नई दिल्ली: आतंकियों की गोली से भारत के सैनिक विल्कुल भी नहीं डरते और उनकी गोली से घायल भी होते हैं तो दिल में उन्हें ठोंकने की इक्षा होती है, सुंजुवान आर्मी कैम्प पर आतंकियों के हमले में मेजर अभिजीत घायल हो गए थे, 2 दिन से वह लगातार कोमा में थे, उनके सर में गोली लगी थी. आज वह होश में आये तो सबसे पहले पूछा - क्या हुआ आतंकियों का, ठोंके गए कि नहीं.
जब मेजर को गोली लगी होगी तो उनके मन में आतंकियों को ठोंकने की इक्षा रही होगी इसीलिए उन्होंने सबसे पहले यह सवाल पूछा, यह प्रश्न इस बात का सबूत है कि पाकिस्तान कितना भी चाहे हमारे सैनिकों का मनोबल डाउन नहीं हो सकता.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सुंजुवान आर्मी कैम्प पर आतंकियों के हमले में अब तक 6 जवान शहीद हो चुके हैं, इस हमले में मेजर अभिजीत सहित 8 लोग घायल हुए थे, मेजर अभिजीत को उधमपुर स्थित सेना के अस्पताल में भर्ती किया गया था, उनके सर की सर्जरी की गयी थी, आज वह होश में आये तो उन्हें आतंकियों की चिंता थी. उन्होने सबसे पहले पूछा - आतंकियों का क्या हुआ. मारा की नहीं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ मेजर अभिजीत फिर से अपनी यूनिट में लौटना चाहते हैं और देश की सेवा में लग जाना चाहते हैं, उनकी हालत में भी सुधार है, उनके घाव तेजी से भर रहे हैं. जल्द ही उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा.
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