नई दिल्ली: पिछले पांच वर्षों में हरियाणा के जाटों ने दो बार हरियाणा को जलाया है जबकि दो तीन बार जलाने की कोशिश फेल हुई है, एक बार खट्टर सरकार ने जाटों के सामने झुककर उनके साथ समझौता किया है जबकि एक बार पूर्व कांग्रेस सरकार उनके आगे झुकी है, कल हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जाट नेता यशपाल मलिक के सामने हाथ जोड़े और उन्हें प्यार से मनाने की कोशिश की.
आपको बता दें कि 15 फ़रवरी को जींद में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की बाइक रैली है जिसके खिलाफ जाटों ने प्रदर्शन करने का फैसला किया है. जाट किसी भी कीमत पर यह रैली रोकने के लिए तैयार हैं और उनके आन्दोलन की अगुवाई आरक्षण संघर्ष समिति के नेता यशपाल मलिक कर रहे हैं.
इसी बात को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कल दिल्ली के हरियाणा भवन में यशपाल मालिक को बुलाकर उन्हें प्यार से समझाने की कोशिश की है, अगर वह प्यार से नहीं माने तो बाबा राम रहीम मामले में लोग खट्टर की ताकत देख चुके हैं.
इस मीटिंग में मुख्यमंत्री मनोहर लाल, हरियाणा प्रभारी अनिल जैन, राज्यसभा सदस्य भूपेंद्र यादव कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार मौजूद थे.
अमित शाह की रैली की बात करें तो प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है लेकिन जाट समुदाय के नेता कई जिलों में जिस तरह की धमकियां दे रहें हैं उसे देखकर प्रशासन पहले से सतर्क है. इसीलिये आज उन्होंने यशपाल मलिक को बातचीत के लिए बुलाया है। इस बैठक के नतीजे जल्द आ सकते हैं।
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