले ‘बुरा किया'

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दिल्ली: भारत में वामपंथी विचारधारा वाले लोगों की सोच बदलती रहती है, माहौल देखकर ये अपने सुर बदल लेते हैं। आपने देखा होगा कि जब प्रधानमंत्री एकाएक पाकिस्तान चले गए थे और पाकिस्तान के साथ अपनी दोस्ती की शुरुआत की थी तो यही वामपंथी मोदी को गिरा हुआ बता रहे थे, ये कह रहे थे कि मोदी पाकिस्तान के आगे झुक गया, पाकिस्तान का गुलाम बन गया, केजरीवाल जैसे नेता तो यह भी कह रहे थे कि मोदी ने भारत को पाकिस्तान के हाथों बेच दिया, मोदी ISI का एजेंट है। मोदी के बारे में पता नहीं  क्या क्या बोला गया। उस वक्त वामपंथियों की आँखों में भारत और पाकिस्तान की दोस्ती चुभ रही थी। 

उसके बाद पाकिस्तान ने भारत को धोखा देते पठानकोट और उड़ी में आतंकी हमला करवा दिया और हमारे कई सैनिकों को मार दिया, उसके बाद यही वामपंथी मोदी को घेरते हुए बोले कि पाकिस्तान ने हमारे सैनिकों को मार दिया, मोदी कायर है, बदला लेने की हिम्मत नहीं है, 56 इंच का सीना पिचक गया। पता नहीं मोदी के बारे में क्या क्या बोला गया। 

उसके बाद भारत ने भी पाकिस्तान को जवाब देते हुए सर्जिकल स्ट्राइक कर दी और आतंकियों को उनके घर में घुसकर साफ़ कर दिया तो अब यही वामपंथी कह रहे हैं कि युद्ध किसी समस्या का हल नहीं है, एक शहीद सैनिक की वामपंथी बेटी गुरमेहर कौर कैमरे के सामने आकर कहने लगी कि 'मेरे पिता को पाकिस्तान ने नहीं बल्कि युद्ध ने मारा है'। 

मतलब साफ़ है, अगर मोदी पाकिस्तान से दोस्ती करेंगे तो वामपंथी इसके लिए मोदी की आलोचना करेंगे ताकि मोदी को ये बदनाम कर सकें, अगर पाकिस्तान भारत पर हमला करेगा और हमारे सैनिकों को मार देगा तो भी ये मोदी पर हमला करेंगे और कायर कहेंगे, अगर मोदी पाकिस्तान से बदला ले लेंगे और उसके आतंकियों को मार देंगे तो भी ये वामपंथी कहेंगे कि युद्ध करना बुरा है। 

BJP और ABVP वाले खुद ही देशविरोधी नारे लगाते हैं: केजरीवाल

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दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने अखिल भारतीय विद्यार्थी संगठन (ABVP) और भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि ये दोनों संगठन खुद ही राष्ट्रविरोधी नारे लगाते और भाग जाते हैं, उसके बाद दूसरों को पकड़कर पीटते हैं, अगर ऐसा नहीं है तो नारे लगाने वाले पकडे क्यों नहीं जाते। उन्होंने यही ट्वीट दोबारा करते हुए कहा कि ये देश विरोधी नारे भाजपा-ABVP वाले ख़ुद ही लगवाते हैं।

आपको याद होगा कि पिछले साल JNU में उमर खालिद और उसके साथियों को खुलेआम देशविरोधी नारे लगाते हुए देखा गया था, उमर खालिद और उसके साथियों ने खुलेआम कहा था कि हमें चाहिए आजादी, कश्मीर मांगे आजादी, अफजल हम शर्मिंदा हैं तेरे कातिल जिन्दा हैं, तुम कितने अफजल मारोगे, हर घर में अफजल निकलेगा, तुम कितने मकबूल मरोगे हर घर से मकबूल निकलेगा, भारत तेरे टुकड़े होंगे इंशाल्ला इंशाल्ला, छीन के लेंगे आजादी, बन्दूक से लेंगे आजादी। 

कुछ ही दिन पहले दिल्ली यूनिवर्सिटी के  रामजस कॉलेज में भी उमर खालिद को भाषण देने के लिए बुलाया गया लेकिन ABVP ने इस बार पहले की उमर खालिद के साथियों और वामपंथी छात्रों को पकड़कर पीट दिया। 

अब केजरीवाल का कहना है कि अलगाववादी और वामपंथी छात्र देश विरोधी नारे नहीं लगाते, ये नारे BJP और ABVP वाले खुद लगाते हैं या लगवाते हैं।

केजरीवाल ने ABVP और BJP के आलावा वीरेंद्र सहवाग को भी नहीं छोड़ा और उनके आपिए साथी उनके भी पीछे पड़ गए हैं, सहवाग से एक शहीद फौजी की बेटी गुरमेहर कौर जवाब दे दिया था, फौजी की बेटी ने कहा था कि मेरे पिता को पाकिस्तान ने नहीं बल्कि युद्ध ने मारा तो सहवाग ने उसे जवाब देते हुए कहा कि मैंने भी डबल सेंचुरी नहीं मारी बल्कि मेरे बैट ने मारी है। इसके बाद केजरीवाल और उनके आपिये साहति सहवाग के पीछे पड़ गए। 

शहीद फौजी की बेटी की आड़ में शुरू हुआ एंटी-नेशनल खेल, इस महिला ने दिया करारा जवाब: पढ़ें

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Photo Credit: Twitter
नई दिल्ली, 28 फरवरी: देश में एक बार फिर से एंटी-नेशनल खेल शुरू हुआ है और इस बार यह काम एक शहीद सैनिक की बेटी की आड़ में शुरू हुआ है, उसका ऐसा ब्रेनवाश कर दिया गया है कि उसे लगता है कि हमारे सैनिकों की शहादत के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार नहीं है बल्कि युद्ध जिम्मेदार है, आप को पता ही होगा कि पाकिस्तान हमारे कश्मीर पर कब्ज़ा करना चाहता है, अगर कश्मीर उसे दे भी दिया जाय तो पाकिस्तान की नजर कश्मीर के पास जम्मू पर और उसके बाद पंजाब पर पड़ जाएगी और वहां पर आतंकवाद शुरू हो जाएगा, अगर पंजाब दे दिया जाय तो पाकिस्तान की नजर हरियाणा, हिमाचल और उत्तराखंड पर पड़ जाएगी, और फिर से वही खेल शुरू हो जाएगा। 

यह लडकी चाहती है कि भारत पाकिस्तान से युद्ध ना करे और कश्मीर पाकिस्तान को दे दे, इसलिए इस लडकी ने अलगाववादियों, कट्टरपंथियों और देशद्रोहियों के साथ मिलकर एक अभियान चलाया है जिसमें नसीहत दी जा रही है कि पाकिस्तान से प्रेम किया जाय, उसके साथ युद्ध ना किया जाय और उसकी बात मान ली जाय। 

इस लड़की का नाम है गुरमेहर कौर, इसके पिताजी पाकिस्तानी आतंकियों के हमले में शहीद हो गए थे लेकिन यह अपने पिता की मौत के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार नहीं मानती बल्कि युद्ध को जिम्मेदार मानती है। 

गुरमेहर कौर को संसद हमले में शहीद हुए एक पत्रकार विक्रम विष्ट की पत्नी सुनीता विष्ट ने करारा जवाब देते हुए कहा है कि मेरे पति को तो पाकिस्तान ने ही मारा था क्योंकि पाकिस्तान ने संसद हमले की साजिश रची, यहाँ पर आतंकी भेजे, उन्होंने संसद पर हमला किया और मेरे पति की जान चली गयी, वो तो अपनी ड्यूटी निभाने गए थे लेकिन पाकिस्तानी आतंकियों ने उनकी जान ले ली। 

उल्लेखनीय है कि दिल्ली विश्वविद्यालय में बीते बुधवार को एबीवीपी और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी। एक दिन पहले ही एबीवीपी ने रामजस कॉलेज में आयोजित उस सेमिनार को जबरन रद्द करा दिया था, जिसमें जेएनयू के छात्र उमर खालिद को आमंत्रित किया गया था। इसके बाद गुरमेहर कौर ने ABVP के खिलाफ अभियान छेड़ा हुआ है।